माता पिता को अपने बच्चों में क्या बढ़ावा देना चाहिए? - maata pita ko apane bachchon mein kya badhaava dena chaahie?

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बच्चों को अच्छी आदतें सिखाने के लिए माता-पिता करें इन चीजों का पालन

बच्चों को अच्छी आदतें सिखाने के लिए माता-पिता करें इन चीजों का पालन

Oct 15, 2020, 06:45 am 1 मिनट में पढ़ें

माता पिता को अपने बच्चों में क्या बढ़ावा देना चाहिए? - maata pita ko apane bachchon mein kya badhaava dena chaahie?

माता-पिता न केवल बच्चों की देखभाल और उनका भरण-पोषण करते हैं, बल्कि उनके सबसे पहले शिक्षक भी होते हैं। एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए माता-पिता के लिए यह समझना बेहद जरूरी है कि बच्चे को किस चीज के लिए बढ़ावा देना है और किस चीज के लिए नहीं। चलिए आपको ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में विस्तार से बताते हैं ताकि उनका पालन करके आप अपने बच्चे में अच्छी आदतें डाल सकें।

बच्चों को समय-समय पर करते रहें प्रेरित

बच्चों का समग्र विकास सकारात्मक रूप से करने के लिए आवश्यक है कि आप उन्हें समय-समय पर प्रेरित करते रहें। जब वे किसी चीज में सफल हो जाएं तो उनकी सराहना करें और अगर वे गलतियां करते हैं तो उन्हें डांटें नहीं बल्कि उन्हें यह समझाएं कि उन्हें अपनी गलतियों से सीखना चाहिए और उसे सुधारने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही उन्हें बताएं कि हर गलती या बुरा वक्त एक अच्छी सीख देकर जाता है।

भावना व्यक्त करना सिखाएं

अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चों में बेहतर तरीके से सकारात्मकता सोच का संचार हो तो इसके लिए जरूरी है कि आप उन्हें भावना व्यक्त करना सिखाएं। फिर भले ही वह उदासी हो या खुशी, भय हो या चिंता। ये सभी व्यक्ति के मन के सामान्य भाव हैं और जब बच्चा अपनी भावनाओं को व्यक्त करना सीख जाता है तो इससे उसके जीवन में नकारात्मकता के लिए कोई जगह नहीं रहती।

बच्चों पर न डालें किसी भी तरह का दबाव

जब तक बहुत जरूरी न हो बच्चों पर किसी भी काम में निपुण होने के लिए दबाव न डालें। दरअसल, किसी काम के लिए दबाव डालने या बात-बात पर टोकने से बच्चों का आत्मविश्वास कमजोर हो जाता है और वे सही तरीके से नहीं सीख पाते। इसलिए जरूरी है कि बच्चों को प्यार से समझाने की कोशिश करें कि क्या गलत है और क्या सही। इससे बच्चे काफी चीजों को खुद से समझने में सक्षम हो जाएंगे।

मदद करने के चक्कर में बच्चों से सीखने का मौका न छीनें

अगर आपके बच्चे को स्कूल से कोई फन एक्टिवी करने को मिली है तो आप बच्चे की थोड़ी मदद कर सकते हैं। लेकिन प्रोजेक्ट को अगर आप अपने हिसाब से मापने लगेंगे और उसे बनाने में खुद ही लग जाएंगे तो बच्चा कुछ सीख नहीं पाएगा। हो सकता है कि उस प्रोजेक्ट के लिए बच्चे को स्कूल में वाहवाही मिले, लेकिन इससे बच्चा खुद कुछ नहीं सीख पाएगा। इसलिए बच्चे को खुद प्रयास करने दें।

Parenting Tips: बच्चों के लिए उनके माता-पिता (Parents) उनके आदर्श होते हैं., माता-पिता की आदतें और उनकी बुद्धिमता बच्चों (Kids) में आ ही जाती है. बच्चे अपने पैरेंट्स को देख कर ही सब कुछ सीखते हैं. बच्चों के लिए उनके माता-पिता एक उदाहरण (Example) होते हैं और मुसीबत पड़ने पर उनके द्वारा बताए गए रास्ते को फॉलो भी करते हैं. ऐसे में सभी मां और पिता का यह फर्ज होता है कि वह अपने बच्चों को अच्छी और बुरी आदतों के बीच का अंतर समझाएं और उनसे अच्छी आदतों को अपनाने के लिए भी कहें.

बच्चे बहुत चंचल होते हैं. ऐसे में बच्चों को शिष्टाचार और अच्छे-बुरे अंतर दिखाना काफी मुश्किल काम हो सकता है, तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी अच्छी आदतों के बारे में बताते हैं जिन्हें हर माता-पिता को अपने बच्चों को सिखानी चाहिए.

बच्चों को सिखाएं अच्छा व्यवहार
किसी भी बच्चे में सबसे पहले जो चीज दिखाई देती है वह है उसका व्यवहार. माता-पिता को अपने बच्चों को ऐसे संस्कार और शिक्षा देनी चाहिए जिनसे आगे चलकर वे जिद्दी न बनें. बच्चों को बड़ों का आदर करना, बुजुर्गों के साथ सम्मान से बात करना और छोटों से प्यार करना सिखाना चाहिए.

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बच्चों को सिखाएं शेयर करना
माता-पिता को अपने बच्चों को अपनी चीजें, खाने की वस्तुएं दूसरे बच्चों के साथ शेयर करना सिखाना चाहिए. शेयरिंग अच्छी आदतों में से एक है. ऐसा करने से बच्चे का मानसिक विकास होता है और शेयरिंग की वजह से वह दूसरे बच्चों के साथ अच्छी तरह से घुल मिल भी जाते हैं.

गैर जरूरी मांग, न करें पूरी
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि माता-पिता अपने बच्चों की हर इच्छा को पूरी करते हैं, लेकिन यह बात बच्चों के लिए ठीक नहीं होती. बच्चों का मन बहुत चंचल होता है उन्हें अपने पसंद की हर चीज चाहिए होती है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि जो चीज उन्हें चाहिए वह चीज उन्हें लाकर दी जाए. बच्चा जब किसी गैरजरूरी चीज के लिए डिमांड करें तो आप उसे समझाएं कि यह चीज उसके किसी काम की नहीं है.

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खुद भी करें Good Manners और Discipline फॉलो
बच्चों को गुड मैनर्स और डिसिप्लिन सिखाने से पहले आपको भी इनका पालन खुद करना पड़ेगा. यदि आप ही रूल्स फॉलो नहीं करेंगे तो बच्चा भी नहीं करेगा. बच्चों को और भी कई चीजें हैं जो सिखा सकते हैं जैसे बच्चों को सिखाएं कि यदि कोई आपको कोई चीज देता है तो उसे थैंक्यू जरूर बोलें. साथ में उसे यह भी सिखाएं कि दो बड़ों के बीच में नहीं बोलना चाहिए, किसी की कोई चीज लेते समय उससे अनुमति लेना, किसी के घर जाने पर डोर नॉक करना, छींक आने पर मुंह को रुमाल से ढक कर छींकना, कभी भी गलत शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना, कभी किसी का मजाक नहीं उड़ाना. यह सब बातें बच्चों को सिखानी चाहिए.

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Tags: Lifestyle, Parenting tips

FIRST PUBLISHED : April 05, 2022, 08:09 IST

बच्चे के लिए माता पिता की क्या जिम्मेदारी है?

बच्चों के प्रति माता-पिता की सबसे बड़ी जिम्मेदारी उनकी परवरिश, शिक्षा, और संस्कार देना चाहिए। बालमनोविज्ञानियों का परामर्श है कि बच्चों को बड़े होकर जो कुछ बनना है प्रारंभिक पांच बर्ष की आयु में ही उसकी नींव पड़ जाती है, अतः इसी आयु उनके स्वास्थ्य और खान-पान के संबंध में सजगता से ध्यान रखना चाहिए।

माता पिता का बच्चों के प्रति क्या कर्तव्य होना चाहिए?

उन्हें आप स्वयं स्नान कराएं, उन्हें खिलाकर खाएं, उन्हें नींद आने पर आप सोएं, उनसे पहले आप जग जाएं, जब वे सोएं तब उनकी चरण-सेवा करें, उठते समय भी उनकी चरण-सेवा करें, मधुर स्वर में उन्हें जगाएं और तुरन्त चरणों में नमस्कार करें।

अच्छे माता पिता बनने के लिए क्या करना चाहिए?

बच्चे को बनाएं इंडिपेंडेंट अक्सर माता पिता बच्चों को हर काम में मदद करते हैं। ... .
गाइड और सपोर्ट करें पैरेंट्स अक्सर अपने बच्चे को पुश करते हैं और उनसे डिमांड करने लगते हैं। ... .
ध्यान रखें कि बच्चे सब नोटिस करते हैं ... .
अपनी गलती पर माफी मांगे ... .
अनुशासन में रहना सिखाएं.

बच्चों के लिए माता पिता का क्या महत्व है?

माता पिता दुनिया की सबसे अनमोल रत्न होते हैं। उनके प्यार और आशीर्वाद के बिना संसार में कुछ संभव नहीं है। बच्चों के लिए सबसे प्रथम और सबसे बड़े आदर्श उनके माता-पिता ही होते हैं। जिनसे जीवन में उन्हें काफी सीख मिलती बच्चों की दृष्टि में माता-पिता ही देवी देवता समान होते हैं।