आत्मविश्वास से आप क्या समझते हैं? - aatmavishvaas se aap kya samajhate hain?

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आत्मविश्वास (self-confidence) वस्तुतः एक मानसिक एवं आध्यात्मिक शक्ति है।[1] आत्मविश्वास से ही विचारों की स्वाधीनता प्राप्त होती है और इसके कारण ही महान कार्यों के सम्पादन में सरलता और सफलता मिलती है। इसी के द्वारा आत्मरक्षा होती है। जो व्यक्ति आत्मविश्वास से ओत-प्रोत है, उसे अपने भविष्य के प्रति किसी प्रकार की चिन्ता नहीं रहती। उसे कोई चिन्ता नहीं सताती। दूसरे व्यक्ति जिन सन्देहों और शंकाओं से दबे रहते हैं, वह उनसे सदैव मुक्त रहता है। यह प्राणी की आंतरिक भावना है। इसके बिना जीवन में सफल होना अनिश्चित है।[2]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • आत्म विकास (गूगल पुस्तक ; लेखक - आनन्द कुमार)
  • aalekh/laksha se jeet.htm लक्ष्य से जीत तक
  • सफल कैसे बनें? (गूगल पुस्तक ; लेखक - आनन्द पै]
  • "Lack of self-confidence", a Buddhist view.
  • आत्म सम्मान के 4 कदम

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "यह है आत्मविश्वास ‍बढ़ाने की कुंजी". वेबदुनिया. 3 अक्टूबर 2012. मूल से 1 दिसंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 अगस्त 2015.
  2. "आत्मविश्वास बढ़ाने के 5 मंत्र". लाइव हिन्दुस्तान. 1 सितम्बर 2011. मूल से 3 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 अगस्त 2015.

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श्रेणी:

  • मनोविज्ञान

आत्मविश्वास क्या है Self Confidence Meaning In Hindi संसार के समस्त अग्रणी लोग आत्मविश्वासी वर्ग के होते हैं. अपनी आत्मा में, अपनी शक्तियों में आस्थावान रहकर कोई भी कार्य कर सकने का साहस रखते हैं. और जब भी जो कार्य अपने लिए चुनते हैं, पूरे संकल्प और पूरी लग्न के साथ उसे पूरा करके छोड़ते हैं. वे मार्ग में आने वाली किसी भी बाधा अथवा अवरोध से विचलित नही होते हैं. आपकों यहाँ हम बतायेगे कि आत्मविश्वास क्या होता है तथा किस तरह आप सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ा सकते हैं मजबूत कर सकते हैं.

आत्मविश्वास से आप क्या समझते हैं? - aatmavishvaas se aap kya samajhate hain?

अस्तु, अंश आत्मा में अपनी अंशी विशेषताएं होनी स्वभाविक हैं. आत्मा में विश्वास करना, परमात्मा में विश्वास करना हैं. जिसने आत्मा के माध्यम से परमात्मा में विश्वास कर लिया, उसका सहारा ले लिया, उसे किस बात की कमी रह सकती हैं. ऐसे व्यक्ति के सम्मुख शक्तियाँ, दासियों के सामान उपस्थित होकर अपने उपयोग की प्रतीक्षा किया करती हैं.

जीवन में आत्मविश्वास की आवश्यकता व महत्व

आत्मविश्वास का ज्ञान होते ही मनुष्य में दुगुना बल आ जाता हैं. जब हनुमान अपने साथियों के साथ सीता की खोज में निकले तो पहाड़ जंगल मैदान सब छान मारे परन्तु सीता का पता न लग सका. आगे समुद्र आ गया. सब थककर चूर हो चुके थे, वही धम्म से बैठ गये, वे सोचने लगे कि अब क्या करे.

उस समय जामवत ने ललकारा, उसने हनुमान के आत्म विशवास को जगाया. आत्मविश्वास का बोध होते ही हनुमान की शक्ति के सामने समुद्र की शक्ति तुच्छ हो गई. अपनी बाहों के बल पर हनुमान समुद्र में तैरकर लंका जा पहुचें.

आत्मविश्वासी चाहे लकडहारा हो या लौहार, किसान हो या गडरिया हो या वैज्ञानिक हो या नाविक- वह भरोसे का आदमी होता हैं. वह इज्जत के लायक आदमी होता हैं. वह आत्मविश्वासी दृढ मनुष्य होता हैं. वह फौलाद का बना हुआ होता हैं.

ऐसा मनुष्य अपनी पत्नी तथा बच्चों के लिए आवश्यकता पड़ने पर सारा धन लुटा सकता हैं. अपने पड़ोसियों के लिए वह जी खोलकर खर्च कर सकता हैं. वह अपने देश और देशवासियों के लिए सारे जीवन की कमाई को कुर्बान कर सकता हैं. भामाशाह ने ऐसा ही किया था.

आत्मविश्वासी विद्यार्थी को अपनी सफलता पर अटूट विश्वास होता हैं. वह कमजोर विद्यार्थी की उदारता से सहायता करता हैं. आत्मविश्वासी मजदूर नौसिखिये को काम का दंग सीखाकर अपना मित्र बना देता हैं. आत्मविश्वासी कारीगर बहुत से नयें कुशल कारीगरों को तैयार कर देता हैं.

आत्मविश्वास के बल पर एक व्यापारी थोड़ी सी पूंजी से व्यापार चलाकर बड़े से बड़ा उद्योग खड़ा करने में सक्षम हो सकता हैं. वह आत्मविश्वास के बल पर ही अनगिनत लोगों को जीविका के साधन पैदा कर देता हैं जीविका यानि रोजगार देने से बढ़कर दूसरी कोई सहायता नही हो सकती.

आत्मविश्वास से अपनी सहायता आप करने की हिम्मत पैदा होती हैं. आत्मविश्वास के बल पर मनुष्य कठोर से कठोर धरती पर हल चला लेता हैं. आत्मविश्वासी कहता हैं मुझे कठिन काम दीजिए मैं करुगा.

आत्मविश्वास कैसे बढ़ाए?

हम अपने अस्तित्व का निर्माण आत्मसम्मान के बल पर ही करते हैं और आत्मसम्मान हमारे अंदर तभी होगा जब हमें खुद के ऊपर सेल्फ कॉन्फिडेंस यानी की आत्म विश्वास होगा। आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए नीचे हम आपको कुछ शानदार तरीके बता रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप अपना self-confidence को इनक्रीस कर सकते हैं।

1: एक परफेक्ट बॉडी लैंग्वेज

अपने आत्मविश्वास के लेवल को बढ़ाने के लिए एक परफेक्ट बॉडी लैंग्वेज होना बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। बात करें इस दुनिया के अगर सफल इंसानों की तो जितने भी इस दुनिया में सफल इंसान हैं, उन सभी की बॉडी लैंग्वेज हमेशा पॉजिटिव होती है। 

इस प्रकार अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए आपको सीधे खड़े होकर के ही किसी व्यक्ति से उसकी आंखों में आंखें डाल कर के बात करनी चाहिए। ऐसा करने पर आपके अंदर धीरे-धीरे self-confidence का लेवल बढ़ेगा।

2: अपने आप की सराहना करें

आत्मविश्वास के लेवल को बढ़ाने के लिए आपको अपने आप की सराहना भी करनी चाहिए। इसके लिए आपको दैनिक तौर पर अच्छा काम करने के लिए थोड़ा समय अवश्य निकालना चाहिए। आप चाहे तो किसी दूसरे व्यक्ति की सहायता कर सकते हैं अथवा जरूरतमंद लोगों की हेल्प कर सकते हैं।

3: अपनी पावर को पहचाने

कुछ लोगों को अपने अंदर की खूबी के बारे में पता होता है और बहुत से लोगों को अपने अंदर की ताकत के बारे में जानकारी नहीं होती है। 

अगर आपको अपने अंदर मौजूद ताकत की जानकारी नहीं है तो आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिले, वह आपको आपके गुणों के प्रति सचेत करेंगे और वह आपको इस बात की भी इंफॉर्मेशन देंगे कि आप कौन से काम को अच्छे तरीके से कर सकते हैं। जब आप उनके द्वारा बताए गए कामों को अच्छे से करेंगे तो ऑटोमेटिक ही आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।

4: हमेशा पॉजिटिव रहें 

जो व्यक्ति अपनी जिंदगी में हमेशा आशावादी और पॉजिटिव रहता है वह अधिकतर सफलता हासिल करता है। अगर आप आत्मविश्वासी बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको हमेशा पॉजिटिव रहना पड़ेगा और हमेशा आपको पॉजिटिव सोच रखनी पड़ेगी।

5: पूरी नींद लें 

अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए यह भी जरूरी है कि आप सही मात्रा में अपनी नींद को पूरी करें। अगर आप टाइम पर सोने के लिए चले जाते हैं और 8 घंटे की पूरी नींद लेते हैं तो ऐसा करने से आप मानसिक और शारीरिक रूप से हेल्दी रहते हैं।

6: चाणक्य नीति पढे 

जी हां आपने सही सुना, चाणक्य नीति एक ऐसी किताब है जो आपको जिंदगी की तमाम प्रकार की सीखों के बारे में जानकारी देती है। इस किताब को पढ़कर आप अपने आत्मविश्वास के लेवल को इनक्रीस कर सकते हैं, क्योंकि यह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ किताब मानी जाती है, जिसे आचार्य चाणक्य ने लिखा है। 

इस किताब को पढ़ने के बाद आपको यह महसूस होगा कि वास्तव में इंसान के लिए दुनिया में कुछ भी करना असंभव नहीं है।

यह भी पढ़े

  • आत्मविश्वास बढ़ाने वाली कहानियां
  • नेतृत्व पर निबंध
  • गोल्डन कोट्स इन हिंदी
  • सफलता के अनमोल विचार

आशा करता हूँ दोस्तों आत्मविश्वास क्या है Self Confidence Meaning In Hindi के निबंध में ऊपर दी गई जानकारी आपकों पसंद आई होगी. यदि आपकों हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो प्लीज इसे अपने फ्रेड्स के साथ भी शेयर करे.

आत्मविश्वास क्या होता है समझाइए?

आत्मविश्वास (self-confidence) वस्तुतः एक मानसिक एवं आध्यात्मिक शक्ति है। आत्मविश्वास से ही विचारों की स्वाधीनता प्राप्त होती है और इसके कारण ही महान कार्यों के सम्पादन में सरलता और सफलता मिलती है। इसी के द्वारा आत्मरक्षा होती है।

आत्मविश्वास से आप क्या समझते हैं आत्मविश्वास के विकास के उपायों का वर्णन करें?

खुद पर संदेह करना बंद करें व जिस चीज से डरते हैं, उसका सामना करना सीखें। मनोबल बढ़ाने के उपाय में यह वाकई में बेहद काम आता है। अगर किसी काम को करने से डर लगता है और ऐसा लगता है कि वह नहीं हो पाएगा, तो उसे पूरी लग्न व मेहनत के साथ करने का प्रयास करें। ऐसा करने से आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होगी।

आत्मविश्वास से आप क्या समझते हैं आत्मविश्वास को प्रभावित करने वाले कारक बताइए?

अच्छी तरह कार्य करने से आत्मविश्वास का संचार होता है। जिस चीज़ से आपको डर लगता है यदि आप उसी चीज़ का सामना बहादुरी और बिना किसी भय से करें तो वह आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने में आपकी मदद करेगा। इसीलिए जिस भी चीज़ से आपको डर लगे उसका सामना जरूर करना चाहिए क्योंकि डर को टालने की प्रवृति आपके आत्मविश्वास को कम कर सकती है।

आत्मविश्वास का हमारे जीवन में क्या महत्व है?

जीवन में सफलता के लिए आत्मविश्वास उतना ही आवश्यक है, जितना मनुष्य के लिए ऑक्सीजन और पानी। बिना आत्मविश्वास के व्यक्ति सफलता की ऊंचाइयों पर कदम बढ़ा ही नहीं सकता। आत्मविश्वास वह ऊर्जा है, जो सफलता की राह में आने वाली हर अड़चनों, कठिनाइयों और परेशानियों से मुकाबला करने के लिए व्यक्ति को बल देती है।