भारत को भारत क्यों कहा गया है? - bhaarat ko bhaarat kyon kaha gaya hai?

भारत को इंडिया क्यों कहा जाता है इसके पीछे एक रोचक तथ्य छुपा हुआ है। भारतीय संविधान में भी इस बात का उल्लेख पहले पेज पर ही है कि भारत को इंडिया एवं भारत कहा जाएगा। क्या आप नहीं जानना चाहते वजह, जरूर जानें क्या है भारत के दो नामों का राज। 

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संविधान के अनुसार भारत एक संघ है और इसे इन दोनों नामों से पुकारा जाया जाना चाहिए। भारत को इंडिया कहे जाने के पीछे प्राचिन सिंधु घाटी सभ्यता और सिंधु नदी आधार रहे हैं। सिंधु एक बहुत बड़ी नदी थी जो पाकिस्तान, चीन और भारत में बहती थी। इस नदी को संस्कृत में सिंधु और अंग्रेजी में इंडस कहा जाता है। इसी इंडस शब्द से इंडिया शब्द बना है। 

भारत को 'इंडिया' क्यों कहा जाता है, आखिर किसने दिया ये नाम

दरअसल, भारत को 'इंडिया' कहे जाने का आधार 'सिंधु घाटी सभ्यता' और 'सिंधु नदी' है। दुनिया की बड़ी नदियों में से एक सिंधु नदी जो पाकिस्तान, चीन और भारत में बहती है। इस नदी को संस्कृत में 'सिंधु' और अंग्रेज़ी में 'इंडस' कहा जाता है। इसी 'इंडस' शब्द से 'इंडिया' शब्द बना है।

नई दिल्ली: वैसे तो भारत को भारत नाम से पूरी दुनिया जानती है। लेकिन इसके साथ ही हिन्दुस्तान, भारतवर्ष और इंडिया इन सभी नामों से हमारे देश की पहचान है। लेकिन क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की कि भारत को 'इंडिया' क्यों कहा जाता है? तो आइए हम आपको बताते हैं इसके इतिहास के बारे में...

नहीं मालूम! तो चलिए हम बताते हैं?

भारत को 'इंडिया' क्यों कहा जाता है इसके पीछे एक रोचक इतिहास है। भारतीय संविधान के पहले पेज पर ही लिखा गया है कि भारत एक संघ है और इसे इन दोनों नामों 'भारत' और 'इंडिया' से पुकारा जाना चाहिए।

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भारत को भारत क्यों कहा गया है? - bhaarat ko bhaarat kyon kaha gaya hai?

दरअसल, भारत को 'इंडिया' कहे जाने का आधार 'सिंधु घाटी सभ्यता' और 'सिंधु नदी' है। दुनिया की बड़ी नदियों में से एक सिंधु नदी जो पाकिस्तान, चीन और भारत में बहती है। इस नदी को संस्कृत में 'सिंधु' और अंग्रेज़ी में 'इंडस' कहा जाता है। इसी 'इंडस' शब्द से 'इंडिया' शब्द बना है।

ऐसे नाम पड़ा इंडिया

18वीं सदी में जब अंग्रेज भारत आए थे तो उस समय भारत को 'हिंदुस्तान' और 'हिन्द' भी कहा जाता था, लेकिन अंग्रेज़ों को भारत के इन सभी पुराने नामों को बोलने में काफ़ी परेशानी होती थी। जब अंग्रेज़ों को पता चला कि प्राचीन 'सिंधु घाटी सभ्यता' को 'इंडस वैली' और 'सिंधु नदी' को 'इंडस नदी' कहते हैं तो इसके आधार पर अंग्रेज़ों ने भारत को 'इंडिया' नाम दे दिया।

भारत को भारत क्यों कहा गया है? - bhaarat ko bhaarat kyon kaha gaya hai?

अंग्रेज़ों ने भारत को 'इंडिया' कहना शुरू कर दिया|

अंग्रेज़ों ने भारत को 'इंडिया' कहना शुरू कर दिया| इसके बाद ब्रिटिशकाल में 'इंडिया' नाम काफ़ी प्रसिद्ध हो गया। दुनिया के लगभग सभी देश भारत को 'इंडिया' के नाम से जानने लगे थे इस तरह से भारत का नाम 'इंडिया' पड़ा।

भारत को भारत क्यों कहा गया है? - bhaarat ko bhaarat kyon kaha gaya hai?

इन सबके बावजूद 'इंडिया' को पूरी मान्यता भारत की आज़ादी के बाद मिली। जब भारत आज़ाद हुआ तो भारत को संविधान ने भी इस नाम को स्वीकार कर लिया था। इसके बाद भारत के लोग भारत को 'इंडिया' और ख़ुद को 'इंडियन' कहने लगे थे।

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एक अन्य मत के अनुसार जब अलेक्जैंडर (सिकन्दर) भारत आया था तो उसने अंग्रेज़ी में 'HINDU' का 'H' हटाकर देश को 'INDU' नाम से बुलवाना शुरू कर दिया, जो बाद में इंडिया बन गया। वैसे संविधान में आज भी हमारे देश का नाम 'भारतवर्ष' ही है।

भारत को भारत क्यों कहा गया है? - bhaarat ko bhaarat kyon kaha gaya hai?

भारत को भारत क्यों कहा गया है? - bhaarat ko bhaarat kyon kaha gaya hai?

Shivakant Shukla

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भारत को भारत क्यों कहा गया है? - bhaarat ko bhaarat kyon kaha gaya hai?
Bharat Ko India Kyo Kahate Hai

पूरी दुनिया में हमारे देश की पहचान भारत के नाम की जाती है। इतना ही नहीं भारत को भारतवर्ष, हिंदुस्तान और इंडिया जैसे कई नामों से जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते है कि भारत को इंडिया नाम किसने दिया। भारत को इंडिया क्यों कहते हैं। यदि नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे है।

भारत को इंडिया क्यों कहते हैं

भारत के संविधान में इस बात का उल्लेख सबसे पहले पेज पर किया गया है कि भारत एक संघ है। और इसे भारत और इंडिया दो नामों से पुकारा जाना चाहिए। भारत एक ऐतिहासिक देश है, जिसके कई इतिहास देखने और सुनने को मिलते है। ऐसे ही हमारे देश का नाम भारत, हिंदुस्तान और इंडिया रखने के पीछे भी कई इतिहास है। जिसके बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे।

भारत का नाम भारत कैसे पड़ा

कहा जाता है कि ऋग्वेद में ‘दशराजन’ युद्ध का वर्णन किया गया था जिसमें दस राजाओं के महासंघ और भरत जनजाति के राजा सुदास के बीच युद्ध हुआ था। पंजाब की रावी नदी पर यह युद्ध हुआ था। इस युद्ध दस राजाओं के महासंघ में राजा सुदास ने विजय हासिल की थी। इस युद्ध के बाद से राजा सुदास की काफी ज्यादा प्रसिद्धि हुई थी। लोग खुद को भरत जनजाति के सदस्य बताने लगे थे। तभी से इसीलिए, लोगों के मुंह पर भरत नाम रहने लगा जिसके बाद लोगों को ‘भारतवर्ष’ के नाम से बुलाने लगे।

सम्राट भरत के नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा था। बता दे, प्राचीन काल में भगवान श्रीराम के पूर्वज रहा भरत, चक्रवर्ती सम्राट हुआ करते है। उनका साम्राज्य कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक फैला हुआ है। उन्ही के नाम पर देश का नाम भारतवर्ष पड़ा और धीरे धीरे भारत पड़ गया। सम्राट भरत चक्रवर्ती जैन धर्म के सबसे पहले तीर्थकर के पुत्र थे। इसलिए भारत का असली नाम जैन धर्म की ही देन माना जाता है।

भारत का नाम इंडिया क्यों पड़ा, किसने इसे यह नाम दिया

इंडिया का नाम सिंधु घाटी सभ्यता और सिंधु नदी के आधार पर पड़ा था। 18वीं शताब्दी में जब ब्रिटिश भारत आए थे, तब भारत को हिंदुस्तान और हिंद के नाम से भी जाना जाता था। लेकिन अंग्रेजों को यह बोलने में काफी कठिनाई होती है। ऐसे में जब अंग्रेजों को पता चला कि सिंधु घाटी सभ्यता को अंग्रेजी में “इंडस वैली” और सिंधु नदी को “इंडस नदी” कहते है। तभी से अंग्रेजों ने भारत को इंडिया का नाम से दिया। बता दे सिंधु नदी दुनिया की सबसे बड़ी नदियों में से है। जो पाकिस्तान, चीन और भारत में बहती है।

अंग्रेजो को जब पता चला कि सिंधु घाटी सभ्यता को इंडस वैली कहते है, और इसका लैटिन भाषा में अर्थ इंडिया होता है। तब अंग्रेजों को इंडिया नाम काफी पसंद आया। और उन्होंने भारत को इंडिया कहना शुरू कर दिया। यह नाम ब्रिटिशकाल में काफी प्रसिद्ध हुआ। दुनिया के सभी देश भारत को इंडिया के नाम से पुकारने लगे। तो इस तरह भारत का नाम इंडिया पड़ा।

लेकिन इंडिया शब्द को पूरी तरह अधिकार तब मिला जब आजादी के बाद भारतीय संविधान में इंडिया नाम को स्वीकारा गया। तभी से भारत को इंडिया और भारतीयों को इंडियन का नाम दिया गया। हालाकि संविधान में अभी भी भारत का नाम भारतवर्ष ही है।

भारत को भारत क्यों बोलते हैं?

भारतवर्ष नाम ऋषभदेव के पुत्र भरत के नाम पर पड़ा है। अनेक पुराणों के अनुसार नाभिराज के पुत्र भगवान ऋषभदेव के पुत्र भरत चक्रवर्ती के नाम पर इस देश का नाम भारतवर्ष पड़ा। हिन्दू ग्रन्थ, स्कन्द पुराण (अध्याय ३७) के अनुसार "ऋषभदेव नाभिराज के पुत्र थे, ऋषभ के पुत्र भरत थे, और इनके ही नाम पर इस देश का नाम "भारतवर्ष" पड़ा"।

आजादी से पहले भारत का नाम क्या था?

भारत को भारतवर्ष 'जम्बूद्वीप', भारतखण्ड, आर्यावर्त , हिन्दुस्तान (हिन्दुस्थान), हिन्द आदि अन्य नामों से भी जाना जाता है। भारत का अंग्रेजी नाम 'इण्डिया' (India) की उत्पत्ति सिंधु शब्द से हुई है जो यूनानियों द्वारा चौथी शती ईशा पूर्व से प्रचलन में है।

भारत का पहला नाम क्या है?

प्राचीनकाल से भारतभूमि के अलग-अलग नाम रहे हैं मसलन जम्बूद्वीप, भारतखंड, हिमवर्ष, अजनाभवर्ष, भारतवर्ष, आर्यावर्त, हिन्द, हिंदुस्तान और इंडिया।

हमारे देश का नाम भारत और इंडिया कैसे पड़ा?

हिंदू धर्म के अनुसार महाभारत के काल में राजा दुष्‍यंत और रानी शकुंतला के बेटे थे, भरत के नाम पर भारत देश का नाम पड़ा। राजा भरत को भारत का सबसे पहला राजा माना जाता है। इसलिए कई इतिहासकार इस बात पर यकीन करते हैं कि भारत देश का नाम इस शक्तिशाली राजा के नाम पर पड़ा था।