विषयसूची Show
भारत का सबसे गंदा नदी कौन सा है?इसे सुनेंरोकेंगंगा (भारत) : भारत की सबसे पवित्र मानी जाने वाली गंगा नदी देश की सबसे प्रदूषित नदियों में गिनी जाती है। धार्मिक कर्म कांड भी इस नदी को काफी गंदा करते हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने इसे साफ करने का बीड़ा उठाया है और गंगा पुनर्जीवन नाम का मंत्रालय भी बनाया है। नदी में गंदगी ना पहले इसके लिए क्या करेंगे? इसे सुनेंरोकेंनदी में गंदगी ना फैले इसके लिए हमें अनेक उपाय करने की आवश्यकता है। सर्वप्रथम हमें नदी में किसी भी तरह का कूड़ा करकट या अपशिष्ट नहीं डालनी चाहिए। हमें नदी में किसी भी तरह की पूजा सामग्री भी प्रभावित नहीं करनी चाहिए। इन सब चीजों के डालने से नदी प्रदूषित होती है और उसमें गंदगी बढ़ती जाती है। आज देश की नदिया क्यों प्रदूषित है?इसे सुनेंरोकेंनदी प्रदूषण के कारण कृषि अपशिष्ट, रसायन, उर्वरक और कृषि में इस्तेमाल किए गए कीटनाशक नदी के जल को दूषित करते हैं। प्राकृतिक बारिश भी प्रदूषण साथ लाती है क्योंकि यह प्रदूषित हवा के साथ गिरती है। हम इसे अम्लीय वर्षा कहते हैं जो मिट्टी में पहुँचकर हानिकारक पदार्थों को उत्पन्न करती हैं। नदी की स्वच्छता हम कैसे करेंगे?
भारत की सबसे प्रदूषित नदी कौन सी है?इसे सुनेंरोकेंकेंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के राष्ट्रीय जल गुणवत्ता कार्यक्रम के तहत साबरमती नदी को देश की सबसे प्रदूषित नदियों में से एक गिना जाता है। ‘स्वच्छ साबरमती महा अभियान’ की शुरुआत मुख्यमंत्री विजय रूपाणी द्वारा ऐतिहासिक साबरमती नदी के पास नदी तट से की गयी। विश्व की सबसे प्रदूषित नदी कौन सी है? इसे सुनेंरोकेंइंडोनेशिया की सीतारुम नदी दुनिया की सबसे ज़्यादा प्रदूषित नदी है. आ भारत में नदियों में होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं?इसे सुनेंरोकेंबिना प्रक्रिया किए धोवन जल के निर्वहन पर प्रतिबंध लगाना। कारखाने का दूषित जल प्रक्रिया द्वारा शुद्ध करके नदी में छोड़ना। नदी तट पर पर्यटन के लिए आने वाले पर्यटकों द्वारा नदी का प्रदूषण न होने पाए, इस दृष्टि से मार्गदर्शक सूचना का बोर्ड लगाना। नदी के पानी की गंदगी और कचरा निकालकर नदी के पात्र को स्वच्छ करना इत्यादि। नदिया प्रदूषण क्या है? इसे सुनेंरोकेंजब झीलों, नहरों, नदियों, समुद्र तथा अन्य जल निकायों में विषैले पदार्थ प्रवेश करते हैं और यह इनमें घुल जाते है अथवा पानी में पड़े रहते हैं या नीचे इकट्ठे हो जाते हैं । जिसके परिणामस्वरूप जल प्रदूषित हो जाता है और इससे जल की गुणवत्ता में कमी आ जाती है तथा जलीय पारिस्थितिकी प्रणाली प्रभावित होती है । भारत की सर्वाधिक प्रदूषित नदी कौन सी है?नदियों का हमारे जीवन में क्या महत्व है? इसे सुनेंरोकेंनदियाँ खेती के लिए लाभदायक उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का उत्तम स्त्रोत होती हैं। नदियां न केवल जल प्रदान करती है बल्कि घरेलू एवं उद्योगिक गंदे व अवशिष्ट पानी को अपने साथ बहकर ले भी जाती है। बड़ी नदियों का उपयोग जल परिवहन के रूप मे भी किया जा रहा है। नदियों में मत्स्य पालन से मछली के रूप मे खाद्य पदार्थ भी प्राप्त होते हैं। भारत की पांच प्रदूषित नदियां कौन कौन सी है?इसे सुनेंरोकेंभारत की सबसे प्रदूषित नदी किसे कहा जाता है(a) गंगा (b) यमुना (c) सरस्वती (d) साबरमती भारत में कुल कितने नदी है? इसे सुनेंरोकेंभारत में लगभग 400 से अधिक प्रमुख नदियाँ हैं। उनमें से, गंगा नदी जल प्रवाह के अनुसार देश की सबसे बड़ी नदी है, जबकि सिंधु नदी लंबाई के हिसाब से सबसे बड़ी नदी है। राजस्थान में केवल 90 किमी बहने वाली अरवरी नदी को भारत की सबसे छोटी नदी माना जाता है। गंगा नदी की मुख्य शाखा कौन सी नदी है *?इसे सुनेंरोकेंइस बीच इसमें कई नदियां मिलती हैं जिसमें प्रमुख हैं- सरयू, यमुना, सोन, रामगंगा, गोमती, घाघरा, गंडक, बूढ़ी गंडक, कोसी, घुघरी, महानंदा, हुगली, पद्मा, दामोदर, रूपनारायण, ब्रह्मपुत्र और अंत में मेघना। हिमालय से निकलकर गंगा 12 धाराओं में विभक्त होती है। गंगा नदी की मुख्य शाखा कौन सी नदी है? इसे सुनेंरोकेंगंगा नदी की प्रधान शाखा भागीरथी है जो कुमायूँ में हिमालय के गोमुख नामक स्थान पर गंगोत्री हिमनद से निकलती है। गंगा के इस उद्गम स्थल की ऊँचाई 3140 मीटर है।
दामोदर देश की सबसे प्रदूषित नदी बनी{ शोधकर्ता डॉ. एसके रवि को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया अशोकविश्वकर्मा | बोकारो दामोदरनदी देश की सबसे प्रदूषित नदी बन गई है। एक शोध में यह पता चला है कि इस नदी का पानी अन्य नदियों के पानी से ज्यादा प्रदूषित है। देश की अन्य नदियों की तुलना में इस नदी के पानी में ज्यादा केमिकल हैं। यह खुलासा पश्चिम बंगाल के डॉ. कल्याण बनर्जी के नेतृत्व में चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके रवि के शोध में हुआ है। इस शोध के आधार पर ही 17 और 18 दिसंबर को देवघर में हुए इंडियन एसोसिएशन ऑफ डीमैटोलोजी वैनेरियोलोजी एंड लैप्रोलोजी (आईएडीवीएल) के आठवें सम्मेलन में बोकारो जिले के चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके रवि को इंडियन एसोसिएशन ऑफ डिमैटोलोजी, वैनेरियोलोजी एंड लैप्रोलोजी की ओर से लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। नदीको कैसे कर सकते हैं प्रदूषण मुक्त डॉ.एसक रवि ने बताया कि दामोदर नदी को प्रदूषित होने से बचाने का एकमात्र उपाय यह है कि शहर के किनारे जितने भी कल-कारखाने बसे हैं उनका गंदा पानी दामोदर में बहाए जाने से रोकना होगा। इसके लिए कल कारखानों से निकलने वाले कचरे और तेलयुक्त पानी का पहले फिलट्रेशन होना चाहिए ताकि उससे निकलने वाला कचरा वहीं रुक जाए और पानी फिल्टर होकर नदी में गिरे। इधर, पेयजल के रूप में उपयोग होने वाले पानी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में शुद्धिकरण के पूर्व मापदंड के अनुसार चूना, फिटकिरी आदि का सही ढंग से उपयोग होना चाहिए ताकि पानी को दूषित करने वाले केमिकल के अंश को खत्म कर सके। उसके बाद ही पानी को पेयजल के लिए सप्लाई करना चाहिए। बोकारो से निकलता नाली का गंदा पानी जो दामोदर में जाकर गिरता है। जिले की लाइफ लाइन है दामोदर नदी दामोदरनदी जिले की लाइफ लाइन है। यहां से चास और बोकारो के लोगों के साथ-साथ इस्पात संयंत्र को भी पानी मिलता है। पर इस नदी के पानी में घुले केमिकल कई तरह के रोगों का जन्म दे रहे हैं। चतरा के चूल्हा पानी से निकली यह नदी तेनुघाट से होते हुए फरका के पास गंगा नदी में मिलती है। इस बीच जितने भी शहर इसके किनारे बसे हुए हैं, उन सब की गंदगी इसी नदी में गिराई जाती है। इस कारण इस नदी के पानी का उपयोग करने पर कई लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। अवार्ड के साथ डॉ. एसके रवि। दामोदर नदीं में नहाना बंद करें : डॉ. रवि ^दामोदरके प्रदूषित पानी में लोग स्नान करना और कपड़े धोना बंद करें। उसमें स्नान करने और कपड़ा धोने वाले लोगों को इसका दुष्प्रभाव एक से डेढ़ माह के भीतर ही नजर आने लगता है। शरीर में खुजली और फफोले, आंख में जलन और सफेद दाग होने लगता है। आगे चलकर कैंसर का रूप ले लेता है।’’ डॉ.एसके रवि, चर्म रोग विशेषज्ञ, बोकारो इस पानी के उपयोग से लोग हो रहे हैं कई गंभीर बीमारियों के शिकार कुंडौरी के पास से गुजरती दामोदर नदी। इसका पानी पीना तो दूर, नहाने-धोने के भी उपयोग में नहीं लाया जा सकता है। ये केमिकल पाए गए दामोदर नदी में इसनदी में आर्सेनिक, फ्लोराइड, क्रोमियम, कोबाल्ट, आयरन जैसे केमिकल पाए जाते हैं। ऐसे में इसके पानी के उपयोग से शरीर में कई तरह की बीमारियां होती हैं। यही नहीं आए दिन दामोदर नदी के प्रदूषण के कारण कई स्थानों पर मछलियों के मरने की घटनाएं भी होती रहती हैं। कैंसरतक हो जाता है इस पानी के उपयोग से डॉ.एसके रवि ने बताया कि आर्सेनिक नामक केमिकल से शरीर की त्वचा में जलन होता है जिससे आगे चलकर त्वचा पर फफोला हो जाता है। उन्होंने बताया कि अगर यह जल्दी ठीक नहीं होता है तो यह एलर्जिक और कैंसर का रूप ले लेता है। इस नदी के पानी का सेवन करने पर शरीर के अंदर की हड्डियां प्रभावित होने लगती है। वे कमजोर हो जाती हैं और टूटने लगती हैं।डॉ. रनि ने बताया कि क्रोमियम और कोबाल्ट नामक केमिकल के कारण हर्पीज जोस्टर और स्क्रीन सिरोसिस नामक त्वचा से संबंधित बीमारी होती हैं जिससे शरीर की त्वचा पूरी तरह से जलने लगती है। इस कारण शरीर में खुजली, फुंसी, एग्जिमा, सोरायसिस, सफेद दाग और आर्टिकेरिया नामक बीमारी होती है। उन्होंने बताया कि अपने शोध में इन सभी चीजों पर बेहद ही बारीकी से अध्ययन किया है। भारत की सबसे प्रदूषित नदी कौन सी है?केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के राष्ट्रीय जल गुणवत्ता कार्यक्रम के तहत साबरमती नदी को देश की सबसे प्रदूषित नदियों में से एक गिना जाता है।
विश्व में सबसे प्रदूषित नदी कौन सी है?एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित नदियों की लिस्ट में सबसे ऊपर नाम गाजियाबाद की हिंडन नदी का है। रिपोर्ट के मुताबिक हिंडन नदी में अब जीवनदायनी नदी का रूप नहीं रह गया है।
भारत के पांच प्रमुख प्रदूषित नदियों कौन कौन सी है?(b) यमुना (c) सरस्वती (d) साबरमती
राजस्थान की सर्वाधिक प्रदूषित नदी कौन सी है?केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार देश की तकरीबन 521 में से 323 नदियों की हालत इतनी बुरी है कि उनके पानी में नहा भी नहीं सकते हैं। इनमें राजस्थान की बनास व चंबल शामिल है। इससे पहले हुए सर्वे में पाली की बांडी, जोधपुर की जोजरी और बाड़मेर की लूणी को सर्वाधिक प्रदूषित माना गया था।
|