चोट लगने पर कौन सा Powder लगाना चाहिए? - chot lagane par kaun sa powdair lagaana chaahie?

रोजमर्रा की भागदौड़ में कई बार हम छोटी मोटी दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। ऐसा घर में, स्कूल में या कार्यस्थल पर भो हो सकता है ।ऐसे में लगने वाली छोटी चोटों या घाव के लिए कई बार हम डॉक्टर के पास जाने के बजाय घर पर ही इनका उपचार करना पसंद करते हैं।ऐसे कई घरेलू नुस्खे हैं जिनसे आप ऐसे घाव का उपचार आसानी से कर सकते हैं। पर चोट लगने पर सबसे पहले घाव को गुनगुने पानी और किसी एंटीसेप्टिक से साफ करना है। प्राकृतिक उपचारों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पाद एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी या एंटीबैक्टीरियल गुण हो सकते हैं।

प्राकृतिक उपचार का उपयोग केवल मामूली घावों के लिए किया जा सकता है। आपको गंभीर घावों और संक्रमणों के लिए चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

1. एलोवेरा

शायद आपने पहले एलोवेरा का इस्तेमाल सनबर्न,बालों के विकास और अन्य समस्याओं के लिए किया हो पर यह घाव के लिए भी लाभकारी माना जाता है। एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी दोनों ही गुण होते हैं। यह त्वचा के ऊतकों के उपचार को भी तेज कर सकता है।इसे लगाने से किसी प्रकार के कट या छोटे घाव में आराम मिल सकता है।

2. शहद

शहद का इस्तेमाल हमारे घरों में कई चीज़ों में किया जाता है। यह ना स्रिफ प्राकृतिक मिठास का स्त्रोंत है बल्कि संक्रमण को रोकने के लिए मामूली घावों को ठीक करने में मदद कर सकता है। कुछ पुरानी चिकित्सा पद्धतियों में इसे पट्टियों और अन्य त्वचा ड्रेसिंग के विकल्प के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।

3. लैवेंडर का तेल

जानकार मानते हैं कि लैवेंडर का तेल किसी प्रकार के घाव या चोट को ठीक करने के गुणों से लैस होता है।लैवेंडर का एसेंशियल ऑयल चोट के लिए काफी प्रभावी माना जाता है और घाव को तेजी से भर सकता है।इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण भी होते हैं। इसके एसेंशियल ऑयल को इस्तेमाल करने के लिए नारियल तेल या किसी और वाहर तेल में मिला लें ।आप इसे  जोजोबा, जैतून या बादाम के तेल में भी मिला सकते हैं।

4. गेंदे का फूल

गेंदे का फूल भारतीय परंपरा में काफी मह्त्वपूर्ण माना जाता है।यही वजह है कि हर शुभ मौके पर इसका इस्तेमाल सजावट और पूजा के लिए किया जाता है। इतना लोकप्रिय होने के कारण ये हर जगह आसानी से उपलब्ध भी हो जाता है। मैरीगोल्ड यानी गेंदे में कोलेजन को बढ़ाने के अलावा एंटी बैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।

मैरीगोल्ड मलहम में मिलाकर लगाया जा सकता है या आप घाव पर इसका पेस्ट भी लगा सकते हैं।

5. हल्दी का पेस्ट

हल्दी तो हमारी रसोई में अधिकतर व्यंजनों में उपयोग की जाती है।

हल्दी में करक्यूमिन नामक एक प्राकृतिक एंटी बैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी घटक होता है, जो चोट पर लगाने पर त्वचा के घावों को ठीक करने में मदद कर सकता है। हल्दी में संक्रामक विरोधी घटक भी होते हैं।  हालांकि घाव होने पर हल्दी का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। हल्दी अपने एंटीबायोटिक गुणों के लिए जानी जाती है और संक्रमण को ठीक करने में मदद कर सकती है। हल्दी में ऐसे गुण भी होते हैं जो सूजन को कम करने और त्वचा और रक्त को शुद्ध करने में मदद करते हैं। यह एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक भी है। घाव को ठीक करने के लिए हल्दी से बेहतर कोई प्राकृतिक उपाय नहीं है।

6. टी ट्री ऑयल

टी ट्री ऑयल एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो त्वचा की सूजन का भी इलाज कर सकता है। इस तेल का उपयोग चोट लगने पर करने से ना सिर्फ घाव ठीक करने में बल्कि सूजन कम करने में तेज़ी भी आ सकती है टी ट्री ऑयल एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है; इसमें जीवाणुरोधी गुण भी होते हैं और ये चोट में दर्द से राहत प्रदान करने में मदद करता है। टी ट्री ऑयल की एक बूंद खुले घाव पर लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है।

7. पेपरमिंट ऑयल

पेपरमिंट का तेल चोट से प्रभावित जगह पर लगाने से आपको दर्द से राहत मिल सकती है। हां ये ज़रूर याद रखें कि कि इसे खुले घाव पर नहीं लगाना है। अगर त्वचा में कट है घाव के चारों ओर इस तेल को लगाएं लेकिन सीधे घाव पर नहीं।

8. लहसुन

लहसुन खाने से बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है जो हवा या भोजन के माध्यम से फैल सकता है। लहसुन का पेस्ट बनाकर खुले घावों पर लगाने से बाहरी संक्रमण का इलाज हो सकता है। लहसुन में एंटी बैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी होते हैं, जो रक्तस्राव को रोकने, दर्द को कम करने और आपके घावों को तेजी से ठीक करने में मदद कर सकते हैं।

9. दालचीनी

दालचीनी के मजबूत एंटी बैक्टीरियल गुण घावों को ठीक करने में भी मदद कर सकते हैं। दालचीनी में संक्रमण से लड़ने और सूजन को कम करने की क्षमता होती है। दालचीनी में एक घटक होता है जो दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, दालचीनी को जलन को ठीक करने और त्वचा को ठंडा करके उसे ठीक करने में मदद करने के लिए भी जाना जाता है। यह खुले घावों को अविश्वसनीय गति से ठीक करता है और सामान्य रूप से उपचार के लिए बहुत अच्छा है।

10. नारियल का तेल

नारियल के तेल के एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण संक्रमण को दूर रखने में मदद कर सकते हैं। घावों पर नारियल का तेल लगाने से घाव पूरी तरह ठीक हो जाते हैं और जलन भी ठीक हो जाती है। नारियल का तेल लगभग किसी भी तरह के घाव को भर देता है और त्वचा को हाइड्रेट भी करता है। नारियल के तेल में त्वचा को नमी देने वाले गुण भी होते हैं। आपको बस घाव पर नारियल के तेल की कुछ बूंदों को लगाना है और इसे एक साफ कपड़े से ढक देना है। जल्दी राहत पाने के लिए आप इस उपाय को दिन में दो या तीन बार आजमा सकते हैं।साथ ही इसमें थोड़ा सा कपूर मिला देने से इसकी चोट सुखाने की क्षमता बढ़ जाती है। नारियल का तेल दर्द को कम करने में मदद करता है और संक्रमण को दूर रखता है। इन गुणों की वजह से यह हर घर में पाया जाता है। कभी अकेले तो कभी कपूर के साथ। वास्तव में, नारियल का तेल भी दाग-धब्बों को रोकने में मदद करता है। आपको बस इतना करना है कि इस तेल को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और इसे एक साफ कपड़े से ढक दें। 

11. प्याज

प्याज में एलिसिन होता है, जो एक टी बैक्टीरियल तत्व है।ये घाव को संक्रमित होने से रोकता है। प्याज में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो सूजन को कम करने और घावों को भरने में मदद करते हैं। आप प्याज का पेस्ट बनाकर खुले घाव पर लगा सकते हैं। यह घाव को संक्रमित करने से पहले बैक्टीरिया को मारने में मदद करेगा। लहसुन और प्याज को एक पेस्ट में मिलाकर घाव को जल्दी भरने में मदद मिल सकती है।

12. चूना

चूने को कई बार लाइम स्टोन पाउडर के नाम से जाना और समझा जाता है। चूना का आमतौर पर इस्तेमाल पानम में होता है। आम तौर पर चूना लगाना किसी को नुकसान पहुचांना कहा जाता और चूने से मुंह कटने की बात सामने आती है पर बहुत से लोग इस बात को भी जानते होंगे कि चून में बहुत हीलिंग पावर भी होती है। आपको कहीं घा तो तो आप चूना और हल्दी को मिला लें और उसे घाव पर लगा दें। इससे घाव तेजी से भऱता है।

घाव भरने के लिए ये खाद्य पदार्थ खाएं

यदि आप गहरे घावों को तेजी से ठीक करना चाहते हैं, तो अपने आहार को नज़रअंदाज ना करें। ऐसे बहुत से खाद्य पदार्थ हैं जो घाव भरने में आपकी मदद कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

हरी पत्तेदार सब्जियां: केला, ब्रोकली, पालक और अन्य साग में विटामिन K की मात्रा अधिक होती है, जो रक्त के थक्के जमने के लिए आवश्यक है।

प्रोटीन: शरीर प्रोटीन से ही  ऊतकों का पुनर्निर्माण करता है।  प्रति भोजन कम से कम चार से पांच औंस कार्बनिक, लीन प्रोटीन (जैसे जंगली पकड़ी गई मछली या घास से भरे गोमांस) खाने से घाव भरने में मदद मिलती है।

ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें जो उपचार को धीमा करते हैं।

ऐसे आहार नहीं खाने चाहिए जिससे घाव भरने की रफ्तार कम हो सकती है। ऐसे पदार्थों में शामिल है।

शराब: यह सूजन को बढ़ा सकता है, जो उपचार के लिए प्रतिकूल है।

चीनी और प्रोसेस्ड फूड अनाज: ये सूजन को बढ़ावा देते हैं और उपचार को धीमा कर सकते हैं।

हाइड्रोजनीकृत तेल: हाइड्रोजनीकृत वसा सूजन को बढ़ावा देते हैं और आपके शरीर को ठीक करने की क्षमता को कम करते हैं।

प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ: इनमें हाइड्रोजनीकृत तेल, रसायन, रंग और अन्य संदिग्ध योजक हो सकते हैं जो घाव भरने को धीमा कर सकते हैं।

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चोट लगने पर कौन सा मलहम लगाना चाहिए?

शहद और चूना शहद और चूने में चोट के दर्द को खींचने की क्षमता होती है. इसके लिए जिस जगह चोट लगी है वहां थोड़ा शहद और थोड़ा खाने वाला चूना मिलाकर लगाएं. इससे आपको चोट पर गर्माहट का एहसास होगा. इससे घबराएं नहीं इससे आपकी चोट में गर्माहट जाएगी और आपको काफी आराम मिलेगा.

घाव सुखाने के लिए क्या लगाएं?

घाव पर नीम का पेस्ट लगाया जा सकता है। नीम में फैटी एसिड होता है जो कोलेजन का निर्माण करता है, जिससे त्वचा का लचीलापन बना रहता है और घाव जल्दी भरता है। इसमें एंटीसेप्टिक और जलन विरोधी गुण होते हैं। इसका पेस्ट बनाने के लिए नीम का रस और हल्दी पावडर का उपयोग करें।

घाव भरने के लिए सबसे अच्छा क्रीम कौन सा है?

बीटाडीन क्रीम एक एंटीसेप्टिक और डिसइंफेक्‍टेंट एजेंट है. इसका इस्तेमाल घाव और कटने के कारण होने वाले संक्रमण के इलाज और रोकथाम के लिए किया जाता है.

चोट की सूजन को कैसे कम करें?

चोट की सूजन में शहद का इस्तेमाल करने से चोट वाली जगह पर तुरंत राहत मिलती है। इसके लिए आप सूजन वाली जगह पर शहद में थोड़ा सा चूना मिक्स करके लगाएं। शहद और चूना का मिश्रण चोट खींचने में और सूजन कम करने में मदद करेगा। यदि आपके पास चूना नहीं है तो चोट की सूजन पर शहद का लेप करें