क्या समांतर माध्य हिंदी में तो इसके लाभों का वर्णन है? - kya samaantar maadhy hindee mein to isake laabhon ka varnan hai?

विषयसूची

  • 1 समांतर माध्य से आप क्या समझते हैं?
  • 2 क्या समांतर माध्य के गुण और दोष का वर्णन है?
  • 3 बहुलक कैसे निकलता है?
  • 4 हरात्मक माध्य का सूत्र क्या है?
  • 5 समांतर माध्य से आप क्या समझते हैं समांतर माध्य के गुण दोषों की विवेचना कीजिए?

समांतर माध्य से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंगणित एवं सांख्यिकी में समान्तर माध्य (arithmetic mean) नमूने के आंकड़ों की केन्द्रीय प्रवृत्ति (central tendency) की एक गणितीय माप है। किन्तु जब इसे दूसरे प्रकार के माध्यों (जैसे ज्यामितीय माध्य या हरात्मक माध्य) से अलग करते हुए देखना हो तो इसे ‘समान्तर माध्य’ कहते हैं।

क्या समांतर माध्य के गुण और दोष का वर्णन है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- समान्तर माध्य के गुण-दोष निम्न हैं- (2) समझने के लिए अति सुगम। (3) चरों के सभी मानों को बराबर महत्त्व दिया जाता है। (4) श्रेणी को क्रमबद्ध करने की आवश्यकता नहीं पड़ती, किसी भी रूप में गणना से प्राप्त उत्तर स्थिर होते हैं। (5) आँकड़ों के समूह की केन्द्रीय प्रवृत्ति (central tendency) सुसपष्ट करते हैं।

ए और बी का समांतर माध्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंa और b का समांतर माध्य (a+b)/(2) होगा ।

बहुलक कैसे निकलता है?

इसे सुनेंरोकेंबहुलक कैसे निकालते हैं? (how to find mode in hindi) हल : जैसा कि आप जानते हैं कि इस समूह का बहुलक निकालने के लिए हमें ऐसी संख्या ढूंढनी है जिसकी आवृति सबसे ज्यादा हो रही है। ऐसी संख्या ढूंढना बहुत ही आसान है।

हरात्मक माध्य का सूत्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंयदि तीन राशियां हरात्मक श्रेणी में हैं प्रथम तथा अन्तिम के मध्य राशि हरात्मक माध्य कहलाती है। जैसे a,b,c हरात्मक श्रेणी में हैं तो b = 2 a c a + c b=\frac{2 a c}{a+c} b=a+c2ac होगा।

एक आदर्श माध्य के क्या गुण है?

इसे सुनेंरोकेंएक आदर्श माध्य के गुण दूसरे शब्दों में, माध्य श्रेणी के न्यूनतम तथा अधिकतम मूल्यों से कम-से-कम प्रभावित होना चाहिए। माध्य समग्र का प्रतिनिधि होना चाहिए। माध्य निकालने तथा समझने में सरल होना चाहिए। वह समंकमाला के समस्त पदों पर आधारित होना चाहिए।

इसे सुनेंरोकेंगणित एवं सांख्यिकी में समान्तर माध्य (arithmetic mean) नमूने के आंकड़ों की केन्द्रीय प्रवृत्ति (central tendency) की एक गणितीय माप है। इसे प्रायः ‘औसत’ (average) या ‘माध्य’ (mean) ही कहते हैं।

समांतर माध्य से आप क्या समझते हैं समांतर माध्य के गुण दोषों की विवेचना कीजिए?

समांतर माध्य से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंगणित एवं सांख्यिकी में समान्तर माध्य (arithmetic mean) नमूने के आंकड़ों की केन्द्रीय प्रवृत्ति (central tendency) की एक गणितीय माप है। किन्तु जब इसे दूसरे प्रकार के माध्यों (जैसे ज्यामितीय माध्य या हरात्मक माध्य) से अलग करते हुए देखना हो तो इसे ‘समान्तर माध्य’ कहते हैं।

चल माध्य से क्या आशय है?

इसे सुनेंरोकेंमाध्य माध्य वह मान है जो सभी मूल्यों के योग को कुल प्रेक्षणों की संख्या से विभाजित करने पर प्राप्त होता है। माध्यिका उस कोटि का मान होता है जो व्यवस्थित श्रेणी को दो बराबर संख्याओं में विभाजित करता है। अवर्गीकृत तथा वर्गीकृत आंकड़ों के लिए माध्य ज्ञात करने की विधियाँ निश्चित ही भिन्न हैं।

समांतर माध्य से आप क्या समझते हैं समांतर माध्य के गुण दोषों की विवेचना कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- समान्तर माध्य के गुण-दोष निम्न हैं- (2) समझने के लिए अति सुगम। (3) चरों के सभी मानों को बराबर महत्त्व दिया जाता है। (4) श्रेणी को क्रमबद्ध करने की आवश्यकता नहीं पड़ती, किसी भी रूप में गणना से प्राप्त उत्तर स्थिर होते हैं। (5) आँकड़ों के समूह की केन्द्रीय प्रवृत्ति (central tendency) सुसपष्ट करते हैं।

स्थिति संबंधी माध्य कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंकिंग के अनुसार, “किसी भी श्रेणी के पदों के मूल्यों के योग में उसकी संख्या का भाग देने से जो मूल्य प्राप्त होता है, उसे समान्तर माध्य के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।”9 अग॰ 2019

माध्य से लिए गए विचारों का बीजगणित योग क्या होता है?

निम्न आवृत्ति बंटन से समान्तर माध्य, माध्यिका तथा बहुलक ज्ञात कीजिए। निम्न आँकड़ों से भारित माध्य ज्ञात कीजिए।…RBSE Class 11 Economics Chapter 8 निबंधात्मक प्रश्न

आयु (वर्षों में)बच्चों की संख्या
5.5-10.5 17
10.5-15.5 X
15.5-20.5 8
20.5-25.5 2

ज्यामितीय माध्य से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंगणित में गुणोत्तर माध्य (Geometric mean) जो आंकड़ो के किसी समुच्चय की केंद्रीय प्रवृत्ति की ओर इशारा करता है। n संख्याओं का गुणोत्तर माध्य उनके गुणनफल के nवें मूल के बराबर होता है। उदाहरण के लिये १, २, ४ का गुणोत्तर माध्य = (१ x २ x ४) का घनमूल = ८ का घनमूल = २ .

उत्तर- समान्तर माध्य के गुण-दोष निम्न हैं-

(1) सरल गणना (easy to calculate)

(2) समझने के लिए अति सुगम।

(3) चरों के सभी मानों को बराबर महत्त्व दिया जाता है।

(4) श्रेणी को क्रमबद्ध करने की आवश्यकता नहीं पड़ती, किसी भी रूप में गणना से प्राप्त उत्तर स्थिर होते हैं।

(5) आँकड़ों के समूह की केन्द्रीय प्रवृत्ति (central tendency) सुसपष्ट करते हैं।

समान्तर माध्य के दोष (Demerits of Mean) निम्न हैं-

(1) अवास्तविक।

(2) निरीक्षण से ज्ञात करना सम्भव नहीं।

(3) सीमान्त मूल्यों का माध्य पर सीधा प्रभाव।

समांतर माध्य क्या है इसके लाभ बताइए?

गणित एवं सांख्यिकी में माध्य या समांतर माध्य संकलित आँकड़ों की केंद्रीय प्रवृत्ति की एक गणितीय माप है। इसे प्रायः औसत (average) या माध्य (mean) भी कहते हैं। जब किसी श्रेणी के पदों को जोड़कर पदों की संख्या से भाग दे दिया जाता है। तो प्राप्त परिणाम मध्यक, औसत या समांतर माध्य कहलाता है।

समांतर माध्य से आप क्या समझते हैं?

गणित एवं सांख्यिकी में समान्तर माध्य (arithmetic mean) नमूने के आंकड़ों की केन्द्रीय प्रवृत्ति (central tendency) की एक गणितीय माप है। इसे प्रायः 'औसत' (average) या 'माध्य' (mean) ही कहते हैं।

माध्य से आप क्या समझते हैं इसके उद्देश्यों का वर्णन कीजिए?

Answer: माध्य माध्य वह मान है जो सभी मूल्यों के योग को कुल प्रेक्षणों की संख्या से विभाजित करने पर प्राप्त होता है। माध्यिका उस कोटि का मान होता है जो व्यवस्थित श्रेणी को दो बराबर संख्याओं में विभाजित करता है। यह मान वास्तविक मूल्यों से स्वतंत्र होता है।

समांतर माध्य कितने प्रकार के होते हैं?

दो प्रकार के अंकगणित माध्य