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Rajasthan Board RBSE Class 6 Science Chapter 4 प्राकृतिक रेशेपाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर सही विकल्प का चयन कीजिए प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
उत्तर:
लघु उत्तरात्मक प्रश्न प्रश्न 2.
प्रश्न 3. प्रश्न 4. दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 2. प्रश्न 3. पाठगत प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. क्रियाकलाप गतिविधि-1 (पृष्ठ 27) समूह कार्य क्रियात्मक कार्य 2. अपने आस-पास के किसी हथकरघा अथवा बिजली चालित करघा इकाई का भ्रमण करके विभिन्न विधियों द्वारा तन्तुओं की बुनाई का प्रेक्षण कीजिए। कार्य: 3. पता लगाइए कि आपके क्षेत्र में तन्तु प्राप्त करने के लिए कौन-सी फसल उगाई जाती है तथा इसका उपयोग कहाँ किया जाता है ? 4. किसी कृषि विशेषज्ञ
से बीटी कपास (BT Cotton) | के विषय में जानकारी प्राप्त कीजिए अथवा envior. nic.in/divisions/csnv/btcotton/bgnote.pdf से जानकारी प्राप्त कीजिए। अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर बहुविकल्पीय प्रश्न 2. कपास के बीजों से तन्तुओं को अलग करना कहलाता है 3. एक बीज पत्री पादप
है 4. जूट से बनाए जाते हैं 5. मुढे बनाए जाते हैं : रिक्त स्थान
उत्तर:
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5.
प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10. लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न
4. प्रश्न 5.
प्रश्न 6. प्रश्न 7.
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न प्रश्न मूँज (Moonj)-यह एक घास पौधा (Moonj grass) है। इस पादप को सेकेरम मँजा कहते हैं। यह एकबीजपत्री पादप है। यह मुख्यत: नागौर, बीकानेर, सीकर, झुंझुनूं, अजमेर आदि जिलों में पाया जाता है। इसके सरकण्डों से मूढ़े, टेबल, सीरकी, खिलौने बनाए जाते हैं। इसके रेशों से रस्सियों का निर्माण किया जाता है जिनका प्रयोग चारपाई, कुर्सियाँ आदि बनाने में होता है। प्रश्न 2. अब इसमें वस्त्र को डालते हैं। डण्डे की सहायता से 5-10 मिनट तक ऊपर नीचे करते हैं। अब पानी को ठण्डा होने तक वस्त्र को रंग में भीगने देते हैं। तत्पश्चात् वस्त्र को बाहर निकालकर, पानी निचोड़कर, अयादार स्थान पर सुखा देते हैं। सूखने के बाद प्रेस कर लेते हैं। प्रश्न 3. हर बार अलग-अलग रंग में रंगने के पश्चात् वस्त्र को छाया में सुखाना पड़ता है तथा पुनः बाँधकर रखना पड़ता है। अन्तिम रंग रंगने के बाद वस्त्र को अच्छी तरह सूखने देते हैं। सूखने के बाद गाँठे खोल देते हैं। गाँठे खोलते समय धागे को जोर से नहीं खोलना चाहिए। बंधेज किए वस्त्र पर हल्की गरम इस्त्री करते हैं। प्रश्न 4. सर्वप्रथम वस्त्रों की छपाई के लिए एक पात्र में रंग तैयार करते हैं। स्पंज को पानी से गीला करके अब तैयार रंग को स्पंज पर डालते हैं। इस ठप्पे को स्पंज पर रख देते हैं, जिससे उसमें रंग चढ़ जाता है। ब्लॉक से कपड़े पर सही आकृति में तथा एक ही लाइन में छाप (ठप्पा) लगाते हैं। इस प्रकार पूरे वस्त्र में या वस्त्र के किनारे पर ठप्पे लगाए जाते हैं। आजकल वस्त्रों पर मशीनों से भी छपाई की जाती है। प्रश्न 5. We hope the RBSE Solutions for Class 6 Science Chapter 4 प्राकृतिक रेशे will help you. If you have any query regarding Rajasthan Board RBSE Class 6 Science Chapter 4 प्राकृतिक रेशे, drop a comment below and we will get back to you at the earliest. रेशे क्या होते हैं प्राकृतिक रेशे कैसे प्राप्त होते हैं?Solution : रेशे दो प्रकार के होते हैं - प्राकृतिक रेशे और संश्लेषित रेशे। जो रेशे प्राकृतिक स्रोतों जैसे - पौधों या जानवरों से प्राप्त होते हैं प्राकृतिक रेशा कहलाते हैं। जैसे - सूती, रेशमी, ऊनी आदि। जो रेशे कृत्रिम तरीकों से प्रयोगशालाओं में बनाए जाते हैं, संश्लिष्ट या मानव निर्मित रेशे कहलाते हैं।
प्राकृतिक रेशे क्या है समझाइए?प्राकृतिक रेशे (Natural Fibres) : इसे आम भाषा में समझे तो इस प्रकार के रेशे जो जंतुओं और पौधों दोनों से प्राप्त होते है, उन्हें प्राकृतिक रेशे कहते है। बेहतर उदारण से समझे, जैसे - ऊन, कपास, पटसन और पुंज आदि।
प्राकृतिक रेशे कितने प्रकार के होते हैं?Solution : रेशे प्रमुख रूप से दो प्रकार के होते हैं- <br> (क) प्राकृतिक रेशे-ये रेशे प्रकृति से प्राप्त होते हैं। ये भी दो प्रकार के होते हैं- <br> (i) पादपों से प्राप्त रेशे-जैसे पटसन, कपास, सन आदि। <br> (ii) जंतुओं से प्राप्त रेशे-जैसे ऊन तथा रेशम।
प्राकृतिक रेशा कौन सा होता है?नायलॉन जूट एक्रिलिक
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