रासायनिक अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं? - raasaayanik abhikriya kee dar ko prabhaavit karane vaale kaarak kaun kaun se hain?

विषयसूची

  • 1 अभिक्रिया की गति को प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं?
  • 2 अभिक्रिया की दर पर ताप का क्या प्रभाव पड़ता है?
  • 3 रासायनिक अभिक्रिया की दर पर सांद्रता का क्या प्रभाव पड़ता है?
  • 4 अवक्षेपण अभिक्रिया क्या है उदाहरण सहित समझाइए?
  • 5 स्थिर दाब पर होने वाली प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

अभिक्रिया की गति को प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं?

इसे सुनेंरोकें(1) अभिकारक का सांद्रणः अभिकारक का साद्रण बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर बढ़ती है क्योंकि अभिकारक अणुओं की संख्या में वृद्धि हो जाती है। (2) तापः ताप बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर बढ़ती है। क्योंकि 100 ताप बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर दोगुनी हो जाती है। (3) दाबः गैसीय अभिक्रियाओं में दाब बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर बढ़ती है।

प्रतिक्रिया की दर क्या है उपयुक्त उदाहरणों और इसकी विशेषताओं के साथ दूसरे क्रम की प्रतिक्रिया प्राप्त करें?

इसे सुनेंरोकेंअभिक्रिया की दर (reaction rate या rate of reaction) का मतलब यह है कि किसी दी हुई रासायनिक अभिक्रिया में किसी अभिकारक या उत्पाद की मात्रा कितना धीमे या कितनी तेजी से बदल रही है। भौतिक रसायन के अन्तर्गत रासायनिक गतिकी (Chemical kinetics) में अभिक्रिया की दर का अध्ययन किया जाता है।

अभिक्रिया की दर पर ताप का क्या प्रभाव पड़ता है?

इसे सुनेंरोकेंताप (Temperature) – ताप की वृद्धि से सक्रिय अणुओं तथा प्रभावकारी टक्करों की संख्या में, वृद्धि हो जाती है जिससे अभिक्रिया का वेग बढ़ जाता है। इसकी उपस्थिति में अभिक्रिया का वेग अधिक या कम हो जाता है जो उत्प्रेरक की प्रकृति पर निर्भर करता है।

रासायनिक बदलाव क्या है उपयुक्त उदाहरण देते हुए रासायनिक बदलाव को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों पर चर्चा करें?

इसे सुनेंरोकेंजब कोई पदार्थ किसी अन्य पदार्थ से मिलकर एक नया पदार्थ बनता है (संश्लेषण), या जब कोई पदार्थ दो या अधिक पदार्थों में वियोजित (डीकम्पोज) होकर उसका गुण और वैशिष्ट्य बदल जाता है, तो इसे रासायनिक परिवर्तन (Chemical change) कहते हैं। उदाहरणः लोहे पर जंग लगना, अगरबत्ती का जलना, दूध का फटना, आदि।

रासायनिक अभिक्रिया की दर पर सांद्रता का क्या प्रभाव पड़ता है?

इसे सुनेंरोकेंइसलिए, विभिन्न अभिकारकों या उत्पादों की दरों को समान करने के लिए दर व्यंजक को संतुलित रासायनिक समीकरण में स्टॉकियोमिति गुणांक से भाग करते हैं। किसी अभिक्रिया की दर उसके अभिकारकों की सांद्रता पर निर्भर करती है। जैसे-जैसे अभिक्रिया आगे बढ़ती है, अभिकारकों का व्यय होता है और उनकी सांद्रता समय के साथ घटती है।

किसी रासायनिक अभिक्रिया में ताप बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर पर क्या प्रभाव पड़ता है?

इसे सुनेंरोकें1. ताप का प्रभाव सामान्यतः ताप बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर बढ़ जाती है। अतः किसी रासायनिक अभिक्रिया में 10 डिग्री सेंटीग्रेड (10°C) ताप में वृद्धि की जाए तो अभिक्रिया का वेग दोगुना हो जाएगा।

अवक्षेपण अभिक्रिया क्या है उदाहरण सहित समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंकिसी द्रव विलयन में रासायनिक अभिक्रिया होने पर यदि कोई ठोस उत्पाद बनता है तो उसे ही ‘अवक्षेप’ (precipitate) कहते हैं। यदि पोटैशियम क्लोराइड के जलीय विलयन में सोडियम नाइट्रेट (AgNO3) का जलीय विलयन मिलाया जाता है तो देखा जाता है कि सफेद रंग के एक ठोस पदार्थ का अवक्षेपण हो रहा है।

अभिक्रिया की कोटि क्या है अभिक्रिया की कोटि के निर्धारण की किन्हीं दो विधियों का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंअभिक्रिया की कोटि शून्य , प्रथम , द्वितीय , तृतीय अथवा भिन्नात्मक भी हो सकती है। किसी अभिक्रिया की कोटि यह प्रदर्शित करती है उस अभिक्रिया का वेग किन किन कणों , अणुओं , परमाणुओं की सांद्रता पर निर्भर करता है। अर्थात यह अणुओं , आयनों या परमाणुओं की वह संख्या होती है जिनकी सांद्रता , अभिक्रिया के वेग को प्रभावित करती है।

स्थिर दाब पर होने वाली प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसमतापीय अनुत्क्रमणीय प्रक्रम के लिए फ्लास्क, परखनली आदि में स्थिर वायुमंडलीय दाब पर होती q= – W = pe (V – V.)

1.अभिकारक अणुओं की सान्द्रता का प्रभाव
निश्चित ताप पर अभिकारकों की सान्द्रता बढ़ाने से अभिक्रिया का वेग बढता है ,
क्योकि अभिकारक अणुओं की सान्द्रता बढ़ जाने से अणुओं के मध्य टक्करों (Collisions)की कुल संख्या बढ़ जाती है |

2.ताप का प्रभाव
अभिक्रिया का ताप बढ़ाने से अभिक्रिया का वेग बढ़ता है,
क्योकि ताप वृध्दि से प्रभावी टक्करों की संख्या बढ़ जाती है |

3.उत्प्रेरक का प्रभाव
उत्प्रेरक अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा (Ea)का मान (Lower )कर देता है जिससे सक्रिय अणुओं की संख्या बढ़ जाती है ,
अतः उत्प्रेरक की उपस्थिति में अभिक्रिया का वेग बढ़ जाता है |

4.अभिकारकों का पृष्ठ क्षेत्रफल
अभिकारक अणुओं का पृष्ठ क्षेत्रफल अधिक होने पर अभिक्रिया का वेग अधिक होता है |

5.प्रकाश का प्रभाव

जिनमे प्रकाश ऊर्जा का अवशोषण कर देहली ऊर्जा तल को प्राप्त करने की प्रवृत्ति होती है , उनका वेग प्रकाश की उपस्थिती मे बढ़ जाता है |

रासायनिक प्रतिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं?

(1) अभिकारक का सांद्रणः अभिकारक का साद्रण बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर बढ़ती है क्योंकि अभिकारक अणुओं की संख्या में वृद्धि हो जाती है। (2) तापः ताप बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर बढ़ती है। क्योंकि 100 ताप बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर दोगुनी हो जाती है। (3) दाबः गैसीय अभिक्रियाओं में दाब बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर बढ़ती है।

रासायनिक अभिक्रिया की दर पर सांद्रता का क्या प्रभाव पड़ता है?

स्थिर ताप पर किसी अभिक्रिया की दर अभिकारकों की सांद्रता के अधिक होने पर अधिक होती है। क्योंकि सांद्रता बढ़ाने पर आण्विक टक्करें होती हैं।

रासायनिक अभिक्रिया में निम्नलिखित में से कौन प्रभावित होता?

Detailed Solution सही उत्तर केवल इलेक्ट्रॉन रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग लेते हैं। इलेक्ट्रॉन एक परमाणु के ऋणात्मक आवेशित कण होते हैं जो रासायनिक अभिक्रियाओं में शामिल होते हैं।

अभिक्रिया की दर से आप क्या समझते हैं अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक लिखिए?

Solution : रासायनिक अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक निम्न है - <br> (1 ) अभिकारक का सांद्रण - अभिकारक का सांद्रण बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर अभिकारक के सक्रिय द्रव्यमान के समानुपाती होती है। सांद्रण बढ़ाने पर अभिकारक अणुओं की संख्या बढ़ जाती है जिससे प्रभावी टक्करों की संख्या में वृद्धि हो जाती है।