Free Delhi Forest Guard 2020: Full Mock Test 200 Questions 200 Marks 120 Mins Latest Delhi Forest Guard Updates Last updated on Nov 25, 2022 The Forest Department of Delhi has released the supplementary result for Delhi Forest Guard. The result is announced for the 2019 cycle. A total number of 253 candidates are shortlisted for the post of Forest Guard. The department has also released the Document Verification/Physical Endurance Test date for the selected candidates for the 2019 cycle. The DV is scheduled to be conducted on 8th August 2022. Candidates who will be finally selected will get a salary range between Rs. 5,200 - Rs. 20,200. Know the Delhi Forest Guard Result details here. प्रधानमन्त्री मोदी द्वारा 12 नवंबर, 2018 को हल्दिया-वाराणसी राष्ट्रीय जलमार्ग -1 को चालू किया गया था. राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम, 2016 के अंतर्गत भारत सरकार ने देश में राष्ट्रीय जलमार्ग (एनडब्ल्यू) के रूप में 111 जलमार्ग घोषित किए हैं. जलमार्ग के द्वारा परिवहन अन्य साधनों की तुलना में सस्ता पड़ता है. जलमार्गों के माध्यम से परिवहन की लागत लगभग प्रति टन 1.06 रुपये प्रति किलोमीटर है जबकि राजमार्ग के माध्यम से प्रति टन 2.5 रुपये प्रति किलोमीटर की लागत आती है.
National Waterway प्रधानमन्त्री मोदी द्वारा 12 नवंबर, 2018 को हल्दिया-वाराणसी राष्ट्रीय जलमार्ग-1 को चालू किया गया था. राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम, 2016 के अंतर्गत भारत सरकार ने देश में राष्ट्रीय जलमार्ग (एनडब्ल्यू) के रूप में 111 जलमार्ग घोषित किए हैं. लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में नौवहन और वित्त राज्य मंत्री श्री पोन राधाकृष्णन ने बताया कि 111 राष्ट्रीय जल मार्गों में से 20 राष्ट्रीय जलमार्ग उत्तर पूर्वी क्षेत्र (NER) में हैं. मंत्री श्री पोन राधाकृष्णन ने बताया कि देश में राष्ट्रीय जलमार्ग के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारणों में इसके माध्यम से आने वाली कम परिवहन लागत है. "एकीकृत राष्ट्रीय जलमार्ग परिवहन ग्रिड" पर रेल इंडिया तकनीकी और आर्थिक सेवा (RITES) की वर्ष 2014 की एक रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न चैनलों के माध्यम से माल के परिवहन की तुलनात्मक लागत निम्नानुसार है;
ऊपर दी गयी टेबल से यह स्पष्ट है कि भारत सरकार जलमार्गों के माध्यम से परिवहन पर कोई कर लगाती नहीं है. इसका सीधा मतलब है कि सरकार परिवहन के इस साधन को बहुत बरीयता देती है. जानें भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों का नामकरण कैसे होता है? भारत में 111 राष्ट्रीय जलमार्गों (एनडब्ल्यू) की सूची नीचे दी गई है:
इस तालिका के आधार पर निम्न दो महत्वपूर्ण निष्कर्ष निकाले जा सकते हैं; 1. देश में सबसे लम्बा राष्ट्रीय जलमार्ग -4 है जिसकी कुल लम्बाई 2890 है और यह तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से गुजरता है. इसके बाद दूसरा सबसे लम्बा राष्ट्रीय जलमार्ग -1 है जो कि 1620 किमी लम्बा है और यूपी, बिहार, झारखंड, और पश्चिम बंगाल गुजरता है. 2. भारत में सबसे छोटा राष्ट्रीय जलमार्ग-69 है जो कि सिर्फ 5 किमी लम्बा है और यह तमिलनाडु से गुजरता है. इसके बाद दूसरा सबसे छोटा राष्ट्रीय जलमार्ग -12 है जो कि सिर्फ 5.5 किमी लम्बा है और उत्तर प्रदेश से गुजरता है. ऊपर दी गई तालिका से पता चलता है कि परिवहन के अन्य साधन की तुलना में राष्ट्रीय जलमार्गों के माध्यम से परिवहन की लागत बहुत सस्ता है। यदि ये सभी राष्ट्रीय जलमार्ग परिचालन हो जाते हैं तो कंपनियों के परिवहन बिल में भारी कमी आएगी जो कि आगे कई वस्तुओं की कीमतों को कम कर देगी. इनलैंड वॉटरवे टर्मिनल क्या है और इससे भारत को क्या फायदे होंगे? भारत के राजमार्गों में मील के पत्थर रंगीन क्यों होते हैं? खेलें हर किस्म के रोमांच से भरपूर गेम्स सिर्फ़ जागरण प्ले पर |