धात रोग को जड़ से खत्म कैसे करें? - dhaat rog ko jad se khatm kaise karen?

धात रोग को जड़ से खत्म कैसे करें? - dhaat rog ko jad se khatm kaise karen?

धातु रोग का रामबाण इलाज जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए मित्रों नमस्कार हमारे आपका स्वागत है । जिन मित्रों काे प्रतिदिन रात के नींद के समय किसी बुरे सपने देख कर ऑटोमेटिक हरमन निकल जाता या पेशाब के द्वारा ऑटोमेटिक हरमन निकल जाते हैं तो इसी में शरीर का बहुत ही नुकसान है । और सेक्स संबंधित समस्याओं से उन्हें लड़ना पड़ता है। अगर किसी व्यक्ति के इस प्रकार के समस्या है तो उन्हें शारीरिक संबंध बनाने में बहुत ही समस्या दिखाई देते हैं ऐसे व्यक्ति ना ही किसी को संतुष्ट कर पाते हैं ना वह खुद संतुष्ट हो पाते हैं । इसलिए मित्रों इन सब बीमारियों से मुक्ति पाना हमारे लिए बहुत ही आवश्यक है । जिन मित्रों के अपने आप हार्मोन निकालने के बीमारी हैं ऐसे व्यक्ति के ना ही शरीर स्वस्थ रहते हैं और ना ही ठीक से नींद होंगे । अगर किसी की इस तरह का बीमारी है तो एक बार बुखार आने से बुखार जल्दी ठीक भी नहीं होता है शरीर इसके कारण कमजोर होता है । यदि कोइ व्यक्ति धातु संबंधित बीमारी से जूझ रहे हैं तो दूसरा छोटे-मोटे बीमारी से भी भुगतना पड़ता है इसलिए धातु रोग जैसी बीमारियों को जल्द से जल्द ठीक करना बहुत ही आवश्यक है ।

घर से बीमारी भगाने का उपाय

रोग दूर करने के हनुमान जी के टोटके

निरोग रहने के टोटके

रोग मुक्ति उपाय पानी से

बीमारी दूर करने का मंत्र

पेट के रोग दूर करने के टोटके

लाल किताब बीमारी के उपाय

घर में बार-बार बीमार होना

शरीर से मुक्ति के उपाय

घर से बीमारी भगाने की दुआ

स्वस्थ रहने के ज्योतिष उपाय

संक्रामक रोग से बचने के उपाय

बार-बार बीमार होने का कारण

मानसिक रोग दूर करने का मंत्र

विवाह से पहले यदि ऐसी बीमारियों को ठीक कर सकते हैं तो उनके जीवन में कई परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं । अगर व्यक्ति के विवाह के बाद भी इस प्रकार बीमारी से जुझ रहे हैं तो बहुत परेशानियों से लड़ना पड़ता है । क्योंकि ना तो वह सही ढंग से अपने जीवन साथी के साथ शारीरिक संबंध बना पाते हैं और ना उन्हें सुख दे पाते हैं । तो दोस्तों अगर आप भी इस प्रकार के धातु संबंधित रोगों से जूझ रहे हैं तो चिंता मत करिए आपके लिए रामबाण इलाज लेकर आए हैं जिसके जरिए पूरी तरह आप खुद ठीक हो सकते हैं । 

सबसे पहले जान लेते हैं कि धातु रोग होने का कारण क्या है किस कारण से यह जन्म लेते हैं ?

वैद्य के अनुसार, अत्यधिक हस्तमैथुन या सेक्स करने से । पाचन तंत्र या शारीरिक कमजोरी  होने से । मूत्र और जननांगों से संबंधित समस्या से । मूत्र निकास मार्ग का सिकुड़न जाने से । मलाशय से संबंधित विकार होने से बवासीर होने का भी बहुत संभावना होती हैं।  एनल फिशर, त्वचा में फोड़े-फुंसी आदि भी धातु रोग का कारण बन सकते हैं. जब वृषण ज्यादा गर्मी (जैसे गर्म पानी से भरे टब में नहाना) के प्रभाव में आते हैं, तो शुक्राणु की सप्लाई क्षतिग्रस्त हो जाती है, जिससे रात को सोने के बाद शुक्राणु जारी होने लगते हैं. हालांकि, जो लोग ऐसे दृश्य की बार-बार कल्पना करते हैं जिससे यौन उत्तेजना होने लगती है, तो ऐसे में भी वीर्यपात हो सकता है ।

धातु रोग आपके यदि हैं तो ऐसे होगा लक्षण 👉 कमर के निचले भाग में दर्द , थकान, अवसाद, सुस्त आंखें, अंडकोष वाले हिस्से में दर्द और पसीना आना, चक्कर आना, कमजोरी, रात को पसीना आना, गर्म और नम हथेलियां व तलवे में होगा जिससे आप खुद समझ सकते हैं ।

जिनके शरीर अक्सर गर्म रहते हैं ऐसे व्यक्ति के जल्दी जल्दी वीर्यपात हो जाते हैं पेशाब के द्वारा या रात के सोने के बाद सपने के द्वारा । ऐसे में आपको अपने शरीर  ठंडा रखने के लिए सही तरीका से भोजन करना होगा जिससे आपके शरीर ठंड रहे । ऐसे बीमारी को दूर करने के लिए एक ही उपाय हैं आप शरीर को गर्मी करने वाले भोजन से दूर रहिए जिससे आपके शरीर में नुकसान हो रहे हैं ।

घर से बीमारी भगाने का उपाय

रोग दूर करने के हनुमान जी के टोटके

निरोग रहने के टोटके

रोग मुक्ति उपाय पानी से

बीमारी दूर करने का मंत्र

पेट के रोग दूर करने के टोटके

लाल किताब बीमारी के उपाय

घर में बार-बार बीमार होना

शरीर से मुक्ति के उपाय

घर से बीमारी भगाने की दुआ

स्वस्थ रहने के ज्योतिष उपाय

संक्रामक रोग से बचने के उपाय

बार-बार बीमार होने का कारण

मानसिक रोग दूर करने का मंत्र

उपचार के कैसे है तरीके ?

धात रोग के उपचार के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव बहुत ही आवश्यकता है. शराब बिल्कुल नहीं पीनी चाहिए । रात के समय कम भोजन करने की प्रयास करें, बहुत मुलायम गद्दों पर नहीं सोना चाहिए, जननांगों को पूरी तरह से स्वच्छ रखना चाहिए । मल त्याग अगर सही से क्लियर नहीं हो रहा है तो जरूरत पड़ने पर टॉयलेट दिन में दो बार जाइए वीर्यपात की समस्या आमतौर पर सुबह के कुछ घंटों के पहले हो जाता है, तो ऐसे में आप अलार्म की मदद से सुबह जल्दी उठने की कोशिश करें. रात में सोते समय टाइट वस्त्र न पहने. इसके अलावा संतुलित और पौष्टिक आहार भी उपचार में मदद कर सकते हैं।

अब खुद घर में ही करें ऐसे उपाय ।

डॉक्टरों के अनुसार धात रोग की समस्या आमतौर पर नौजवानों में ज्यादा दिखाई देता है. इस रोग को ठीक करने में नियमित रूप से तरबूज, एवोकाडो का सेवन प्रतिदिन सेवन करना होगा जिससे आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होगा. अजमोद एक शक्तिशाली उत्तेजक है, जिसमें एंड्रोस्टेरोन पाया जाता है. यह एक प्रकार का सुगंध रहित हार्मोन है, जो पुरुषों में पसीने के साथ निकलता है । सोने से पहले अजमोद की पत्तियों का जूस बनाकर सुबह खाली पेट में पिएं. शरीरिक शक्ति बढ़ाने और फिट रहने के लिए रोजाना 2 से 3 कप दही का सेवन करें  यह स्वप्न दोष कम करने में मदद करता है दही आपके शरीर को ठंड रखेंगे । और अच्छी नींद दिलाता है एवं धातु रोग जड़ से खत्म करने के लिए मेथी का प्रयोग करें. यह हार्मोन को असंतुलन करने वाली दिक्कतों के रामबाण इलाज  यह पाचन भी ठीक रखता है। इसके अलावा सोने से आधे घंटे पहले मेथी का रस और शहद मिलाकर पीना पीना चाहिए.भोजन करने के बाद पका केला सेवन करें और इसे आदत बनाई है जिससे आपके धातु रोगों से संबंधित पूरी तरह खत्म कर देगा । धनिया पत्ते नींबू के रस मिलाकर चटनी बनाइए और उसे भोजन के साथ प्रतिदिन सेवन करें ।ध्यान रखें रात को अधिक जागने पर भी शरीर गर्म होता है जिससे आपके फिर से धातु के रोग शुरुआत हो जाएगा इसलिए खान पीन में ज्यादा ध्यान रखिए । अगर नींद पूरा न हो तो भी ऐसी परिस्थिति में धातु रोग दिखाई देता है इसलिए सही समय पर सोना चाहिए, सही समय पर भोजन करना चाहिए। इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए पालन करें तो आने वाले समय में आपके धातु रोग कभी नहीं होगा  ।

प्रिय मित्रों यह था आपके लिए छोटा सा जानकारी अगर हमारे जानकारी से पसंद आया तो कमेंट अवश्य करें । इसी तरह अगर आप अनोखा जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो सब्सक्राइबर करके हमारे साथ जुड़ सकते हैं पूरे पोस्ट पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद आपका दिन शुभ हो ।

घर से बीमारी भगाने का उपाय

रोग दूर करने के हनुमान जी के टोटके

निरोग रहने के टोटके

रोग मुक्ति उपाय पानी से

बीमारी दूर करने का मंत्र

पेट के रोग दूर करने के टोटके

लाल किताब बीमारी के उपाय

घर में बार-बार बीमार होना

शरीर से मुक्ति के उपाय

घर से बीमारी भगाने की दुआ

स्वस्थ रहने के ज्योतिष उपाय

संक्रामक रोग से बचने के उपाय

बार-बार बीमार होने का कारण

मानसिक रोग दूर करने का मंत्र

धातु रोग कैसे बंद होगा?

धात रोग के उपचार के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव जरूरी है. शराब का सेवन न करना, रात के समय कम भोजन करना, बहुत मुलायम गद्दों पर न सोना, जननांगों को पूरी तरह से स्वच्छ रखना, मल त्याग सही से होना आदि इसके उपचार में सहायक है.

धातु पुष्ट करने के लिए क्या खाएं?

अस्थि धातु कमजोर होने पर कैल्शियम युक्त आहार, दूध, मट्ठा, पनीर, छाछ, ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें। इसके अलावा हड्डियों में कमजोरी होने पर ताजे फल, हरी सब्जियां, चना आदि दालों का सेवन करें। रोजाना कुछ देर धूप में टहलना भी हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है।

पेशाब के रास्ते से धात क्यों गिरता है?

कभी कभार यौन विचारों व उत्तेज़ना के कारण युवावस्था में पेशाब के साथ वीर्य भी निकल सकता है, यह एक प्रकार का शीघ्रपतन (प्रीमेच्योर इजेक्युलेशन) है, जिसका शरीर पर कोई भी बुरा प्रभाव नहीं होता है। भ्रांति : धात निकलना एक गंभीर यौन रोग है। यह बुरे विचारों, अत्यधिक हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) आदि के कारण होता है।