उत्पादक से आप क्या समझते है? - utpaadak se aap kya samajhate hai?

नमस्कार दोस्तों प्रश्न है उत्पादक किसे कहते हैं दोस्तों आइए देखते हैं उत्पादक किसे कहते हैं दोस्तों उत्पादक जो होते हैं वे हरे पौधे होते हैं हरे पौधे होते हैं तथा यह हरे पौधे जो होते हैं यह सूर्य के प्रकाश के द्वारा क्लोरोफिल की उपस्थिति में किसकी क्लोरोफिल की उपस्थिति में अपना भोजन बनाते हैं तथा अपना पोषण प्राप्त करते हैं तथा यह दूसरे जीवो के लिए भी भोजन का उत्पादन करते हैं यह उत्पादक जो होते हैं यह स्वयं अपने पोषण का उत्पादन करते हैं इसलिए इन्हें उत्पादक कहा जाता है उत्पादक अपने पोषण

के लिए दूसरे जीवो पर आश्रित नहीं होते हैं यह अपना पोषण स्वयं ही प्राप्त करते हैं तो दोस्तों उत्पादक जो होते हैं यह हमारे पारिस्थितिक तंत्र में सर्वप्रथम आते हैं सर्वप्रथम आते हैं यानी कि उत्पादक का स्थान पर स्टिक तंत्र में सर्वप्रथम होता है इसके पश्चात आते हैं उपभोक्ता जो कि उत्पादक के द्वारा अपना पोषण प्राप्त करते हैं तो दोस्तों इस प्रकार उत्पादक जो होते हैं वह अपना भोजन स्वयं बनाते हैं तथा अपना पोषण सूर्य के प्रकाश क्लोरोफिल की उपस्थिति में प्राप्त करते हैं इसके द्वारा वे दो प्रकार के पदार्थ बनाते हैं पहले होते हैं अकार्बनिक तथा दूसरे होते हैं कार्बनिक पदार्थ के उदाहरण के तौर पर हम देख सकते हैं जैसे कि विनिर्माण

करते हैं उनको उसका कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके बनाते हैं ऑक्सीजन तथा जल्दी बनाते हैं तो दोस्तों इस प्रकार उत्पादक क्या होते हैं यह हमने देखा आशा करते हैं आप कुछ प्रश्न का उत्तर समझ आया होगा वीडियो को देखने के लिए धन्यवाद

हेलो फ्रेंड प्रश्न है उत्पादक से आप क्या समझते हैं तो आइए दोस्तों देखते हैं उत्पादक क्या होते हैं तो मुख्य तैयार उत्पादक होते हैं वह क्या करते हैं सौर ऊर्जा की सहायता से सौर ऊर्जा किसके द्वारा मिलेगी सूर्य के प्रकाश के द्वारा सौर ऊर्जा की को ग्रहण करके अपना भोज पदार्थ बना लेते स्वयं बनाते हैं इसलिए इन्हें उत्पादक कहते और उत्पादक के द्वारा जो पारितंत्र के अन्य श्रेणी के जीव रहते हैं जैसे कि प्राथमिक उपभोक्ता द्वितीयक उपभोक्ता यह क्या करते हैं इससे पोषण प्राप्त करते हैं ठीक है तो इनसे जो भोजन ग्रहण करेंगे या पोषण प्राप्त करेंगे उन्हें हम उपभोक्ता कहते हैं ठीक है तो दोस्तों यह जो हमारे उत्पादक होते हैं यह मुख्यतः कौन होते हरे पौधे उत्पादक के लाते क्या करते हैं प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा जिसमें की पौधा क्या करता है सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में यानी कि सूर्य के प्रकाश के द्वारा

सूर्य के प्रकाश के द्वारा क्या करता है कार्बन डाइऑक्साइड और जल की मदद से जो पत्तियों में पौधों की पत्तियों में क्लोरोफिल होता है उस क्लोरोफिल के साथ क्या बना लेता है अपना भोजन यानी किसी से एस्ट्रोलोजिक्क्स और साथ में ऑक्सीजन सा उत्पाद के रूप में मुक्त होती है ऑक्सीजन गैस ठीक है तब यह क्या करते हैं जो यूकोस बनाते हैं यह ग्लूकोस का जो जो उपयोग है वह उपभोक्ता द्वारा किया जाता है ठीक है तो जो कि यह भोजन स्वयं बनाते हैं इसलिए हम उत्पादक कहते हैं आशा करता हूं कुछ प्रश्न का उत्तर समझ आया होगा वीडियो को देखने के लिए धन्यवाद

उत्पादकता (Productivity) उत्पादन के दक्षता की औसत माप है।उत्पादन प्रक्रिया में आउटपुट और इनपुट के अनुपात को उत्पादकता कह सकते हैं।

उत्पादकता का विचार सर्वप्रथम 1766 में प्रकृतिवाद के संस्थापक क्वेसने के लेख में सामने आया। बहुत समय तक इसका अर्थ अस्पष्ट रहा। सम्पूर्ण उत्पादकता वस्तुओं एवं सेवाओं के रूप में उत्पाद तथा सम्पत्ति के उत्पादन और उत्पादन की प्रक्रिया में प्रयोग किये गये साधनों की लागत के मध्य अनुपात का द्योतक है।

उत्पादन के अंतर्गत उन सभी वस्तुओं एवं सेवाओं को सम्मिलित किया जाता है, जिनके अंतर्गत न केवल औद्योगीकरण एवं कृषि संबंधी उत्पाद पदार्थ सम्मिलित होते हैं, बल्कि चिकित्सकों, शिक्षकों, दुकानों, कार्यालयों, परिवहन संस्थानों तथा अन्य सेवा उद्योगों में रत व्यक्ति भी सम्मिलित होते हैं। लागत से हमारा अभिप्राय उत्पाद में सम्मिलित सभी प्रकार के प्रयासों अर्थात् प्रबंधकों, शिल्पियों एवं श्रमिकों क कार्य से है।

इस प्रकार पूर्ण उत्पादकता की अवधारणा को स्पष्ट करने हेतु निम्न सूत्र को प्रयोग में लाया जा सकता है-

उत्पादकता = समस्त प्रकार का उत्पादन / समस्त प्रकार की लागत

उत्पादकता एवं उत्पादन में अंतर[संपादित करें]

प्रायः ‘उत्पादकता‘ एवं ‘उत्पादन‘ शब्द को पर्यायवाची समझे जाने की भूल की जाती है। वास्तव में इन दोनों शब्दों में पर्याप्त अंतर है। ‘उत्पादकता‘ साधनों का कुल उत्पत्ति से अनुपात है। समस्त साधनों से प्राप्त होने वाला माल एवं सेवाएँ ‘उत्पादन‘ है। इसमें व्यय के पहलू पर ध्यान नहीं दिया जाता है क्योंकि साधनों पर अधिक से अधिक व्यय करके उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है, लेकिन यह आवश्यक नहीं है कि उत्पादकता में वृद्धि हो गई हो। उदाहरणार्थ यदि एक कारखाने में 1000 व्यक्ति 500 वस्तुयें बनाते हैं तथा दूसर कारखाने में समान दशा में 2000 व्यक्ति केवल 800 वस्तुयें बनाते हैं। निश्चय ही दूसरे कारखाने का उत्पादन प्रथम कारखाने से अधिक है, लेकिन दूसरे कारखाने की उत्पादकता प्रथम कारखाने से कम है।

उत्पादकता को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारक[संपादित करें]

उत्पादकता को प्रभावित करने वाले कारक अत्यंत जटिल तथा अंतर्संबंधित है क्योंकि इन्हें किसी तार्किक एवं क्रमबद्ध क्रम में व्यवस्थित करना कठिन है। यह प्रमाणित करना कठिन है कि उत्पादन में वृद्धि अमुक कारक के परिणाम स्वरूप है अथवा अनेक कारकों के सम्मिलित प्रभाव के कारण है। अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO, 1956) के अनुसार श्रम उत्पादकता को प्रभावित करने वाले कारकों को सामान्य कारक, संगठनात्मक कारक, प्राविधिक कारक तथा मानवीय कारकों के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • उत्पादकता वृद्धि करने वाली प्रौद्योगिकियाँ

उत्पादक से आप क्या समझते हैं?

Video Solution: उत्पादक किसे कहते हैं? Solution : वे हरे पेड़-पौधे जो प्रकाश-संश्लेषण प्रक्रिया से सूर्य के प्रकाश और क्लोरोफिल की उपस्थिति में अकार्बनिक पदार्थों से कार्बनिक पदार्थ का निर्माण कर सकते हैं, उन्हें उत्पादक कहते हैं

उत्पादन से आप क्या समझते हैं ?`?

उद्योगों द्वारा किसी वस्तु तथा सेवा का निर्माण करना। जिससे मानवीय आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सकती है उसे उत्पाद कहते है।

उत्पादक किसे कहते हैं और क्यों?

विज्ञान के परिभाषा के अनुसार, पृथ्वी पर ढेर सारे पेड़-पौधे हैं। सूर्य के प्रकाश और क्लोरोफिल के मदद से पेड़-पौधे अपने लिए भोजन बनाते हैं। इन पौधो और पेड़ को उत्पादक कहते हैं, इसके पीछे का कारण है कि ये अपने लिए खुद खाना बनाते हैं

उत्पादक कौन होते हैं अर्थशास्त्र?

एक उत्पादक वह होता है जो वस्तुओं या सेवाओं का निर्माण और आपूर्ति करता है। उत्पादक श्रम और पूंजी को जोड़ते हैं जिसे कारक इनपुट कहा जाता है बनाने के लिए यानी उत्पादन के लिए कुछ और। व्यावसायिक फर्म उत्पादकों के मुख्य उदाहरण हैं