मसूर की दाल खाने से क्या फायदा क्या नुकसान? - masoor kee daal khaane se kya phaayada kya nukasaan?

विषयसूची

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  • 1 मसूर दाल खाने से क्या नुकसान है?
  • 2 मूंग दाल के साथ क्या नहीं खाना चाहिए?
  • 3 मसूर की दाल खाने से क्या लाभ होता है?
  • 4 मसूर दाल में कौन सा विटामिन पाया जाता है?
  • 5 मसूर की दाल में कौन सी विटामिन होती है?

मसूर दाल खाने से क्या नुकसान है?

मसूर दाल के नुकसान – Side Effects of Lentils in Hindi

  • मसूर की दाल में फाइबर होता है, इसलिए अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से पेट में गैस और ऐंठन की समस्या हो सकती है 5।
  • फाइबर का अधिक सेवन शरीर द्वारा आयरन, जिंक, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे खनिजों के अवशोषण को बाधित कर सकता है 5।

मसूर के दाल खाने से क्या होता है?

हम आपको मसूर दाल के फायदों (Red Lentil benefits) के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जो पुरुषों के लिए बेहद लाभकारी होती है.

  1. कमजोरी दूर करती है मसूर शारीरिक कमजोरी दूर करने के साथ-साथ खून को बढ़ाने का भी काम करती है.
  2. स्पर्म क्वालिटी को ठीक करती है मसूर दाल
  3. त्वचा रोगों में लाभकारी
  4. कमर और पीठ दर्द का इलाज

मूंग दाल के साथ क्या नहीं खाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंऐसा इसलिए दाल प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है और इसे पचने में समय लगता है। चीनी का अत्याधिक सेवन आपके इंसुलिन लेवल को बढ़ाकर आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। शक्कर का सेवन रात के समय खासतौर पर ना करें। ऐसा करने से आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और व्यक्ति को नींद न आने की समस्या होने लगती है।

काली मसूर की दाल में कितना प्रोटीन होता है?

इसे सुनेंरोकेंडॉक्टर रंजना सिंह ने बताया कि एक कप मसूर दाल में 230 कैलोरी होती है, लगभग 15 ग्राम डाइटरी फाइबर और लगभग 17 ग्राम प्रोटीन होता है. आयरन और प्रोटीन से भरपूर होने के कारण यह दाल वेजेटेरियन लोगों के लिए एक आयडि‍यल च्वाइस है. अलग तरह के स्वाद और आहार संबंधी फायदों के चलते इसे अपनी बैलेंस डाइट में शाम‍िल करना चाह‍िए.

मसूर की दाल खाने से क्या लाभ होता है?

इसे सुनेंरोकेंवजन कम करने में मसूर की दाल फायदेमंद (Masoor Dal Beneficial in Weight Loss in Hindi) वजन बढ़ने का कारण कफ दोष का बढ़ना माना गया है। मसूर दाल का सेवन वजन कम करने में सहयोगी होता है क्योंकि इसमें कफ शामक गुण पाया जाता है। साथ ही इसका लघु गुण होने के कारण यह सुपाच्य होती है जिसकी वजह से यह जल्दी हजम हो जाती है।

मसूर की दाल बादी होती है क्या?

इसे सुनेंरोकेंवैसे गर्मियों में ठंडी तासीर वाली चीजें खाने की सलाह दी जाती है और सर्दियों में गर्म तासीर वाली. आप चाहें तो इन दालों को मौसम के हिसाब से अलग अलग भी बना सकते हैं. मूंग की दाल की तासीर ठंडी होती है, जबकि मसूर की दाल की तासीर गर्म होती है.

मसूर दाल में कौन सा विटामिन पाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंइसमें अच्छी मात्रा में विटामिन बी और प्रोटीन सहित सात मिनरल पाए जाते है. अमरीका के कृषि विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, 100 ग्राम मसूर की दाल में 3.3 मिलीग्राम आयरन पाया जाता है. जो लाल मांस में पाए जाने वाले 2.8 मिलीग्राम आयरन से भी ज़्यादा है.

सबसे ज्यादा ताकतवर दाल कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंताकत के लिए जो लोग बहुत दुबले पतले और कमजोर हों, उनके लिए मसूर दाल का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता हैं, मसूर दाल सभी जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जिससे शरीर मजबूत और ताकतवर बनता है।

मसूर की दाल में कौन सी विटामिन होती है?

इसे सुनेंरोकेंलाल दाल या मसूर दाल कई उत्तर भारतीय राज्यों में मुख्य तौर से खाई जाती है. मसूर दाल आयरन, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी, बी6, बी2, फोलिक एसिड, कैल्शियम, जिंक और मैग्नीशियम से भरपूर होती है. आधा कप मसूर दाल आपको लगभग 9 ग्राम प्रोटीन प्रदान करती है.

कौन सी दाल खाने से गैस नहीं बनती है?

इसे सुनेंरोकेंजिन लोगों को गैस की समस्या है उन्हें रात को अरहर दाल नहीं खानी चाहिए. लेकिन मूंग और मसूर की दाल को सदाबहार दाल कहा जाता है.

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हम सभी जानते हैं कि कोई भी दाल पौष्टिक तत्व से भरपूर होता है। जहां तक मसूर दाल की बात है तो ये भी पोषण और औषधीय गुण से भरपूर होता है। मसूर दाल को प्रोटीन और कैलोरी का शानदार मेल माना जा सकता है, जो स्वास्थ्य से भरपूर है।

MysticMind के इस आर्टिकल में हम साबुत मसूर दाल एवं मसूर दाल के बारे में विस्तार से जानकारी साझा करेंगे। इसके अलावा हम इसे बनाने की विधि और इसके नुकसान के बारे में भी आपको बताएंगे।

इस लेख में हम जानेंगे

  • मसूर दाल के प्रकार
  • मसूर दाल के पौष्टिक तत्व
  • मसूर दाल स्वास्थ्य के लिए क्यों अच्छी है?
  • मसूर दाल के फायदे
  • मसूर दाल के औषधीय गुण
  • मसूर दाल बनाने की विधि
  • मसूर की दाल कितनी मात्रा में खाना चाहिए?
    मसूर दाल किस समय खाना चाहिए?
  • मसूर दाल के नुकसान

तो आइए Masoor Dal Benefits के बारे में जानने से पहले जानते हैं कि मसूर की दाल कितने प्रकार की होती है?

मसूर दाल कितने प्रकार के होते हैं | Types of Masoor Dal in Hindi

मसूर दाल तीन तरह के होते हैं।

साबुत काली मसूर – आकार में सबसे बड़ी और काले रंग की होती है, साबुत काली मसूर। इसे कई प्रकार से खाने में इस्तेमाल किया जाता है। ये खाने में स्वादिष्ट और पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है।

मलका मसूर (छिलका उतरी मसूर) – काले रंग की जो मसूर होती है, उसका छिलका उतार कर इसे तैयार किया जाता है। ये दाल लाल या गुलाबी रंग की होती है।

दली हुई मसूर – छिलका उतरी हुई मसूर दाल को दबाकर दो हिस्सों में कर दिया जाता है। ये दाल पकने में ज्यादा समय नहीं लेती है।

Masoor Dal Benefits के बारे में जानने से पहले जानते हैं कि इनमें कौन कौन से पौष्टिक आहार पाए जाते हैं?

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मसूर दाल में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व

पौष्टिक तत्वों से भरपूर मसूर दाल में कैल्शियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कॉपर, जिंक, एल्युमीनियम, मैग्नीशियम, आयोडीन, फास्फोरस, सोडियम, विटामिन डी और क्लोरीन जैसे तत्व मौजूद रहते हैं।

आइए जानते हैं कि उपर्युक्त पौष्टिक तत्वों से भरपूर मसूर की दाल खाने से क्या लाभ मिलते हैं अर्थात Masoor Dal Benefits क्या क्या हैं?

हृदय और कोलेस्ट्रॉ के लिए – शरीर में अगर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा रहेगी तो हृदय रोग का खतरा भी बढ़ जाता है। मसूर दाल में मौजूद फाइबर की मात्रा कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।

एक रिसर्च में बताया गया है कि शरीर में बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कम करने में फाइबर काफी मददगार होता है। दरअसल फाइबर में हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक होता है और साथ ही मसूर दाल में पॉलीफेनोल युक्त एंटी कोलेस्टेरिक प्रभाव भी मौजूद रहता है।

इसी आधार पर कहा जाता है कि मसूर की दाल शरीर से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करके हृदय को स्वस्थ रखती है। तो वहीं मसूर दाल शरीर में होमोसिस्टीन नाम के अमीनो एसिड को नियंत्रित रखता है, जिसकी मात्रा अगर खून में बढ़ जाए तो हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा शरीर के रक्तचाप को नियंत्रित रखने में भी मसूर दाल मददगार हो सकती है।

Benefits of Masoor Dal in Hindi

वजन कम करने में मददगार – जिस व्यक्ति को जितनी ज्यादा भूख लगेगी उसका वजन उतना ज्यादा बढ़ेगा। लेकिन अगर आप मसूर दाल का सेवन करते हैं, जो बढ़े हुए वजन को कम करना थोड़ा आसान हो जाएगा।

क्योंकि इसमें फाइबर और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में रहता है। ये भूख को शांत रखने में मददगार होते हैं। लेकिन आप वजन कम करने के लिए पूरी तरह से मसूर दाल पर ही निर्भर नहीं रह सकते हैं। साथ जितना हो सके वॉक और योग भी कीजिए।

Masoor Dal Benefits for BP ब्लड शुगर के लिए – एनसीबीआई (National Center For Biotechnology) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक मसूर दाल शरीर में लिपिड, लिपोप्रोटीन व ब्लड शुगर में सुधार करने की क्षमता रखता है।

दरअसल मसूर दाल में जो फाइबर और फ्लेवोनोइड की मात्रा होती है वो ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकने में मददगार हो सकता है। तो वहीं मसूर दाल में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट मौजूद होते हैं, जो खून में धीरे-धीरे रिलीज होते हैं। इससे होता ये है कि ब्लड ग्लूकोज लेवल में जल्दी से बदलाव नहीं हो पाता है। इससे डायबिटीज में कुछ राहत तो मिल ही सकती है।

Benefits of Masoor Dal in Hindi

इम्यूनिटी बढ़ाता है – मसूर दाल में कुछ ऐसे पेप्टाइड्स मौजूद रहते हैं, जो हमारे शरीर में एंटीमाइक्रोबियल यानी कि जीवाणु रोधी गतिविधि को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। इसकी वजह से शरीर में किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। इस तरह से मसूर दाल में पाए जाने वाले पेप्टाइड इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम कर सकते हैं।

Masoor Dal Benefits for Digestion पाचन के लिए फायदेमंद – हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाने में मसूर दाल काफी लाभदायक होता है। इसमें मौजूद फाइबर भोजन को पचाने में काफी कारगर होता है। विशेषज्ञों की मानें तो फाइबर कब्ज को रोकने और पाचन को मजबूत करने में मददगार होता है।

इसलिए पाचन शक्ति को मजबूत बनाने के लिए मसूर दाल का सेवन काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।

कैंसर में फायदेमंद – मसूर दाल थायराइड, पेट, लिवर, स्तन और प्रोस्टेट सहित कई तरह के कैंसर के खतरे को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। दरअसल मसूर दाल में लेक्टिन पाया जाता है, जो एक प्रकार का प्रोटीन है।

इस लेक्टिन में एंटी कैंसर गुण मौजूद होते हैं, ये मसूर की दाल में पाए जाने वाले फेनोलिक यौगिकों से मिलकर ट्यूमर को बढ़ने से रोक सकता है। इसके अलावा एक रिसर्च में ये भी बताया गया है कि मसूर की दाल में कीमोप्रिवेंटिव क्षमता, यानी कि कैंसर से बचाव की क्षमता मौजूद रहती है।

दरअसल इसमें पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट बायोएक्टिव मौजूद रहते हैं, जो कैंसर के खतरे को कम करने में काफी ज्यादा मददगार होते हैं।

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Benefits of Masoor Dal in Hindi

दिमाग के लिए फायदेमंद – दिमाग से जुड़ी समस्याओं से निजात दिलाने में मसूर दाल फायदेमंद हो सकती है। एक रिसर्च के अनुसार पार्किंसंस यानी कि केंद्रीय तंत्रिका तंत्र से जुड़े विकार के लक्षण जैसे कैटाटोनिया, यानी कि सामान्य तौर पर चलने फिरने जैसे दिक्कतों से बचाव में लाल मसूर की दाल में मौजूद हाइड्रो अल्कोहोलिक एक्सट्रैक्ट मददगार साबित हो सकता है।

इसके अलावा मसूर दाल में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स मस्तिष्क की रक्त वाहिनियों में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर कर सकते हैं, जिससे मस्तिष्क में नए उत्तक के निर्माण में मददगार हो सकता है।

Masoor Dal Benefits for Bones and Teeth दांत और हड्डियों के लिए – हड्डियों के कमजोर होने से जोड़ों में दर्द की शिकायत बढ़ जाती है। ऐसे में मसूर दाल फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि मसूर की दाल में मैग्नीशियम, कैल्शियम और फास्फोरस होता है, जो दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार साबित हो सकते हैं। मसूर दाल के नित्य सेवन से जोड़ों की समस्या से राहत पाया जा सकता है।

मांसपेशियों के लिए – मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में प्रोटीन काफी ज्यादा मददगार होता है और दाल में प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए मसूर दाल के सेवन से अन्य फायदों के साथ-साथ मांसपेशियों को भी मजबूत किया जा सकता है।

Skin Benefits of Masoor Dal in Hindi

त्वचा के लिए – हर कोई अपनी त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखना चाहता है। इसके लिए मसूर का दाल काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। मसूर दाल से बना फेस मास्क त्वचा को कई प्रकार से लाभ पहुंचाने का काम करता है।

मसूर दाल के फेस पैक से हमारी त्वचा, मुलायम, बेदाग और युवा नजर आ सकती है। मसूर दाल का फेस पैक त्वचा के पोर्स को टाइट करने में मददगार हो सकता है।

गर्भावस्था में लाभदायक – मसूर की दाल ऊर्जा का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके सेवन से गर्भावस्था के दौरान होने वाली कमजोरी से महिला को छुटकारा मिल सकता है। तो वहीं मसूर दाल में मौजूद फोलिक एसिड गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु के लिए काफी आवश्यक होता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि गर्भवती स्त्री को रोजाना 520 माइक्रोग्राम फोलेट लेना चाहिए। ऐसे में अगर कोई गर्भवती स्त्री प्रतिदिन 100 ग्राम मसूर दाल का सेवन करती हैं तो उन्हें इससे 181-358 माइक्रोग्राम फोलेट मिल जाएगा। इसलिए गर्भावस्था के दौरान महिला को मसूर दाल का सेवन करना चाहिए।

Masoor Dal Benefits for Hairs बालों के लिए फायदेमंद – बालों को स्वस्थ बनाने में मसूर दाल काफी मददगार हो सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और प्रोटीन पाए जाते हैं, जो बालों को मजबूती देकर उसे झड़ने से रोकने में मददगार होता है।

मसूर दाल के औषधीय गुण

मसूर दाल औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिससे मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारी के खतरे को कम करने में मददगार हो सकती है।

मसूर दाल पोषक तत्वों की उच्च मात्रा, बायोएक्टिव और पॉलीफेनोल्स तत्वों से युक्त होता है, जो हर प्रकार से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।

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मसूर दाल बनाने की विधि | How to Make Masoor Dal in Hindi

आमतौर पर जिस तरह से दूसरे दाल बनाए जाते हैं, उसी तरह से मसूर दाल को भी बनाया जाता है। हालांकि अन्य दाल के मुकाबले मसूर दाल जल्दी पक जाती है। इसे आप जीरा, हरी मिर्च, हींग, लहसुन, प्याज और टमाटर इत्यादि डालकर बनाएंगे तो ये खाने में काफी स्वादिष्ट लगते हैं।

Masoor Dal Benefits जानने के साथ यह जानना भी आवश्यक है कि किन परिस्थितियों में मसूर की दाल हानिकारक हो सकती है?

मसूर दाल के नुकसान | Disadvantages of Masoor Dal in Hindi

वैसे तो मसूर दाल गुणों का खान है, लेकिन इसे ज्यादा मात्रा में खाने से इसके कुछ नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं। आइए जानते हैं मसूर दाल से होने वाले नुकसान के बारे में।

  • फाइबर से भरपूर मसूर दाल के अधिक सेवन से पेट में गैस और ऐंठन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • फाइबर का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक और आयरन जैसे खनिजों के अवशोषण को बाधित करने का काम कर सकता है।
  • अगर मसूर दाल अच्छे से पकी हुई नहीं होगी तो इसके अधिक सेवन से गुर्दे की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि मसूर दाल को हमेशा अच्छे से पका कर ही खाना चाहिए।
  • मसूर दाल का ज्यादा सेवन एसिडिटी बना सकता है।

वैसे इसके नुकसान को जानकर परेशान होने वाली कोई बात नहीं है, क्योंकि इसे सही मात्रा में अच्छे पका कर सेवन करने से नुकसान नहीं होता। वैसे तो किसी भी चीज का अधिक सेवन नुकसान पहुंचा सकता है। फिर चाहे वो कितना भी ज्यादा पौष्टिक चीज क्यों ना हो। इसलिए सही मात्रा में मसूर दाल का सेवन करें और स्वस्थ रहें।

Masoor Dal Benefits एवं इसके पौष्टिक तत्वों के बारे में जानने के साथ यह भी जानते हैं कि मसूर की दाल किस प्रकार से स्वास्थ्य लाभ देती है।

मसूर दाल स्वास्थ्य के लिए क्यों अच्छी है?

सबसे बड़ी खासियत तो ये है कि मसूर दाल में प्रीबायोटिक कार्बोहाइड्रेट मौजूद रहते हैं, जिसकी वजह से ये काफी सुपाच्य होता है। इसके अलावा रिसर्च में पाया गया है कि जो खाद्य पदार्थ डाइटरी फाइबर और प्रीबायोटिक कार्बोहाइड्रेट से समृद्ध होते हैं वो, कैंसर, मोटापा, हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियों के खतरे को कम करने में मददगार होता है।

इसके अलावा ऊर्जा के स्त्रोत से भरपूर मसूर दाल में कई प्रकार के पौष्टिक पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा लाभदायक होते हैं।

FAQS

मसूर की दाल कितनी मात्रा में खाना चाहिए?

विशेषज्ञों के मुताबिक प्रतिदिन 100 ग्राम या 125 मिलीलीटर पकी हुई मसूर दाल का सेवन किया जा सकता है। इतनी मात्रा में दाल का सेवन शरीर को ऊर्जा और पोषण देने में काफी लाभदायक साबित हो सकती है।

मसूर दाल खाने का सही समय क्या है?

स्वादिष्ट मसूर की दाल गुणों से भरपूर होती है। इसे आप दोपहर या फिर रात के भोजन में आराम से खा सकते हैं।

किन लोगों को मसूर दाल नहीं खाना चाहिए?

जो व्यक्ति किडनी की समस्या से ग्रस्त हों या फिर जिनके ब्लड में फास्फोरस की मात्रा ज्यादा हो, उन्हें मसूर दाल नहीं खाने की सलाह दी जाती है। दरअसल मसूर दाल में फास्फोरस उच्च मात्रा में मौजूद रहता है, जिससे खून में फास्फोरस की मात्रा बढ़ सकती है।

Final Words: दाल प्रोटीन का भरपूर स्रोत है एवं Masoor Dal Benefits एवं अन्य बातों को ध्यान में रखकर सही मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए।

उम्मीद है, मसूर दाल से जुड़े सभी सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे। यदि यह आर्टिकल ज्ञानवर्धक एवं लाभप्रद लगा हो तो दूसरों के साथ अवश्य साझा करें।

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सबका मंगल हो।

मसूर दाल खाने से क्या नुकसान होता है?

मसूर दाल के नुकसान – Side Effects of Lentils in Hindi.
मसूर की दाल में फाइबर होता है, इसलिए अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से पेट में गैस और ऐंठन की समस्या हो सकती है 5।.
फाइबर का अधिक सेवन शरीर द्वारा आयरन, जिंक, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे खनिजों के अवशोषण को बाधित कर सकता है 5।.

मसूर की दाल कब नहीं खाना चाहिए?

ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, रविवार को मसूर की दाल, अदरक या फिर कोई लाल रंग का भोज्‍य पदार्थ नहीं खाना चाहिए

मसूर के दाल खाने से क्या होता है?

हड्डियों को मजबूत बनाता हड्डियों को मजबूत बनाने में मसूर की दाल का सेवन करना काफी फायदेमंद माना जाता है। ... .
वजन कम करने में फायदेमंद वजन कम करने में मसूर की दाल फायदेमंद साबित होता है। ... .
कमजोरी दूर करने में फायदेमंद कमजोरी दूर करने में मसूर का दाल का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। ... .
पाचन के लिए फायदेमंद.

मसूर की दाल खाने से गैस बनती है क्या?

उड़द, राजमा, मसूर, सफेद चने और मूंग आदि की दाल खाने से कुछ लोगों में पेट में गैस (Kaun Si Dal Khane Se Gas Banti Hai) बन सकती है। ऐसे लोगों को रात के समय भी दाल खाने से मना किया जाता है।