राजसी बाघ, तेंदुआ टाइग्रिस धारीदार जानवर है। इसकी मोटी पीली लोमचर्म का कोट होता है जिस पर गहरी धारीदार पट्टियां होती हैं। लावण्यता, ताकत, फुर्तीलापन और अपार शक्ति के कारण बाघ को भारत के राष्ट्रीय जानवर के रूप में गौरवान्वित किया है। ज्ञात आठ किस्मों की प्रजाति में से शाही बंगाल टाइगर (बाघ) उत्तर पूर्वी क्षेत्रों को छोड़कर देश भर में पाया जाता है और पड़ोसी देशों में भी पाया जाता है, जैसे नेपाल, भूटान और बांग्लादेश। भारत में बाघों की घटती जनसंख्या की जांच करने के लिए अप्रैल 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर (बाघ परियोजना) शुरू की गई। अब तक इस परियोजना के अधीन 27 बाघ के आरक्षित क्षेत्रों की स्थापना की गई है जिनमें 37, 761 वर्ग कि.मी. क्षेत्र शामिल है। Show स्रोत: इंडिया बुक 2020 - एक संदर्भ वार्षिक भारत का राष्ट्रीय पशु: राष्ट्रीय पशु किसी देश की प्राकृतिक बहुतायत का प्रतीक है। यह चयन कई मानदंडों के आधार पर हो सकता है। इसका समृद्ध इतिहास होना चाहिए और देश की विरासत और संस्कृति को व्यक्त करना चाहिए। भारत का राष्ट्रीय पशु ‘रॉयल बंगाल टाइगर’ है। यह एक ही समय में राजसी और घातक दोनों है। भारत में बाघों की घटती आबादी के कारण वर्ष 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत के बाद, भारत सरकार ने रॉयल बंगाल टाइगर को राष्ट्रीय पशु घोषित किया। चपलता, सहनशक्ति और अदम्य शक्ति के संयोजन ने बाघ को भारत का राष्ट्रीय पशु बना दिया है। रॉयल बंगाल टाइगर का
वैज्ञानिक नाम पैंथेरा टाइग्रिस है। बाघ चार प्रकार की बड़ी बिल्ली (शेर, बाघ, जगुआर और तेंदुए) में सबसे बड़ा होता हैं। रॉयल बंगाल टाइगर भारत में पाए जाने वाले आठ प्रकार के बाघों में से एक है। द रोअर इज बैक(The Roar is Back)वर्ष 2006 में, बाघ विलुप्त होने के कगार पर थे। देश में बाघों की कुल संख्या 1411 थी। विश्व वन्यजीव कोष और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की बदौलत 2018 में संख्या बढ़कर 2967 हो गई। वर्ष 2018 में, बाघों की अधिकतम संख्या(526) मध्य प्रदेश में थी, इसके बाद 524 बाघों के साथ कर्नाटक का नंबर था, और कुल 442 बाघों के साथ उत्तराखंड तीसरे स्थान पर था। भारत में टाइगर रिज़र्वजब वर्ष 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर शुरू किया गया था तब पूरे देश में केवल 9 टाइगर रिज़र्व थे। वर्ष 2019 में एकत्रित आंकड़ों के अनुसार यह संख्या बढ़कर 50 हो गई है। देश के सभी टाइगर रिज़र्व के नाम नीचे दिए गए हैं:
कुछ रोचक तथ्य
अधिकांशतः पूछे जाने वाले प्रश्न Q. वर्तमान में देश में कुल कितने बाघ हैं? Q. टाइगर से पहले भारत का राष्ट्रीय पशु कौन सा
था? Q. बाघों को बचाने की क्या जरूरत है? Q. प्रोजेक्ट टाइगर कब शुरू किया गया था?
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भारत की राष्ट्रीय पशु का नाम क्या है?लावण्यता, ताकत, फुर्तीलापन और अपार शक्ति के कारण बाघ को भारत के राष्ट्रीय जानवर के रूप में गौरवान्वित किया है।
भारत का राष्ट्रीय फल क्या है?राष्ट्रीय फल
आम को अनंत समय से भारत में उगाया जाता रहा है। कवि कालीदास ने इसकी प्रशंसा में गीत लिखे हैं। अलेक्सेंडर ने इसका स्वाद चखा है और साथ ही चीनी धर्म यात्री व्हेन सांग ने भी। मुगल बादशाह अकबर ने बिहार के दरभंगा में 1,00,000 से अधिक आम के पौधे रोपे थे, जिसे अब लाखी बाग के नाम से जाना जाता है।
भारत का राष्ट्रीय पशु और पक्षी कौन सा है?इसलिए, मोर को भारत के राष्ट्रीय पक्षी के रूप में चुना गया था, जबकि बाघ को भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में चुना गया था। इसके अलावा, बाघ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का प्रतिनिधित्व करता है और इसे भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों में से एक के रूप में भी पहचाना जाता है।
राष्ट्रीय पशु कितने हैं?भारत का राष्ट्रीय पशु 'रॉयल बंगाल टाइगर' है। यह एक ही समय में राजसी और घातक दोनों है। भारत में बाघों की घटती आबादी के कारण वर्ष 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत के बाद, भारत सरकार ने रॉयल बंगाल टाइगर को राष्ट्रीय पशु घोषित किया।
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