गीता प्रेस गोरखपुर से पुस्तक कैसे मंगाए? - geeta pres gorakhapur se pustak kaise mangae?

भगवत्कृपा से कल्याण का प्रकाशन ईस्वी सन 1926 से लगातार हो रहा है। इस पत्रिका के आद्य संपादक नित्यलीलालीन भाईजी श्री हनुमान प्रसाद जी पोद्दार थे। कल्याण के प्रथम अंक में प्रकाशित संपादकीय वक्तव्य पठन सामग्री में उधृत है।

आध्यात्मिक जगत में कल्याण के विशेषांकों का संग्रहणीय साहित्य के रूप में प्रतिष्ठित स्थान है। प्रतिवर्ष जनवरी माह में साधकों के लिये उपयोगी किसी आध्यात्मिक विषय पर केंद्रित विशेषांक प्रकाशित होता है। शेष ग्यारह महीनों में प्रतिमाह पत्रिका प्रकाशित होती है।

अब तक प्रकाशित विशेषांकों की सूची बाँयी ओर अंकित लिंक पर क्लिक कर के देखी जा सकती है। इनमें से अधिकांश विशेषांकों को पाठको की मांग को देखते हुये पुस्तक रूप में पुनर्मुद्रित किया गया है जिसे गीता प्रेस की पुस्तक दुकानों से प्राप्त किया जा सकता है। गीता प्रेस की पुस्तक दुकानों की सूची पते सहित बाँयी ओर अंकित लिंक पर क्लिक कर के देखी जा सकती है।

महाभारत भारतीय संस्कृति का, आर्य सनातन-धर्म का अद्भुत महाग्रंथ है। इसे पंचम वेद भी कहा जाता है। इस महाग्रंथ में उपनिषदों का सार, इतिहास, पुराणों का उन्मेष, निमेष, चतुर्वर्ण का विधान, पुराणों का आशय, ग्रह, नक्षत्र, तारा आदि का परिमाण, तीर्थों, पुण्य देशों, नदियों, पर्वतों, समुद्रों तथा वनों का वर्णन हो नेके कारण यह अनन्त गूढ़ गुह्य रत्नों का भण्डार है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें निखिल रसामृ..

धार्मिक पुस्तकों के प्रकाशन में अग्रणी गीता प्रेस ने बदलते जमाने के अनुसार अपने पुस्तक बेचने और भुगतान लेने के तरीके में भी बदलाव किया है। गीता प्रेस ने हाल ही में नई वेबसाइट भी तैयार कर ली है,...

गीता प्रेस गोरखपुर से पुस्तक कैसे मंगाए? - geeta pres gorakhapur se pustak kaise mangae?

Newswrapहिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरTue, 16 Jul 2019 02:39 AM

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धार्मिक पुस्तकों के प्रकाशन में अग्रणी गीता प्रेस ने बदलते जमाने के अनुसार अपने पुस्तक बेचने और भुगतान लेने के तरीके में भी बदलाव किया है। गीता प्रेस ने हाल ही में नई वेबसाइट भी तैयार कर ली है, जिसमें लगातार ग्राहकों की सुविधा के लिए फीचर्स बढ़ाए गए हैं। अब देश विदेश में भी बैठे लोग ऑनलाइन पुस्तकों की खरीदारी कर सकेंगे। गुरुवार को ही यह सुविधा www.gitapress.org वेबसाइट पर शुरू कर दी गई है।

गीता प्रेस के प्रकाशन प्रबंधक लालमणि तिवारी ने बताया कि वेबसाइट को अपडेट किया गया है। वेबसाइट में कई सारे फीचर्स बढ़ाए गए हैं। इससे ग्राहकों को अब और भी सुविधाएं मिलेंगी। अब देश-विदेश में बैठे लोग एक क्लिक में धार्मिक पुस्तकें मंगा सकते हैं। मोबाइल के जरिए ही अब विभिन्न तरीके से पेमेंट किया जा सकता है। पहले चालान, मनी ऑर्डर, बैंक ड्राफ्ट, वीपीपी, चेक आदि से भुगतान किया जाता था। अब ग्राहक डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, ई-बैंकिंग के जरिए भी अपना ऑनलाइन पेमेंट कर सकेंगे। इसके अलावा भीम, वैलेट, गूगल-पे व यूपीआई से जुड़े सभी तरह के तरह के मोड्स से पेमेंट्स किया जा सकेगा। ग्राहकों की सुविधा के लिए यह मोड्स बढ़ाए गए हैं। भुगतान करने की प्रक्रिया काफी सरल है। ग्राहक मोबाइल या लैपटाप से भी आर्डर कर पेमेंट्स कर सकेंगे।

ग्राहक बना सकेंगे अपना अकाएंट

गीता प्रेस की वेबसाइट पर ग्राहक अपना अकाउंट भी बना सकेंगे। किसी भी पुस्तक की खरीदारी करने पर ग्राहक का संपूर्ण विवरण अकाउंट में दर्ज हो जायेगा। पुस्तक की संपूर्ण जानकारी, मूल्य, पहुंचने का समय, व ट्रैकिंग की सुविधा भी वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। ग्राहकों को पुस्तक डिस्पैच होते ही इसकी जानकारी उनके ईमेल पर पहुंच जाएगी। इमेल पर गुप्त कोड व उसका लिंक दिया होगा। ग्राहक गुप्त कोड के साथ अपने सामान की ट्रैकिंग कर सकेंगे। कोड भी होगा जो उनके मेल पर रहेगा। इस तरह एक नंबर के सहारे ग्राहक घर बैठे ही अपने पुस्तक की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। अब एक क्लिक में ही घर बैठे लोग पेमेंट कर सकेंगे। वर्ष 1923 में स्थापित गीता प्रेस लगातार देश-दुनिया में सस्ती दर पर धार्मिक पुस्तकें उपलब्ध करा रहा है।

आनलाइन भी पढ़ सकेंगे ई-बुक

गीता प्रेस की वेबसाइट पर उपलब्ध पुस्तकों को अब ग्राहक आसानी से पढ़ सकेंगे। वेबसाइट पर उपलब्ध पुस्तकों को पीडीएफ में डाउनलोड कर पड़ा जा सकता है। इसके अलावा कल्याण पुस्तक भी वेबसाइट पर डिस्पैच होने के तीन दिनों बाद उपलब्ध होगी। अधिकतम 32 एमबी फाइल अपलोड की गई है। पुस्तक को कोड, भाषा व लेखक के नाम के अनुसार सर्च कर डाउनलोड कर सकते हैं।

बोले जिम्मेदार

बदलते जमाने के अनुसार गीता प्रेस को भी तैयार किया गया है। इससे ग्राहकों को आसानी से हर चीजें समय से उपलब्ध कराई जा सकेगी। ऑनलाइन पेमेंट मोड्स बढ़ जाने से लोगों को पुस्तक मंगाने में काफी सुविधा होगी।

लालमणि तिवारी, प्रकाशन व्यवस्थापक, गीता प्रेस

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गीता प्रेस गोरखपुर की पुस्तक सूची Gita Press Gorakhpur Books List Hindi: गोरखपुर अपने कई कारणों के कारण जाना जाता है। उनमे से एक कारण गीता प्रेस गोरखपुर की पुस्तकें भी है। ऐसे बहुत से लोग है। जो गीता प्रेस गोरखपुर की पुस्तक सूची की जानकारी चाहते है। ऐसे में हम आपको गोरखपुर गीता प्रेस का इतिहास, पुस्तक सूची इत्यादि की जानकारी दे रहे है

नामगोरखपुरस्थानगीता प्रेस गोरखपुरजिलागोरखपुरराज्यउत्तर प्रदेशदेशभारतपताबड़े काजीपुर गोरखपुर उत्तर प्रदेश 273001मोबाइल नंबर0551-2334721, 2331250, 2331251वाट्सएप नंबर+91-8188054404, +91-8188054403गीता प्रेस गोरखपुर अधिकारिक वेबसाइटक्लिक सेऐपNAपुस्तक ऑनलाइन ख़रीदेगीता प्रेस पुस्तक लिस्ट एंव क्लिक से ऑनलाइन ख़रीदेगीता प्रेस गोरखपुर की पुस्तकें पीडीएफअपडेट हो रहा है ……..Gita press Gorakhpur

Table Of Contents

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  • गीता प्रेस गोरखपुर का इतिहास
  • Gita Press Gorakhpur History in Hindi
  • गीता प्रेस गोरखपुर की पुस्तक सूची

गीता प्रेस गोरखपुर का इतिहास

Gita Press Gorakhpur History in Hindi: गोरखपुर का गीताप्रेस या गीता मुद्रणालय, विश्व में सर्वाधिक हिन्दू धार्मिक पुस्तक प्रकाशित करने वाली वाली संस्था है एंव गीता प्रेस उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला में स्थित है।

  • गोरखपुर शहर, पूर्वी उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है
  • विश्व में सर्वाधिक हिन्दू एंव धार्मिक पुस्तक का प्रकाशन गीताप्रेस गोरखपुर से किया जाता है।
  • गीताप्रेस गोरखपुर, शेखपुर के इलाके में एक इमारत में स्थित है।
  • गोरखपुर के गीताप्रेस में लगभग 200 कर्मचारी काम करते है।
  • भारत में घर घर में रामचरितमानस एंव भगवद्गीता पहुचाने के लिए गीताप्रेस गोरखपुर को इस बात का श्रेय भी दिया है।
  • गीताप्रेस से प्रकाशित पुस्तक १८ निजी एंव थोक दुकानों में बिक्री की जाती है
  • रेलवे स्टेशन पर भी गीताप्रेस से प्रकाशित पुस्तक की बिक्री की जाती है बिक्री के लिए 42 प्रमुख स्टेशन शामिल है

Gita Press Gorakhpur History in Hindi

  • गीता प्रेस गोरखपुर की स्थापना सन् 1923 ई० में हुई थी।
  • गोरखपुर गीता प्रेस के सस्थापक महान गीता-मर्मज्ञ श्री जयदयाल गोयन्दका जी थे।
  • आज गीता प्रेस को लगभग 100 साल पुरे चुके है इन 100 सालो में 45 करोड़ से भी अधिक प्रतियों का प्रकाशन किया जा चुका है।
  • भगवद्गीता की 8.11 करोड़ एंव रामचरित मानस की 7.5 करोड़ प्रतिया है।
  • गीता प्रेस, सरकार, अन्य किसी व्यक्ति, या संस्था से किसी तरह का कोई अनुदान नहीं लेता है।
  • गीताप्रेस में कुल 15 भाषा में पुस्तक का प्रकाशन किया जाता है
  • हिन्दी, संस्कृत, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, गुजराती, मराठी, बंगला, उडि़या, असमिया, गुरुमुखी, नेपाली और उर्दू।
  • गीता प्रेस की पुस्तक की कीमत लगभग 40 रूपए से 90 रूपए के कम कीमत पर बेचा जाता है।
  • गीताप्रेस की पुस्तक की ख़ास बात यह है की वह किसी जीवित व्यक्ति की छाया(चित्र) नहीं छापती
  • न ही किसी तरह का विज्ञापन प्रकाशित करती है।
  • गीता प्रेस का संचालन कोलकाता में स्थित ‘गोबिन्द भवन’ के द्वारा किया जाता है।

गीता प्रेस गोरखपुर की पुस्तक सूची

पुस्तक सूची गीता प्रेसपुस्तक ऑनलाइन ख़रीदेसम्पूर्ण महाभारतक्लिक से ख़रीदेमनुस्मृतिक्लिक से ख़रीदेपिता की सीखक्लिक से ख़रीदेप्राचीन भारतक्लिक से ख़रीदेभक्त-सौरभक्लिक से ख़रीदेप्रेम संगीतक्लिक से ख़रीदेगर्भ गीताक्लिक से ख़रीदेदश महाविद्याक्लिक से ख़रीदेआदर्श रामायणक्लिक से ख़रीदेकुर्म पुराणक्लिक से ख़रीदेशिव पुराणक्लिक से ख़रीदेश्रीमद वाल्मीकि रामायणक्लिक से ख़रीदेयोग वशिष्ठक्लिक से ख़रीदेश्री रामचरितमानस तुलसीदासक्लिक से ख़रीदेश्रीमद देवी भागवत पुराणक्लिक से ख़रीदेश्रीराधा-माधव-चिन्तनक्लिक से ख़रीदेश्रीएकनाथ-चरित्रक्लिक से ख़रीदेभगवान राम भाग १क्लिक से ख़रीदेगीतासर्वस्वमक्लिक से ख़रीदेगांधी-गीता अथवा अहिंसा-योगक्लिक से ख़रीदेअध्यात्म ज्ञानेश्वरीक्लिक से ख़रीदेआदर्श रामायणक्लिक से ख़रीदेकूर्मपुराणक्लिक से ख़रीदेआनंद की लहरेंक्लिक से ख़रीदेमानवता अंकक्लिक से ख़रीदेभक्ति अंकक्लिक से ख़रीदेभक्त कुसुमक्लिक से ख़रीदेनित्य कर्म पूजा प्रकाशक्लिक से ख़रीदेगीतावलीक्लिक से ख़रीदेसदाचार अंकक्लिक से ख़रीदेश्री रामानुज भाष्यक्लिक से ख़रीदेमन को वश करने के उपायक्लिक से ख़रीदेएक लोटा पानी (सम्पूर्ण संग्रह)क्लिक से ख़रीदेभवरोग की रामबाण दवाक्लिक से ख़रीदेअन्य पुस्तक के नाम भी जोड़े जा रहे है……क्लिक से ख़रीदेGita Press Books List Hindi

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गीता प्रेस से पुस्तक कैसे मंगाए?

गीता प्रेस की वेबसाइट पर ग्राहक अपना अकाउंट भी बना सकेंगे। किसी भी पुस्तक की खरीदारी करने पर ग्राहक का संपूर्ण विवरण अकाउंट में दर्ज हो जायेगा। पुस्तक की संपूर्ण जानकारी, मूल्य, पहुंचने का समय, व ट्रैकिंग की सुविधा भी वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। ग्राहकों को पुस्तक डिस्पैच होते ही इसकी जानकारी उनके ईमेल पर पहुंच जाएगी।

गीता प्रेस गोरखपुर के संस्थापक कौन थे?

जयदयाल गोयन्दकागीताप्रेस / संस्थापकnull

गीता प्रेस के कवि कौन है?

गीताप्रेस की स्थापना सन् 1923 ई० में हुई थी। इसके संस्थापक महान गीता-मर्मज्ञ श्री जयदयाल गोयन्दका थे।