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नगर निगम (municipal corporation) कई स्थानीय सरकारों के प्रशासन संगठन का नाम होता है। यह अक्सर किसी नगर परिषद या ज़िले, ग्राम, बस्ती या अन्य स्थानीय शासकीय निकायों के अधीन काम करता है।[1][2][3] नगर नगमों की स्थापना[संपादित करें]कानूनी रूप से नगर निगम तब स्थापित होते हैं जब किसी नगर, बस्ती या ग्राम को स्वशासन का अधिकार दिया जाता है। यह एक कानूनी लिखत जारी कर किया जाता है, जिसे नगरीय अधिकारपत्र (municipal charter) कहा जाता है, जिसमें प्रशासन संचालन व उच्चतम नगर अधिकारियों के चुनाव या नियुक्ति की विधि स्पष्ट करी जाती है।[4] इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
इस लेख की सामग्री "भारत की जनगणना, 2011" पर आधारित है:
टिप्पणी: सूची में शहर की नगरपालिका सीमाएँ शामिल हैं, लेकिन शहरी समूह या नगरपालिका नहीं। राज्य आधारित सूची[संपादित करें]भारत में निम्न नगर निगम हैं (कुल 247)। अरुणाचल प्रदेश[संपादित करें]असम[संपादित करें]
आंध्र प्रदेश[संपादित करें]उत्तर प्रदेश[संपादित करें]
उत्तराखंड[संपादित करें]
ओडिशा[संपादित करें]
कर्नाटक[संपादित करें]
केरल[संपादित करें]
गुजरात[संपादित करें]
गोवा[संपादित करें]
छत्तीसगढ़[संपादित करें]
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तेलंगाना[संपादित करें]
पंजाब[संपादित करें]
पश्चिम बंगाल[संपादित करें]
बिहार[संपादित करें]
मणिपुर[संपादित करें]
मध्य प्रदेश[संपादित करें]
महाराष्ट्र[संपादित करें]
मिजोरम[संपादित करें]
राजस्थान[संपादित करें]
सिक्किम[संपादित करें]
हरियाणा[संपादित करें]
हिमाचल प्रदेश[संपादित करें]कुल नगर निगम = 05
त्रिपुरा[संपादित करें]
केंद्र शासित प्रदेशों की सूची[संपादित करें]चंडीगढ़[संपादित करें]
दिल्ली[संपादित करें]
जम्मू और कश्मीर[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
भारत में कितने नगर निगम शहर हैं?भारत में निम्न नगर निगम हैं (कुल 247)।
सबसे पुराना नगर निगम कौन सा है?चेन्नई नगर निगम (तमिल: சென்னை மாநகராட்சி, चेन्नई कार्पोरेशन) चेन्नई शहर का अनुरक्षण करने वाली नागर संस्था है। यह भारत की सबसे पुरानी निगम संस्था है। चेन्नई शहर का प्रशासन चेन्नई नगर निगम के पास है। १६८८ में स्थापित हुआ यह नगर निगम भारत में ही नहीं, ब्रिटेन के बाहर किसी भी राष्ट्रमंडल देश में सबसे पहला नगर निगम है।
हल्द्वानी नगर निगम कब बनाया गया?वर्तमान हल्द्वानी नगर की स्थापना वर्ष १८३४ में कुमाऊँ मण्डल के तत्कालीन कमिश्नर, जी° डब्लू° ट्रेल द्वारा की गयी थी। १८८५ में टाउन अधिनियम लागू होने के बाद नोटिफाईड संख्या १६४-६६-६४ दिनांक २ फ़रवरी १८८७ द्वारा हल्द्वानी नगरपालिका कमेटी गठित की गयी तथा इसकी प्रथम बैठक १२ फ़रवरी १८९७ को हुई।
नगर निगम कैसे बनाए जाते हैं?कानूनी रूप से नगर निगम तब स्थापित होते हैं जब किसी नगर, बस्ती या ग्राम को स्वशासन का अधिकार दिया जाता है। यह एक कानूनी लिखत जारी कर किया जाता है, जिसे नगरीय अधिकारपत्र (municipal charter) कहा जाता है, जिसमें प्रशासन संचालन व उच्चतम नगर अधिकारियों के चुनाव या नियुक्ति की विधि स्पष्ट करी जाती है।
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