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आज हम गोक्रय-विक्रय मुहूर्त अर्थात पशु खरीदने के बारे में बात करने वाले है। जिसमें आप अपने पशु को खरीद या बेच सकते हैं। यानी पशुओं का क्रय-विक्रय कर सकते हैं। इसमें किया गया क्रय-विक्रय आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इसलिए यहां पर पशु क्रय-विक्रय मुहूर्त के बारे में जानकारी दिया गया हैं। Pashu kharidne ka Shubh muhurt kab hai – हमारे हिंदू धर्म में सभी कार्य के लिए मुहूर्त बनाया गया है। इसी में एक कार्य पशु का क्रय-विक्रय करना भी है। जिससे हम अपने पशुओं को शुभ मुहूर्त में बेच या खरीद सकते हैं। शुभ मुहूर्त में पशुओं का क्रय-विक्रय करना लाभकारी होता है। इन पशुओं का क्रय-विक्रय करने के लिए हमने पंचांग के द्वारा कुछ शुभ मुहूर्त निकालें हैं। जिससे आप उस मुहूर्त में पशुओं का क्रय-विक्रय कर के, आप मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। वैसे तो देखा जाए क्रय-विक्रय करना भी एक गुण है। जिस व्यक्ति को क्रय-विक्रय करने का गुण आ गया, वह किसी भी वस्तु का या किसी भी पशु का क्रय-विक्रय करें, उसको मुनाफा होना ही है। लेकिन कुछ सर्त में देखा जाता है। जो व्यक्ति क्रय-विक्रय करने में गुणी होने के बावजूद भी उसको घाटा हो जाता है। तो इस घाटे को रोकने के लिए शुभ मुहूर्त में क्रय-विक्रय किया जाना चाहिए। इसीलिए हम आपके लिए यहां पर मुहूर्त को लेकर आए हैं। जिससे आप क्रय-विक्रय में होने वाले घाटे को रोक सकते हैं। चलिए हम जान लेते हैं। गोक्रय-विक्रय मुहूर्त के बारे में कि वह कौन-कौन से दिन शुभ मुहूर्त है। जिसमें आप किसी भी पशु का क्रय-विक्रय कर सकते हैं। पशु/गाय का क्रय मुहूर्त फरवरी 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त मार्च 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त अप्रैल 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त मई 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त जून 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त जुलाई 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त अगस्त 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त सितंबर 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त अक्टूबर 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त नवंबर 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त दिसंबर 2022
पशु खरीदने का शुभ मुहूर्त कैसे देखें?यहां पर हम गाय क्रय-विक्रय करने का शुभ मुहूर्त के बारे में बताने जा रहे हैं। जिससे आप स्वयं गाय का क्रय-विक्रय करने के लिए शुभ मुहूर्त निकाल सकते हैं। शुभ मुहूर्त को निकालने के लिए आपके पास पंचांग का होना अति आवश्यक है। क्योंकि पंचांग के माध्यम से ही नक्षत्र, तिथि, वार आदि के बारे में जानकारी प्राप्त किया जाता है। गाय को खरीदने और बेचने का शुभ मुहूर्त निकालने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना पड़ता है। जैसे शुभ नक्षत्र कौन सा है। लग्न कौन सा रहेगा। जिसमें गाय को खरीदना और बेचना शुभ होगा। तो चलिए लग्न और नक्षत्र के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं। नक्षत्र – गाय को खरीदने और बेचने के लिए शुभ नक्षत्र हैं। हस्त, अश्वनी, पुष्य, अभिजीत, रेवती, विशाखा, पुनर्वसु, ज्येष्ठा, शतभिषा और धनिष्ठा इस नक्षत्र में गाय को खरीदना और बेचना शुभ माना जाता है। लग्न – (1). जिस दिन आप गाय का क्रय विक्रय करना चाहते हैं। तो आप सबसे पहले ऊपर दिए गए नक्षत्र को देखें। अगर उस दिन बताए गए नक्षत्र मिलता है। तो उस दिन का लग्न देखने के लिए लग्न चक्र बना ले। लग्न चक्र के आठवें भाव (मृत्यु भाव) में कोई भी ग्रह न हो तो शुभ है। (2). लग्न चक्र के लग्न में यानी प्रथम भाव में शुभ ग्रह (गुरु और शुक्र) की राशि हो तो वह शुभ है। (3). लग्न चक्र के केंद्र (प्रथम, चतुर्थ, सप्तम और दशम भाव) में चर राशि (मेष, कर्क, तुला और मकर) हो तो शुभ है। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर, गाय खरीदने और बेचने के लिए एक शुभ मुहूर्त को निकाला जा सकता है। गाय कौन कौन से दिन खरीदना चाहिए?विशेष – जिस व्यक्ति का शनि कुंडली में शुभ अवस्था का बैठा हुआ हो, केवल उसी को शनिवार के दिन वाहन अथवा पशु खरीदना चाहिए।
गाय को ब्याने से पहले क्या देना चाहिए?गाभिन गाय या भैंस को साधारणतया 25 से 30 किलोग्राम हरा चारा, दो से चार किलोग्राम सूखा चारा, दो से तीन किलोग्राम दाना एवं 50 ग्राम नमक रोज दें। } गाभिन पशु के ब्याने के करीब दो सप्ताह पहले अन्य पशुओं से अलग कर दें। अच्छी गुणवत्ता के शीघ्र पाचक चारों में चोकर अलसी मिलाकर दें।
गाय को गाभिन होने के लिए क्या दें?पशुपालक गाय या भैंस को गाभिन करवाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें. अच्छे आहार के साथ – साथ 50 – 60 ग्राम उच्च गुणों वाला खनिज मिश्रण प्रतिदिन दें |. यदि पशु अन्त: कृमियों से ग्रसित है तो पशु – चिकित्सक की सलाह से कृमिनाशक दवा दें |. मद के लक्षण पहचान कर उचित समय पर गर्भित करायें |. गाय खाना नहीं खाती है क्या करें?अगर आपकी गाय या भैंस को भूख कम लग रही है, तो उसे लीवर टॉनिक दें। इसे 50 मिलीग्राम दें। साथ ही जो पशु कम चारा खा रहा है उसे पाचक पाउडर दें। आप अपने पशु को एक मिक्सर बना कर भी दें, इसमें आप 200 ग्राम काला जीरी डालें और उसमें 50 ग्राम हींग मिलाएं।
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