खोपड़ी में दर्द क्यों होता है - khopadee mein dard kyon hota hai

आमतौर पे सिर दर्द को दो categories में विभाजित किया है।

  1. Common cause
  2. Serious Cause

Common Cause Of Headache

1.Migraine

इसे अर्धशीशी भी कहा जाता है। यह ज्यादा तर कम उम्र दिखाई देता है। इसमें ज्यादातर आधे सिर में सिर दर्द होता है। इसके साथ में patient को उलटी जैसे होना , आँख के सामने अंधेरी छाना या चक्कर आना यह लक्षण आ सकते है और इसका पूरी तरह हम इलाज कर सकते है।

2.Tension-Type Headache

यह आमतौर पे दिखाई देने वाला सिर दर्द है। इसमें dull type का headache , पूरे सिर में होता है। यह सिर दर्द दिन भर चलता है। इसमें कोई लक्षण नहीं होते और इसका पूरी तरह हम इलाज कर सकते है।

3.Medication overuse headaches

इस तरीके का headache दवाइयों के excessive उपयोग के कारण होता है। जब हमे बार बार सिर दर्द होता है तो हम painkillers लेने लगते है और इनकी आदत पड़ जाती है उसके वजहसे भी headache होता है।

4.सर्दी , साइनस का दर्द , चश्मा , इसके कारन भी सिर दर्द हो सकता है।

5.अगर गर्दन में कोई तकलीफ हो जिसको spondylosis कहा जाता है तो इसके कारन भी सिर दर्द हो सकता है।

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Serious Causes of Headaches

6.Meningitis

इसका मतलब है brain में infection होना जिसके वजहसे से सिर दर्द होता है।

7.BP

Blood pressure बढ़ने के कारण सिर दर्द होना। BP बढ़ने के कारण brain में अगर bleeding हुई तो गंभीर सिर दर्द होता है।

8.Cerebral venous sinus thrombosis (CVST)-

जिसमे brain के blood vessels में blockage होता है जिसके वजहसे से सिर दर्द होता है।

9.Vasculitis

Blood vessels के कारण होने वाला ही headache है।

10.Brain Tumor

यह एक लक्षण है जिसमे गंभीर तरीके का सिर दर्द होता है।

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Differentiating Headaches

जब भी आपको headache शुरू हो जाए या बार बार आने लगे तो पहले आपको यह सोचना चाहिए की आपके daily routine में कोई बदलाव तो नहीं है जिस्से यह सिर दर्द शुरू हुआ है। कई लोगोको कुछ कुछ खाने के वजहसे जैसे की cheese , chinese या choclate खाने से headache शुरू होता है। अगर आपकी fasting ज्यादा हो रही है या खाने के timings बदल गए है। अगर इस कारन से सिर दर्द हो रहा हो , तो वह आम तरीके का सिर दर्द होता है।

अगर सिर दर्द के साथ अगर हाथ पेअर में झुनझुनाहट होना , चक्कर आना , बेहोशी छा रही है , हाथ पैरो में कमजोरी महसूस हो रही है , उल्टी आ रही है या सिर दर्द के साथ बुखार है या सिर दर्द की तीव्रता कम ज्यादा होती रहती है तो सारे लक्षण यह दर्शाते है आपको सिर दर्द गंभीर कारणों से हो रहा है। यह काफी कम लोगो में पाया जाता है। लेकिन अगर ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे है लम्बे समय से तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और समय पे सिर दर्द का इलाज हो जाये।

सिरदर्द कई प्रकार के होते हैं और उनमें से प्रत्येक के अपने विशिष्ट कारण, लक्षण और उपचार के विकल्प होते हैं। भिन्न सिरदर्दों का संबंध उनकी विशिष्ट लोकेशन के साथ भी होता हैं।

तनाव सिरदर्द जैसी अत्यंत आम प्रकार के सिर दर्द पूरे सिर को प्रभावित कर सकते हैं हैं जबकि अन्य गुच्छा अथवा साइनस सिरदर्द जैसे सिरदर्द एक विशिष्ट क्षेत्र को ही प्रभावित करते हैं।

अपने दर्द की लोकेशन जान सकने की क्षमता आपकी तकलीफ के कारण को जानने में मुख्य भूमिका अदा कर सकती है। यह जानकारी आपको उचित उपचार या फिर जब चिकित्सीय सलाह की जरूरत हो का निर्णय लेने में मदद कर सकती है।

हमनें 5 भिन्न प्रकार की सिरदर्दों का खाका तैयार किया है, और उनसे राहत प्राप्त करने हेतु कुछ जानकारी प्रस्तुत की है।

यदि आप अपने सिरदर्द के बारे में चिंतित हैं, अथवा महसूस करते हैं कि दर्द हटानेवाली औषधियां आपका दर्द कम नहीं कर रही हैंतो हम किसी गंभीर चिकित्सीय समस्या की संभावना को दूर करने के लिये किसी डॉक्टर से परामर्श लेने की सलाह देते हैं।

माइग्रेन

आम लक्षणों में निम्न सम्मिलित हैं :

  • सिर के एक ओर टीस मारने वाला दर्द
  • सामान्य से अत्यधिक दर्द
  • धुंधली दृष्टि, टिमटमाती रोशनियां अथवा टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं देखना
  • रोशनी, सुगंधों अथवा ऊंचे शोर के प्रति संवेदनशीलता में बढ़ोतरी
  • चक्कर आना
  • जी मिचलाना और/अथवा उल्टी आना

क्या करें

आपकी सोच से माइग्रेन कहीं अधिक कॉमन होते हैं। दरअसल, The Migraine Trust का अनुमान है कि सात में से एक व्यक्ति इन सिरदर्दो से प्रभावित होता है जबकि जीर्ण माइग्रेन (क्रॉनिक माइग्रेन) विश्व की लगभग 2% जनसंख्या को प्रभावित करते हैं।

सही कारण ज्ञात नहीं हैं परन्तु आपके दर्द निवारण में कई प्रभावशाली उपचार सहायक हो सकते हैं। अक्सर, लोग निद्रा में कमी अथवा पनीर या चॉक्लेट जैसे कुछ खाद्य पदार्थ खाने के कारणों की पहचान कर पाते हैं जो आपके माइग्रेन को प्रारम्भ करते हैं।

यदि आप अपने माइग्रेन को प्रारम्भ करने वाले कारणों के बारे में निश्चित नही हैं तो आप एक माइग्रेन डायरी रखने का प्रयास कर सकते हैं।

यदि आप माइग्रेन से पीड़ित हैं तो आपको एक अंधेरे, शान्त कक्ष में जाना चाहिये और लक्षण दूर होने तक लेटे रहना चाहिये। यदि आप सो सकते हैं तो सो जायें और सिरदर्द बढ़ा सकने में सक्षम किसी भी कारण के संपर्क में आने से बचने का प्रयास करें।

कुछ लोग यह महसूस करते हैं कि गरम अथवा बर्फ के पैक रखने से माइग्रेन के लक्षण कम हो सकते हैं, और बिना नुस्खे वाली दर्द-निवारक गोलियां आपकी दर्द कम कर सकती हैं।माइग्रेन के सर्वप्रथम लक्षण महसूस करते ही अपनी दवा ले ले, यह आप का दर्द ठीक करने मैं अधिक प्रभावशाली हो सकता है

कब ध्यान दें

यदि आप निम्न महसूस करें तो आपको तुरन्त चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिये :

  • सिरदर्द धीरे-धीरे बढ़ता जाए
  • मांसपेशियों में कमजोरी अथवा निर्बलता होना ( पैरालिसिस)
  • उच्च ज्वर होना
  • दोहरी दृष्टि का विकसित होना
  • सीज्योंर/फिट/ दौरा पड़ना या जकड़न का आभास होना
  • शरीर पर कहीं भी लाल चकत्ते या रेश का आभास होना
    ये मस्तिष्क ज्वर (मेनिनजाइटिस)अथवा स्ट्रोक जैसी किसी अधिक गंभीर स्थिति के लक्षण हो सकते हैं।

यदि एक महीने में आपको पाँच से अधिक बार माइग्रेन होता है तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिये।

यदि आपके माइग्रेन आपकी जीवनशैली को प्रभावित करना प्रारम्भ कर रहे हैं तो भी आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिये। माइग्रेन को झेलते रहना चुनौतीपूर्ण हो सकता है और डॉक्टर आपके हालात एवं उनके लक्षणों को सुधारने हेतु इलाज निर्देशित कर सकते हैं।

गुच्छा सिरदर्द (क्लस्टर हेडेक)

आम लक्षणों में निम्न सम्मिलित हैं :

  • एक आँख अथवा कनपटी पर केन्द्रित चोट सी पहुँचाने वाला अथवा जलनशील दर्द
  • कुछ मिनट से लेकर कुछ घंटों तक चलने वाला अत्यधिक अथवा कष्टदायी दर्द
  • लाल अथवा पानी बहाती आँख
  • लटकती अथवा सूजी हुई पलक
  • बन्द अथवा बहता नाक
  • सिकुड़ी अथवा जकड़ी हुई आंख की पुतली
  • पसीना आना

क्या करें

अक्सर गुच्छा सिरदर्द रात के समय और हर दिन एक ही समय पर बार-बार होती हैं।

BMJ में प्रकाशित रिसर्च के अनुसार अक्सर उनकी अवधि 15 मिनट से तीन घंटों तक होती है,यह बार-बार हो सकते हैं और यह आपके द्वारा अनुभव की जा सकने वाली अत्यधिक कष्टदायी सिरदर्दों में से एक होते हैं।

यदि आपके विचार में आप गुच्छा सिरदर्द से पहली बार ग्रसित हो रहे हैं, तो आपको तुरन्त चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिये। यह आपके डॉक्टर को अन्य कारण अलग करने और सही रोग निदान करने में सहायक होगा।

दुर्भाग्यवश, गुच्छा सिरदर्द का कोई ज्ञात उपचार नहीं है परन्तु सिगरेट अथवा अत्यधिक खुशबू उत्पन्न करने वाले इत्र और पेंट जैसे ज्ञात कारकों के कम से कम संपर्क में आने से उनसे बचा जा सकता है।

आपके डॉक्टर आपको सहायता समूहों (सपोर्ट ग्रुप) से संपर्क भी करवा सकते हैं, दवाई दे सकते हैं, अथवा पीड़ा से बचने के प्रयास में ऑक्सिजन थेरेपी का प्रबंध भी कर सकते हैं।

कब ध्यान दें

जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, यदि आपके विचार में आप गुच्छा सिरदर्द से पहली बार ग्रसित हो रहे हैं, तो मस्तिष्कावरण शोथ (मेनिनजाइटिस) अथवा स्ट्रोक जैसे कारणों को अलग करने हेतु आपको तुरन्त चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिये।

हालांकि गुच्छा सिरदर्द जानलेवा नही हैं, परन्तु निम्न घटित होने पर आपको तुरन्त चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिये :

  • उनकी बारंबारता अथवा उग्रता में बदलाव दिखाई देना
  • नयें लक्षणों का अनुभव
  • कमजोरी महसूस करना अथवा निर्बलता महसूस करना (पैरालिसि)
  • ज्वर होना

तनाव सिरदर्द

आम लक्षणों में निम्न सम्मिलित हैं :

  • सिर के दोनों ओर थोड़ा परन्तु पीड़ाकारी दर्द
  • आंखो के पीछे दबाव का अहसास
  • सिर के पीछे जकड़न की अनुभूति
  • गर्दन या कंधे की संवेदनशील मांसपेशिया

क्या करें

तनाव सिरदर्द अत्यंत कॉमन प्रकार का सिरदर्द है, परन्तु यह अत्यधिक कष्टदायीभी हो सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार 1-3% की बीच के वयस्क व्यक्ति दीर्घकालीन तनाव सिरदर्दो (chronic tension headache) से पीड़ित होते हैं।

दर्द को कम करने के लिए सर्वोत्तम तरीका है जल्दी से जल्दी दर्द-निवारक लेना और किसी शान्त स्थान पर जाकर आराम करना। विश्राम करने अथवा अपनी गर्दन पर ठंडा पैक लगाने से आप लक्षणों को कम करने का प्रयास भी कर सकते हैं।

कुछ व्यक्तियों ने महसूस किया है कि योग जैसा हल्का व्यायाम भी तनाव सिरदर्द से मुक्त कर सकता है। आपका सिरदर्द जल्द समाप्त होना चाहिये यद्यपि वे काफी समय तक भी बने रह सकता हैं।

यदि आपको बार-बार तनाव सिरदर्द होते हैं को एक सिरदर्द डायरी रखना अच्छा होगा। आपकी यह कार्यवाही सिरदर्दों के कारण जानने और फलस्वरूप अपनी जीवनशैली में बदलाव करने में भी सहायक हो सकती है।

दवाइयों का अत्यधिक उपयोग सिरदर्दों को पुन: उत्पन्न कर सकता है, और आपकी स्थिति के प्रबंधन को कठिन बना सकता है। आपके द्वारा ली जाने वाली दर्द-निवारक दवाइयों की मात्रा कम करने का प्रयास करें और यदि आपकी सिरदर्दों के बारंबारता अधिक हो रही है तो चिकित्सीय परामर्श लें।

कब ध्यान दें

यदि आपको लगता है कि सिरदर्द सामान्य से अधिक गति से अथवा प्रति सप्ताह तनाव सिरदर्द हो रहा है, तो किसी डॉक्टर से अवश्य मिले।

निम्न में से कुछ भी होने पर आपको तुरन्त चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिये :

  • दवाइयों से अपना सिरदर्द नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं
  • मांसपेशियों में अत्यधिक कमजोरी अथवा निर्बलता होना ( पैरालिसिस)
  • व्याकुलता
  • अस्पष्ट बोली या शब्द का विकास
  • चक्कर आना अथवा उल्टी आरम्भ होना
    कष्टदायी होने के बावजूद भी शायद ही तनाव सिरदर्द किसी गंभीर चिकित्सीय समस्या का परिणाम होते हैं, अत: इसे लेकर अत्यधिक चिंता ना करें। अधिकतर सिर अथवा गर्दन की मांसपेशियों में संकुचन (कॉन्ट्रक्शन) के कारण तनाव सिरदर्द होते हैं और प्राय समय बीतने के साथ दूर हो जाते हैं।

साइनस सिरदर्द

आम लक्षणों में निम्न सम्मिलित हैं :

  • माथे अथवा गालों में टीस मारने वाला दर्द
  • चेहरे पर छूने से दर्द या सूजन
  • बन्द अथवा बहता नाक
  • नाक से हरा अथवा पीला बहाव
  • कान में दर्द
  • ज्वर

क्या करें

किसी संक्रमण अथवा ऐलर्जी के कारण साइनस में सूजन ( इन्फ्लेमेशन) हो जाने से साइनस सिरदर्द होते हैं। वे अत्यंत कष्टदायी हो सकते हैं और अक्सर माइग्रेन के रूप में समझे जाते हैं। यदि आपके विचार में आप साइनस सिरदर्द से ग्रसित है, तो किसी डॉक्टर को दिखायें ताकि वे अन्य कारणों को अलग कर सकें।

आपके डॉक्टर आपको नाक खोलने वाले ( नेजल डीकन्जेस्टेंट्स), एंटीहिस्टेमाइंस अथवा स्टेरॉयड नेजल (नाक की) स्प्रे जैसी दवाइयाँ लेने का परामर्श दे सकते हैं।

आप घर पर भी साइनस सिरदर्द के लक्षणों को कम करने का प्रयास कर सकते हैं। सर्वश्रेष्ठ प्रभावकारी उपचारों में किसी हुमिडिफ़ाइर अथवा गर्म पानी के कटोरे से भाप लेना; नमक के पानी के मिश्रण से नाक के नथुनों को धोने से, अथवा अपने चेहरे पर गुनगुने या ठंडा कपड़ा (फलानेल) रखकर भी कर सकते हैं।

कब ध्यान दें

निम्न स्थितियों में किसी डॉक्टर से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है :

  • अत्यधिक दर्द
  • दर्द-निवारकों से लक्षणों में कोई सुधार नहीं होना
  • एक सप्ताह बाद भी सिरदर्द में कोई कमी नहीं आना
  • सिरदर्द का बार-बार होना

विशाल रक्त-कोशिका सूजन

आम लक्षणों में निम्न सम्मिलित हैं :

  • कनपटियों, सिर के बिल्कुल ऊपर अथवा कानों के पीछे अकस्मात दर्द
  • सिर के ऊपर, दोनों ओर, सामने अथवा पीछे छूने से दर्द अथवा सूजन
  • पीड़ादायक खोपड़ी
  • जबड़ों में दर्द, विशेषत: चबाते अथवा बात करते समय
  • दृष्टि संबंधी समस्याएं
  • ज्वर
  • थकावट
  • वजन में गिरावट

क्या करें

तुलनात्मक रूप से विशाल रक्त-कोशिका सूजन (GCA) असामान्य होती है। PMC में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार 50 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यस्कों में लगभग 0.25% को यह प्रभावित करती है और इस आयु से कम के व्यक्तियों में यह लगभग नहीं होती है। ऐसा होने पर भी,
यह स्थिति गंभीर है और स्थायीग्रुप से आपकी दृष्टि खो सकती है।

जब आपके सिर अथवा गर्दन की रक्त-कोशिकाओं में इन्फ्लेमेशन (जलन)होता है तो यह विशाल रक्त-कोशिका सूजन अर्थात जायंट सेल आरटर्राइटिस कहा जाता है है। इसके लक्षण बहुत जल्दी ही प्रदर्शित हो जाते हैं और आम तौर पर विशाल रक्त-कोशिका सूजन से पीड़ित व्यक्ति यह कहते हैं कि दर्द प्रारम्भ होने से पूर्व उन्हें बहुत कम या बिलकुल भी कोई आभास नहीं हुआ था।

क्योंकि विशाल रक्त-कोशिका सूजन से स्थायीग्रुप से दृष्टि खो सकती है, इसका एक चिकित्सीय संकट (आपातकालीन स्थिति) की तरह उपचार करना महत्वपूर्ण है।

यदि आपके विचार में आप विशाल रक्त-कोशिका सूजन से प्रभावित हो सकते हैं, तो आपको तुरन्त चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिये। तत्पश्चात, आपका डॉक्टर आपकी स्थिति का अवलोकन करके उत्पन्न हो रहे कारण के उपचार में सहायता कर सकेगा।

कब ध्यान दें

विशाल रक्त-कोशिका ( Giant Cell arteritis- GCA) सूजन एक गंभीर समस्या है, जिसकी वजह से आप स्थाई रूप से अपनी दृष्टि भी खो सकते हैं। इसलिये यदि आपको लगे कि आपको GCA हो सकती है, तो हम सदैव तुरन्त चिकित्सीय परामर्श लेने की सलाह देते हैं।

साधारणत: रोग-निदान में रक्त जांच और एक बायोप्सी की जाती है, और फिर सूजन घटाने के लिये स्टेरॉयड, कम मात्रा में एस्प्रिन और/अथवा इम्मुनोंसुप्प्रेस्सांत के प्रयोग से उपचार किया जाता है।

निष्कर्ष

आपके सिरदर्द की लोकेशन आपको इसके संभावित कारणों और इसके उपचारों के बारे में काफी जानकारी दे सकती है। ऐसा होने पर भी यह स्मरण रखना महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने ही तरीके से स्थितियों का अनुभव करता है।

यदि आपका सिरदर्द वास्तव में अत्यधिक है, दर्द-निवारक औषधियां बेअसर हो रही है, अथवा मांसपेशियों में दुर्बलता, उल्टी करना अथवा व्याकुलता दर्शा रहा है, तो आपको तुरन्त ही चिकित्सीय परामर्श प्राप्त करना चाहिये।

खोपड़ी का दर्द कैसे ठीक करें?

एक्यूप्रेशर है सिर दर्द का रामबााण सर्दी (headache) में अकसर आपके सिर में दर्द हो जाता है, तो आप सिर दर्द से राहत के लिए एक्यूप्रेशर का प्रयोग कर सकते हैं. ... .
गर्म पानी नींबू का रस मिलाकर पीएं ... .
सेब पर नमक डाल कर खाएं ... .
लौंग भगाएगी सिर दर्द ... .
तुलसी और अदरक का रस पीएं ... .
लौंग के तेल से करें मालिश ... .
नींबू चाय पिएं.

सिर की खोपड़ी में दर्द क्यों होता है?

तनाव से जुड़ा सिरदर्द, कंधों, गर्दन, जबड़े, मांसपेशियों और खोपड़ी में तनाव के चलते होता है. बहुत ज्यादा काम करने, पर्याप्त नींद न लेने, समय पर खाना न खाने और शराब का सेवन करने की वजह से ऐसा सिरदर्द होता है. जीवनशैली में बदलाव करने, पर्याप्त मात्रा में आराम करने या दर्द निवारक दवा लेने से इस दर्द में राहत मिलती है.

सिर में दर्द होने से कौन सी बीमारी होती है?

माइग्रेन या क्लस्टर हेडेक- परेशान या तनाव में होने पर पूरे सिर में दर्द होता है जबकि माइग्रेन में सिर में एक तरफ तेज दर्द होता है. इसके अलावा, माइग्रेन के सिर दर्द में उल्टी या मिचली भी महसूस हो सकती है. अगर आपकी नींद सिर दर्द से खुल जाती है तो आपको क्लस्टर हेडेक हो सकता है.