बर्फ सिर्फ पानी ठंडा ही नहीं करती, बल्कि छोटी-मोटी चोटों में भी राहत पहुंचाती है। फिजियोथैरेपी विशेषज्ञों के अनुसार हल्की मोच, मांसपेशियों में खिंचाव और खरोंच लगने पर अगर बर्फ की सिकाई की जाए, तो फौरन आराम मिलता है। Show
बर्फ से सूजन कम करने में और खून रोकने में मदद मिलती है। बर्फ की सिकाई (या कोल्ड कंप्रेस) करने के लिए आप बाजार में मिलने वाले आइस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं या आप घर की चीजें इस्तेमाल करके अपने लिए एक आइस पैक भी बना सकते हैं। ठंड से खून का प्रवाह अवरुद्ध होता है, जिससे दर्द में आराम मिलता है। (और पढ़ें - सूजन कम करने के घरेलू उपाय) आप अपने फर्स्ट ऐड बॉक्स में आइस पैक रख सकते हैं, ताकि आपातकालीन स्थिति में आप इसे इस्तेमाल कर सकें। बुखार में शरीर का तापमान कम करने के लिए भी ठंडी सिकाई का उपयोग किया जाता है। (और पढ़ें - बुखार भगाने के घरेलू उपाय) इस लेख में बर्फ की सिकाई के फायदे, प्रकार, सिकाई करने का तरीका और बर्फ की सिकाई से सम्बंधित ध्यान रखने वाली बातों के बारे में बताया गया है। दुनिया के कई देश ऐसे हैं जहां वजन कम करने के लिए आइस थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है. यह काफी पॉपुलर थेरेपी है.Ice cubes make your skin summer ready!नई दिल्ली: मोटापा आज के समय में काफी आम समस्या हो गई है. मोटापे से शिकार लोग वजन कम करने के लिए की तरह की डाइट फॉलो करते हैं और इसके साथ ही कई जिम पर पर खूब पैसे खर्च करते हैं. लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें सिर्फ निराशा ही हाथ लगती है. ऐसे में अगर आप बिना एक्सरसाइज करें अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक आसान तरीका बताने जा रहे हैं जिससे आपका वजन काफी तेजी से कम हो जाएगा. क्या है आइस थेरेपी आइस थेरेपी का तरीका आइस थेरेपी के कई और फायदे – गर्दन या मांसपेशियों में सूजन से पीड़ित हैं, तो दर्द और सूजन से राहत के लिए प्रभावित क्षेत्र पर आइस पैक लगाएं. यह उपाय रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है, जिससे शरीर की सूजन कम हो जाती है. – बर्फ दांत दर्द से राहत दिला सकती है. संवेदनशील क्षेत्र पर आइस क्यूब लगाने से कुछ समय के लिए नसों और मसूड़ों को निष्क्रिय कर देता है और राहत देता है. एक कपड़े में एक आइस क्यूब लपेटें और इसे अपने गाल पर कुछ मिनटों के लिए रखें. सीधे दांत पर बर्फ भी लगा सकते हैं. हालांकि यह काफी दर्दनाक हो सकता है. – बर्फ की मदद से डार्क सर्कल्स के साथ-साथ आंखों की सूजन का भी प्रभावी तरीके से इलाज किया जा सकता है. यह रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है, त्वचा में कसावट रखते हुए कालापन कम करता है. – कंप्यूटर के सामने बैठे रहने के कारण अक्सर लोगों को सिरदर्द की परेशानी रहती हैं. ऐसे में मेडिसिन या पेनकिलर लेने के बजाए सिर्फ बर्फ का एक टुकड़ा लेकर माथे या फेंग फू प्वाइंट पर रगड़ने से मिनटों में सिर दर्द कम हो जाएगा. ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें लाइफस्टाइल की और अन्य ताजा-तरीन खबरें इसे सुनेंरोकेंचोट के शुरुआती 48 घंटे में बर्फ की सिकाई दो से तीन घंटे के अंतराल पर की जा सकती है। सिकाई के दौरान अगर त्वचा को तेल और भीगे कपड़े से न ढका जाए तो, ये बर्फ त्वचा को जला सकती है या अधिक ठंड से भी नुकसान पहुंच सकता है। सूजन कैसे खत्म होगा? इसे सुनेंरोकेंनींबू में सूजन-रोधी गुण होते हैं और दालचीनी एवं जैतून का तेल भी सूजन को कम करने की शक्ति रखते हैं। आधा चम्मच दालचीनी पाउडर, एक चम्मच नींबू का रस, 1 चम्मच जैतून का तेल और एक चम्मच दूध को मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को पैरों पर लगाकर कुछ घंटों के लिए छोड़ दें। आप इसे रातभर भी लगा रहने दे सकते हैं। बर्फ की थैली का प्रयोग कब और क्यों किया जाता है?इसे सुनेंरोकेंसूजन को कम करती है बर्फ गर्दन या मांसपेशियों में सूजन से पीड़ित हैं, तो दर्द और सूजन से राहत के लिए प्रभावित क्षेत्र पर आइस पैक लगाएं. यह उपाय रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है, जिससे शरीर की सूजन कम हो जाती है. बर्फ की सिकाई से क्या लाभ होता है? इसे सुनेंरोकें*बर्फ से सिर की सिकाई करने पर दिमाग, नसों में ब्लड फ्लो बेहतर होता है जिससे तनाव, चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग भी कम होता है. *इन्फेक्शन से बचने के लिए थेरेपी में इस्तेमाल किये जाने वाले बर्फ और कपड़ा, बैग हमेशा साफ रहने चाहिए. *सर्दी-जुकाम, निमोनिया, ठंड लगने पर आइस थेरेपी नहीं करनी चाहिए. सूजन क्यों आती है?इसे सुनेंरोकेंआमतौर पर सूजन वजन अधिक होने, ज्यादा देर तक बैठने, प्रेग्नेंसी, बढ़ती उम्र, या खान पान में बरती जाने वाली असावधानी के कारण होता है। इसके अलावा मधुमेह, किडनी की समस्या, लीवर में खराबी का भी यह संकेत है। गर्म सिकाई कैसे करें? सिकाई करते समय बरतें सावधानियां
पढ़ना: भारत में एफ एम फ्रिकवेंसी माड्यूलेशन की शुरुआत कब हुई? इसे सुनेंरोकेंचोट के शुरुआती 48 घंटे में बर्फ की सिकाई दो से तीन घंटे के अंतराल पर की जा सकती है। सिकाई के दौरान अगर त्वचा को तेल और भीगे कपड़े से न ढका जाए तो, ये बर्फ त्वचा को जला सकती है या अधिक ठंड से भी नुकसान पहुंच सकता है। अगर चोट वाली त्वचा ठंडे या गर्म के प्रति संवेदनशील हो। चोट लगने के बाद क्या करना चाहिए?
कटे हुए घाव पर क्या लगाना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंकटने-छिलने पर आप शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं. शहद में एंटी-सेप्टिक तत्व भी पाए जाते हैं जिससे इनफेक्शन से बचने में मदद मिलती है. शहद लगाने से घाव भी जल्दी भरता है. आप मुंह छालों या जलने पर भी शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं. चेहरे पर बर्फ लगाने से क्या नुकसान होता है?इसे सुनेंरोकें2)बर्फ के टुकड़ों को सीधे अपनी स्किन पर नुकसान पहुंचा सकती है। इससे आपको जलन या इरिटेशन हो सकती है। इसलिए ऐसा करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में चेहरे पर बर्फ लगाने से पहले अपने कॉटन के रूमाल में बर्फ के टूकड़ों को बांध ले और फिर उस कपड़े की मदद से चेहर की मसाज करें। घाव सुखाने के लिए क्या खाएं? जानिये 9 सुपरफूड्स के बारे में जो आपके घावों को तेजी से भरने में…
पढ़ना: फ्रेंच भाषा कैसे सीखें? चोट लगने पर कौन सी टेबलेट ले?इसे सुनेंरोकेंप्रभावी रोकथाम के लिए ट्रानेक्सेमिक एसिड की टेबलेट दिमाग को चोट लगने के तीन घंटे के भीतर दी जानी चाहिए। दवा देने में जरा-सी भी देरी इसके प्रभाव को कम या नष्ट कर सकती है। बर्फ से सिकाई करने से क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंअगर दर्द पहली बार है तो बर्फ की सिकाई आपके लिए कारगर होगी। बर्फ सुन्न करती है और यह आपके सिरदर्द को दूर कर सकता है। बर्फ से सिर की सिकाई सिरदर्द को दूर कर सकती है। गर्म पानी से सिर के मसल्स को आराम मिलता है इसलिए गर्म पानी की सिकाई भी कारगार साबित हो सकती है। पैर में गुम चोट लगने पर क्या लगाएं?इसे सुनेंरोकेंघरेलू उपाय शहद और खाने वाले चूना का इस्तेमाल कर आप चोट और दर्द से निजात पा सकते हैं। इन दोनों में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो चोट में आराम दिलाते हैं। इसके लिए जिस जगह चोट हो वहां पर थोड़ा सा शहद और थोड़ा खाने वाला चूना लगाएं। यह आपको थोड़ा गर्म लगेगा। लैट्रिन की जगह दर्द हो तो क्या करें? इसे सुनेंरोकें- अगर दर्द है तो ऐसा इंफेक्शन की वजह से हो सकता है। ऐसे में पहले दवा देकर इंफेक्शन ठीक किया जाता है। उसके बाद ही क्षारसूत्र चिकित्सा की जाती है। – इस क्षेत्र में कई झोलाछाप डॉक्टर भी हैं जो क्षारसूत्र से इलाज करने का दावा करते हैं। मलद्वार की सूजन कैसे कम करें?
पैर की सिकाई कैसे करें? इसे सुनेंरोकेंबर्फ की सिकाई करें – पैरों में सूजन आने की समस्या से राहत पाने के लिए आप एक कॉटन के कपड़े में 4 से 5 आइस क्यूब लेकर सूजन वाली जगह पर सिकाई करें। बर्फ लगाने से रक्त का प्रवाह बेहतर होगा और दर्द और सूजन से आपको राहत मिलेगी। यह भी पढ़ें -हड्डियों को मजबूत करने के लिए रोजाना करें केले का सेवन, इन समस्याओं को भी करेगा दूर. सिकाई करने से क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंसिकाई का मतलब है शरीर की अकड़न, दर्द और परेशानियों से निजात पाने के लिए शरीर को गर्म करना। दर्द की जगह की जब सिकाई की जाती है तो रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं, जिससे खून आसानी से पूरे शरीर में पोष्क तत्व पहुंचाता है। सिकाई चोट से हुई समस्याओं से छुटकारा पाने में बेहद असरदार है। पढ़ना: समांगी मिश्रण कौन सा है? ठंडी शेख कब दी जाती है? इसे सुनेंरोकेंमसल्स में दर्द, मसल्स में खिचाव, सूजन और त्वचा छिल जाने पर ठंडी सिकाई का इस्तेमाल करें। फिटकरी से सिकाई कैसे करें?इसे सुनेंरोकेंगर्म पानी में थोड़ी फिटकरी डालकर सिकाई करें। इससे गुदा क्षेत्र में जलन, सूजन और दर्द कम करने में मदद मिलती है और गुदा परिसंचरण में सुधार होता है। इसके लिए मेडिकल स्टोर पर सिज बाथ टब भी मिल जाता है। गर्म पानी से सिकाई करने से क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंशरीर के जोड़ों में जमकर दर्द और कड़कपन में आपको गर्म पानी की सिकाई करना चाहिए। गर्माहट कड़क मसल्स को नर्म करती है और इन जगहों पर खून का बहाव बढ़ाती है। जोड़ों में आराम के लिए करीब 20 मिनिट तक गर्म पानी से सिकाई करें। पेट को गर्म पानी से सेकने से क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंपेट दर्द होने पर पेट को गर्म पानी से सेकने पर दर्द में कुछ हद तक आराम मिलता है। सुबह गर्म पानी पीने के फायदे (garam pani peene ke fayde) सेहत के साथ-साथ त्वचा से भी जुड़े हुए हैं। आपको बता दें कि रोज सुबह गर्म पानी पीने से त्वचा स्वस्थ रहती है। बर्फ की सिकाई के क्या क्या फायदे हैं? हालांकि नवजात शिशुओं पर बर्फ की सिकाई की सलाह नहीं दी जाती है.
आंखों पर बर्फ लगाने से क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंस्किन के साथ-साथ बर्फ हमारी आंखों के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होती है। ये न सिर्फ हमारी आंखों को ठंडक देती है बल्कि आंखों की सूजन को भी दूर करती है। अपने चेहरे से डेड सेल्स को निकालने के लिए अक्सर हम फेशियल का सहारा लेते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि आइस फेशियल भी आपको इन डेड सेल्स से छुटकारा दिला सकता है। सिर पर बर्फ रखने से क्या होता है?-ब्लडप्रेशर की समस्या में भी बर्फ के उपयोग से आराम मिलता है। -यदि आपके सिर पर या शरीर के किसी स्थान पर दर्द हो रहा है तो वहां पर कपड़े में लपेट कर बर्फ लगाने से राहत मिलती है। यदि बर्फ उपलब्ध नहीं हो तो वहां हल्का गुनगुना गर्म करके कपड़े से भी सेक किया जा सकता है।
बहुत ज्यादा बर्फ लगाने से क्या होता है?ऐसे में आईस थेरेपी से न सिर्फ आपके चेहरे के दाग-धब्बे ठीक हो जाते हैं, बल्कि इससे चेहरे पर ग्लो भी आता है. खास बात ये भी है कि चेहरे पर रोजाना बर्फ के टुकड़े को लगाने से कील, मुहासे और झुर्रियां दूर हो सकती हैं. अगर आप चेहरे पर परफेक्ट ग्लो लाना चाहते हैं तो बर्फ मदद करेगी.
चेहरे पर बर्फ कब लगाना चाहिए?Ice On Face: गर्मी में मौसम में खासतौर पर बर्फ की आवश्य्कता बढ़ जाती है, ये न सिर्फ गर्मी के मौसम में प्यास बुझाने के काम आता है वहीं इसके इस्तेमाल से चेहरे में ग्लो भी बरक़रार रहता है। इसलिए गर्मियों के मौसम में त्वचा को चमकदार बना के रखने के लिए और ग्लो को बरक़रार रखने के लिए बर्फ का इस्तेमाल किया जा सकता है।
बर्फ क्यों लगाना चाहिए?जब हम तेज धूप या प्रदूषण में अधिक समय बिताते हैं तो इससे त्वचा में जलन की समस्या होने लगती है और त्वचा लाल पड़ जाती है। त्वचा की जलन को लिए बर्फ लगाना एक प्रभावी उपाय है। बर्फ त्वचा को ठंडक पहुंचाने, शांत करने और सूजन को कम करने में मदद करती है, जिससे त्वचा की लालिमा से छुटकारा मिलता है।
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