यासुकी चान किसी भी पेड़ को निजी संपत्ति क्यों नहीं मानता था? - yaasukee chaan kisee bhee ped ko nijee sampatti kyon nahin maanata tha?

विषयसूची

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  • 1 यासुकी चान की विकलांगता का क्या कारण था *?
  • 2 यासुकी चान का घर इनमें से कहाँ था *?
  • 3 यासुकी चान कौन था?
  • 4 तोत्तो चान यासुकी चान को पेड़ पर चढ़ाने का कौन सा तरीका अपना रही थी *?
  • 5 तोमोए का हर बच्चा पेड़ को क्या समझता था?
  • 6 चिलम के रूप में किसका चित्रण किया गया है?
  • 7 जब पेड़ का जन्म हुआ तो उस स्थान पर विशेष रूप से क्या था *?
  • 8 तोत्तो चान और यासुकी चान को क्या अपूर्व अनुभव हुआ?

यासुकी चान की विकलांगता का क्या कारण था *?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: यासुकी-चान किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति इसलिए नहीं मानते थे, क्योंकि वह पोलियो से ग्रस्त था, वह किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था इसलिए वे किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति नहीं मानता था। Answer: यासुकी-चान किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था क्योंकि उसको पोलियो था।

यासुकी चान का घर इनमें से कहाँ था *?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: यासुकी – चान का घर डेनेनचोफु में था।

बच्चे उठाने वाले आदमी ने ऐसा क्यों कहा कि अब यह नहीं उठेगी *?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: बच्चा उठाने वाला व्यक्ति भोजन की तलाश करना चाहता है। यो तो ठीक लग रहे हैं।

यासुकी चान कौन था?

इसे सुनेंरोकेंयासुकी-चान तोत्तो-चान का प्रिय मित्र था। वह पोलियोग्रस्त था, इसलिए वह पेड़ पर नहीं चढ़ सकता था, जबकि जापान के शहर तोमोए में हर बच्चे का एक निजी पेड़ था, लेकिन यासुकी-चान ने शारीरिक अपंगता के कारण किसी पेड़ को निजी नहीं बनाया था।

तोत्तो चान यासुकी चान को पेड़ पर चढ़ाने का कौन सा तरीका अपना रही थी *?

इसे सुनेंरोकेंपहली सीढ़ी से यासुकी-चान का पेड़ पर चढ़ने का प्रयास जब असफल हो जाता है तो तोत्तो-चान तिपाई-सीढी खींचकर लाई। अपने अथक प्रयास से उसे ऊपर चढ़ाने का प्रयास करने लगी तो दोनों तेज़ धूप में पसीने से तरबतर हो रहे थे।

पाठ पापा खो गए के आधार पर बताइए लाल ताऊ कौन थे और र्े अन्य पात्रों से ककस प्रकार भभन्न थे?

इसे सुनेंरोकेंलैटरबक्स को सभी लाल ताऊ कहकर क्यों पुकारते थे? लैटरबक्स ऊपर से नीचे पूरा लाल रंग में रँगा था साथ ही वह बड़ों की तरह बातें भी करता था इसलिए सभी उसे लाल ताऊ कहकर पुकारते थे।

तोमोए का हर बच्चा पेड़ को क्या समझता था?

इसे सुनेंरोकें(A) तोमोए में हरेक बच्चा बाग के एक-एक पेड़ को O अपने खुद के चढ़ने के लिए अपनाता था। इसे उस बच्चे का निजी पेड़ कहा जाता था।

चिलम के रूप में किसका चित्रण किया गया है?

इसे सुनेंरोकें(ख) किसको किस रूप में चित्रित किया गया है? पहाड़ को एक किसान के रूप में, नदी को एक चादर के रूप में, पलाश के जंगल को दहकती अँगीठी के रूप में डूबते सूरज को चिलम के रूप में तथा आकाश को किसान के साफ़े के रूप में वर्णन किया गया है।

इस नाटक के पात्रों में कौन गा सकता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: पूरे नाटक में केवल लाल ताऊ ही एक ऐसा पात्र है जिसे पढ़ना-लिखना आता है। बाकी पात्रों में से किसी को भी लिखना या पढ़ना नहीं आता है। उसे दोहे, भजन भी गाना आता है।

जब पेड़ का जन्म हुआ तो उस स्थान पर विशेष रूप से क्या था *?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: पेड़ अपने जन्म के बारे में कहता है कि अपने पत्तों का कोट पहनकर मुझे सरदी, बारिश या धूप में उतनी तकलीफ़ नहीं होती, तो भी तुम से पहले का खड़ा हूँ। पहले मेरा जन्म इसी जगह हुआ।

तोत्तो चान और यासुकी चान को क्या अपूर्व अनुभव हुआ?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: यासुकी-चान तथा तोत्तो चान दोनों को अन्तत: पेड़ पर चढ़ने में सफलता मिली परन्तु दोनों की सफलता का अनुभव अलग-अलग था। यासुकी-चान का लक्ष्य पेड़ पर चढ़ना था। परन्तु तोत्तो चान का उद्देश्य यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाना था।

तोत्तो चान के पीछे पीछे स्टेशन तक कौन आया था?

इसे सुनेंरोकेंघर से निकलते समय तोत्तो-चान ने माँ से कहा कि वह यासुकी-चान के घर डेनेनचोफु जा रही है। चूंकि वह झूठ बोल रही थी, इसलिए उसने माँ की आँखों से नहीं झाँका। वह अपनी नज़रें जूतों के फीतों पर ही गड़ाए रही। रॉकी उसके पीछे-पीछे स्टेशन तक आया।

विषयसूची

  • 1 यासुकी चान की विकलांगता का क्या कारण था?
  • 2 पेड़ पर बैठे बैठे तोत्तो िान और यासुकी िान क्या बातें कर र े थे?
  • 3 पाठ में ऐसा क्यों कहा गया है कि तोत्तो चान व यासुकी चान दोनों के लिए ही यह अपूर्व अनुभव था?
  • 4 यासुकी चान पहली सीढ़ी पर भी क्यों नहीं चढ़ सका?
  • 5 यासुकी चान का घर कहाँ था?
  • 6 अपनी माँ से झूठ बोलते समय तोत्तो चाने की नज़रें नीचे क्यों थीं?
  • 7 अपूर्व अनुभव पाठ के माध्यम से क्या संदेश दिया गया है?
  • 8 अगर बड़े सुनते तो जरुर डांटते ‘- तोत्तो चान को बड़े क्यों डांटते *?

यासुकी चान की विकलांगता का क्या कारण था?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: यासुकी-चान किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति इसलिए नहीं मानते थे, क्योंकि वह पोलियो से ग्रस्त था, वह किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था इसलिए वे किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति नहीं मानता था। Answer: यासुकी-चान किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था क्योंकि उसको पोलियो था। वह किसी पेड़ को अपनी संपत्ति भी नहीं मानता था

पेड़ पर बैठे बैठे तोत्तो िान और यासुकी िान क्या बातें कर र े थे?

इसे सुनेंरोकेंतोत्तो-चान ने यासुकी-चान को अपने पेड़ पर आमंत्रित किया था। यह बात उसने अपनी माँ से छिपाई थी क्योंकि उसे मालूम था कि माँ यह जोखिम भरा कार्य नहीं करने देगी। जब माँ ने उससे पूछा कि वह कहाँ जा रही है तो उसने झूठ कहा कि वह यासुकी-चान से मिलने उसके घर जा रही है।

यासुकी चान को अपने पेड़पर चढ़ाने के लिए तोतो चान ने अथक प्रयास क्यों किया लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंजबकि जापान के शहर तोमोए में हर एक बच्चे का एक निजी पेड़ था। तोत्तो-चान जानती थी कि यासुकी-चान आम बालक की तरह पेड़ पर चढ़ने के लिए इच्छुक है। अत: उसकी इसी इच्छा को पूरा करने के लिए तोत्तो-चान ने यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने के लिए अथक प्रयास किया

पाठ में ऐसा क्यों कहा गया है कि तोत्तो चान व यासुकी चान दोनों के लिए ही यह अपूर्व अनुभव था?

इसे सुनेंरोकें’यासुकी-चान के लिए पेड़ पर चढ़ने का यह अंतिम मौका था’ लेखिका ने ऐसा इसलिए लिखा क्योंकि यासुकी-चान पोलियो ग्रस्त था। उसके लिए पेड़ पर चढ़ जाना असंभव था। उसे आगे तोत्तो-चान जैसा मित्र मिल पाना मुश्किल था। तोत्तो-चान के अथक परिश्रम और साहस के बदौलत वह पहली बार पेड़ पर चढ़ पाया था

यासुकी चान पहली सीढ़ी पर भी क्यों नहीं चढ़ सका?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : यासुकी-चान को पोलियो था, इसलिए वह किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था। यासुकी-चान के हाथ-पैर इतने कमज़ोर थे कि वह पहली सीढ़ी पर भी बिना सहारे के नहीं चढ़ पाता था। उसे पेड़ पर चढ़ाने के लिए तोत्तो-चान को परिश्रम करना पड़ा।

यासुकी चान का घर इनमे से कहाँ था *?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: यासुकी – चान का घर डेनेनचोफु में था

यासुकी चान का घर कहाँ था?

अपनी माँ से झूठ बोलते समय तोत्तो चाने की नज़रें नीचे क्यों थीं?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: तोत्तो-चान अपनी माँ के इच्छा के विरूद्ध झूठ बोलकर यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने के लिए लेकर जा रही थी। कही उसकी चोरी पकड़ी न जाए। इसी डर के कारण झूठ बोलते समय तोत्तो-चान की नज़रें नीचे थी।

मिठाईवाले में वे कौन से गुण थे जिनकी वजह से बच्चे तो बच्चे बड़े भी उसकी ओर खिंचे चले आते थे?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- मिठाईवाले का मधुर आवाज़ में गा-गाकर अपनी चीज़ों की विशेषताएँ बताना, बच्चों की मन-पसंद चीज़ें लाना, लाभ कमाने के चक्कर में न रहना, बच्चों से अपनत्व, कोमल और प्रेम पूर्ण व्यवहार दर्शाना आदि ऐसी विशेषताएँ थीं कि बच्चें तो बच्चें बड़े भी उसकी ओर खिंचे चले आते थे

अपूर्व अनुभव पाठ के माध्यम से क्या संदेश दिया गया है?

इसे सुनेंरोकेंहमें दूसरों को सुखी करने के लिए सदैव प्रयास करना चाहिए। हमारे द्वारा दिया गया सुख दूसरे को प्रसन्न करता है

अगर बड़े सुनते तो जरुर डांटते ‘- तोत्तो चान को बड़े क्यों डांटते *?

इसे सुनेंरोकेंपर यह बात उन्होंने किसी से नहीं कही, क्योंकि अगर बड़े सुनते तो ज़रूर डाँटते। घर से निकलते समय तोत्तो-चान ने माँ से कहा कि वह यासुकी-चान के घर डेनेनचोफु जा रही है। चूंकि वह झूठ बोल रही थी, इसलिए उसने माँ की आँखों में नहीं झाँका। वह अपनी नज़रें जूतों के फीतों पर ही गड़ाए रही।

तोमोए में बच्चे पेड़ को कौन सी संपत्ति मानते थे?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न-3 तोमोए में पेड़ को बच्चे कैसी संपत्ति मानते थे? उत्तर – तोमोए में पेड़ को बच्चे अपनी निजी संपत्ति मानते थे

यासुकी किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति क्यों नहीं मानता था?

यासुकी-चान किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति क्यों नहीं मानता था? Answer: यासुकी-चान किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति इसलिए नहीं मानते थे, क्योंकि वह पोलियो से ग्रस्त था, वह किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था इसलिए वे किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति नहीं मानता था

1 यासुकी चान को अपने पेड़ पर चढ़ाने के लिए तोत्तो चान ने अथक प्रयासक्यों किया लिखिए?

यासुकी-चान को पोलियो था, इसलिए वह किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था। यासुकी-चान के हाथ-पैर इतने कमज़ोर थे कि वह पहली सीढ़ी पर भी बिना सहारे के नहीं चढ़ पाता था। उसे पेड़ पर चढ़ाने के लिए तोत्तो-चान को परिश्रम करना पड़ा।

तोत्तो चान यासुकी चान के लिए खतरा क्यों उठा रही थी *?

Solution : यासुकी-चान के लिए तोत्तो-चान खतरा इसलिए उठा रही थी, क्योंकि वह उसे द्विशाखा का आनंद देना चाहती थी

यासुकी चान को कौन सा रोग था?

यासुकी-चान तोत्तो-चान का प्रिय मित्र था। वह पोलियोग्रस्त था, इसलिए वह पेड़ पर नहीं चढ़ सकता था, जबकि जापान के शहर तोमोए में हर बच्चे का एक निजी पेड़ था, लेकिन यासुकी-चान ने शारीरिक अपंगता के कारण किसी पेड़ को निजी नहीं बनाया था