घर में कौन सी दिशा में पैर करके सोना चाहिए? - ghar mein kaun see disha mein pair karake sona chaahie?

हाइलाइट्स

व्यक्ति गलत दिशा में पैर करके सोता है तो उसके शरीर की ऊर्जा बाहर निकल जाती है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मनुष्य को दक्षिण दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए.

Vastu Tips For Sleeping Direction : मनुष्य अपनी दिनचर्या में कई काम ऐसे कर देता है, जिसका खामियाजा उन्हें कई तरह से भुगतना पड़ता है. ऐसा नहीं है कि व्यक्ति जानबूझकर इन सब चीजों को करता है, बल्कि जानकारी के अभाव में कुछ काम ऐसे हो जाते हैं, जो उसके जीवन को बुरी तरह से प्रभावित करके उसके लिए कई सारी परेशानियां खड़ी कर देती हैं. इन्हीं में से एक है सही दिशा में पैर करके सोना. वास्तु शास्त्र में व्यक्ति द्वारा सोने की दिशा भी निर्धारित की गई है. व्यक्ति को किस दिशा में सिर और किस दिशा में पैर करके सोना चाहिए, इस विषय में हमें बता रहे हैं इंदौर के रहने वाले ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित कृष्ण कांत शर्मा.

शरीर से बाहर निकल जाती है ऊर्जा
पंडित जी बताते हैं कि यदि व्यक्ति गलत दिशा में पैर करके सोता है तो उसके शरीर की सारी ऊर्जा बाहर निकल जाती है, क्योंकि गलत दिशा में पैर करके सोने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

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इस दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मनुष्य को दक्षिण दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए. दक्षिण दिशा को यमदूत, यम और नकारात्मक शक्ति की दिशा माना जाता है, इसलिए इस दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए.

पूर्व दिशा में भी ना करें पैर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मनुष्य को पूर्व यानी सूर्य उदय की दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए. इसके अलावा, पश्चिम दिशा में सिर करके भी नहीं सोना चाहिए. इसका भी शरीर पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है.


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क्या होता है गलत दिशा में पैर करके सोने से
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि यदि व्यक्ति पूर्व या दक्षिण दिशा में पैर करके सोते हैं तो मन में नकारात्मक विचार और डरावने सपने आते हैं. इसके अलावा व्यक्ति निराशा और भय का शिकार हो जाते हैं.

किस दिशा में पैर करके सोना चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मनुष्य को उत्तर दिशा में पैर करके सोने से सुख, समृद्धि, शांति, धन लाभ और आयु वृद्धि प्राप्त होती है. इसके अलावा पूर्व दिशा में सिर करके सोने से ज्ञान की प्राप्ति होती है.

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Tags: Dharma Aastha, Religion

FIRST PUBLISHED : September 01, 2022, 01:40 IST

हिंदू धर्म में जीवन की हर हरकत, कर्म, संस्कार, रीति-रिवाज, दिनचर्या, समाज, रिश्ते, देश, समय, स्थान आदि को नियम, अनुशासन और धर्म से बांधा है। कहना चाहिए कि नियम ही धर्म है। पर्याप्त नींद लेना क्यों जरूरी है और सोते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए इस संबंध में हिंदू धर्म में विस्तार से उल्लेख मिलता है। आओ जानते हैं किस दिशा में पैर करके सोने से क्या होता है?


दक्षिण : दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से हानि, स्मृति भ्रम, मृत्यु और रोग का भय रहता है। दक्षिण दिशा में यम और दुष्ट देवों का निवास रहता है। मस्तिष्क में रक्त का संचार कम को जाता है और कान में हवा भरती है।

उत्तर : आचारमयूख पुस्तक के अनुसार उत्तर दिशा की ओर पैर करके सोने से शांति, सेहत, समृद्धि, धन और आयु की प्राप्ति होती है।

पूर्व : पूर्व की ओर पैर करके सोने से चिंता बनी रही हैं।

पश्‍चिम : पश्‍चिम की ओर पैर करके सोने से विद्या की प्राप्ति होती है। पूर्व दिशा में सिर रखकर सोने से ज्ञान में बढ़ोतरी होती है।

उचित दिशा में सोएं : धर्मशास्त्रों के अनुसार सोते समय आपके पैर दक्षिण या पूर्व दिशा में नहीं होने चाहिये। इसका मतलब यह कि आपके पैर पश्चिम या उत्तर दिशा में होने चाहिये। इसका मतलब यह भी कि आपका सिर पूर्व या दक्षिण में होना चाहिए। दरअसल, पृथ्वी के दोनों ध्रुवों उत्तरी (North pole) तथा दक्षिण ध्रुव (South pole) में चुम्बकीय प्रवाह (Magnetic flow) होता है। उत्तरी ध्रुव पर धनात्मक (+) प्रवाह तथा दक्षिणी ध्रुव पर ऋणात्मक (-) प्रवाह होता है। उसी तरह मानव शरीर में भी सिर में धनात्मक (+) प्रवाह तथा पैरों में ऋणात्मक (-) प्रवाह होता है। विज्ञान के अनुसार दो धनात्मक (+) ध्रुव या दो ऋणात्मक (-) ध्रुव एक दूसरे से दूर भागते हैं। अत: यदि आप दक्षिण में पैर करके सोते हैं तो आपके स्वास्थ्य के लिए यह हानिकारक साबित होता है।

पूर्व दिशा में सिर करके क्यों सोते हैं?

संपूर्ण जीवन पूर्व से पश्चिम की ओर बह रहा है। सूर्य पूर्व से उदय होकर पश्चिम में अस्त होता है। उर्जा की इस धारा के विपरित प्रवाह में सोने अच्छा नहीं अर्थात पूर्व की ओर पैर करने सोने अच्छा नहीं माना जाता। दूसरी ओर ऐसा करने से सूर्य देव का अपमान होता है। ज्योतिषानुसार सूर्य देव की ओर सिर करने सोने से मानसिक और स्वास्थ्य लाभ मिलता है।...इसलिए हमेशा दक्षिण या पूर्व दिशा की ओर ही सिर करके सोना चाहिए। पैरों को दरवाजे की दिशा में भी न रखें। इससे सेहत और समृद्धि का नुकसान होता है।

कौन से दिशा में सिर करके नहीं सोना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, मनुष्य को पूर्व यानी सूर्य उदय की दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए. इसके अलावा, पश्चिम दिशा में सिर करके भी नहीं सोना चाहिए. इसका भी शरीर पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है.

दक्षिण को पैर करके सोने से क्या होता है?

गलत दिशा में पैर करके सोने के नुकसान कहते हैं कि ऐसा करने से शरीर से सारी ऊर्जा बाहर आ जाती है. इसलिए व्यक्ति को कभी भी दक्षिण दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए. कहते हैं दक्षिण दिशा में यमदूत, यम और दुष्टों का निवास होता है. ऐसे में इस दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए.

रात को सोते समय पैर किधर करना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार भी हमें अपने सोने के तरीके को सही करना चाहिए. वास्तु के अनुसार सोते समय हमारा सिर दक्षिण या फिर उत्तर दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए. यानि हमारे पैर उत्तर और पश्चिम दिशा की ओर होने चाहिए. अगर हम इन बातों को ध्यान में रखकर सोएंगे, तो ये हमारे लिए फायदेमंद हो सकता है.

दरवाजे की तरफ पैर करके सोने से क्या होता है?

वास्तु विज्ञान के अनुसार मुख्य दरवाजे की ओर पैर का होना घर से बाहर निकलने का संकेत होता है। इस प्रकार से बाहर की ओर पांव करके मृत्यु के बाद ही व्यक्ति को लिटाया जाता है। इस दिशा में सोने से आयु कम होती है और व्यक्ति का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। सोने के लिए सबसे अच्छी दिशा पूर्व और उत्तर को माना गया है।