। बता दें कि पिस्ते के अंदर प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, सोडियम, पोटेशियम, कॉपर, विटामिन बी6 आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पिस्ता को और हेल्दी बना देते हैं। लेकिन लोगों के मन में अक्सर पिस्ता को लेकर कई सवाल उठते हैं। जैसे कि पिस्ता की तासीर ठंडी होती है या गर्म या पिस्ता का सेवन कब करना चाहिए? आज का हमारा एक इन्हीं सवालों पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि पिस्ता कितना पौष्टिक है और इससे जुड़े सवालों के जवाबों के बारे में जानेंगे। इसके लिए हमने न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल ( Nutritionist and wellness expert varun katyal) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे... Show
1 - पिस्ता गर्म होता है या ठंडा?सर्दियों में पिस्ता खाने की सलाह इसलिए दी जाती है क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। यही कारण होता है कि गर्मियों में पिस्ते का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए और ठंड में इसका सेवन इसकी गर्म तासीर के कारण आसानी से किया जा सकता है। 2 - खरीदते वक्त पिस्ते का चुनाव कैसे करें?बता दें कि आमतौर पर लोगों को छिलके सहित पिस्ते का चुनाव करना चाहिए। लेकिन यदि आप छिला हुआ पिस्ता ले रहे हैं तो यह ध्यान दें कि उसका रंग हरा हो और उसमें किसी भी प्रकार का छेद ना हो। यदि पिस्ते में छेद है तो समझ जाएं कि उसके अंदर कीड़े मौजूद हो सकते हैं। हालांकि छिलके सहित पिस्ता लंबे समय तक खराब नहीं होता। इसे भी पढ़ें- सर्दियों में पिस्ता खाना है फायदेमंद, न्यूट्रिनिस्ट से जानें इसमें छुपे गुण 3 - पिस्ते का सेवन कब करना चाहिए?डॉक्टर पिस्ते का सेवन सुबह के वक्त करने की सलाह देते हैं। सुबह के वक्त भीगा हुआ पिस्ता खाने से सेहत को कई फायदे हो सकते हैं। इससे अलग व्यक्ति रात को सोने से पहले भी पिस्ता का सेवन कर सकता है। 4 - पिस्ते का सेवन कितना करना चाहिए?यदि व्यक्ति 1 दिन में 35 से 45 ग्राम रिश्ते का सेवन करता है तो इससे उसकी सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पढ सकता। हालांकि ध्यान रखें कि हर शरीर की प्रकृति अलग होती है ऐसे में व्यक्ति को कितनी मात्रा में दस्ते का सेवन करना चाहिए इसके लिए एक्सपर्ट की राय लेनी जरूरी है। इससे संबंधित रिसर्च भी सामने आई है। रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 5 - पिस्ते को लंबे समय तक सुरक्षित रखने का तरीका?यदि आप पिस्ते को लंबे समय तक सुरक्षित रखना चाहते हैं तो सबसे पहले तो छिलके सहित पिस्ते का चुनाव करें और उसे एयर टाइट जार में बंद करके किसी अंधेरी और ठंडी जगह पर रखें। इससे अलग पिस्ते की गिरी को भी आप एयर टाइट जार में बंद करके लंबे समय तक रख सकते हैं। इसे भी पढ़ें- क्या रोस्टेड काजू बादाम और पिस्ता में कम हो जाते हैं पोषक तत्व? 6 - यदि पिस्ता खराब हो जाए तो कैसे पता लगाएं?यदि पिस्ता खराब हो गया है तो जब आप इसका सेवन करेंगे तो इसका स्वाद आपको कुछ बदला हुआ महसूस होगा। वहीं यह स्वाद में कड़वा भी मालूम हो सकता है। नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि पिस्ते का सेवन शरीर को कई समस्याओं से दूर रख सकता है। लेकिन इसका सेवन करने से पहले लोगों को इससे जुड़े सवाल जवाब के बारे में पता होना जरूरी है। ऐसे में ऊपर बताए गए सवाल आपके बेहद काम आ सकते हैं। यदि आपको कोई गंभीर समस्या है या आप कोई डाइट को फॉलो कर रहे हैं तो पिस्ते को अपनी डाइट में जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। ड्राई फ्रूट हमारे शरीर के लिए बहुत सेहतमंद होते है और अगर ड्राई फ्रूट की बात की जाए तो इसमें पिस्ता का नाम मुख्य है। पिस्ता हमारे शरीर की सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह शरीर में मिनरल की मात्रा को बनाये रखता है। अगर आप इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करते है तो कई तरह की बिमारियों से दूर रहा जा सकता है। पिस्ता क्या है? - What Is Pista?पिस्ता एक ड्राई फ्रूट है। जिसका पेड़ १० मीटर ऊँचा होता है। यह छोटा होता है और दिखने में आम के पेड़ की तरह होता है। पिस्ता के पत्तों पर कीड़ों का घर बना हुआ रहता है। पत्ते एक तरफ से गुलाबी और दूसरी तरफ से पीले - सफ़ेद होते है। पिस्ता के फल १० से २० मिमी लम्बे और १० से २० मिमी व्यास के होते हैं। इसके फल के छिलके का रंग हल्का पीला व गहरा पीला होता है। पिस्ता का जो फल होता है इसके बाहर के छिलके को निकाल दिया जाता है और अंदर का पीला भाग खाया जाता है, जिसे गिरी कहते हैं। पिस्ता में कई तरह के पोषक तत्व होते है प्रोटीन, फाइबर, विटामिन-सी, जिंक, आयरन कॉपर और कैल्शियम होता है। इससे शरीर की रोग- प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। आयुर्वेद के अनुसार, पिस्ता वात दोष में आराम दिलाता है। पिस्ता के फलों के छिलके को भी औषधि के रूप में इस्तेमाल करते है। पिस्ता के फूल और फल जनवरी महीने से जून महीने बीच में आते है। पिस्ता को विभिन्न भाषाओं में क्या कहते हैं? - What Is Pista Called in Different Languages in Hindiपिस्ता का वानस्पतिक नाम पिस्टेशिया वेरा है। पिस्ता को पूरी दुनिया में विभिन्न नामों से जानते है।
यह भी पढ़ें: Chuna Khane Ke Fayde | चूना खाने के फायदे, नुकसान और बनाने की विधि पिस्ता खाने के फायदे - Benefits of Eating Pistachios in Hindi१. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूरएंटीऑक्सिडेंट शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते है यह कोशिका की क्षति को रोकने में सहायक है पिस्ता में ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन उच्च मात्रा में होते है यह दोनों आंखों के लिए बहुत महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट हैं। पिस्ता के दो सबसे बेहतरीन एंटीऑक्सिडेंट पॉलीफेनोल्स और टोकोफेरोल कैंसर और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। २. बवासीर मेंबवासीर में भी पिस्ता खाने के फायदे मिलते है। बवासीर एक बेहद ही कष्ट से भरी बीमारी है। यह अपने गंभीर रूप में अधिक पीड़ा का कारण बनती है। इसमें रोगी को मल त्याग करने में बहुत परेशानी होती है। बवासीर में आराम पाने के लिए पिस्ता का सेवन लाभकारी होता है। ३. कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप नियंत्रणकोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए पिस्ता खाना चाहिए पिस्ता का अगर १ महीने तक नियमित सेवन किया जाये तो सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर में कमी आती है। ४. वजन नियंत्रण के लिएपिस्ता के फायदे वजन कम करने में भी मिलते है। वजन को नियंत्रण में रखने के लिए पिस्ता खाना चाहिए। पिस्ता से पेट भर जाता है और लम्बे समय तक भूख भी नहीं लगती। यह लो कैलोरी और हाई प्रोटीन का स्रोत होता है। जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। ५. एस्ट्रोजन का संतुलित स्तरएस्ट्रोजेन एक स्टेरॉयड हार्मोन है यह महिलाओं के प्रजनन अंगों से संबंधित होता है। एस्ट्रोजेन का स्तर संतुलित रहता है तो हाइपोगोनाडिज्म, ऑस्टियोपोरोसिस, प्राइमरी ओवेरियन इंसफिशिएंसी, मेनोपॉज के लक्षण और प्रोस्टेट कैंसर की समस्या दूर रहती है। ६. स्वस्थ आंत बैक्टीरिया को बढ़ावापिस्ता में फाइबर उच्च मात्रा में होते है। जिससे कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। जिसमें कैंसर, पाचन विकार और हृदय रोग विकसित होने का कम जोखिम होता है। ७. रक्त शर्करा को कम करने मेंपिस्ता में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है इसका मतलब यह है की पिस्ता रक्त शर्करा का कारण नहीं बनते। पिस्ता खाने से स्वस्थ रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ावा मिलता है। पिस्ता में कैरोटेनॉयड्स, एंटीऑक्सिडेंट और फेनोलिक यौगिक भरपूर होते है जो रक्त शर्करा को नियंत्रण में रखते है। ८. हड्डी को बनाये मजबूतहड्डियों को मजबूत बनाने में भी पिस्ता फायदेमंद है। पिस्ता में स्ट्रोन्शियम पाया जाता है यह एक ट्रेस मिनरल होता है। स्ट्रोन्शियम को कैल्शियम के स्थान पर रखा जा सकता है। स्ट्रोन्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है हड्डियों का निर्माण करने में यह सहायक है। प्रेगनेंसी में पिस्ता खाने के फायदे - Benefits of Eating Pistachios During Pregnancy in Hindi१. इम्युनिटी बढ़ाएंपिस्ता में कॉपर और विटामिन ई होता है जो इम्युनिटी में वृद्धि करता है। गर्भावस्था में यदि महिलाओं की इम्युनिटी कम हो जाती है तो उन्हें पिस्ता का सेवन करना चाहिए और ऐसे भी आप गर्भावस्था के दौरान इम्युनिटी बढ़ाना चाहती है ताकि आपकी इम्युनिटी कम ना हो तो आपको पिस्ता खाना चाहिए। प्रेगनेंसी में अखरोट, पिस्ता और बादाम मिलाकर खाना चाहिए आपकी इम्युनिटी बढ़ जाएगी। २. खून की कमी दूर करने मेंगर्भावस्था में महिलाओं के शरीर में खून की कमी होना सामान्य बात है। बहुत सी महिलाओं को एनीमिया की बीमारी भी होती है जिसे दूर करने के लिए पिस्ता खाना फायदेमंद होता है। यदि प्रेग्नेंट महिला को एनीमिया हो जाता है तो उन्हें अपनी डाइट में पिस्ता शामिल करना चाहिए। पिस्ता में भरपूर मात्रा में आएरन होने की वजह से रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन में वृद्धि होती है। जिससे की गर्भवती महिला को खून की कमी पूरी करने के लिए पिस्ता खाने की सलाह दी जाती है। ३. हृदय रोगों से रखे दूरपिस्ता ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। जिससे यह गर्भवती महिलाओं में दिल की बिमारियों का खतरा कम कर देता है। ४. वजन रहे नियंत्रण मेंप्रेग्नेंट महिला का वजन यदि जरूरत से ज्यादा कम या ज्यादा हो तो दोनों ही नुकसान का कारण बनता है। कम वजन से बच्चा भी कमजोर रहता है और बच्चे का वजन भी कम ही होगा। मोटापा ज्यादा होने से बीमारियां हो सकती है। इसलिए वजन का नियंत्रित होना जरुरी है जो पिस्ता खाने से होता है। ५. डायबिटीज और ब्लड प्रेशर मेंजो महिलाएं शुगर और ब्लड प्रेशर की मरीज है उनके लिए पिस्ता खाना लाभदायक होता है। ब्लड प्रेशर कम या ज्यादा में भी पिस्ता फायदा करता है। डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल में रखने के लिए कच्चा पिस्ता खाना चाहिए। ६. शिशु के बेहतर विकास के लिएओमेगा ३ फैटी एसिड होते है। यह शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए फायदेमंद है। प्रेगनेंसी के दौरान महिला जो भी खाती है उसका असर उनके बच्चे पर होता है। पिस्ता खाने से गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास बेहतर होता है। ७. कब्ज करे दूरगर्भावस्था में कब्ज होना सामान्य बात है। प्रेगनेंसी के समय कब्ज की परेशानी ना हो उसके लिए पिस्ता का सेवन करे। पिस्ता में पाया जाने वाला फाइबर कब्ज की समस्या को कम करता है। 1 दिन में कितना पिस्ता खाना चाहिए ? - How Many Pistachios Should Be Eaten in 1 Day in Hindiआपको यह पता होना चाहिए की 1 दिन में कितना पिस्ता खाना चाहिए क्योंकि ज्यादा मात्रा हानिकारक हो सकती है। उसकी उचित मात्रा चाहिए होती है। ऐसा नहीं होने पर उसके नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते है। इससे शरीर में बीमारियां उत्पन्न हो सकती है। इसलिए प्रतिदिन २ ग्राम की मात्रा में पिस्ता का सेवन करे। पिस्ता गरम होता है या ठंडा - Is Pistachios Hot or Cold in Hindiपिस्ता गरम होता है या ठंडा इसका सही जवाब है की पिस्ता गरम होता है। इसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए ठंड के मौसम में इसका सेवन करना लाभदायक होता है। गर्मियों में पिस्ता का सेवन बिल्कुल सीमित मात्रा में करें। ठंड में यह आसानी से खाया जा सकता है। ठंड के मौसम में गर्म दूध में मिलाकर इसे पी सकते है। यह भी पढ़ें: Kismis Khane Ke Fayde | सेहत के लिए 12 अद्भुत किशमिश खाने के फायदे पिस्ता का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए - How to Use Pista in Hindiसुबह भीगा हुआ पिस्ता खा सकते है और पिस्ता का इस्तेमाल विभिन्न तरह के व्यंजनों में मिलाकर कर सकते है। बाकी किसी ख़ास बिमारी में या कोई विशेष फायदा प्राप्त करने के लिए डॉक्टर की सलाह लेकर ही खाएं। पिस्ता कब और कैसे खाएं? - When and How to Eat Pistachios in Hindi?पिस्ता कब खाएं:
पिस्ता कैसे खाएं:
निष्कर्ष :अपने ड्राई फ्रूट्स में पिस्ता को भी शामिल करे। इससे होने वाले फायदे तो आप जान ही गए होंगे, लेकिन इसकी सही मात्रा का ही सेवन करे। वरना यह नुकसान का कारण बन सकती है। इसके पोषक तत्व आपको कई बिमारियों से दूर रखेंगे। पिस्ता को अपनी डाइट में स्थान दें और अपने शरीर को स्वस्थ रखे। एक दिन में कितने पिस्ता खाने चाहिए?पिस्ता का सेवन स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसलिए एक दिन में 15 से 20 ग्राम पिस्ता का ही सेवन करना चाहिए।
पिस्ता खाने से शरीर में क्या फायदे होते हैं?पिस्ता खाने से होने वाले फायदे- Health Benefits Of Eating Pistachios Daily:. डायबिटीज में मददगार- अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपके लिए पिस्ते का सेवन फायदेमंद हो सकता है. ... . आंखों में मददगार- ... . मोटापे में मददगार- ... . हड्डियों में मददगार- ... . कोलेस्ट्रॉल में मददगार- ... . सूजन में मददगार- ... . इम्यूनिटी में मददगार-. पिस्ता में कौन कौन से विटामिन पाए जाते हैं?पिस्ता में फाइबर, विटामिन सी, प्रोटीन, जिंक, कॉपर, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम, विटामिन बी-6 और कई मिनरल्स पाए जाते हैं. पिस्ता एंटीआक्सीडेंट गुणों से भरपूर ड्राईफ्रूट है. पिस्ता में फैट और कैलोरी काफी कम होती हैं, जो वजन घटाने में मदद करता है. आपको इसे अपनी डेली की डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए.
पिस्ता कब खाना चाहिए?पिस्ता का सेवन कब करना चाहिए? पिस्ता का सेवन सुबह खाली पेट करना चाहिए। लेकिन सुबह खाली पेट पिस्ता खाने के लिए आपको रात में ही पिस्ता को पानी में भिगोकर रख देना चाहिए, फिर सुबह खाली पेट भीगे पिस्ता का सेवन करना चाहिए। क्योंकि भीगे पिस्ता का सेवन सेहत के लिए ज्यादा लाभदायक साबित होता है।
|