शम्मी ने मेले में से क्या खरीदा? - shammee ne mele mein se kya khareeda?

इसे सुनेंरोकेंइन्हीं अनगिनती पैसों में अनगिनती चीजें लाएँगे-खिलौने, मिठाइयाँ, बिगुल, गेंद और जाने क्या-क्या! और सबसे ज़्यादा प्रसन्न है हामिद. वह चार-पाँच साल का ग़रीब-सूरत, दुबला-पतला लड़का, जिसका बाप गत वर्ष हैजे की भेंट हो गया और माँ न जाने क्यों पीली होती-होती एक दिन मर गई.

ईदगाह कहानी में बच्चों ने जिन्नात की क्या क्या विशेषताएं बतलाइए?

इसे सुनेंरोकेंहामिद के पांव में जूते नहीं हैं, सिर पर एक पुरानी-धुरानी टोपी है, जिसका गोटा काला पड़ गया है, फिर भी वह प्रसन्न है। जब उसके अब्बाजान थैलियां और अम्मीजान नियमतें लेकर आएंगी, तो वह दिल से अरमान निकाल लेगा। तब देखेगा, मोहसिन, नूरे और सम्मी कहां से उतने पैसे निकालेंगे। अभागिन अमीना अपनी कोठरी में बैठी रो रही है।

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ईदगाह शीर्षक पाठ में सभी खिलौने कितने पैसे के हैं?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर– मेले में चिमटाखरीदनेसेपहलेहामिदकोखिलौनेखरीदनेतथामिठाईखानेकेविचारआए, लेकिनउसकेपासतीनपैसेहीथे, इसलिएइनचीजोंकोखरीदनेकाविचारछोड़करवहलोहेकीदूकानपरगया।

ईद के दिन आसमान पर कुछ अजीब क्या था?

इसे सुनेंरोकेंवृक्षों पर कुछ अजीब हरियाली है, खेतों में कुछ अजीब रौनक है, आसमान पर कुछ अजीब लालिमा है. आज का सूर्य देखो, कितना प्यारा, कितना शीतल है, मानो संसार को ईद की बधाई दे रहा है.

सम्मी ने क्या खरीदा था?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: प्रसंग एक-मेले में बच्चे खिलौने तथा मिठाई खरीदते हैं।

खिलौनों को न खरीदने के लिए हामिद ने क्या तर्क दिया?

इसे सुनेंरोकेंखिलौने खरीदने में असमर्थ हामिद उनको पाने के लिए ललचाता है। बच्चे उसे अपने खिलौने तथा मिठाई नहीं देते। तब हामिद ऊपरी मन से इन चीजों की बुराई करता है। वह तर्क देकर चिमटे को खिलौना, शेर, बहादुर, रुस्तमे-हिंद तथा सर्वाधिक उपयोगी सिद्ध करता है।

ईदगाह कहानी की कथावस्तु क्या है?

इसे सुनेंरोकेंईदगाह कहानी बाल मनोविज्ञान पर आधारित है , जिसमें एक बालक के इर्द-गिर्द पूरी घटना घूमती है। वह बालक अंत में बूढ़ी (दादी) स्त्री को भी अपने बालपन से बालक बना देता है। इस कहानी में मुंशी प्रेमचंद ने हामिद नाम के बालक के माध्यम से बाल मनोविज्ञान का सूक्ष्मता से लेख लिखा है। यह कहानी अंत तक रोचक और कौतूहल उत्पन्न करता है।

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हामिद तथा अन्य बच्चों के सोच में क्या अंतर है सोदाहरण बताइए?

इसे सुनेंरोकेंमेले मैं पहुंचकर सभी बच्चे खूब मजे कर रहे थे, जगह – जगह, खाने – पीने कि चीजें थीं और खिलौनों की दुकाने थीं सभी बच्चे कुछ न कुछ खा रहे थे और खिलौने खरीद रहे थे, हामिद का मन भी बहुत कर रहा था मगर हामिद के पास सिर्फ एक रुपया था और उसे अपनी दादी की सीख याद आ रही थी बेटा इसे बहुत सोच समझकर खर्च करना, इसीलिए हामिद ने अब तक …

ईदगाह शीर्षक पाठ में शम्मी ने क्या लिया?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- मेले में चिमटा खरीदने से पहले हामिद को खिलौने खरीदने तथा मिठाई खाने के विचार आए , लेकिन उसके पास तीन पैसे ही थे , इसलिए इन चीजों को खरीदने का विचार छोड़कर वह लोहे की दूकान पर गया । वहाँ चिमटा देख उसे ख्याल आया कि दादी के पास चिमटा नहीं है । तवे से रोटियाँ उतारते समय हाथ जल जाती है ।

हामिद द्वारा लाये गये चिमटे को देखकर अमीना के मन में क्या विचार आये होगे?

इसे सुनेंरोकेंवह हामिद को कोसने लगी कि ये केसा बेसमझ लड़का है भरे मेले में कुछ न खाया न पिया और ले कर भी आया तो चिमटा। लेकिन फिर जैसे ही हामिद ने बूढ़ी अमीना को खा कि तुम्हारी उँगलियॉँ रोटी बनाते समय जल जाती थी इसलिए मैंने ये चिमटा लिया। हामिद के मुँह से ऐसे शब्द सुन कर बुढ़िया का क्रोध तुरन्त स्नेह में बदल गया।

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हमीद की जगह आप होते तो क्या करते?

इसे सुनेंरोकेंयदि हामिद की जगह आप होते, तो क्या करते? उत्तर: हामिद की जगह, यदि मैं होता, तो मैं इतना नहीं सोच पाता। मेले में ,बच्चों को ललचा ने के लिए अनेक वस्तुएं मिलती है। मैं यदि हामिद की जगह होता, तो अवश्य उन वस्तुओं को ही खरीदता।

ईदगाह में कौन कौन सी दुकान है सजी थी?

इसे सुनेंरोकें(घ) ईदगाह में कौन-कौन सी दुकानें सजी थी? उत्तर- ईदगाह में मिठाई, चाट-पकौड़ी, खिलौनों, दैनिक जरूरतों की वस्तुओं, नकली गहनों इत्यादि की दुकानें सजी थीं।

नमाज खत्म हुई । लोग आपस में गले मिल रहे हैं। तब मिठाई और खिलौने की दुकानों पर धावा होता है । तरह-तरह के खिलौने हैं- सिपाही, गुजरिया, राजा और वकील, भिश्ती, धोबिन और साधु । महमूंद सिपाही लेता है, खाकी वर्दी और लाल पगड़ी वाला, कंधे पर बंदूक रखे हुए । मोहसिन को भिश्ती पसंद आया। कमर पर मशक रखे । नूरे को वकील से प्रेम है। काला चोंगा, नीचे सफेद अचकन, एक हाथ में कानून का पोथा लिए हुए । सब दो-दो पैसे के खिलौने हैं। हामिद के पास कुल तीन पैसे हैं, इतने महँगे खिलौने वह कैसे ले ? कहीं हाथ से छूट गया, तो चूर-चूर हो जाएगा, पानी पड़ा तो सारा रंग धुल जाएगा। ऐसे खिलौने लेकर वह क्या करेगा ?

(क) नमाज खत्म होने के बाद लोग क्या कर रहे थे?

उत्तर- नमाज खत्म होने के बाद लोग आपस में गले मिल रहे थे ।

(ख) दुकानों में किस-किस तरह के खिलौने थे?

उत्तर- दुकानों में तरह-तरह के खिलौने थे, जैसे- सिपाही, गुजरिया, राजा, वकील, `भिश्ती, धोबिन और साधु ।

(ग) वे खिलौने किस चीज के बने थे ?

उत्तर- वे खिलौने मिट्टी के बने थे।

(घ) महमूद, मोहसिन और नूरे ने कौन-कौन से खिलौने खरीदे ? 

उत्तर- महमूद ने सिपाही, मोहसिन ने भिश्ती तथा नूरे ने वकील खिलौने खरीदे।

(ङ) परिच्छेद में सिपाही, भिश्ती और वकील के हुलिये का वर्णन किया गया है । इसी प्रकार आप राजा और साधु के हुलिये का वर्णन कीजिए । 

उत्तर- अन्य को राजा पसंद आया । सिर पर मुकुट पहने सिंहासन पर बैठा तो किसी और को जटाधारी साधु, हाथ में चिमटा लिए हुए ।

(च) अनुच्छेद में आए विशेषण शब्दों को छाँटकर लिखिए। 

उत्तर- खाकी, लाल, काला, सफेद, महंगे।

(छ) 'वर्दी' और 'पोथा' के समानार्थी लिखिए।

उत्तर-  वर्दी– पोशाक, पोथा – पुस्तक |

पाठ से आगे :

प्रश्न 1. महमूद, मोहसिन, नूर और हामिद में किसका चरित्र अच्छा लगा? कारण बताइए ।

उत्तर – महमूद, मोहसिन, नूर और हामिद में हामिद का चरित्र अच्छा लगा, क्योंकि वह निर्लोभी, उदार तथा दृढ़ निश्चयी है । वह अन्य बालकों को खाते-पीते देखकर दुःखी नहीं होता । मोहसिन, महमूद तथा नूरे उसकी मजबूरी का मजाक उड़ाते हैं, लेकिन वह अधीर नहीं होता । वह अपने तीन पैसे से दादी के लिए चिमटा खरीद लेता है, क्योंकि उसे ध्यान आता है कि रोटियाँ सेकते समय उसकी दादी की उँगलियाँ जल जाती हैं। वह लोभी नहीं है। भूखे रह जाता है, लेकिन किसीसे कुछ माँगता नहीं। इन्हीं कारणों से हामिद का चरित्र हमें अच्छा लगा ।

प्रश्न 2. क्या हामिद बच्चों की सामान्य छवि से अलग हटकर एक नयी छवि प्रस्तुत करता है? कैसे ?

उत्तर – 'ईदगाह' कहानी का मुख्य पात्र हामिद चार-पाँच वर्ष का एक छोटा बच्चा है। वह एक भोला-भाला सहज मासूम बालक है । उसके माता-पिता मर चुके हैं। पर, इस सत्य से वह सर्वथा अनभिज्ञ है । वह इस बात से प्रसन्न है कि उसके अब्बाजान रुपये कमाने गए हैं और अम्मीजान अल्ला मियाँ के घर से अच्छी-अच्छी चीजें लाने गई हैं। उसे इस बात की चिन्ता नहीं कि उसके पाँव में जूते नहीं, उसकी पुरानी टोपी का गोटा काला पड़ गया है। उसमें बालकोचित उमंग और उत्साह के साथ बालसुलभ जिज्ञासा भी है। ईदगाह मेला जाने के क्रम में उसका उत्साह देखते ही बनता है। मेले में मिठाइयों की ढेर देखकर वह जिज्ञासा प्रकट करता है कि इन सारी मिठाइयों को कौन खरीदता होगा? उसमें प्रबल वाक्-कला और तर्क शक्ति है। इसी शक्ति के कारण वह अपने चिमटे को अन्य बच्चों के खिलौनों से बहादुर और श्रेष्ठ सिद्ध करता है । दादी के प्रति उसके हृदय में असीम स्नेह है। तभी तो वह मेले में खिलौने और मिठाइयाँ न खरीदकर चिमटा खरीदता है। निर्धनता से उत्पन्न विवेक ने हामिद को बाल सुलभ इच्छाओं से समझौता करना सिखा दिया है ।

प्रश्न 3. “चुनौती बच्चे को परिपक्व बना देती है।" इस उक्ति की व्याख्या कीजिए ।

उत्तर – प्रस्तुत संदर्भ के माध्यम से कहानीकार ने यह सिद्ध करने का प्रयास किया है कि गरीबी के कारण एक छोटा बालक किस प्रकार वृद्धोचित विवेक का परिचय देता है।

रमजान के पूरे तीस दिन के बाद ईद का त्योहार आया है। गाँव में सर्वत्र उल्लासमय चहलपहल है। बड़े-बूढ़ों से बच्चे अधिक प्रसन्न हैं। उसी गाँव में हामिद नाम का चारपाँच साल का एक गरीब लड़का है। उसके माँ-बाप मर चुके हैं। बूढ़ी दादी अमीना घोर गरीबी में उसका लालन-पालन करती है। ईद के मेले में जाने के लिए उसे तीन पैसे देती है। अन्य बच्चे खिलौने खरीदते हैं, मिठाइयाँ खाते हैं, किन्तु हामिद तीन पैसे से एक चिमटा खरीद लेता है। क्योंकि रोटियाँ संकते समय उसकी दादी की उँगलियाँ जल जाती हैं। इससे स्पष्ट होता है कि चुनौती बच्चे को परिपक्व बना देती है।

हामिद ने मेले से क्या खरीदा क्यों?

ईद के मौके पर वह अपनी दादी से तीन पैसे लेकर अपने दोस्तों के साथ मेले में जाता है। उसके दोस्त मेले में खूब मस्ती करते हैं, खिलौने खरीदते हैं लेकिन हामिद को मेले में भी अपनी दादी का ख्याल आता है और वह तीन पैसे में दादी के लिए चिमटा खरीद लेता है, क्योंकि उसकी दादी जब खाना बनाती है तो उनके हाथ जल जाते हैं।

सम्मी ने मेले से क्या लिया?

Expert-Verified Answer. सम्मी ने मेले से खंजरी खरीदी थी । हामिद ईद के अवसर पर अपने सभी मित्रों के साथ मेले गया था। उसके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी , तो वह मेले में अधिक पैसे नहीं ले जा सका।

मेले में सम्मी ने क्या खरीदा था?

भिश्ती अपनी झुकी हुई कमर पर मशक रखे हुए था। नूरे ने एक वकील पसंद किया। सम्मी ने एक खंजरी खरीदी

महमूद मेले से कौन सा खिलौना खरीदा था?

महमूद ने कौन-सा खिलौना खरीदा? उत्तर: महमूद ने सिपाही खरीदा। उसकी वर्दी खाकी रंग की थी तथा 'पगड़ी लाल रंग की थी।