ऐतिहासिक और पुरातात्विक दृष्टि से रायपुर जिले में महत्वपूर्ण है यह ज़िला एक बार दक्षिणी कोशल का हिस्सा था और इसे मौर्य साम्राज्य के तहत माना जाता था। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक किलों को लंबे समय तक नियंत्रित करने के लिए रायपुर शहर, हैहाया किंग्स की राजधानी थी। 9 वीं सदी के बाद से रायपुर शहर का अस्तित्व रहा है, शहर की पुरानी साइट और किले के खंडहर शहर के दक्षिणी भाग में देखे जा सकते हैं। सतवाहन किंग्स ने 2 री और 3 री शताब्दी तक इस हिस्से पर शासन किया। Show चौथी शताब्दी ईस्वी में राजा समुद्रगुप्त ने इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था और पांचवीं छठी सेंचुरी ईस्वी तक अपने प्रभुत्व की स्थापना की थी जब यह हिस्सा सरभपुरी किंग के शासन के अधीन आया था। पांचवीं शताब्दी में कुछ अवधि के लिए, नाला राजाओं ने इस क्षेत्र का वर्चस्व किया। बाद में सोमनवानी राजाओं ने इस क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया और सिरपुर (श्रीपुर-द सिटी ऑफ वेल्थ) के साथ उनकी राजधानी शहर के रूप में शासन किया। महाशिवगुप्त बलराजुण इस वंश के सबसे शक्तिशाली सम्राट थे। उनकी मां, सोमवंश के हर्ष गुप्ता की विधवा रानी, रानी वसता ने लक्ष्मण के प्रसिद्ध ईंट मंदिर का निर्माण किया। तुमान के कलचुरी राजा ने इस हिस्से को एक लंबे समय के लिए रतनपुर को राजधानी बना दिया। रतनपुर, राजिम और खल्लारी के पुराने शिलालेख कालचिरि राजाओं के शासनकाल का उल्लेख करते हैं। यह माना जाता है कि इस वंश के राजा रामचंद्र ने रायपुर शहर का निर्माण किया और बाद में इसे अपने राज्य की राजधानी बना दिया। भारत का इतिहास बहुत व्यापक है जो कई राजवंशों के उत्थान और पतन का गवाह रहा है| यहाँ हम प्राचीन भारतीय राजवंश और उनके योगदान” का संक्षिप्त विवरण दे रहे हैं जो UPSC, SSC, State Services, NDA, CDS और Railways जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी है| भारत का इतिहास बहुत व्यापक है जो कई राजवंशों के उत्थान और पतन का गवाह रहा है| प्राचीन काल में भारत पर कई राजवंशों ने शासन किया था जिनमें प्रमुख राजवंश महाजनपद, नंद राजवंश, मौर्य राजवंश, पांड्य राजवंश, चेर राजवंश, चोल राजवंश, पल्लव राजवंश, चालुक्य राजवंश आदि थे जिन्होंने लम्बे समय तक भारत की धरती पर शासन किया था| यहाँ हम "प्राचीन भारतीय राजवंश और उनके योगदान” का संक्षिप्त विवरण दे रहे हैं जो UPSC, SSC, State Services, NDA, CDS और Railways जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी है| महाजनपद (600– 325 ई.पू.) महाजनपद का शाब्दिक अर्थ “महान राज्य” है| प्राचीन भारत में इस प्रकार के सोलह राज्य या कुलीन गणराज्य थे| महाजनपद भौगोलिक क्षेत्र और राजधानी अंग
अस्सक या अस्मक
अवन्ति
चेदि
गांधार
काशी
कम्बोज
कोसल
कुरू
मगध
मल्ल
मच्छ या मत्स्य
पांचाल
शूरसेन
वज्जि
वत्स या वम्स
हर्यक राजवंश (544 - 492 ई.पू.) शासक योगदान और उपलब्धियां बिम्बिसार
अजातशत्रु
उदायिन
शिशुनाग राजवंश 1. इस राजवंश का संस्थापक शिशुनाग था जो हर्यक वंश के शासक नागदशक का मंत्री था| 2. इस राजवंश की सबसे बड़ी उपलब्धि अवन्ति का विनाश था। 3. इस राजवंश के शासक कालाशोक (काकवर्ण) के शासनकाल में 383 ई.पू. में द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन वैशाली में किया गया था| नंद राजवंश 1. शिशुनाग वंश को समाप्त कर इस राजवंश की स्थापना महापद्म ने की थी| महापद्म को “सर्वक्षत्रान्तक” अर्थात सभी क्षत्रियों का नाश करने वाला और “उग्रसेन” अर्थात विशाल सेना का मालिक कहा जाता था| मौर्य राजवंश शासक योगदान और उपलब्धियां चन्द्रगुप्त मौर्य
बिन्दुसार
अशोक
इंडो-ग्रीक राजवंश 1. इंडो-ग्रीक शासकों में सबसे प्रसिद्ध शासक “मिनान्डर” (165-145 ई.पू.) था जिसे “मिलिन्द” के नाम से भी जाना जाता है| शक राजवंश 1. इस राजवंश के शासक “रूद्रदामन I” (130-150 ईस्वी) ने काठियावाड़ क्षेत्र में स्थित “सुदर्शन झील” का जीर्णोद्धार करवाया था| कुषाण राजवंश 1. इन्हें “येची” या “तोचारियन” भी कहा जाता है और ये लोग “स्टेपी घास के मैदानों” में रहनेवाले खानाबदोश लोग थे| शुंग राजवंश 1. इस राजवंश की स्थापना मौर्यवंश के अंतिम शासक के ब्राह्मण सेनापति “पुष्यमित्र शुंग” ने की थी| कण्व राजवंश 1. इस राजवंश की स्थापना शुंग राजवंश के मंत्री “वासुदेव” ने शुंग राजवंश के अंतिम शासक “देवभूति” की हत्या करके की थी| भारत का सबसे पहला वंश कौन था?भारत का पहला राजा कौन था महान शासक चंद्रगुप्त मौर्य, जिन्होंने मौर्य वंश की स्थापना की, निर्विवाद रूप से भारत के पहले राजा थे क्योंकि उन्होंने न केवल प्राचीन भारत में सभी खंडित राज्यों को जीता बल्कि उन सभी को मिला कर एक बड़ा साम्राज्य खड़ा कर दिया जिसकी सीमाएं अफगानिस्तान और फारस के किनारे तक विस्तृत थी।
सबसे पहला वंश कौन सा है?मौर्य राजवंश सबसे पुराना राजवंश है। यह चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा स्थापित किया गया था, जो 325 - 185 ईसा पूर्व के दौरान भारत के उपमहाद्वीप के अस्तित्व में था। गुप्त साम्राज्य की स्थापना श्री चंद्रगुप्त द्वारा 320 ईसवी में की गई थी।
सबसे पहले किसका राज था?महान शासक चंद्रगुप्त मौर्य, जिन्होंने मौर्य वंश की स्थापना की, निर्विवाद रूप से भारत के पहले राजा थे क्योंकि उन्होंने न केवल प्राचीन भारत में सभी खंडित राज्यों को जीता बल्कि उन सभी को मिला कर एक बड़ा साम्राज्य खड़ा कर दिया जिसकी सीमाएं अफगानिस्तान और फारस के किनारे तक विस्तृत थी।
सबसे बड़ा वंश कौन सा है?सम्राट अशोक का मौर्य साम्राज्य भारत का सबसे बड़ा साम्राज्य और सबसे शक्तिशाली साम्राज्य था।
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