उत्पादन संभावना वक्र से क्या समझते हैं? - utpaadan sambhaavana vakr se kya samajhate hain?

इसे सुनेंरोकें(i) उत्पादन संभावना वक्र बायें से दायें नीचे की ओर गिरता है इसका मुख्य कारण यह है कि उपलब्ध सभी साधनों के कुशलतम प्रयोग की स्थिति में दोनों वस्तुओं का उत्पादन एक साथ नहीं बढ़ाया जा सकता है। (ii) सभी उत्पादन संभावना वन मूल बिन्दु की और नतोदार होती है। …

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उत्पादन सम्भावना वक्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउत्पादन संभावना तालिका व वक्र वही बिंदु F पर अर्थव्यवस्था अपने सभी संसाधनों का उपयोग वस्तु X के उत्पादन के लिए करती है तो वह वस्तु X की अधिकतम 5 इकाइयां उत्पादित कर सकती है परंतु वस्तु Y को उत्पादित नहीं कर सकती है। इन A और F के बीच वस्तु X और वस्तु Y की विभिन्न संयोगों की बहुत सी संभावनाएं रहती हैं।

इसे सुनेंरोकेंइसका अभिप्राय यह है कि जब हम किसी एक वस्तु X का उत्पादन बढ़ाना चाहते हैं तो हमें दूसरी वस्त Yके उत्पादन का त्याग करना पड़ेगा और X वस्तु की प्रत्येक अतिरिक्त इकाई Y की उत्तरोत्तर अधिक मात्रा का हमें त्याग करना पड़ेगा जिसके कारण उत्पादन संभावना वक्र मूल बिन्दु की ओर नतोदार होती है।

सीमित उत्पादन संभावना क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसीमांत उत्पादन संभावना से अभिप्राय उस वक्र से है, जो दो वस्तुओं के उन संयोगों को दर्शाती है, जिनका उत्पादन अर्थव्यवस्था के संसाधनों का पूर्ण रूप से उपयोग करने पर किया जाता है। यह एक वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई प्राप्त करने की अवसर लागत है। उदाहरण के लिए: एक किसान के पास 50 एकड़ कृषि योग्य भूमि है।

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अवसर लागत क्या है समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार साधन विशेष के वैकल्पिक प्रयोग के अवसर के त्याग को ही अर्थशास्त्र में अवसर लागत (Opportunity Cost) कहा जाता है। अर्थात “अर्थव्यवस्था की दृष्टि से किसी एक वस्तु की अतिरिक्त मात्रा की अवसर लागत, दूसरी वस्तु की त्याग की गई मात्रा होती है।”

उत्पादन संभावना वक्र क्या है इसकी विशेषताओं की व्याख्या करें?

इसे सुनेंरोकेंउत्पादन संभावना वक्र, केन्द्रीय समस्या क्या उत्पादन किया जाए’ पर प्रकाश डालने का एक रेखाचित्रिय माध्यम है। यह निर्णय लेने के लिए कि क्या उत्पादन किया जाए और कितनी मात्रा में किया जाए पहले यह जानना आवश्यक होता है कि आखिर हम प्राप्त क्या कर सकते हैं।

3 सीमांत उत्पादन संभावना क्या है?`?

पीपीसी का ढलान क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपीपीसी के गुण (Properties of PPC): उत्पादन संभावना वक्र ढलान नीचे की ओर: बाएं से दाएं नीचे पीपीसी वक्र ढलान। क्योंकि, दिए गए संसाधनों के पूर्ण उपयोग की स्थिति में, दोनों वस्तुओं के उत्पादन में वृद्धि नहीं की जा सकती है। इसका तात्पर्य है, कमोडिटी -1 का अधिक केवल कमोडिटी -2 के साथ उत्पादन किया जा सकता है।

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सीमांत उत्पादन संभावना वक्र क्या है?

* उत्पादन संभावना वक्र क्या दर्शाता है?

इसे सुनेंरोकेंउत्पादन संभावना वक्र(PPC)- यह वक्र दो वस्तुओं के उन संयोगों को दर्शाता है जिने दिए गए संसाधनों व तकनीक द्वारा उत्पादित किया जा सकता है।

सीमांत अवसर लागत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसीमांत विस्थापन दर को सीमांत अवसर लागत भी कहते हैं क्योंकि वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई बढ़ाने के लिए दूसरी वस्तु की त्यागी गई इकाइयाँ ही अतिरिक्त लागत होती हैं। संसाधनों का सीमित होना तथा उनके वैकल्पिक उपयोग और आवश्यकताओं का असीमित होना।

सीमांत उत्पादन से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसीमांत उत्पाद, जिसे सीमांत भौतिक उत्पाद भी कहा जाता है, कुल उत्पादन में परिवर्तन है क्योंकि उत्पादन में इनपुट की एक अतिरिक्त इकाई जोड़ दी जाती है। दूसरे शब्दों में, यह मापता है कि सामग्री, श्रम और ओवरहेड जैसे इनपुट की एक इकाई को जोड़कर कितनी अतिरिक्त इकाइयों का उत्पादन किया जाएगा।

उत्पादन संभावना वक्र को अन्य नाम से भी जाना जाता है, जैसे; उत्पादन संभावना सीमा, उत्पादन संभावना र्फटियर, रूपांतरण वक्र और  रूपांतरण सीमा। अगर हम उत्पादन संभावना वक्र को सीधे से समझे, तो यह वक्र दो वस्तुओं की उन सहयोग को दर्शाता है, जिन पर संसाधनों व तकनीक का उत्पादन किया गया है। उत्पादन संभावना वक्र की कुछ मान्यताएं हैं, जैसे: संसाधनों का पूर्ण कुशलता में प्रयोग किया जाता है, तकनीक के स्तर को इससे मान लिया जाता है, संसाधन सभी वस्तुओं के उत्पादन में एक सम्मान नहीं होता है, दिए गए संसाधनों के प्रयोग से केवल दो वस्तुओं को उत्पादित किया जा सकता है। उत्पादन संभावना वक्र की कुछ विशेषताएं हैं, उत्पादन संभावना वक्र मूल बिंदु की ओर होता है तथा उत्पादन संभावना वक्र नीचे की ओर गिरता है।

उत्पादन संभावना वक्र से क्या समझते हैं? - utpaadan sambhaavana vakr se kya samajhate hain?

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सीमांत अवसर लागत – यह एक वस्तु की वह इकाईयां होती है जिन्हें दूसरी वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई को प्राप्त करने के लिए त्यागा जाता है।


PPC की विशेषताएं (Characteristics of PPC)

1. PPC नीचे की ओर गिरता है

  • उपलब्ध संसाधनों के पूर्ण तथा कुशल प्रयोग की स्थिति में दोनों वस्तुओं के उत्पादन को एक साथ नहीं बढ़ाया जा सकता है।
  • इस स्थिति में एक वस्तु का अधिक उत्पादन दूसरी वस्तु के उत्पादन से संसाधनों को हटाकर ही हो सकता है।

2. PPC मूल बिंदु की ओर नतोदर होता है:-

  • बढ़ती हुई सीमांत अवसर लागत के कारण PPC मूल बिंदु की ओर नतोदर होता है।
  • वस्तु X की एक अतिरिक्त इकाई प्राप्त करने के लिए वस्तु Y की अधिक से अधिक इकाइयों को त्याग करना पड़ता है

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उत्पादन संभावना वक्र से आप क्या समझते हैं?

उत्पादन संभावना वक्र, केन्द्रीय समस्या 'क्या उत्पादन किया जाए' पर प्रकाश डालने का एक रेखाचित्रिय माध्यम है। यह निर्णय लेने के लिए कि क्या उत्पादन किया जाए और कितनी मात्रा में किया जाए पहले यह जानना आवश्यक होता है कि आखिर हम प्राप्त क्या कर सकते हैं।

उत्पादन संभावना वक्र की क्या मान्यताएं हैं?

PPC की मान्यताएं (Assumption for PPC) संसाधनों का पूर्ण व कुशलतम प्रयोग किया जाता है। दिए गए संसाधनों के प्रयोग से केवल दो वस्तुओं को उत्पादित किया जा सकता है। संसाधन सभी वस्तुओं के उत्पादन में एक समान नहीं होते हैं। तकनीक के स्तर को स्थिर मान लिया जाता है।

उत्पादन संभावना वक्र का प्रत्येक बिंदु क्या प्रदर्शित करता है?

टिप्पणियाँ हमने ऊपर देखा है कि उत्पादन संभावना वक्र पर कोई बिंदु संसाधनों का पूर्ण तथा कुशलतापूर्वक प्रयोग का प्रतिनिधित्व करता है। यदि, अर्थव्यवस्था उत्पादन संभावना वक्र के अंदर किसी बिंदु पर कार्य करती है तो इससे प्रदर्शित होता है कि संसाधनों का अल्प अथवा अकुशल प्रयोग हो रहा है।

उत्पादन संभावना वक्र अवनतोदर क्यों होता है?

1 Answer. सामान्यतः उत्पादन संभावना वक्र मूलबिंदु की ओर नतोदर होती है। कोई भी वक्र नतोदर तब होता है, जब उसका ढलान बढ़ रही हो। इसकी ढलान (slope) बढ़ती हुई सीमान्त अवसर लागत (Increasing marginal opportunity cost) है।