कौन सा पक्ष चल रहा है 2022? - kaun sa paksh chal raha hai 2022?

इसके निम्नलिखित नियम हैं जैसे कि दैनिक पंचांग की बेहतर समझ के लिए इससे अच्छी तरह से वाकिफ होना चाहिए। यह विभिन्न ज्योतिषीय घटनाओं के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करता है और किसी भी तरह से आपको कुछ भी नया शुरू करने के लिए सबसे उपयुक्त समय खोजने में मदद करता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त - हिंदू कैलेंडर में सूर्योदय से अगले सूर्यादय तक की अवधि को एक दिन माना जाता है। अतः, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय ज्योतिष में बहुत महत्व रखता है। सभी प्रमुख निर्णय सूर्य और चंद्रमा की स्थिति पर विचार करने के बाद ही लिए जाते हैं।

चंद्रोदय और चन्द्रास्त - अनुकूल समय का निर्धारण करने के लिए चंद्रोदय और चन्द्रास्त का समय हिंदू कैलेंडर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

शक संवत - शक संवत भारतीय आधिकारिक नागरिक कैलेंडर है, जिसे 78 ईस्वी में स्थापित किया गया था।

अमांत माह - हिंदू कैलेंडर, में जो चंद्र महीना अमावस्या के दिन समाप्त होता है, उसे अमांत माह के रूप में जाना जाता है। आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा कुछ ऐसे राज्य हैं जो इस हिंदू कैलेंडर का पालन करते हैं।

पूर्णिमांत माह - हिंदू कैलेंडर में चंद्र महीना पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है उसे पूर्णिमांत माह के रूप में जाना जाता है। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य हैं जो इस हिंदू कैलेंडर का पालन करते हैं।

सूर्य राशि और चंद्र राशि - सूर्य चिह्न, राशि के आधार पर किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाता है और यह उसके जन्म के समय एक मूल राशि के राशि चक्र में सूर्य की स्थिति से निर्धारित होता है। चंद्र चिन्ह से किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व के भावनात्मक पहलू का पता चलता है, और यह उसके जन्म के समय मूल राशि के चार्ट में राशि चक्र की स्थिति से निर्धारित होता है।

पक्ष - तिथि को दो हिस्सों में बांटा गया है। प्रत्येक ‘आधे’ भाग को एक पक्ष के रूप में जाना जाता है। इसके दो पक्ष हैं, जैसेः शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष।

शुभ समय / अच्छा समय

अभिजीत नक्षत्र - जब भगवान ब्रह्मा मकर राशि में स्थित होते हैं, तो इसे अभिजीत नक्षत्र के रूप में जाना जाता है। नए कार्यों को करने और नई खरीदारी करने के लिए यह सबसे शुभ अवधियों में से एक माना जाता है।

अमृत ​​कालम् - यह अन्नप्राशन संस्कार और अन्य हिंदू अनुष्ठानों को करने का समय है। यह बहुत ही शुभ समय माना जाता है।

गुलिकई कालम् - गुलिका मंडा के बेटे उर्फ ​​शनि थे। इस समय को गुलिकई कालम् के नाम से जाना जाता है। इस अवधि के दौरान किसी भी कार्य की शुरुआत करना शुभ नहीं माना जाता है अतः इससे बचना चाहिए।

यमगंडा - यह एक अशुभ अवधि है, और किसी भी सफल और समृद्ध उद्यम के कार्य के लिए यह समयावधि वर्जित है।

दुर मुहूर्तम - यह दिन में एक बार सूर्यास्त से पहले एक बार आता है। किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले इस समय से बचना चाहिए

व्रज्याम कालम् - व्रज्याम या विशघटिका वह समय है जो वर्तमान दिन से शुरू होता है और आने वाले दिन से पहले समाप्त होता है। इसे सौम्य काल नहीं माना जाता है।

राहु कालम् - राहु की अवधि किसी भी कार्य के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है। किसी भी नई पहल के लिए राहु के प्रभाव से पूरी तरह बचा जाना चाहिए।

हिंदू नववर्ष यानि नवसंवत्सर 2079 भी शनिवार, 02 अप्रैल 2022 से प्रारंभ होगा। जो लोग तिथियों और त्योहारों में विश्वास रखते हैं उनके लिए नीचे साल 2022 के ह‍िंदू कैलेंडर के अनुसार पूरी सूची दी जा रही है।

हिंदू माह :कब से कब तक

पौष :    सोमवार,20 दिसंबर 2021 से सोमवार, 17 जनवरी 2022 तक

माघ : मंगलवार, 18 जनवरी 2022 से बुधवार, 16 फरवरी 2022 तक

फाल्गुन :    बृहस्पतिवार, 17 फरवरी 2022 से शुक्रवार, 18 मार्च 2022 तक

चैत्र :  शनिवार, 19 मार्च 2022 से शनिवार, 16 अप्रैल 2022 तक

बैशाख :       रविवार, 17 अप्रैल 2022 से सोमवार, 16 मई 2022 तक

ज्येष्ठ :       मंगलवार, 17 मई 2022 से मंगलवार 14 जून 2022 तक

आषाढ़ :       बुधवार, 15 जून 2022 से बुधवार, 13 जुलाई 2022 तक

श्रावण :       बृहस्पतिवार, 14 जुलाई 2022 से शुक्रवार,12 अगस्त 2022 तक

भाद्रपद :     शनिवार, 13 अगस्त 2022 से शनिवार, 10 सितंबर 2022 तक

आश्विन :    रविवार 11 सितंबर 2022 से रविवार, 9 अक्टूबर 2022 तक

कार्तिक :     सोमवार 10 अक्टूबर 2022 से मंगलवार, 8 नवंबर 2022 तक

मार्गशीर्ष :   बुधवार 09 नवंबर 2022 से बृहस्पतिवार, 08 दिसंबर 2022 तक

पौष : शुक्रवार 09 दिसंबर 2022 से..

जनवरी 2022 के व्रत–त्यौहार

01 शनिवार : मासिक शिवरात्रि

02 रविवार : पौष अमावस्या

13 गुरुवार : पौष पुत्रदा एकादशी

14 शुक्रवार : पोंगल, उत्तरायण, मकर संक्रांति

15 शनिवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल)

17 सोमवार : पौष पूर्णिमा व्रत

21 शुक्रवार : संकष्टी चतुर्थी

28 शुक्रवार : षटतिला एकादशी

30 रविवार : मासिक शिवरात्रि

फरवरी 2022 के व्रत–त्यौहार

01 मंगलवार : माघ अमावस्या

05 शनिवार : बसंत पंचमी, सरस्वती पूजा

12 शनिवार : जया एकादशी

13 रविवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल), कुम्भ संक्रांति

16 बुधवार : माघ पूर्णिमा व्रत

20 रविवार : संकष्टी चतुर्थी

27 रविवार : विजया एकादशी

28 सोमवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण)

मार्च 2022 के व्रत–त्यौहार

01 मंगलवार : महाशिवरात्रि, मासिक शिवरात्रि

02 बुधवार : फाल्गुन अमावस्या

14 सोमवार : आमलकी एकादशी

15 मंगलवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल), मीन संक्रांति

17 गुरुवार : होलिका दहन

18 शुक्रवार : होली, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत

21 सोमवार : संकष्टी चतुर्थी

28 सोमवार : पापमोचिनी एकादशी

29 मंगलवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण)

30 बुधवार : मासिक शिवरात्रि

अप्रैल 2022 के व्रत–त्यौहार

01 शुक्रवार : चैत्र अमावस्या

02 शनिवार : चैत्र नवरात्रि, उगाडी, घटस्थापना, गुड़ी पड़वा (हिंदू नवसंवत्सर 2079 प्रारंभ)

03 रविवार : चेटी चंड

10 रविवार : राम नवमी

11 सोमवार : चैत्र नवरात्रि पारणा

12 मंगलवार : कामदा एकादशी

14 गुरुवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल), मेष संक्रांति

16 शनिवार : हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा व्रत

19 मंगलवार : संकष्टी चतुर्थी

26 मंगलवार : वरुथिनी एकादशी

28 गुरुवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण)

29 शुक्रवार : मासिक शिवरात्रि

30 शनिवार : वैशाख अमावस्या

मई 2022 के व्रत–त्यौहार

03 मंगलवार : अक्षय तृतीया

12 गुरुवार : मोहिनी एकादशी

13 शुक्रवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल)

15 रविवार : वृषभ संक्रांति

16 सोमवार : वैशाख पूर्णिमा व्रत

19 गुरुवार : संकष्टी चतुर्थी

26 गुरुवार : अपरा एकादशी

27 शुक्रवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण)

28 शनिवार : मासिक शिवरात्रि

30 सोमवार : ज्येष्ठ अमावस्या

जून 2022 के व्रत–त्यौहार

11 शनिवार : निर्जला एकादशी

12 रविवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल)

14 मंगलवार : ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत

15 बुधवार : मिथुन संक्रांति

17 शुक्रवार : संकष्टी चतुर्थी

24 शुक्रवार : योगिनी एकादशी

26 रविवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण)

27 सोमवार : मासिक शिवरात्रि

29 बुधवार : आषाढ़ अमावस्या

जुलाई 2022 के व्रत–त्यौहार

01 शुक्रवार : जगन्नाथ रथ यात्रा

10 रविवार : देवशयनी एकादशी, अषाढ़ी एकादशी

11 सोमवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल)

13 बुधवार : गुरु-पूर्णिमा, आषाढ़ पूर्णिमा व्रत

16 शनिवार : संकष्टी चतुर्थी, कर्क संक्रांति

24 रविवार : कामिका एकादशी

25 सोमवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण)

26 मंगलवार : मासिक शिवरात्रि

28 गुरुवार : श्रावण अमावस्या

31 रविवार : हरियाली तीज

अगस्त 2022 के व्रत–त्यौहार

02 मंगलवार : नाग पंचमी

08 सोमवार : श्रावण पुत्रदा एकादशी

9 मंगलवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल)

11 गुरुवार : रक्षा बंधन

12 शुक्रवार : श्रावण पूर्णिमा व्रत

14 रविवार : कजरी तीज

15 सोमवार : संकष्टी चतुर्थी

17 बुधवार : सिंह संक्रांति

19 शुक्रवार : जन्माष्टमी

23 मंगलवार : अजा एकादशी

24 बुधवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण)

25 गुरुवार : मासिक शिवरात्रि

27 शनिवार : भाद्रपद अमावस्या

30 मंगलवार : हरतालिका तीज

31 बुधवार : गणेश चतुर्थी

सितंबर 2022 के व्रत–त्यौहार

06 मंगलवार : परिवर्तिनी एकादशी

08 गुरुवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल), ओणम/थिरुवोणम

09 शुक्रवार : अनंत चतुर्दशी

10 शनिवार : भाद्रपद पूर्णिमा व्रत

13 मंगलवार : संकष्टी चतुर्थी

17 शनिवार : कन्या संक्रांति

21 बुधवार : इन्दिरा एकादशी

23 शुक्रवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण)

24 शनिवार : मासिक शिवरात्रि

25 रविवार : अश्विन अमावस्या

26 सोमवार : शरद नवरात्रि, घटस्थापना

अक्टूबर 2022 के व्रत–त्यौहार

01 शनिवार : कल्परम्भ

02 रविवार : नवपत्रिका पूजा

03 सोमवार : दुर्गा महाअष्टमी पूजा

04 मंगलवार : दुर्गा महा नवमी पूजा, शरद नवरात्रि पारणा

05 बुधवार : दुर्गा विसर्जन, दशहरा

06 गुरुवार : पापांकुशा एकादशी

07 शुक्रवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल)

09 रविवार : अश्विन पूर्णिमा व्रत

13 गुरुवार : संकष्टी चतुर्थी, करवा चौथ

17 सोमवार : तुला संक्रांति

21 शुक्रवार : रमा एकादशी

22 शनिवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण)

23 रविवार : मासिक शिवरात्रि, धनतेरस

24 सोमवार : दिवाली, नरक चतुर्दशी

25 मंगलवार : कार्तिक अमावस्या

26 बुधवार : भाई दूज, गोवर्धन पूजा

30 रविवार : छठ पूजा

नवंबर 2022 के व्रत–त्यौहार

04 शुक्रवार : देवुत्थान एकादशी

05 शनिवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल)

08 मंगलवार : कार्तिक पूर्णिमा व्रत

12 शनिवार : संकष्टी चतुर्थी

16 बुधवार : वृश्चिक संक्रांति

20 रविवार : उत्पन्ना एकादशी

21 सोमवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण)

22 मंगलवार : मासिक शिवरात्रि

23 बुधवार : मार्गशीर्ष अमावस्या

दिसंबर 2022 के व्रत–त्यौहार

03 शनिवार : मोक्षदा एकादशी

05 सोमवार : प्रदोष व्रत (शुक्ल)

08 गुरुवार : मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत

11 रविवार : संकष्टी चतुर्थी

16 शुक्रवार : धनु संक्रांति

19 सोमवार : सफला एकादशी

21 बुधवार : प्रदोष व्रत (कृष्ण), मासिक शिवरात्रि

23 शुक्रवार : पौष अमावस्या

डिस्क्लेमर: उपरोक्त विचारों के लिए लेखक स्वयं उत्तरदायी हैं। जागरण डॉट कॉम किसी भी दावे, तथ्य या आंकड़े की पुष्टि नहीं करता है। 

आज कौन सा पक्ष है 2022?

पितृ पक्ष चल रहा है. शुक्रवार को पितृ पक्ष का षष्ठी तिथि का श्राद्ध किया जाएगा. इस दिन अश्विन कृष्ण सप्तमी तिथि का आरंभ दोपहर 12 बजकर 21 मिनट से हो रहा है. 16 सितंबर 2022 को पंचांग के अनुसार कृत्तिका नक्षत्र रहेगा.

इस समय कौन सा पक्ष चल रहा है?

हिन्दू पंचांग के अनुसार आज 22 प्रविष्टे हैं। आज के पंचांग की तिथि क्या है? हिन्दू कैलेंडर या पंचांग के अनुसार आज 2079 विक्रम संवत के पौष महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है।

शुक्ल पक्ष कब होता है?

चन्द्रमा की कलाओं के ज्यादा या कम होने के अनुसार ही महीने को दो पक्षों में बांटा गया है जिन्हे कृष्ण पक्ष या शुक्ल पक्ष कहा जाता है। पूर्णिमा से अमावस्या तक बीच के दिनों को कृष्णपक्ष कहा जाता है, वहीं इसके उलट अमावस्या से पूर्णिमा तक का समय शुक्लपक्ष कहलाता है।

हिंदी कैलेंडर में आज तिथि क्या है?

तिथि क्या है:- तिथि को तारीख या दिनांक कहते हैं। अन्य तारीख और तिथि में फर्क यह है कि यह दिन या रात में कभी भी शुरू हो सकती है। इसका संबंध चन्द्र के नक्षत्र में भ्रमण से होता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार माह के 30 दिन को चन्द्र कला के आधार पर 15-15 दिन के 2 पक्षों में बांटा गया है- शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष।