राजस्थान आज अपना स्थापना दिवस मना रहा है। वर्ष 1949 को आज ही के दिन जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय होकर 'वृहत्तर राजस्थान संघ' बना था। राजस्थान दिवस के इस ख़ास दिन राजस्थान के लोगों की वीरता, दृढ़ इच्छाशक्ति और बलिदान को नमन किया जाता है। यहां की लोक कलाएं, समृद्ध संस्कृति, महल, व्यंजन के अलावा भी ऐसे कई पहलू हैं जो दुनिया भर में राजस्थान प्रदेश को एक विशिष्ट पहचान दिलाते हैं। Show
Q. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना – सूक्ष्म सिंचाई के वित्त पोषण का पैटर्न केन्द्र : राज्य के संबंध में है – (A) 50:50 Q. राजस्थान राज्य में कृषि गणना 2015-16 के अनुसार कुल पुरुष प्रचालित जोतों की संख्या है – (A) 7.75 लाख Q. 1822 ई. में गठित मेरवाड़ा बटालियन का मुख्यालय था – (A) जहाजपुर Q. रॉकी पर्वतों की सर्वोच्च चोटी है – (A) माउण्ट हुड Q. ‘S’ आकार का महासागरीय कटक है – (A) प्रिंस एडवर्ड कटक Q. निम्नलिखित में से कौनसा (उष्ण कटिबन्धीय चक्रवात – प्रभावित क्षेत्र) सही सुमेलित नहीं है? (A) हरिकेन – अटलाण्टिक महासागर Q. ‘वन्दे भारत मिशन’ संबंधित है (A) चन्द्रमा पर अंतरिक्ष यात्री भेजने से Q. ‘अभंग’ का तात्पर्य है – (A) महाराष्ट्र धर्म के संतों द्वारा पहने गए वस्त्र Q. स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) चरण-I के अंतर्गत कितने शहरी स्थानीय निकायों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया है? अब तक राजस्थान में चार बार राष्ट्रपति शासन लगाया जा चुका है। किसी भी राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा या नहीं इसके लिए कानून में निम्नलिखित प्रावधान किया गया है। अनुच्छेद 356 राष्ट्रपति शासनइन दो स्थितियों में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है।
यदि केंद्र की सरकार के द्वारा दिए गए निर्देशों को कोई भी राज्य की सरकार पालना ना करें तो उस राज्य में संवैधानिक तंत्र विफल मान लिया जाएगा। राष्ट्रपति शासन की घोषणा संबंधित राज्य के राज्यपाल की सिफारिश पर की जाती है। एक बार राष्ट्रपति शासन लगने के दो माह के भीतर संसद से अनुमति लेनी आवश्यक होता है तथा उसके बाद इसे 6-6 माह की अवधि के लिए अधिकतम 3 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। राजस्थान में राष्ट्रपति शासनप्रथम राष्ट्रपति शासन 1967 में26 अप्रैल 1967 तक राज्य में चौथी विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था, इस कारण राज्य में पहली बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया था। इस समय राज्य इस समय राजस्थान के राज्यपाल डॉ. संपूर्णानंद थे तथा मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया थे। मोहनलाल सुखाड़िया लगातार चार बार सर्वाधिक अवधि 17 वर्ष तक राजस्थान के मुख्यमंत्री बने थे। इन्होंने ही राजस्थान में संभागीय व्यवस्था को समाप्त किया था। द्वितीय राष्ट्रपति शासन 1977 मेंइस समय राजस्थान में राज्यपाल वेद पाल त्यागी थे, तथा मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी थे। तृतीय राष्ट्रपति शासन में 1980 में17 फरवरी 1980 को पहली बार निर्वाचित सरकार को भंग करके राष्ट्रपति शासन लागू किया गया तथा मध्यावधि चुनाव हुए थे। इस समय राज्यपाल रघुकुल तिलक तथा मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत थे। चौथा राष्ट्रपति शासन 1992 मेंइस समय मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत तथा राज्यपाल डॉ. मरिचन्ना (चंदा) रेडी थे। हाल ही में राजस्थान के प्रथम अनुसूचित जाति व दलित वर्ग के मुख्यमंत्री श्री जगन्नाथ पहाड़िया का निधन हुआ था। राजस्थान में राष्ट्रपति शासन: अब तक राजस्थान में लगे राष्ट्रपति शासन के बारे में यहां विस्तार से चर्चा की गई है प्रत्येक राष्ट्रपति शासन के समय राजस्थान के मुख्यमंत्री व उस समय राजस्थान के राज्यपाल के बारे में भी बताया गया है। अब तक राजस्थान में चार बार (1967,1977,1980,1992) राष्ट्रपति शासन लगाया जा चुका है। किसी भी राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा या नहीं इसके लिए कानून में निम्नलिखित प्रावधान किया गया है। अनुच्छेद 356 राष्ट्रपति शासन
यदि केंद्र की सरकार के द्वारा दिए गए निर्देशों को कोई भी राज्य की सरकार पालना ना करें तो उस राज्य में संवैधानिक तंत्र विफल मान लिया जाएगा। राष्ट्रपति शासन की घोषणा संबंधित राज्य के राज्यपाल की सिफारिश पर की जाती है। ध्यातव्य- एक बार राष्ट्रपति शासन लगने के दो माह के भीतर संसद से अनुमति लेनी आवश्यक होता है तथा उसके बाद इसे 6-6 माह की अवधि के लिए अधिकतम 3 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। NOTE: भारत में राष्ट्रपति शासन पहली बार 1951 में पंजाब में लगाया गया था।राजस्थान में राष्ट्रपति शासनप्रथम राष्ट्रपति शासन 1967 में
मोहनलाल सुखाड़िया 1954 से 1971 तक लगातार चार बार सर्वाधिक समय अवधि 17 वर्ष तक राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर कार्य किया। सुखाड़िया ने पहली बार 13 नवम्बर 1954 से 11 अप्रेल 1957 तक, दूसरी बार 11 अप्रेल 1957 से 11 मार्च 1962 तक, तीसरी बार 12 मार्च 1962 से 13 मार्च 1967 तक और चौथी और अंतिम बार 26 अप्रेल 1967 से 9 जुलाई 1971 तक मुख्यमंत्री पद की ज़िम्मेदारी संभाली। सुखाड़िया को आधुनिक राजस्थान का निर्माता कहा जाता है। बाद में वे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के राज्यपाल भी रहे।
द्वितीय राष्ट्रपति शासन 1977 में
तृतीय राष्ट्रपति शासन में 1980 में
चौथा राष्ट्रपति शासन 1992 में
NOTE: हाल ही में राजस्थान के प्रथम अनुसूचित जाति व दलित वर्ग के मुख्यमंत्री श्री जगन्नाथ पहाड़िया का निधन हुआ था। राजस्थान में अंतिम बार राष्ट्रपति शासन कब लगा?चौथा और अंतिम राष्ट्रपति शासन 15 दिसंबर 1992 को लगाया गया था, जो 4 दिसंबर 1993 को समाप्त हुआ था।
राजस्थान में अब तक कितनी बार राष्ट्रपति शासन लगा?प्रदेश में पहला राष्ट्रपति शासन 13 मार्च 1967 में लागू हुआ था। मोहनलाल सुखाड़िया ने 12 मार्च 1962 से लेकर 13 मार्च 1967 तक सत्ता संभाली। इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हुआ। जो कि 26 अप्रैल 1967 को समाप्त हाे गया।
राजस्थान राज्य में 30 जून 2016 तक कितनी बार राष्ट्रपति शासन लागू किया गया है?Detailed Solution. सही उत्तर है 4 बार।
राजस्थान में राष्ट्रपति शासन कितनी बार लगा और कब कब लगा?Rajasthan Me RashtraPati Shashan Kitni Baar Laga
राजस्थान में 1967, 1977, 1980 और 1992 में चार बार राष्ट्रपति शासन लगा।
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