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प्रेगनेंसी के आखिरी महीने में होने वाली इन परेशानियों से निकल आते हैं महिलाओं के आंसूparul rohatagi | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Nov 20, 2020, 11:27 AM वैसे तो गर्भावस्था के नौ महीने मुश्किल होते हैं, लेकिन आखिरी महीना सबसे ज्यादा परेशान करता है।
नींद की कमी इस महीने में रात के समय बार-बार पेशाब आती है जिससे नींद आने में दिक्कत होती है। इस समय पेट इतना भारी हो जाता है कि आपको सोने के लिए कोई सही पोजीशन समझ भी नहीं आती है। इस महीने में दर्द, ऐंठन, कमर दर्द भी झपकी लेना मुश्किल कर देते हैं। पेट के बल सो नहीं सकती और पीठ के बल सोने पर गर्भाशय का भार प्रमुख नसों पर पड़ता है जिससे आपको मतली और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। यही वजह है कि डॉक्टर इस महीने में करवट लेकर सोने की सलाह देते हैं। कूल्हों में दर्द वजन बढ़ना प्रेगनेंसी के आखिरी महीने में न केवल आपका वजन काफी बढ़ चुका होता है बल्कि बच्चे का भी वजन 2.5 से 3 किलो हो चुका होता है। इस समय आपको सीढ़ियां चढ़ने, बिस्तर से उतरने में दिक्कत होने लगती है। अपने वेट गेन को देखकर भी उसे घटाने की चिंता सताने लगती है। हाथ-पैरों में सूजन Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवादनवा महीना लगने के बाद कितने दिन बाद डिलीवरी होती है?इस नियम के अनुसार, एक मासिक धर्म 28 दिनों के लिए होता है और प्रेगनेंसी 280 दिनों की होती है। Pregnancy Calculator in Hindi इसका मतलब यह हुआ की आपकी आखिरी मासिक धर्म के पहले दिन में 280 दिन यानी की नौ महीने और 7 दिन जोड़कर आपकी डिलीवरी डेट का अनुमान काफी आसानी से लगाया जा सकता है।
9 महीने में क्या क्या परेशानी होती है?प्रेगनेंसी के नौवें महीने में शारीरिक परिवर्तन. योनि स्राव अधिक मात्रा में होता है।. आपके स्तनों का साइज बढ़ जाता है।. स्तनों से कोलोस्ट्रम का रिसाव होता है।. इस दौरान आपका पेल्विक क्षेत्र खुलने लगता है।. आपको उठने और बैठने में परेशानी हो सकती है।. ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन बार बार आता जाता रहता है।. नौवें महीने में बच्चा कैसे हलचल करता है?39वें हफ्ते में बच्चे की मूवमेंट
इस समय बच्चा डिलीवरी के लिए तैयार हो रहा होता है। जब डिलीवरी के लिए बच्चे का सिर नीचे योनि की ओर आ जाता है, तो उसे मूव करने के लिए कम जगह मिलती है। वहीं अगर अचानक से बच्चे की मूवमेंट बढ़ जाती है तो यह एक्यूट फीटल डिस्ट्रेस का संकेत हो सकता है।
प्रेगनेंसी के 9 महीने में क्या सावधानी बरतनी चाहिए?चूंकि, गर्भावस्था का नौंवा महीना बहुत नाजुक होता है इसलिए इस समय कुछ चीजों से बचना ही सही रहता है, जैसे कि :. तनाव से दूर रहें : लेबर और डिलीवरी को लेकर स्ट्रेस लेने की जरूरत नहीं है। ... . अनहेल्दी खाना : शराब, अधिक कैफीन, शुगर और कच्चे मीट या कच्चे अंडे से दूर रहें।. |