क्या हम अपना भविष्य देख सकते हैं? - kya ham apana bhavishy dekh sakate hain?

इस एप्लिकेशन को आप एक आसान तरीका में नाम विशेषण देता है और आप अपने नाम और सरल में अपने व्यक्तित्व को हिंदी भाषा को समझने के अर्थ समझने के लिए मदद करता है।

कहाँ इस एप्लिकेशन का उपयोग करने के लिए -
  आप के बारे में अधिक जानने के लिए इस अनुप्रयोग का उपयोग कर सकते हैं - तू रेखा, hastrekha शास्त्र, नाम se जेन अपना भविष्य, कुंडली Padhna Sikhe, Vashikaran, Janamdin Ke Anusar Bhavisya, कब Hai Apka विवाह योग, राशि Aur nam ke anusar appka bhavisya, chehara padna sekhein , लाल किताब Ke Achook Totke, Totke aur Achook Upay Aur Majedar हिंदी कहानियाँ और कैसे सरल में अपने नाम से अपने भविष्य में पता करने की हिंदी भाषा को समझते हैं।

यह पूरी तरह से मुक्त ऑफलाइन हिंदी कहानी की किताब आवेदन डाउनलोड करने और अपने मित्रों और परिवार के साथ इस का आनंद लें।
आप इस एप्लिकेशन को मिल जाए तो उपयोगी मत भूलना हमें दर और अपने बहुमूल्य राय और टिप्पणी छोड़ दें। एप्लिकेशन के सुधार के बारे में अपने सुझाव हमेशा स्वागत है।
धन्यवाद।

पिछली बार अपडेट होने की तारीख

भविष्य को जानना बेहद कठिन है, लेकिन एस्ट्रोसेज द्वारा दिए गए सम्पूर्ण भविष्यफल रिपोर्ट के माध्यम से आप न केवल अपने कल के बारे में जानकारी हासिल कर सकते है, बल्कि आने वाली किसी भी विपत्ति का समाधान हासिल कर सकते हैं। इस फ्री सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको अपने जन्म से जुड़ी जानकारियों को नीचे दिए गए फॉर्म में भरना होगा।

क्या है संपूर्ण भविष्यफल रिपोर्ट?

क्या हम अपना भविष्य देख सकते हैं? - kya ham apana bhavishy dekh sakate hain?
संपूर्ण भविष्यफल रिपोर्ट एक ऐसा रिपोर्ट है जिसमें किसी व्यक्ति के भविष्य के विषय में संपूर्ण जानकारी दी गयी होती है। इस व्यापक जीवन रिपोर्ट द्वारा आप अपने वर्तमान भविष्यफल, मंगल दोष विश्लेषण, शनि साढ़े साती विश्लेषण, विंशोतरी दशाफल, गोचर फल, लाल किताब भविष्यफल और लाल किताब उपाय जैसी चीज़ों के बारे में जान सकते हैं।

आज की इस भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी में लोगों का जीवन बेहद तनावपूर्ण है। करियर, घर-परिवार, प्रेम और पारिवारिक मामलों समेत अनेक मसले व्यक्ति को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से प्रभावित करते रहते हैं। यदि दूसरे शब्दों में कहा जाए तो हम सभी के लिए एक शांतिपूर्ण जीवन की कल्पना लगातार मुश्किल होती जा रही है और यह सब इसलिए क्योंकि लोग लगातार अपने भविष्य को अच्छा करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। जरा सोचिये कि यदि हमें यह पता चल जाये कि हमारा आने वाला कल कैसा होगा तो हम पहले से ही हर परिस्थिति के लिए तैयार हो जाएंगे।

यह संपूर्ण भविष्यफल रिपोर्ट आपके नक्षत्रों और ग्रहों की दशा को देख कर तैयार की जाती है जो आपकी पूरी ज़िन्दगी में ग्रहों, दोषों, दशाएं आदि का प्रभाव कब-कब होगा इन सभी बातों की जानकारी देता है। इस रिपोर्ट में तालिकाओं की मदद से आपको ग्रहों के गोचर और उनकी गति आदि के विषय में समझाया गया है।

आपकी ज़िन्दगी में तारों, ग्रहों व नक्षत्रों की चाल की कैसी रहेगी और आपके जीवन में इसका कैसा प्रभाव रहेगा, इन सभी बातों को आप हमारे संपूर्ण भविष्‍यफल रिपोर्ट की मदद से जान सकते हैं। कोई व्यक्ति जीवन में क्या व्यवसाय शुरू करेगा, काम-धंधे में कब वृद्धि के योग हैं और कब आमदनी बढ़ेगी, कब सेहत अच्छा रहेगा, कब बुरा रहेगा, कब विपदा आएगी तो कब खुशहाली सभी कुछ होता है इस संपूर्ण जीवन रिपोर्ट में।

भविष्यफल जानने के लाभ

मनुष्य अपने भविष्य को जानने के लिए हमेशा ही उत्सुक रहता है। हर व्यक्ति अपने भविष्य के विषय में जानना चाहता है क्योंकि इस दुनिया में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है, जिसे किसी प्रकार की कोई समस्या न हो। हम सब किसी न किसी समस्या से घिरे हुए हैं। किसी को स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी है तो किसी को पारिवारिक, कोई बच्चा न होने से परेशान है तो वहीं किसी की शादी में देरी हो रही है। इसके अलावा भी अनेकों चिंताए सताती रहती है कि हमारे जो काम अटके हुए हैं वो कब पूरे होंगे, अच्छे दिनों की शुरुआत कब से होगी, बूरा समय कब खत्म होगा।

इन्हीं सब समस्याओं के समाधान के लिए हर इन्सान अपना भविष्य जानने की कोशिश में लगा रहता है। सबका भविष्य जानने का अपना अलग तरीका है। कोई ग्रह नक्षत्र की मदद से भविष्य बताता है तो कोई आपकी हथेली की रेखाओं को देखकर भविष्य का अंदाज़ा लगाता है। कोई मात्र चेहरा देखकर ही भविष्यवाणी कर देता है तो कोई टैरो कार्ड्स द्वारा भविष्य बताता है।

कई लोग भविष्य जानने के लिए ढोंगी पंडितो ,ज्योतिषों और सिद्ध बाबाओं के चक्कर लगाते रहते है जिसमें वे न केवल अपना पैसा बल्कि अपना समय भी बर्बाद करते हैं। इसीलिए एस्ट्रोसेज ने आप सभी लोगो के लिए इस संपूर्ण भविष्यफल रिपोर्ट की शुरुआत की जो चंद्र मिनटों के भीतर ही की हर एक जानकारी आपको मुहैया करता है।

यह सम्पूर्ण भविष्यफल रिपोर्ट हमें हमारे आने वाले कल की एक झलक प्रदान करता है। इससे हम अपने कल में झांक सकते हैं साथ ही आने वाली सभी परिस्थितियों के लिए खुद को तैयार भी कर सकते हैं।

एस्ट्रोसेज की तरफ से क्या है खास

एस्ट्रोसेज सम्पूर्ण भविष्यफल रिपोर्ट द्वारा आपके भविष्य की सटीक भविष्यवाणी प्रदान करता है। एस्ट्रोसेज वैदिक ज्योतिष के अनुसार जन्म तारीख से भविष्यफल, दैनिक भविष्यफल, आपके जीवन में ग्रह स्थिति, ग्रह दशाएं, पचांग और भी भविष्यफल की जानकारी देता है। इसमें न केवल आपके जीवन में आने वाली समस्याओं के बारे में बताया गया है बल्कि उन समस्याओं के उपाय की भी चर्चा की गयी है। 50 पेज का यह सम्पूर्ण भविष्यफल रिपोर्ट किसी व्यक्ति के बारे हर तरह की जानकारी जैसे उसके स्वास्थ, कामकाज, पारिवारिक मुद्दों, शिक्षा जैसे पहलूओं को उजागर करता है।

जाने - कैसे जाने अपना भविष्य, भविष्य जानने का तरीका, भविष्य की जानकारी, अपना भविष्य जानना !

मनुष्य अपने भविष्य की रूप रेखा तैयार करने के लिए और अपने भविष्य को जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहता है। हर व्यक्ति अपना भविष्य जानना चाहता है क्योंकि दुनिया में कोई भी ऐसा व्यक्ति नही है,जिसको कोई समस्या नही हो। हर व्यक्ति किसी न किसी समस्या से घिरा हुआ है। किसी को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या है तो किसी को पारिवारिक समस्याएं है,कोई औलाद न होने से परेशान है तो किसी की शादी में विलम्ब होता है। इसके अलावा ये भी चिंताए सताती रहती है कि हमारे अटके काम कब पूरे होंगे , अच्छे दिन कब आएंगे, बुरे दिन कब खत्म होंगे।

नीचे दी गई वीडियो को ध्यान से देखें क्योंकि ये महत्त्वपूर्ण टिप्स है |

वीडियो पूरा देखें (सब कुछ अंत तक देखें) Click Below Video- 



 


                              इन सब समस्यायों के समाधान के लिए हर व्यक्ति अपना भविष्य जानने की कोशिश करता रहता है।  सबका भविष्य जानने का अपना अपना तरीका है। कोई ग्रह नक्षत्र के माध्यम से भविष्य बताता है तो कोई हाथ की रेखाएं देखकर भविष्य का अंदाज़ा लगाता है। कोई अंगूठा देखकर भविष्य वाणी करता है तो कोई टैरो कार्ड्स से भविष्य बताता है। 

कई लोग भविष्य जानने के लिए पंडितो ,ज्योतिषियों और सिद्ध बाबाओं के यहाँ  चक्कर लगाते रहते है जोकि आपका समय और पैसा  बर्बाद कर  देते हैं।  आज हिंदी ज्ञान वेब आपको बताएगा कि भविष्य जानने का कौन सा तरीका सही मायने में उपयुक्त है।    

क्या हम अपना भविष्य देख सकते हैं? - kya ham apana bhavishy dekh sakate hain?

हस्त रेखाएं कहती है भविष्य के बारे में बहुत कुछ-------

यह भी कुदरत का करिश्मा ही है कि संसार में किन्ही भी दो व्यक्तियों की हस्त रेखाएं एक समान नही होती है। दो व्यक्ति तो क्या, एक ही इंसान की दोनों हाथो की रेखाएं भी अलग अलग होती है। दायें हाथ की रेखाओं  से हमे भूतकाल का पता चलता है कि हमने अपनी जिंदगी में क्या-क्या अर्जित किया।  जबकि बांये हाथ की रेखाएं भविष्य की भविष्यवाणी करती है।
आदमी का भविष्य दांये हाथ में देखा जाता है जबकि औरत का भविष्य बांए हाथ में देखा जाता है। हाथ में मुख्य रूप से 7 रेखाएं होती है जो निम्नलिखित है-----


1 जीवन रेखा-----
जीवन रेखा से ही आयु, मृत्यु, संकट, दुर्घटना आदि का पता लगाया जाता है।हाथ पर स्तिथ वह रेखा जो अंगूठे के पास से प्रारम्भ होकर शुक्र पर्वत को घेरती हुई  हथेली के अंत तक मणिबंध की ओर जाती है,उसे जीवन रेखा कहते है।जीवन रेखा जितनी लम्बी होगी उस व्यक्ति की उम्र उतनी ही लम्बी होगी।   इसके विपरीत छोटी जीवन रेखा कम उम्र की ओर इशारा करती है। जीवन रेखा का बीच में टुटा हुआ होना दुर्घटना या बीमारी  का संकेत होता है किन्तु यदि जीवन रेखा के साथ ही कोई अन्य रेखा समानांतर रूप से चल रही हो तो इसका अशुभ प्रभाव नष्ट हो जाता  है।यदि एक हाथ की जीवन रेखा टूटी हुई हो और दूसरे हाथ की जीवन रेखा स्वस्थ हो तो यह गम्भीर बीमारी की सूचक  होती है।


 2 मस्तिष्क रेखा----
मस्तिष्क रेखा जीवन रेखा के पास से ही प्रारम्भ होकर हथेली के मध्य भाग में आड़ी स्थिति में विद्यमान होती है। किसी हाथ में मस्तिष्क रेखा जीवन रेखा के समानान्तर प्रारम्भ होती है तो किसी के हाथ में जीवन रेखा और मस्तिष्क रेखा दोनों का प्रारम्भ एक ही जगह से होता है अर्थार्थ दोनों मिली हुई होती है। मस्तिष्क रेखा यहाँ से प्रारंभ होकर हथेली के दूसरी ओर जाती है।यह रेखा मानसिक और बौद्धिक क्षमता की ओर इशारा करती है। गहरी और स्वस्थ रेखा अच्छे मानसिक स्वास्थ्य की ओर इशारा करती है जबकि टूटी फूटी रेखा कमजोर मानसिकता को दर्शाती है। नीचे की और थोड़ी झुकी हुई मस्तिष्क रेखा कला,संगीत और साहित्य में रूचि को इंगित करती है।  

क्या हम अपना भविष्य देख सकते हैं? - kya ham apana bhavishy dekh sakate hain?


3 हृदय रेखा------
हृदय रेखा सबसे छोटी ऊँगली के नीचे  से शुरू होकर तर्जनी ऊँगली की ओर जाती है।  सीधी या नीचे की और झुकी हुई रेखा साहित्य और कला प्रेम को दर्शाती है जबकि ऊपर की ओर जाती हुई हृदय रेखा वाला व्यक्ति स्वतन्त्र विचारो वाला होता है और तकनीकी क्षेत्र और बौद्धिक क्रियाकलापो में रूचि रखने वाला होता है।  


4 भाग्य रेखा---
यह रेखा कलाई के पास हथेली के नीचे वाले हिस्से से प्रारम्भ होकर हथेली के बीचों बीच जाते  हुए मध्य उंगली तक जाती है,यह रेखा छोटी भी हो सकती है और जीवन रेखा के प्रारंभ स्थान या मस्तिष्क रेखा तक हो सकती है। भाग्य रेखा अगर स्पष्ट हो तो उसका भाग्य काफी अच्छा माना जाता है जबकि हल्की और किसी दूसरी रेखा से कटी  हुई भाग्य रेखा परेशानियों और असफलताओ की सूचक है। भाग्य  रेखा स्कूल उपलब्धियाँ, कैरियर के चयन, सफलताओं और बाधाओं के साथ साथ व्यक्ति के जीवन-पथ के विषय में बताती है।  जीवन रेखा से भाग्य रेखा का दूर होना और भाग्य रेखा का मोटे  से पतले होते जाना भरपूर सुख और वैभव का प्रतीक है।  

                                                    
5 स्वास्थ्य रेखा---
स्वास्थ्य रेखा सबसे छोटी ऊँगली के नीचे  वाले स्थान से प्रारम्भ होकर अंगूठे के नीचे  वाले स्थान के ओर जाती है।  यह रेखा बताती है कि व्यक्ति का स्वास्थ्य कैसा रहेगा। स्वास्थ्य रेखा पर क्रॉस और वलय के चिन्ह बीमारियों के सूचक होते है।


6 विवाह रेखा---
विवाह रेखा सबसे छोटी ऊँगली के नीचे  वाले स्थान पर थोड़ी साइड में विद्यमान होती है।  विवाह रेखा आड़ी बनी होती है और एक या एक से अधिक हो सकती है।  एक रेखा का अर्थ एक ही विवाह दर्शाता है जबकि अधिक रेखाओ का होना  एक से अधिक विवाह या विवाह के साथ साथ प्रेम सम्बन्ध की ओर इशारा करता है।


7 संतान रेखा---
संतान रेखा भी सबसे छोटी ऊँगली के नीचे वाले स्थान अर्थार्थ बुध क्षेत्र पर थोड़ी साइड में विद्यमान होती है। संतान रेखा खड़ी रेखाओ के रूप में मौजूद होती है और ये भी एक या अनेक हो सकती है।जितनी रेखाएं होगी उतनी ही संतान व्यक्ति के भाग्य में होती है। इन रेखाओ की स्तिथि और बनावट से यह भी पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति को संतान के रूप में कितने लड़के या लड़कियां होगी।



 हथेली और उंगलियो पर मौजूद चिन्ह भी बताते है भविष्य-----

यदि आप अपने हाथ की उंगलियो और हथेली को गौर से देखेंगे तो आप पाएंगे कि आपकी हथेली पर अनेक द्वीप,वलय ,तारा,वर्ग और क्रॉस आदि के चिन्ह मौजूद है।उंगलियो की बनावट और उंगलियो पर मौजूद छोटे और बड़े पर्व भी भविष्य के विषय में स्टीक जानकारी उपलब्ध करवाते है। इन चिन्हों में से कुछ चिन्ह लाभकारी होते है तो कुछ नुकसानदायक होते है। हिंदी ज्ञान वेब आपको आज अवगत करवाएगा कि इन अलग अलग चिन्हों का जीवन पर कैसा असर पड़ता है-------


1 द्वीप का चिन्ह----
ज्योतिष विज्ञानं में द्वीप चिन्ह को नुकसानदायक  माना जाता है।  द्वीप जिस भी पर्वत पर बना होता है,उस जगह के शुभ प्रभाव को नुकसान पहुंचाता है।  गुरु पर्वत पर द्वीप की स्तिथि आपके मान-सम्मान को हानि पहुंचाने वाली होती है जबकि सूर्य पर्वत पर द्वीप होने पर आपके अंदर की प्रतिभा उभरकर बाहर नही आ पाती।  चन्द्र पर्वत पर इसकी मौजूदगी आपकी कल्पना शक्ति को क्षीण बना देती है जबकि मंगल पर्वत पर इसकी मौजूदगी आपके साहस और हिम्मत को उभरने नही देती।  बुध पर्वत पर द्वीप का होना अस्थिर मन ,किसी कार्य में मन का न लगना और काम को बीच में ही अधूरा छोड़ देना जैसी मनोदशा का परिचायक है।  शुक्र पर्वत पर द्वीप आपकी  सुंदरता और कलाओ के प्रति अधिक शौकीनता को  दर्शाता है। शनि पर्वत पर द्वीप जीवन में एक के बाद एक परेशानियों का परिचायक है।
इसके अलावा हस्त रेखाओ पर भी द्वीप की मौजूदगी हानिकारक ही  होती है। हृदय  द्वीप की मौजूदगी दिल की बीमारियों का परिचायक है,ऐसे व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने का खतरा बना रहता है। मस्तिष्क रेखा पर द्वीप की मौजूदगी दिमागी असन्तुलन या मानसिक बीमारियों का घोतक है।
क्या हम अपना भविष्य देख सकते हैं? - kya ham apana bhavishy dekh sakate hain?

2  क्रॉस या गुणा का चिन्ह---
क्रॉस का चिन्ह का फल कुछ स्तिथियों में लाभकारी होता है और कुछ स्तिथियों में हानिकारक भी हो सकता है। यह चिन्ह जीवन में बदलाव को दर्शाता है। बृहस्पति पर्वत पर इस चिन्ह की मौजूदगी दर्शनशास्त्र और रहस्यमयी विषयो में आपकी रूचि पैदा करता  है। क्रॉस का चिन्ह यदि हथेली के बीच में मौजूद हो तो आपकी रूचि अध्यात्म और पूजा-पाठ की और अग्रसर होती है।  सूर्य पर्वत पर क्रॉस का निशान कठिनाइयों का सूचक होता  है जिससे आपकी आर्थिक स्तिथि कमजोर हो जाती है और यश की भी कमी बनी रहती है। मंगल पर्वत पर इसकी स्तिथि शत्रुओ से सावधान रहने  की ओर इशारा करती है क्योकि वो आपको नुकसान पहुंचा  सकते है।शनि पर्वत पर भाग्य रेखा को छू कर बना हुआ क्रॉस का निशान दुर्घटना में जान हानि  का संकेत करता है।  जीवन रेखा पर क्रॉस का चिन्ह  करीबी रिश्तेदारो से आपके सम्बन्ध मधुर नही रहने देता।


3 तारा का चिन्ह---
तारा का चिन्ह का होना काफी प्रभावशाली और शुभ माना जाता है। किसी भी रेखा के अंतिम सिरे पर तारे का चिन्ह का होना उस रेखा के प्रभाव को बढा  देता है।  किसी पर्वत पर भी तारे की मौजूदगी उसकी शक्ति को कई गुणा बढा देती है।  बृहस्पति  चिन्ह पर इसकी की मौजूदगी आपके मान-सम्मान और प्रतिष्ठा को बढ़ाकर आपके व्यक्तित्व को असाधारण बना देती है।  सूर्य पर्वत पर इसकी मौजूदगी आपके कार्य-क्षेत्र और धन की स्तिथि को सुदृढ़ बनाती है।  चन्द्र पर्वत  पर तारे का होना आपको कलात्मक सृजनता प्रदान करता है।  मंगल पर्वत पर तारे की मौजूदगी उज्जवल और चमकदार भाग्य को दर्शाती है।  शुक्र पर तारे  का चिन्ह सफल प्रेम सम्बन्ध को इंगित करता है जबकि शनि पर इसकी मौजूदगी कठिनाइयों का प्रतीक है।


4 त्रिभुज का चिन्ह---
 जिनके हाथ में त्रिभुज का चिन्ह मौजूद होता है वो लोग बहुत अधिक सौभाग्यशाली होते है। उनका जीवन बहुत ऐश्वर्यशाली हो और सभी भौतिक सुख-सुविधाओ से युक्त होता है। ऐसे व्यक्तियों को पर्याप्त धन-सम्पदा और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।  हथेली पर जितना बड़ा त्रिभुज विद्यमान होता है,वह उतना ही अधिक शुभ फल देने वाला होता है।  यदि किसी व्यक्ति की हथेली पर एक बड़े त्रिभुज के अंदर एक छोटा त्रिभुज बनता है तो वह  व्यक्ति निश्चय ही उच्च पद और प्रतिष्ठा को प्राप्त करता है।  टुटा-फूटा और अस्पष्ट त्रिभुज संकीर्ण विचारधारा का प्रतीक माना जाता है।


 5  उंगलियो की बनावट और अंगूठे के पर्व-----
उंगलियों की बनावट और अंगूठे पर मौजूद छोटे-बड़े पर्व भी हमारे भविष्य के बारे में काफी कुछ संकेत देते है।  हाथ की सबसे  छोटी ऊँगली हमारी आर्थिक स्तिथि को स्पष्ट कर  देती है। हाथ में सबसे छोटी ऊँगली के नीचे के स्थान  को बुध क्षेत्र कहते है। जिन व्यक्तियों का बुध क्षेत्र उभरा हुआ, स्पष्ट और लालिमा युक्त होता है और अन्य पर्वतो से अधिक उभरा हुआ होता  है, तो ऐसे व्यक्तियों में बुद्धि और चतुराई  अधिक होती है। ऐसे व्यक्ति अपने परिवार और बच्चो की जिम्मेदारी बखूबी निभाते है। ऐसे लोग दूसरे के मन की बात को आसानी से पढ़ सकते है इसलिए बिज़नेस में ये हमेशा सफल  ही रहते है। ऐसे लोगो में उत्सुकता अधिक मात्रा में होती और जीवन में सफल वैज्ञानिक या व्यापारी बनते हैं लेकिन  विषम परिस्थितियां आने पर उतने ही खतरनाक स्वभाव के भी हो सकते हैं।

 जिन महिलाओं की उंगलियां लम्बी और गोल होती है वो खुद के लिए और अपने पति के लिए भी  बहुत सौभाग्यशाली होती हैं और  चिकनी, सीधी और गांठ रहित उंगलियों वाली महिलाये वैवाहिक जीवन के लिए अति उत्तम मानी जाती हैं। इसके विपरीत छोटी उंगलियों वाली महिलाये जरूरत से ज्यादा खर्चीली मानी जाती हैं। महिलाओं की उंगलियों में तीन पर्व का होना अत्यंत भाग्यशाली होने का सूचक है। इसके विपरीत जिन महिलाओ की उंगलियों में चार पर्व यानी पोर हों और उंगलियां छोटी-छोटी हो,तो ऐसी महिलाएं पति के लिए और खुद के लिए भी भाग्यशाली नहीं मानी जाती ।

 अंगूठे में भी तीन पर्व का होना भाग्यशाली होने को दर्शाता है।  अंगूठे के पहले पर्व का लम्बा होना व्यक्ति के आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की और इशारा करता है लेकिन बहुत अधिक लम्बा पर्व असमाजिक कार्यो को अंजाम देने वाला हो सकता है।  इसके विपरीत पहले पर्व का छोटा होना दर्शाता  है कि ऐसा व्यक्ति हर कार्य के लिए दुसरो पर निर्भर रहता है।  अंगूठे के  दूसरे पर्व का लम्बा होना व्यक्ति के चालाक और सजग होने का प्रतीक है और ऐसे व्यक्ति जनसेवा के कार्यों में सक्रिय रहने वाला होता  है। इसके विपरीत जिन व्यक्तियों का दूसरा पूर्व छोटा होता है वे परिणाम की चिंता किये बिना काम करने वाले होते है।



  शरीर के विभिन्न अंगो पर तिल का भविष्य में महत्व------

 शरीर के विभिन्न अंगो तिल का होना भी कुछ महत्वपूर्ण बातों को इंगित करता है जिससे भविष्य का अनुमान लगाया जा सकता है। लाल तिल हमेशा शुभ फल देने वाला होता है जबकि काला तिल शुभ और अशुभ दोनों तरह का हो सकता है। कुछ तिल जन्म से ही होते है तो कुछ जीवन काल  के दौरान उत्पन्न होते है।  तिल भाग्य में बदलाव को दर्शाते है और भविष्य के कई रहस्यो को उजागर करते है।

माथे के मध्य पर तिल -----
जिन लोगो के माथे के बीच में तिल होता है वे बहुत सौभाग्यशाली होते है। उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।

क्या हम अपना भविष्य देख सकते हैं? - kya ham apana bhavishy dekh sakate hain?

माथे के दाहिनी ओर तिल----
जिन लोगो के माथे के दाहिनी ओर तिल होता है उनके पास धन की कभी कमी नही रहती।

माथे के बायीं तरफ टिल----
माथे के बांये तरफ तिल फिजूलखर्ची को दर्शाता है।  

 दांये कान के पास तिल---
दांए कान के सामने की तरफ तिल होने पर वह व्यक्ति कम उम्र में ही धनवान बन जाता है और सुंदर जीवनसाथी को प्राप्त करता है जबकि दांये कान के पीछे की तरफ तिल बीमारियों को प्रतीक होता है।  

बांये कान के पास तिल----
बांये कान के सामने की तरफ तिल रहस्यमयी गुणो का प्रतीक है और ऐसे व्यक्ति की शादी देरी से होती है जबकि बांये कान के पीछे की ओर तिल गलत कार्यो में लिप्त होने की आशंका को व्यक्त करता है।  

क्या भविष्य को देखा जा सकता है?

हम सभी की चाहत रहती है कि जीवन में आने वाली घटनाओं को जान सकें। इसके लिए ज्योतिषी एवं भविष्यवक्ता से संपर्क करते हैं। लेकिन विज्ञान कहता है कि हम सभी भविष्य और भूत की घटनाओं को दर्पण की तरह देख सकते हैं। मानव के अंदर एक ऐसा जीन छुपा रहता है, जिससे उसे भावी घटनाओं का पता चल सकता है।

अपना खुद का भविष्य कैसे देखें?

बहुत से विद्वान मानते हैं कि यदि आप लाल किताब, सामुद्रिक शास्त्र, हस्तरेखा ज्योतिष, नक्षत्र ज्योतिष और अंगुठा शास्त्र का गहराई से अध्ययन कर लें तो आपको अपना भविष्य नजर आने लग जाएगा। ज्योतिष विद्या भारत की प्राचीन विद्या है और व्यक्ति का भविष्‍य बताने में सक्षम है।

भविष्य जानने की विद्या क्या है?

'रमल' भविष्य जानने की एक अद्भुत विद्या है। इस विधि में विभिन्न पासों के द्वारा भविष्य से जुड़े प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए जाते हैं। इसमें किसी गणित या सूक्ष्म विज्ञान का प्रयोग नहीं होता बल्कि ब्रह्मांडिय ऊर्जा के द्वारा विशेष प्रकार के बिंदु युक्त पासों से उत्तर हासिल किए जाते हैं।

नाम से भविष्य कैसे पता करें?

Name Astrology: ज्योतिष के अनुसार किसी भी व्यक्ति का नाम उसकी राशि के आधार पर रखा जाता है. व्यक्ति के नाम का पहला अक्षर व्यक्ति के स्वभाव, व्यक्तित्व और भविष्य आदि के बारे में बताता है. Share: Name Astrology: ज्योतिष के अनुसार किसी भी व्यक्ति का नाम उसकी राशि के आधार पर रखा जाता है.