विश्व का पहला गणराज्य कौन है? - vishv ka pahala ganaraajy kaun hai?

D.The first republic of the world was established in Vaishali by Lichavi. Vaishali was the capital of the Lichhavis So the correct answer is option D.

D.विश्व का पहला गणतंत्र लिच्छवियों द्वारा वैशाली में स्थापित किया गया था। वैशाली लिच्छवियों की राजधानी थी l इसलिए सही उत्तर विकल्प D है।

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छठी शताब्दी में ई पू की बौद्ध रचनाओं तथा अधिकांश इतिहासकारों के अनुसार बुद्धकालीन भारतीय राजनीतिक समाज में 10 गणराज्य थे तथा वज्जि संघ उनमें से एक प्रतिष्ठित गणराज्य था। गंगा के उत्तर में वर्तमान तिरहुत प्रमंडल में स्थित वज्जि संघ के संभवत: आठ सदस्य थे। इसमें आधुनिक बिहार के मुजफ्फरपुर, चंपारण, दरभंगा एवं सारण जिले के भाग शामिल थे तथा इसकी सीमाएं नेपाल के तराई तक विस्तृत थीं। वज्जि संघ की राजधानी वैशाली थी। वज्जि संघ का सबसे प्रबल सदस्य लिच्छवी राज्य था, जिसके शासक क्षत्रिय थे। कौटिल्य ने लिच्छवी राज्य का उल्लेख 'राजशब्दोपजीवी संघ' के रूप में किया है। ....अगला सवाल पढ़े

Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत

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Web Title : Vishwa Ka Pehla Gantantra Vaishali Me Kiske Dwara Sthapit Kiya Gaya

डा. प्रभांशु ओझा। गत माह संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारे यहां लोकतंत्र की एक महान परंपरा रही है और यह हजारों वर्षों पुरानी है। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि भारत लोकतंत्र की जननी है। उनके इस वक्तव्य ने शैक्षिक एवं राजनीतिक पटल पर एक नई चर्चा को जन्म दिया। इस चर्चा ने भारत में चले आ रहे लोकतंत्र की प्राचीन एवं पारंपरिक व्यवस्था को समझने हेतु ध्यान आकृष्ट किया है। प्रधानमंत्री के वक्तव्य पर कुछ लोगों ने हैरानी जताई तो कुछ ने कटाक्ष किया। यह और कुछ नहीं अज्ञान का परिचायक है। इससे पता चलता है कि लोग अपने देश की समृद्ध विरासत के बारे में कितना कम जानते हैं। आज जब आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, तब हजारों साल पुरानी समृद्ध विरासत का भी स्मरण किया जाना चाहिए। इसलिए और भी, क्योंकि भारत महज 75 साल पुराना राष्ट्र नहीं है।

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हमें यह समझना होगा कि भारत का लोकतंत्र एक मानवीय संस्था है, जो मनुष्य को मनुष्य के रूप में महत्व पर आधारित एक ऐसा जीवन मार्ग है, जिसका उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक जीवन के सभी पक्षों का समावेशी एवं समानतापूर्ण समाज की स्थापना सुनिश्चित करना है। पश्चिमी समाज मैग्नाकार्टा लोकतंत्र और अधिकारों की अवधारणा से जुड़ा है। ऐसा माना जाता है कि लोकतंत्र की संकल्पना मैग्नाकार्टा के माध्यम से ही विकसित हुई, लेकिन यह तथ्य भ्रामक है। भारत में कई सदियों पहले से ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में लोकतांत्रिक परंपरा की शुरुआत हो गई थी।

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प्राचीन भारत में सबसे पहला गणराज्य वैशाली था। ऐतिहासिक प्रमाणों के मुताबिक, वैशाली में ही दुनिया का पहला गणराज्य स्थापित हुआ। आज लोकतांत्रिक देशों में उच्च सदन और निम्न सदन की जो प्रणाली है, वह भी वैशाली गणराज्य में थी। वहां उस समय छोटी-छोटी समितियां थीं, जो जनता के लिए नियम और नीतियां बनाती थीं। वैशाली वज्जी महाजनपद की राजधानी थी। वैशाली में गणतंत्र की स्थापना लिच्छवियों ने की थी। लिच्छवियों का संबंध हिमालयन आदिवासी लिच्छ से था। लिच्छवियों ने वैशाली गणराज्य इसलिए स्थापित किया था, ताकि बाहरी आक्रमणकारियों से बचा जा सके। कालांतर में वैशाली एक शक्तिशाली राज्य के रूप में उभरा और वहां एक नई प्रणाली विकसित हुई, जिसे हम गणतंत्र कहते हैं। इसे ही दुनिया के ज्यादातर देशों ने अपनाया। आज भारत हो या यूरोप या फिर अमेरिका, सब वैसी ही प्रणाली को मानते हैं, जैसी आज से 2500 साल पहले वैशाली में शुरू हुई थी।

मैग्नाकार्टा से भी कई वर्ष पूर्व भारतीय दार्शनिक, समाज सुधारक एवं लिंगायत संप्रदाय के संस्थापक गुरु बसवेश्वर द्वारा ‘अनुभव मंडप’ की स्थापना की गई थी। यह सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा के लिए एक सामान्य मंच उपलब्ध कराता था। इसे भारत की पहली संसद माना जाता है, जहां लोकतांत्रिक प्रक्रिया द्वारा समस्याओं को सुलझाने का प्रयास किया जाता था।

बौद्ध परंपरा में विद्यमान संघ की संकल्पना भी शासन करने की एक सभा के रूप में विकसित की गई थी। इसमें किसी भी निर्णय के लिए मत का प्रयोग किया जाना अनिवार्य था। तब विश्व के किसी भी भाग में यह परंपरा देखने को नहीं मिलती थी। इसी क्रम में एक और उदाहरण है तमिलनाडु का। यहां एक छोटा सा शहर है उत्तरामेरूर। यह चेन्नई से लगभग 90 किलोमीटर दूर है। उत्तरामेरूर के बैकुंठ पेरुमल मंदिर की दीवारों पर एक शिलालेख है। यह शासन की एक बहुत विस्तृत लोकतांत्रिक प्रक्रिया का एक जीता जागता उदाहरण है। अकादमिक उद्देश्यों के लिए आप इसे अर्ध-लोकतांत्रिक कह सकते हैं, लेकिन इस प्रक्रिया को समुदाय द्वारा लोकतांत्रिक रूप से स्वीकार किया गया था।

तमिलनाडु में दसवीं सदी के प्रारंभ में परंथका चोल प्रथम चोल राजा था। उत्तरामेरूर के ग्रामीणों ने यह तय करने के लिए एक प्रणाली को लागू करने का फैसला किया कि उनके प्रतिनिधि कौन हो सकते हैं? यह चुनाव प्रक्रिया साल में एक बार आयोजित की जाती थी। पूरे क्षेत्र को 30 हिस्सों में व्यवस्थित किया गया था। तीन समितियों के लिए चुनाव होते थे। खातों को सत्यापित करने के लिए एक प्रकार के लेखाकार की व्यवस्था थी। निर्वाचित उम्मीदवार को वापस बुलाने के लिए नियमों का एक समुच्चय निर्धारित था। गौर करने वाली बात यह है कि नैतिकता को सुनिश्चित करने हेतु ईमानदारी, सत्यनिष्ठा एवं मूल्यों से ओतप्रोत उम्मीदवारों का चयन किया जाता था। यह एक लिखित संविधान था। गांव होने के कारण इसका दायरा छोटा हो सकता है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण पहलू स्वशासन की व्यवस्था थी। प्रत्येक समिति का कामकाज काफी विस्तृत था, जिसमें न्यायिक, वाणिज्यिक, कृषि, सिंचाई और परिवहन कार्य शामिल थे।

लोकतंत्र जीवन को समुचित ढंग से संचालित करने का एक तरीका है। वर्तमान में लोकतंत्र की प्रकृति में बदलाव आ रहा है। यह शासन व्यवस्था के विशेष स्वरूप तक सीमित न होकर व्यक्ति, समाज और राष्ट्र के सभी पक्षों को संबोधित करने का एक पर्याय हो गया है। इस संकल्पना में भागीदारी, प्रतिनिधित्व, जवाबदेही, जनसामान्य की सहमति, बंधुता का आदर्श और आत्मविकास सन्निहित है। भारत में मौजूद शासन प्रणाली की त्रिस्तरीय संरचना है, जिसमें विकेंद्रीकरण की प्रासंगिकता महत्वपूर्ण है। इसी भावना के साथ भारत में सदियों से चली आ रही लोकतंत्रत्मक व्यवस्था भावी वैश्विक समाज के लिए प्रेरणादायक है। जो लोकतांत्रिक व्यवस्था उपहारस्वरूप हमारे पूर्वजों ने हमें दी, उसे सहेजना और भावी पीढ़ी तक संप्रेषित करना समस्त भारतीय समाज और उसके नागरिकों का दायित्व है।

विश्व का प्रथम गणराज्य कौन था?

बिहार के इस प्रांत को वैशाली गणराज्य के नाम से जाना जाता था. ऐतिहासिक प्रमाणों के मुताबिक ईसा से लगभग छठी सदी पहले वैशाली में ही दुनिया का पहला गणतंत्र यानी 'गणराज्य' कायम हुआ था. आज जो लोकतांत्रिक देशों में अपर हाउस और लोअर हाउस की प्रणाली है, जहां सांसद जनता के लिए पॉलिसी बनाते हैं.

भारत में कितने गणराज्य हैं?

Detailed Solution. भारत एक संघीय संवैधानिक गणराज्य है जो 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों से युक्त एक संसदीय प्रणाली के तहत शासित है।

विश्व में कितने गणराज्य हैं?

193 राज्य जिन्हे अन्तराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है। 192 संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य। 1 राज्य जेसे अन्तराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है, किन्तु संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य नहीं है, जिस पर होली सी (a संयुक्त राष्ट्र समान्य सभा प्रेक्षक या स्थायी सदस्य): वैटिकन शहर का शासन है।

भारत कौन सा गणराज्य है?

भारत को 15 अगस्त, 1947 को अंग्रेजों से आजादी तो मिल गई थी, लेकिन 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू होने के बाद भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ था