हिंदी न्यूज़ लाइफस्टाइलपीरियड्स में दर्द के दौरान लेती हैं दर्द निवारक गोलियां तो हो जाएं सावधान Show
पीरियड्स में दर्द के दौरान लेती हैं दर्द निवारक गोलियां तो हो जाएं सावधानपीरियड्स में दर्द के दौरान लेती हैं दर्द निवारक गोलियां तो हो जाएं सावधानपीरियड्स में दर्द के दौरान लेती हैं दर्द निवारक गोली तो हो जाएं सावधान1 / 2पीरियड्स के दौरान अकसर महिलाओं को दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसे में
कई महिलाएं इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए दर्द निवारक दवाओं का इस्तेमाल करती हैं। कई बार तो स्थिति इतनी खराब होती है कि महिलाओं को करीब सातों दिन इन गोलियों का सेवन करना पड़ता है। मायो क्लिनिक के गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर साहिल खन्ना के अनुसार हर महीने इस दर्द से निजात पाने के लिए दर्द निवारक दवाओं के इस्तेमाल से पेट का अलसर, एसिड रिफ्लक्स और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। पेट के अलसर का महीनों और सालों तक पता नहीं चलता है जब कि ये आंतों में ब्लीडिंग नहीं होती और मरीज के स्टूल के
जरिए बाहर नहीं आती । यह बदुत ही खतरनाक वाली परिस्थिति हो जाती है। एक्सपर्ट की मानें तो पीरियड्स के दर्द से निजात पाने के लिए महिलाओं को प्राकृतिक तरीकों की तरफ जाना चाहिए। पीरियड्स में हर महीने लेती हैं दर्द निवारक दवाएं तो जाएं सावधान2 / 2डॉक्टर खन्ना की मानें तो लगातार दो दिन दर्द निवारक दवाएं खाना बहुत ही जोखिम भरा हो सकती है और खासकर ये हर दिन और हर महीने एक के बाद एक खाई जा रही हों तो हेल्थ समस्याओं का कारण बन सकती हैं। इससे उन मरीजों को और भी खतरा होता है जो ब्रूफिन और एस्प्रिन पहले से ले रहे हों। इससे बचने के लिए पीरियड्स के दौरान महिलाएं प्राचीन चाइनीस मसाज या फिर हॉट वॉटर की तऱफ जा सकते हैं। पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द महिला की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति पर निर्भर करता है. कई बार असहनीय दर्द की वजह कोई समस्या भी हो सकती है.पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाओं को बहुत ज्यादा दर्द होता है तो कुछ को सामान्य. दर्द की ये स्थिति महिला के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर निर्भर करती है. कुछ महिलाओं को तो दर्द इतना असहनीय हो जाता है कि उन्हें इसे कम करने के लिए दवा खानी पड़ती है. अगर आप भी ऐसा करती हैं, तो अब से मत कीजिएगा. ज्यादातर विशेषज्ञ पीरियड्स के दौरान दवा के सेवन से परहेज करने की सलाह देते हैं. इसकी बजाय आप दर्द कम करने के लिए प्राकृतिक उपायों का सहारा ले सकती हैं. कई बार असहनीय दर्द की वजह कोई बीमारी भी हो सकती है. ऐसे में एक बार विशेषज्ञ को जरूर दिखा लेना चाहिए. जानिए क्यों होता है दर्दपीरियड्स के दौरान दर्द की मुख्य वजह महिलाओं के शरीर में बनने वाला प्रोस्टाग्लैंडीन रसायन होता है. ये गर्भाशय की मांसपेशियों में संकुचन को बढ़ाता है. प्रोस्टाग्लैंडीन महिला के शरीर में जितना ज्यादा बनता है, उतना ही गर्भाशय की मांसपेशियों में संकुचन को बढ़ाता है. जितना ज्यादा मांसपेशियों का संकुचन होता है, उतना ज्यादा महिला को दर्द सहना पड़ता है. ये भी है दर्द की वजहमहिलाओं में दर्द की वजह कई बार कुछ समस्याएं या विकार भी हो सकते हैं. अगर गर्भाशय में फाइब्रॉयड्स, पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज या एंडोमेट्रिओसिस जैसी बीमारी है तो इसकी वजह से भी महिला को असहनीय दर्द होता है. इसके अलावा अंडाशय में सिस्ट या गर्भाशय ग्रीवा के संकुचित होने पर भी तेज दर्द की समस्या हो सकती है. इसलिए तेज दर्द की समस्या में दवा लेने की बजाय विशेषज्ञ से एक बार परामर्श जरूर करें. पेनकिलर से होता ये नुकसानहर पेनकिलर का कोई न कोई साइड इफेक्ट जरूर होता है. किसी इमरजेंसी में विशेषज्ञ की सलाह से इसे लेना पड़े तो इसमें दिक्कत नहीं है, लेकिन अगर आप हर बार पीरियड्स के दौरान दवा लेती हैं, तो आपको गैस, दिल की धड़कन की अनियमितता, उल्टी या जी मिचलाना, छाती में अकड़न, चक्कर आना, पेट में मरोड़ और पेट में अल्सर जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ये उपाय हैं सुरक्षित1. पीरियड्स के दर्द को कम करने का सबसे अच्छा उपाय है कि पेट की हॉट वाटर बैग से सिंकाई करें, ताकि मांसपेशियों का संकुचन कम हो. 2. आप हल्दी वाले गर्म दूध के साथ गुड़ में अजवाइन और सोंठ मिलाकर भी खा सकती हैं. इससे काफी आराम मिलेगा. 3. दिनभर संभव हो तो गुनगुना पानी पिएं. साथ ही दो से तीन बार अजवाइन को पानी में उबालकर चाय की तरह पिएं. 4. कुछ महिलाएं पीरियड्स के दौरान खाना नहीं खा पातीं. इससे दर्द और गैस बढ़ती है. इसलिए खाना जरूर खाएं और संभव हो तो विटामिन सी, ई और बी युक्त आहार का सेवन करें.
पीरियड्स यानी माहवारी के समय कई महिलाओं को सिरदर्द, बदन दर्द, ब्लीडिंग और अनिद्रा जैसी तकलीफें होती हैं. इसके कारण उनका डेली रूटीन डिस्टर्ब हो जाता है. डॉक्टर्स कहते हैं कि महिलाओं के साथ अक्सर ऐसी दिक्कतें पैड, खान-पान और पेनकिलर की वजह से भी हो सकती हैं. जाने-अनजाने इस तरह की गलतियां आपको भारी पड़ सकती हैं. आइए आपको बताते हैं कि महिलाओं को पीरियड्स में कौन सी गलतियां करने बचना चाहिए.
पेनकिलर- माहवारी के दर्द से राहत पाने के लिए महिलाएं अक्सर पेनकिलर का सहारा लेती हैं. ऐसा करना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है. अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, पीरियड्स के दौरान ली जाने वाली पेनकिलर आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक होती है. इस तरह की दवा का सेवन करने से आपके शरीर से अच्छे बैक्टीरिया भी खत्म हो जाते हैं. इसकी वजह से महिला को हार्ट अटैक,अल्सर, किडनी, लीवर और आंत से संबंधी दिक्कतें हो सकती है.
खुशबूदार परफ्यूम का इस्तेमाल- अक्सर लड़कियां पीरियड्स के दौरान रक्त से आने वाली दुर्गंध को खत्म करने के लिए परफ्यूम का इस्तेमाल करने लगती है. ऐसा करने से आपको यीस्ट इंफेक्शन के साथ कई अन्य इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि परफ्यूम में सिंथेटिक और दूसरे केमिकल मौजूद होते हैं जो आपकी स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं.
डाइटिंग करना- पीरियड्स के दौरान पौष्टिक और पर्याप्त मात्रा में भोजन करना बहुत जरूरी होता है. इस समय किसी भी कारण से खाना छोड़ना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. याद रखें इस समय शरीर बेहद कमजोर होता है, ऐसे में खाना छोड़ना भारी पड़ सकता है. कोशिश करें कि आप जो भी आहार लें वो पौष्टिक ही हो.
पैड को लेकर लापरवाही- कई बार आलस तो कई बार विज्ञापनों में पैड को लेकर किए गए कई लुभावने दावों के चक्कर में पड़कर महिलाएं लंबे समय तक एक ही पैड का इस्तेमाल करती है. पीरियड्स के दौरान ये बहुत जरूरी है कि आप हर तीन घंटे पर सैनेटरी नैपकिन बदलती रहें. इससे आप संक्रमण से सुरक्षित रहेंगी. साथ ही दुर्गंध की समस्या भी नहीं होगी.
रेयान कॉटन पैड का इस्तेमाल- अक्सर माहवारी के दौरान यूज किए जाने वाले अधिकतर पैड रेयान, कॉटन या दोनों से मिलकर बने होते हैं. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इसमें हानिकारक केमिकल्स और पेस्टीसाइड का इस्तेमाल किया जाता है. जिसका बुरा असर महिलाओं की फर्टिलिटी पर असर पड़ता है. एफडीए की मानें तो 'इसमें मौजूद डाइऑक्सिन वजाइना के टिश्यू पर गलत असर डालता है. हमेशा ऑर्गेनिक कॉटन से बने पैड का ही इस्तेमाल करना चाहिए.
एक्सरसाइज से परहेज- पीरियड्स के समय महिलाएं अक्सर सुस्त हो जाती हैं. ऐसे में वो हल्की-फुलकी कसरत करने से भी परहेज करने लगती हैं. लेकिन आपको बता दें, पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए. ऐसा करने से आपके शरीर से पसीने के रूप में सारे टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं.
असुरक्षित संबंध- कई महिलाओं को लगता है कि पीरियड्स के दौरान उनके गर्भवती होने की संभावना खत्म हो जाती है. लेकिन ऐसा नहीं है. इस दौरान भी गभर्वती होने की संभावना बनी रहती है. इसके अलावा संक्रमण से बचने के लिए भी इस दौरान संबंध बनाने से परहेज करना चाहिए. पीरियड्स में पेन किलर लेने से क्या होता है?यह एक मिथक है कि पीरियड्स के दौरान दर्द निवारक गोलियां खाने से किसी महिला के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। सच यह है कि, अगर आपको दर्द होता है या पीरियड्स के समय बहुत अधिक ऐंठन होती है, तो पेरासिटामोल या आईबुप्रोफेन जैसे हल्के दर्द निवारक लेने से मदद मिल सकती है।
पीरियड में दवा खाने से क्या नुकसान होता है?पीरियड्स के समय दर्द कम करने वाली दवाइयों के संभावित दुष्प्रभाव. सीने में जलन की समस्या पीरियड्स के समय पेट में गैस, डायरिया की समस्या होना आम बात है। ... . स्किन एलर्जी की समस्या पीरियड्स के समय दर्द की दवा का उपयोग करने से आपकी त्वचा में खराबी आ सकती हैं। ... . कब्ज की समस्या ... . नींद न आना ... . जी मिचलाने की समस्या. क्या मासिक धर्म के दौरान दर्द निवारक दवा लेना सुरक्षित है?अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, पीरियड्स के दौरान ली जाने वाली पेनकिलर आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक होती है. इस तरह की दवा का सेवन करने से आपके शरीर से अच्छे बैक्टीरिया भी खत्म हो जाते हैं. इसकी वजह से महिला को हार्ट अटैक,अल्सर, किडनी, लीवर और आंत से संबंधी दिक्कतें हो सकती है.
क्या पीरियड्स के दौरान दर्द निवारक दवाएं लेने से प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है?मगर, यह दर्द आमतौर पर अस्थाई होता है और शुरुआती कुछ महीनों बाद यह ठीक हो जाना चाहिए। यदि आप बाद में गर्भधारण करना चाहें तो आईयूडी से आपकी प्रजनन क्षमता पर किसी भी तरह का कोई असर पड़ना नहीं चाहिए। यदि आप माहवारी के दौरान अत्याधिक दर्द को लेकर चिंतित हैं, तो डॉक्टर से बात करें।
|