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अमरूद के पौधे को सूखने से बचाने के लिए तने के आसपास गुड़ाई कर उस मिट्टी में गोबर की खाद डालें{ अमरूदोंके पौधे एक वर्ष के हो गए हैं, मगर पौधे के पत्तियां सिकुड़ने के साथ पौधे सूख रहे हैं। क्या उपाय करें? -मंगलराम, सवाईमाधोपुर अमरूदके पौधे के तने के आसपास गुड़ाई करें और उस मिट्टी में गोबर की खाद रासायनिक फर्टिलाइजर एनपीके का उपयोग करें। साथ ही पौधे की समयानुसार सिंचाई करें। समस्या खत्म हो जाएगी। {नींबूके पेड़ में कॉपर की पूर्ति के लिए कौन से फर्टिलाइजर का उपयोग करें। -अजय, जयपुर नींबूके पौधे में कॉपर की पूर्ति के लिए कॉपर सल्फेट फर्टिलाइजर का उपयोग करें। {मैंखजूर की खेती करना चाहता हूं। यह कब की जाती है और इसके पौधे कहां मिलेंगे? -शकूर खान, बाड़मेर खजूरके पौधों का प्लांटेशन माह जून जुलाई सहित फरवरी मार्च माह में किया जा सकता है। इसके पौधे लेने के लिए जोधपुर में उद्यान विभाग से संपर्क करें। {मैंमेरी पौधशाला में छायादार इमारती लकड़ी के पौधे अशोक, शीशम, रोहिड़ा आदि लगाना चाहता हूं। किस तरह तैयारी करूं, बताएं। -अजय, भादरा, हनुमानगढ़ छायादारइमारती लकड़ी के पौधे सीड्स से तैयार होते हैं। आप वन विभाग से संपर्क कर इन पौधों को तैयार करने के बारे में अधिक जानकारी ले सकते हैं। {पपीतेके पौधे में फल नहीं रहे हैं। उपाय बताएं। -मुकेश चावड़ी, शाहपुरा पपीतेके पौधे में नर मादा के उपयुक्त अनुपात की जांच कराएं। साथ ही अधिक जानकारी के लिए उद्यान विभाग से संपर्क करें। {मुझेकिस तरह के फलदार पौधे लगाने चाहिए, जिससे आमदनी बढ़ सके। -बसंत कुमार, दौसा क्षेत्रकी जलवायु के अनुसार फलदार पौधे लगाएं ताकि अधिक उत्पादन लिया जा सके। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी उद्यान विभाग से संपर्क कर मार्गदर्शन प्राप्त करें। {मेहंदीकी फसल में कौनसा खाद डालें तथा एक बीघा जमीन में कितनी मात्रा में खाद डाला जाए, यह बताएं। -ओमप्रकाश बौराना, सोजत, पाली मेहंदीकी फसल में गोबर की सड़ी खाद एनपीके उचित मात्रा में डालें। एक बीघा फसल में गोबर की खाद 75 टन 150 किलो एनपीके का उपयोग कर सकते हैं। {मैंजयपुर का किसान हूं। मैं एलोवेरा के छोटे प्लांट्स 4 एकड़ जमीन पर बोना चाहता हूं। इन पौधों का कोई सप्लायर हो, तो कृपया बताएं। -सुधीर कुमार, जयपुर एलोवेराके पौधों की सप्लाई के लिए आप जिले के कृषि उद्यान विभाग कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
अमरूद के पौधे में सड़ी गोबर की खाद का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें{ अमरूदके पौधे में फल नहीं लग रहे है। पौधा भी सूख रहा है। कोई उपचार बताएं। -इमरान खान, सवाईमाधोपुर पौधेके तने के भाग को छोड़कर आसपास गहरी गुड़ाई करें और उसमें क्लोरोपाइरीफॉश दवा डालें। साथ ही सड़ी गोबर की खाद का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें। इससे पौधा अच्छी तरह से बढ़ेगा। {मूंगकी फसल में सफेद कीट लग रहा है। इसकी रोकथाम कैसे की जाए? -श्याम लाल, नागौर मूंगकी फसल में सफेद कीट की रोकथाम के लिए आप डायमोथैएट 1 एमएल दवा प्रति लीटर पानी में घोल तैयार कर पौधे पर स्प्रे करें। इससे यह रोग दूर हो जाएगा। {नींबूके पौधे में छोटे आकार के फल आते हैं। आकार बढ़ाने के लिए क्या उपाय करें? -रामकुमार, जयपुर सबसेपहले पौधे के तने के भाग को छोड़कर गहरी गुड़ाई करें। साथ ही उस मिट्टी में सड़ी गोबर की खाद डालने के साथ एनपीके रासायनिक खाद का उपयोग करें। आवश्यकता अनुसार सिंचाई करें। {इसमौसम में कौन-कौन सी सब्जी बोई जा सकती है। -कृष्ण कुमार, दौसा इसमौसम में गोभी, मिर्च, बैंगन, खीरा, टमाटर, घीया सहित अन्य हरी सब्जियों की खेती की जा सकती है। कई बार ऐसा होता है कि हम फल-फूल, सब्जियों, जड़ी-बूटियों वाले पेड़ पौधे लगाते हैं और पौधे बढ़ते भी हैं तो बहुत धीमी गति से, देखभाल के बाद भी पौधों की वृद्धि सही तरीके से न होना हमें कहीं न कहीं निराश करता है और हमारे मन में विचार आता है कि, पौधों को बढ़ाने के लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है?, पौधों को जल्दी बढ़ाने के उपाय तथा इन्हें जल्दी बड़ा
कैसे करें? इन सभी सवालों के जबाव पाने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक ध्यान से जरूर पढ़ें। अगर आपके पौधे की ग्रोथ नहीं बढ़ रही है और आप जानना चाहते हैं कि, पौधों की वृद्धि के लिए क्या करें? तथा पौधों को बढ़ाने के लिए क्या चाहिए? तो आगे आपको कुछ आसान से उपाय बताये गये हैं जिनको अपनाकर आप अपने गार्डन या
गमले की मिट्टी में लगे पौधों का बेहतर विकास कर सकते हैं। आइये जानते हैं पौधे को जल्दी बड़ा करने के टिप्स के बारे में।
Table of Contents
तेज वृद्धि के लिए चुनें अच्छी किस्म के पौधे – Best Quality Plants For Fast Grow In Hindiअगर आप अपने होम गार्डन या टेरिस गार्डन में अच्छी तरह से सभी फल फूलों, सब्जियां, जड़ी बूटी वाले पेड़ पौधे लगाना चाहते हैं तो आपको अच्छी किस्म के बीज या छोटे पौधों का चयन करना होगा। अच्छी किस्म के पौधे चुनने का मतलब यह है कि, अपने आस-पास के वातावरण, मिट्टी व तापमान के अनुकूल पौधे की किस्में चुनें ताकि, वह आपके आस-पास के वातावरण को सह सके और आसानी से ग्रो कर सके। अच्छी किस्म के बीज खरीदने के लिए यहां क्लिक करें। जल्दी बड़ा करने के लिए पौधे कहां लगाएं – Where To Plant For Faster Growth In Hindiआप सोच रहे होंगे कि, पौधों के लिए उचित जगह चुनना आवश्यक क्यों है? तो हम आपको बता दें कि, पौधों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कारक है इसलिए, आपको अपने घर या गार्डन में पौधों को ऐसी जगह लगाना चाहिए, जहां उन्हें जरूरत के अनुसार धूप प्राप्त हो सके। कुछ पौधों को उगने के लिए लगभग 6-8 घंटे की धूप की आवश्यकता होती है जबकि, कुछ पौधे 2-4 घंटे की धूप में उगना पसंद करते हैं। आपके द्वारा चुने हुए पौधे को कितनी धूप की जरूरत है यह उसकी प्रकृति पर निर्भर करता है। अतः गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगे पौधों की तेजी से वृद्धि के लिए इन्हें ऐसे स्थान पर लगाएं, जहां इन्हें पर्याप्त मात्रा में धूप प्राप्त हो सके। प्लांट ग्रोथ के लिए बीज लगाने की मेथड – Methods Of Planting Seeds For Plant Growth In Hindiबीज को उचित गहराई पर न लगाया जाना, पौधे के विकास को धीमा कर सकता है जबकि, जरूरत से अधिक गहराई पर बीज लगाने से बीज नष्ट हो जाएगा और आपको पौधे प्राप्त नहीं होंगे। मिट्टी का तापमान व वातावरण अनुकूल होने पर अधिकतर बीज 7 से 14 दिन के अन्दर अंकुरित हो जाते हैं। किसी भी पौधे को बीज से उगाने के लिए मिट्टी में बीज लगाने की विधि निम्न होनी चाहिए।
नोट – किसी भी बीज को उसके आकार के दोगुने गहराई पर उसके डायमीटर (Diameter) के अनुसार लगाया जाना चाहिए। पौधे लगाने का सही तरीका – नर्सरी से खरीदे गये पौधे को अच्छी उर्वरा शक्ति वाली उपजाऊ मिट्टी में उचित गहराई पर लगाया जाना चाहिए ताकि, इस पौधे की जड़ें मिट्टी से अच्छी तरह ढक जाएं, पौधा लगाने के तुरंत बाद पौधे लगे हुए गमले की मिट्टी में पानी दें जिससे कि, पौधा मिट्टी में अच्छी तरह से स्थापित हो सके। पौधे को नियमित रूप से पानी देते रहें तथा पौधा लगे हुए ग्रो बैग की मिट्टी को सूखने न दें। पौधे की ग्रोथ बढ़ाने के लिए पानी – Water For Plants Grow In Hindiबेहतर वृद्धि और विकास के लिए नियमित रूप से पौधों को पानी देना आवश्यक होता है लेकिन, पौधे के आकार तथा प्रकृति के अनुसार उन्हें पानी की आवश्यकता अलग-अलग होती है। इसके अलावा पौधों को पानी देते समय हमें मौसम का ध्यान रखना भी जरूरी होता है। गर्मियों के समय पौधों को नियमित रूप से तथा अधिक गर्मी के समय दिन में 2 बार पानी देने की आवश्यकता होती है वहीं बरसात में पौधों को पानी देना वैकल्पिक होता है तथा ठंड के समय पौधों को हर दूसरे दिन उनकी जरूरत के अनुसार पानी देने की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही पौधों को पानी देने के लिए सही समय भी निर्धारित है आइये जानते हैं पौधों में पानी कब डालना चाहिए। आप गर्मियों के समय पौधों को सुबह या शाम के समय पानी दें सकते हैं जबकि ठण्ड में पौधों को पानी देने का बेस्ट टाइम दोपहर का माना जाता है। पौधों को एकसमान रूप से पानी देने के लिए आप वाटरिंग केन (water can) का इस्तेमाल कर सकते हैं। नोट – गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगे पौधों को जरूरत के अनुसार समय-समय पर पानी दें। (यह भी जानें: पौधों को पानी देने के 10 गोल्डन रूल…) प्रूनिंग से बढ़ती है पौधों की ग्रोथ – Pruning Increases Plant Growth In Hindiस्वस्थ विकास व अच्छी उपज के लिए पौधों की छटाई (pruning) करना आवश्यक है। नियमित रूप से देखभाल व समय-समय पर कटाई-छटाई से पौधे को कीट व रोग ग्रस्त होने से बचाया जा सकता है इसलिए, यह पौधों की वृद्धि के लिए सहायक है। अगर आप पौधे की किसी शाखा या पत्तियों को रोग ग्रस्त पाते हैं तो तुरंत उसे काट कर अलग करें। ऐसा करने से आप अपने बाकी पौधों को भी बीमार होने से बचाते हैं। पौधों की कटाई-छटाई करने के लिए आप हैंड प्रूनर (Hand pruner) या गार्डनिंग टूल्स का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा बहुत से लोगों का सवाल होता है कि, पेड़ पौधों की कटिंग कब करनी चाहिए? तो हम उन्हें बता दें कि, अगर आपको पौधे में क्षतिग्रस्त भाग दिखाई दे रहे हैं तो आप गार्डन में लगे पौधे की कटिंग किसी भी समय कर सकते हैं। पौधों को सही जलवायु व सहायता प्रदान करना – Best Climate And Support For Plants Grow In Hindiआपके द्वारा पौधे लगाने के लिए उपयोग की गयी मिट्टी, आस-पास का वातावरण व तापमान इनकी ग्रोथ पर सीधा प्रभाव डालते हैं इसलिए, गार्डन या गमले की मिट्टी में लगे पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यकता के अनुसार सही वातावरण मिलना बहुत जरूरी है। पोषक तत्वों से भरपूर उपजाऊ दोमट (रेतीली) मिट्टी अधिकांश पौधे लगाने के लिए बेस्ट है। इसके अलावा बेल वाले पौधों तथा अधिक फल देने वाले पौधों को अक्सर सहारे की जरूरत होती है ताकि, उनमें फलों की उपज अच्छी हो सके और आस-पास की मिट्टी को कीट से सुरक्षित रखा जा सके। इसलिए आप बेलदार पौधों को बढ़ने के लिए लकड़ी या क्रीपर नेट (जालीदार नेट) का उपयोग कर सकते हैं। मल्चिंग व खरपतवार नियंत्रण से बढ़ता है पौधा – Plants Grow By Mulch And Weed Control In Hindiमल्चिंग, पौधे लगे हुए मिट्टी को एक परत (घास/सूखी पत्तियों/लकड़ी के टुकड़े इत्यादि) से कवर करती है ताकि, पौधों को अत्यधिक गर्मी, तेज सर्दी, पानी के वाष्पीकरण व खरपतवार इत्यादि से सुरक्षित रखा जा सके। आमतौर पर घर के गार्डन में लकड़ी के टुकड़े, सूखी घास और पत्तियां इत्यादि का उपयोग करना उचित होता है जो धीरे-धीरे अपघटित होकर कार्बनिक पदार्थों में बदल जाते हैं तथा पौधों की तेजी से वृद्धि और विकास के लिए पौधे की जड़ों को पोषक तत्व प्रदान करते हैं। नोट – सप्ताह में एक बार खरपतवार की जांच व उन्हें हटाने का कार्य अवश्य करें। (यह भी जानें: मल्चिंग क्या है? अपने गार्डन को मल्च कैसे करें…) पौधे की वृद्धि के लिए उर्वरक – Best Fertilizer For Plant Growth In Hindiहोम गार्डन या टेरिस गार्डन में लगे पौधों के पूरे विकास चरण में खाद व उर्वरकों का प्रयोग करना सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो पौधे के बेहतर विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। कई गार्डनर्स सोचते हैं कि, पौधों के लिए सबसे अच्छा उर्वरक कौन सा है? तो हम आपको बता दें कि, पौधों को बढ़ने के लिए कई प्रकार के पोषक तत्वों की जरूरत होती है जैसे सूक्ष्म पोषक तत्व, अति सूक्ष्म पोषक तत्व व ट्रेस तत्व इत्यादि की आवश्यकता होती है जो समय-समय पर उचित मात्रा में खाद देने से पूरी हो जाती है। इसके लिए आप मिट्टी में जैविक खाद जैसे वर्मीकम्पोस्ट, पुरानी गोबर खाद, नीम केक, मस्टर्ड केक और रॉक फास्फेट आदि मिला सकते हैं। इसके अतिरिक्त अगर आपके पौधे की पत्तियां पीली हो जाती हैं या गिरने लगती हैं तो आपको अपने पौधों को नाइट्रोजन युक्त खाद देने की आवश्यकता है। तथा फास्फोरस तथा पोटैशियम पौधों की जड़ों को मजबूत बनाने तथा फलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं। आप पौधों के लिए किचिन वेस्ट से घरेलू खाद तैयार कर सकते हैं। पौधों की वृद्धि के लिए उपयोगी मिट्टी और खाद यहाँ से खरीदें: (यह भी जानें: पोटेड प्लांट्स के लिए टॉप 10 होममेड जैविक खाद…) सही आकार के कंटेनर का करें उपयोग – Best Pots For Plants In Hindiपौधों के आकार व उनकी जड़ों के विस्तार के अनुसार पौधों को उचित आकार के गमले में लगाया जाना चाहिए ताकि, वे अच्छी तरह से अपनी जड़ों को विकसित कर सकें और तेजी से विकसित हो सकें। अगर आप बड़ी जड़ वाले पौधे को छोटे व उथले आकार के गमले या ग्रो बैग में लगाते हैं तो आपके पौधे का विकास रुक सकता है और परिणाम स्वरूप आपका पौधा पूरी तरह से बढ़ नहीं पायेगा। इसके विपरीत अगर आप छोटे पौधे को बड़े गमले या ग्रो बैग में लगाते हैं तो यह बेवजह ही अधिक जगह घेर लेगा, इसलिए पौधे लगाते समय पौधे की ग्रोथ बढ़ाने के लिए सही आकार के गमले या ग्रो बैग का चुनाव करें। (यह भी जानें: ग्रो बैग में गार्डनिंग करने के लिए 5 जरूरी टिप्स…) पौधों की वृद्धि के लिए कीट और रोग नियंत्रण – Pest Or Disease Control For Plant Growth In Hindiआपके गार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों पर कीटों द्वारा हमला करना एक आम बात है लेकिन इससे आपके पौधों को काफी नुकसान भी होता है और कई बार आपके पौधे की ग्रोथ भी रुक जाती है। बहुत से लोगो का सवाल होता है कि, पौधों को सुरक्षित रखने के लिए सबसे अच्छा कीटनाशक कौन सा है? तो हम आपको बता दें कि, आप कीटों से बचाने के लिए पौधों पर नीम तेल या अन्य किसी उपयुक्त कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप पौधे पर पानी की तेज धारा के द्वारा भी कीटों को हटा सकते हैं। (यह भी जानें: आउटडोर प्लांट्स को कीड़ों से बचाने के लिए टिप्स…) निष्कर्ष – Conclusionइस आर्टिकल में आपने जाना कि, पौधों की जल्दी ग्रोथ बढ़ाने के तरीके व टिप्स क्या हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने गार्डन में लगे हुए पौधों की तेजी से वृद्धि कर सकते हैं। उम्मीद है कि, यह लेख आपको अच्छा लगा होगा। हमारी और भी उपयोगी पोस्ट पढ़ने के लिए Organicbazar.net पर विजिट करें। इस लेख से संबंधित आपके सुझाव या सवाल हो तो कमेंट में जरूर बताएं। अमरूद के पौधे को जल्दी बड़ा कैसे करें?आकार बढ़ाने के लिए क्या उपाय करें? सबसेपहले पौधे के तने के भाग को छोड़कर गहरी गुड़ाई करें। साथ ही उस मिट्टी में सड़ी गोबर की खाद डालने के साथ एनपीके रासायनिक खाद का उपयोग करें। आवश्यकता अनुसार सिंचाई करें।
अमरुद के पौधे में कौन सी खाद डालनी चाहिए?अमरूद के पौधों में गोबर खाद के साथ-साथ उर्वरक डालकर उनकी गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है। उर्वरक डालने से पहले मिट्टी परीक्षण कराना अच्छा रहता है। एक वर्ष के पौधों में 10 किलोग्राम गोबर की खाद 200 ग्राम यूरिया 200 ग्राम सुपर फास्फेट 100 ग्राम पोटेशियम सल्फेट डालना चाहिए। अधिक नमी भी इस बीमारी को फैलाने में सहायक होती है।
अमरूद के पौधे की उम्र कितनी होती है?एक पेड़ लगभग ३० वर्ष तक भली भाँति फल देता है और प्रति पेड़ ५००-६०० फल प्राप्त होते हैं।
अमरूद का उत्पादन कैसे बढ़ाएं?अमरूद की खेती के लिए पहली जुताई गहराई से करनी चाहिए| इसके साथ साथ जुताई या अन्य स्रोत से कर के खेत को समतल और खरपतवार मुक्त कर लेना चाहिए| इसके बाद कम उपजाऊ भूमि में 5 X 5 मीटर और उपजाऊ भूमि में 6.5 X 6.5 मीटर की दूरी पर रोपाई हेतु पहले 60 सेंटीमीटर चौड़ाई, 60 सेंटीमीटर लम्बाई, 60 सेंटीमीटर गहराई के गड्ढे तैयार कर लेते ...
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