The NCERT Solutions in Hindi Language for Class 6 हिंदी (वसंत) भाग – I पाठ – 2 बचपन has been provided here to help the students in solving the questions from this exercise. Show पाठ – 2 (बचपन)प्रश्न-अभ्यास संस्मरण से 1. लेखिका बचपन में इतवार की सुबह क्या-क्या काम करती थीं? 2. ‘तुम्हें बताऊँगी कि हमारे समय और तुम्हारे समय में कितनी दूरी हो चुकी है।’-इस बात के लिए लेखिका क्या-क्या उदाहरण देती हैं? 3. पाठ से पता करके लिखो कि लेखिका को चश्मा क्यों लगाना पड़ा? चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें क्या कहकर चिढ़ाते थे? 4. लेखिका अपने बचपन में कौन-कौन सी चीजें मज़ा ले-लेकर खाती थीं? उनमें से प्रमुख फलों के नाम लिखो। संस्मरण से आगे 1. लेखिका के बचपन में हवाई जहाज़ की आवाजें, घुड़सवारी, ग्रामोफ़ोन और शोरूम में शिमला-कालका ट्रेन का मॉडल ही आश्चर्यजनक आधुनिक चीजें थीं। आज क्या-क्या आश्चर्यजनक आधुनिक चीजें तुम्हें आकर्षित करती हैं? उनके नाम लिखो। 2. अपने बचपन की किसी मनमोहक घटना को याद करके विस्तार से लिखो। अनुमान और कल्पना 1. सन् 1935-40 के लगभग लेखिका को बचपन शिमला में अधिक दिन गुज़रा उन दिनों के शिमला के विषय में जानने का प्रयास करो। 2. लेखिका ने इस संस्मरण में सरवर के माध्यम से अपनी बात बताने की कोशिश की है, लेकिन सरवर का कोई परिचय नहीं दिया है। अनुमान लगाइए कि सरवर कौन हो सकता है? भाषा की बात 1. क्रियाओं से भी भाववाचक संज्ञाएँ बनती हैं। जैसे मारना से मार, काटना से काट, हारना से हार, सीखना से सीख, पलटना से पलट और हड़पना से हड़प आदि भाववाचक संज्ञाएँ बनी हैं। तुम भी इस संस्मरण से कुछ क्रियाओं को छाँटकर लिखो और उनके भाववाचक संज्ञा बनाओ। 2. चार दिन, कुछ व्यक्ति, एक लीटर दूध आदि शब्दों के प्रयोग पर ध्यान दो तो पता चलेगा कि इसमें चार, कुछ और एक लीटर शब्द से संख्या या परिमाण का आभास होता है, क्योंकि ये संख्यावाचक विशेषण हैं। इसमें भी चार दिन से निश्चित संख्या का बोध होता है, इसलिए इसको निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं और कुछ व्यक्ति से अनिश्चित संख्या का बोध होने से इसे अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। इसी प्रकार एक लीटर दूध से परिमाण का बोध होता है इसलिए इसे परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं।
उत्तर – 3. कपड़ों में मेरी दिलचस्पियाँ मेरी मौसी जानती थीं।
उत्तर – कुछ करने को 1. अगर तुम्हें अपनी पोशाक बनाने को कहा जाए तो कैसी पोशाक बनाओगे और पोशाक बनाते समय किन बातों का ध्यान रखोगे? अपनी कल्पना से पोशाक का डिज़ाइन बनाओ। 2. तीन-तीन के समूह में अपने साथियों के साथ कपड़ों के नमूने इकट्ठा करके कक्षा में बताओ। इन नमूनों को छूकर देखो और अंतर महसूस करो। यह भी पता करो कि कौन-सा कपड़ा किस मौसम में पहनने के लिए अनुकूल है। लेखिका अपने बचपन में कौन कौन सी चीजें?लेखिका के बचपन में ग्रामोफ़ोन, घुड़सवारी, शोरूम में शिमला-कालका ट्रेन का मॉडल और हवाई जहाज़ की आवाज़ें ही आश्चर्यजनक आधुनिक चीज़ें तुम्हें आश्चर्यजनक आधुनिक चीज़े तुम्हें आकर्षित करती हैं? उनके नाम लिखो।
लेखिका बचपन में क्या चीज़े मजे लेकर खाती थी?Solution. लेखिका बचपन में कुल्फ़ी, शहतूत, फ़ाल्से के शरबत, चॉकलेट, पेस्ट्री तथा फले मजे ले-लेकर खाती थी।
ख लेखिका अपने बचपन में कौन कौन सी चीज़े मज़ा ले लेकर खाती थीं बचपन पाठ के आधार पर लिखिए?लेखिका बचपन में चॉकलेट और टॉफी मज़ा लेकर खाती थी । उसके पास चॉकलेट टॉफी काफी मात्रा में होते थे। वह बचपन में कुल्फी, शरबत ,पेस्टी, चनाजोर गरम, अनार दाने का चूर्ण भी मजे लेकर खाते थी। लेखिका को बचपन में फल भी बहुत पसंद थे।
लेखिका को अपने बचपन में हफ्ते में कितनी चॉकलेट खाने को मिलती थी?लेखिका को हफ्ते मे एक बार ही चॉकलेट खरीदने की छूट थी और सबसे ज़्यादा चॉकलेट लेखिका के पास रहता था।
|