विश्व जल दिवस 22 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है? - vishv jal divas 22 maarch ko hee kyon manaaya jaata hai?

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Index के अनुसार, भारत में भू-जल 2002 और 2016 के बीच प्रति वर्ष 10-25 मिमी कम हुआ है। भारत के भू-जल के 54 प्रतिशत कुओं में पानी का स्तर कम हो रहा है जो गंभीर चिंता का विषय है।

भू-जल के बारे में 4 बातें जो आपको जाननी चाहिए
1. भू-जल निरन्तर क्रियाशील रहता है सतही जल की तुलना में यह बहुत धीरे-धीरे बहता है। ये समुद्र जल, सतही जल और वायुमंडलीय जल से भिन्न होता है।
2. भू-जल पृथ्वी के अंदर पाया जाता है और इसी कारण इसे आसानी से दूषित नहीं किया जा सकता है।
3. भूमिगत जल अधिकतर स्वच्छ होता है और इसका प्रयोग सीधे किया जा सकता है।
4. विश्व के कुल भू-जल का 24% हिस्सा भारत इस्तेमाल करता है।

किसने कहा था अगला विश्वयुद्ध पानी के लिए लड़ा जाएगा?
33 साल पहले जल की कमी से आने वाली कठिनाइयों को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन महासचिव बुतरस घाली ने कहा था कि अगर तीसरा विश्वयुद्ध हुआ तो वो पानी को लेकर लड़ा जाएगा। इसके पीछे कारण भू-जल का कम होता स्तर है।

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Vishwa Jal Diwas (22 March 2022): मीठे पानी के महत्व और इसके संसाधनों के स्थाई प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को दुनिया भर में विश्व जल दिवस (World Water Day) मनाया जाता है। इस साल 2022 में वर्ल्ड वॉटर डे 22 मार्च को मंगलवार के दिन मनाया जा रहा है।

इसका मुख्य फोकस सतत विकास लक्ष्य (SDG 6) पाने के लिए 2030 तक सभी के लिए पानी और स्वच्छता के समर्थन में वैश्विक जल संकट से निपटने के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करना है।

विश्व जल दिवस 22 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है? - vishv jal divas 22 maarch ko hee kyon manaaya jaata hai?
Viswa Jal Diwas – 22 March

जीव-जंतु हो या मनुष्य इस धरती पर जीवित रहने के लिए स्वच्छ पानी सभी के लिए जरूरी है। परन्तु मानवीय हस्तक्षेप के कारण आज जिस तरह से शुद्ध जल का संकट सम्पूर्ण पृथ्वी पर मंडरा रहा है, ऐसे में मनुष्यों का अस्तित्व भी खतरे में पड़ने की पूरी संभावना है।

 

वर्ल्ड वाटर डे के बारे मेंनामविश्व जल दिवसतारीख़22 मार्चस्थापनावर्ष 1992 में (संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा)पहली बार22 मार्च 1993उद्देश्यस्वच्छ जल संरक्षण और इसके महत्व के बारे में जागरूकता फैलानाथीम (2022)ग्राउंडवाटर: मेकिंग द इनविजिबल विजिबल

 

विषय सूची

  • विश्व जल दिवस कब मनाया जाता है? (इतिहास)
    • अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस क्यों मनाते है? (उद्देश्य)
    • विश्व जल दिवस 2022 की थीम (World Water Day Theme)
    • वर्ल्ड वाटर डे कैसे मनाया जाता है?
  • जल संरक्षण के उपाय (Water Conservation Measures in Hindi)
    • जल दिवस का महत्व (Importance of International Water Day)

विश्व जल दिवस कब मनाया जाता है? (इतिहास)

स्वच्छ जल संरक्षण और इसके महत्व के बारे में आम जन को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। इसकी पहल वर्ष 1992 में ब्राजील के रियो डी जनेरियो शहर में आयोजित हुए पर्यावरण एवं विकास पर केन्द्रित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCED) के एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी।

उसी वर्ष 22 दिसंबर 1992 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ल्ड वाटर डे मनाने का निर्णय लिया गया। जिसके बाद 22 मार्च 1993 को पहली बार जल दिवस (Water Day) मनाया गया।

आपको बता दें कि 2010 में, United Nations ने “सुरक्षित और स्वच्छ पेयजल एवं स्वच्छता के अधिकार” को एक मानव अधिकार के रूप में मान्यता दी है।”

 

अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस क्यों मनाते है? (उद्देश्य)

विश्व जल दिवस स्वच्छ पानी के संकट से निपटने के लिए कार्रवाई करने के बारे में है। आज, 2 अरब लोग मल से दूषित पेयजल के स्रोत का उपयोग करते हैं, जिससे उन्हें हैजा, पेचिश, टाइफाइड और पोलियो होने का खतरा होता है।

इसे मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य जल के महत्व तथा जल की आवश्यकता एवं संरक्षण को लेकर लोगों को जागरूक करना है।

पृथ्वी पर तेजी से घटते जलाशयों और लुप्त होते पीने योग्य पानी के स्रोतों को देखते हुए आज जल संकट एक बड़ा मुद्दा बन गया है, ऐसे में लोगो की बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखें तो शुद्ध जल की उपलब्धता को हर इंसान तक पहुंचाना काफी मुश्किल होता जा रहा है।

कई जगहों पर तो पीने के पानी की इतनी किल्लत है कि वहां पानी को लेकर लड़ाइयां तक हो जाती है।

इसके आलावा अब तो यहाँ तक सुनने को मिलता है कि अगला विश्वयुद्ध स्वच्छ पानी को लेकर ही होगा।

 

विश्व जल दिवस 2022 की थीम (World Water Day Theme)

World Water Day की शुरूआत से ही हर साल यह एक खास Theme (विषय) पर आधारित होता है, 22 मार्च 1993 को पहला जल दिवस ‘शहर के लिये जल‘ थीम के साथ मनाया गया था।

विश्व जल दिवस 2022 की थीम “भूजल – अदृश्य को दृश्यमान बनाना” (Groundwater: making the invisible visible) है। यह विषय ज़मीन के नीचे छिपे अदृश्य पानी के ख़जाने पर प्रकाश डालता है जो हमारे जीवन को समृद्ध करता है।

विश्व जल दिवस 22 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है? - vishv jal divas 22 maarch ko hee kyon manaaya jaata hai?
World Water Day 2022 Theme

यह भी पढ़े: अटल भूजल योजना (Ground Water Scheme)

 

पिछली साल वर्ल्ड वाटर डे 2021 की थीम ‘जल का मूल्यांकन‘ (Valuing Water) थी। और 2020 की थीम ‘WATER AND CLIMATE CHANGE’ (जल और जलवायु परिवर्तन) थी।

World Water Day Themes:सालथीम2022भूजल – अदृश्य को दृश्यमान बनाना2021जल का मूल्यांकन2020जल और जलवायु परिवर्तन2019किसी को पीछे नही छोड़ना2018जल के लिए प्रकृति के आधार पर समाधान2017अपशिष्ट जल2016जल और नौकरियाँ2015जल और दीर्घकालिक विकास2014जल और ऊर्जा2013जल सहयोग2012जल और खाद्य सुरक्षा2011शहर के लिये जल: शहरी चुनौती के लिये प्रतिक्रिया2010स्वस्थ विश्व के लिये स्वच्छ जल2009जल के पार2008स्वच्छता2007जल दुर्लभता के साथ मुंडेर2006जल और संस्कृति20052005-2015 जीवन के लिये पानी2004जल और आपदा2003भविष्य के लिये जल2002विकास के लिये जल2001स्वास्थ के लिये जल200021वीं सदी के लिये पानी1999हर कोई प्रवाह की ओर जी रहा है1998भूमी जल- अदृश्य संसाधन1997विश्व का जल: क्या पर्याप्त है1996प्यासे शहर के लिये पानी1995महिला और जल1994हमारे जल संसाधनों का ध्यान रखना हर एक का कार्य है1993शहर के लिये जल

 

वर्ल्ड वाटर डे कैसे मनाया जाता है?

विश्व जल दिवस कई जागरूकता कार्यक्रमों, तथा भाषण आदि जैसे क्रियाकलापों के आयोजन की मदद से मनाया जाता है। इस साल विश्व जल दिवस 2022 का डिजिटल अभियान #WorldWaterRun है।

इस दिवस से संबंधित सभी कार्यक्रम लोगों को जल के महत्व, इसकी आवश्यकता तथा जल के लगातार प्रदूषित होने से शुद्ध जल व पीने योग्य पानी पर गहराते संकट को ध्यान में रखकर मंचीय तथा नाटकीय तरीके से जागरूकता फैलाते हुए मनाया जाता है।

साथ ही इस मौके पर भाषण तथा निबंध लेखन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है जिनका मुख्य टॉपिक जल संरक्षण के इर्दगिर्द या इससे सम्बन्धित होता है। इसके आलावा Save Water पर Poster Making Competition तथा टीवी, रेडियो, इंटरनेट और अखबार के माध्यम से जल संरक्षण का उपाय एवं भविष्य में आने वाले जल संकट से अवगत कराते हुए ढेर सारी गतिविधियां की जाती है।

 

यह भी पढ़े: विश्व ओजोन संरक्षण दिवस

 

जल संरक्षण के उपाय (Water Conservation Measures in Hindi)

  1. जन-जन में जल संरक्षण को लेकर जागरूकता फैलाई जाए और उन्हें जल संचय के बारे में भी बताया जाए।
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  3. नहाते समय शावर या बाथटब को इस्तेमाल करने की बजाय बाल्टी में पानी भरकर स्नान किया जाए जिससे पानी बचाया जा सके।
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  5. ब्रश करते समय, दाढ़ी बनाते समय या फिर हाथ धोते समय आवश्यकता ना पड़ने पर नल को बंद कर दें, हो सके तो जग या मग में पानी रखकर यह सभी काम करें।
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  7. पहले बरसात का पानी तालाबों और जलाशयों में एकत्रित हो जाता था जिसका इस्तेमाल बाद में किया जाता था, लेकिन आज तालाबों की कमी है ऐसे में जल संरक्षण के लिए पुनः तालाब और जलाशयों का निर्माण किया जाए और उसमें वर्षा के जल को फिर से संरक्षित किया जाए, जिससे भू अंतर्गत जल का स्तर भी तेजी से बढ़ेगा।
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  9. सार्वजनिक जगहों जैसे पार्कों, अस्पतालों, मंदिरों और स्कूलों में लगी नल की टोंटियाँ अधिकतर खराब ही पाई जाती है, ऐसे में हम इन खराब टोंटीयों के चलते कई हजार लीटर पानी बर्बाद कर देते हैं, हमें इन नलों को पुनः मरम्मत कराकर इन्हें जल्द से जल्द ठीक कराना चाहिए जिससे पानी व्यर्थ ना हो।
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  11. सरकार को यह ध्यान देना चाहिए कि कारखानों नालियों और सीवर आदि का पानी नदियों के शुद्ध जल में ना मिले इससे नदियों के पानी को भी पीने योग्य बनाया जाए और अन्य कामों में भी इसका इस्तेमाल किया जा सके।
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  13. पानी संरक्षण के लिए हमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे वर्षा के जल को एकत्रित किया जा सके यह तकनीक अब तक की सबसे कारगर मानी जाने वाली टेक्नोलॉजी है जिससे वर्षा के जल को काफी मात्रा में एकत्रित किया जा सकता है।
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  15. सरकारों को जल संरक्षण और जल व्यर्थ करने वालों पर सख्त कानून बनाने चाहिए।
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  17. पेड़ों की कटाई से धरती की नमी में लगातार कमी आ रही है जिससे भूजल स्तर पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है ऐसे में हमें वृक्षारोपण करना चाहिए और लोगों को भी वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
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  19. साथ ही हमें सब्जियों और फलों को धोते समय बचे पानी और कपड़े धोते समय बचे पानी का इस्तेमाल घर के सफाई आदि के लिए करना चाहिए।

 

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जल दिवस का महत्व (Importance of International Water Day)

मानव की उत्पत्ति के लिए पानी कितना जरूरी है इसका अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते है की अब दूसरें ग्रहों पर जीवन की तालाश के लिए पानी की खोज को प्राथमिकता दी जा रही हैं। और अधिकांश संस्कृतियों का विकास भी नदी के किनारे बताया जाता हैं।

लेकिन दुनिया में मौजूद पानी की मात्रा का केवल 1% या इससे भी कम पानी पीने के योग्य है। बाकी 99% पानी नदियों, महासागरों, झीलों और झरनों आदि के रूप में उपलब्ध है जो या तो दूषित है या इतना खारा है की उसे पीया नहीं जा सकता।

आज पानी की कमी का मुख्य कारण पानी का अनावश्यक उपयोग ही है। लोगों की बढ़ती आबादी और औद्योगिकीकरण के कारण आज नदियाँ लगातार दूषित होती जा रही है और स्वच्छ पानी की खपत तेजी से बढ़ रही है।

पानी के बिना जीवन असम्भव है, इसलिए पानी की बचत करने की आज सबसे ज्यादा आवश्यकता है।

 

अंतिम शब्द | Save Water

दोस्तों अगर अब भी जल का संरक्षण नहीं किया गया तो पृथ्वी पर शुद्ध जल को लेकर बड़ा संकट आना निश्चित है। क्योंकि जल है तो कल है।

अगर आपको हमारी जल संरक्षण और अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस (World Water Day 2022) की यह जानकारी अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी यह महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके।

विश्व जल दिवस क्यों मनाया जाता है?

विश्व जल दिवस 1993 से हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है, जो मीठे या ताजे पानी के महत्व पर आधारित है। विश्व जल दिवस, पानी को लेकर जश्न मनाने का दिन है और सुरक्षित पानी तक पहुंच के बिना रहने वाले 2.2 अरब लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का दिन है। यह वैश्विक जल संकट से निपटने के लिए कार्रवाई करने का भी दिन है।

जल दिवस का थीम क्या था?

विश्व जल दिवस 2022 की थीम विश्व जल दिवस हर साल एक थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। इस साल की थीम है - 'भूजल: अदृश्य को दृश्यमान बनाना (Groundwater: Making The Invisible Visible)' जिसे IGRAC यानी इंटरनेशनल ग्राउंडवाटर रिसोर्स अस्सेमेंट सेंटर द्वारा प्रस्तावित किया गया है।

विश्व जल दिवस कब बनाया गया था?

वर्ष 1992 में ही संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव अपनाया, जिसके द्वारा प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाने की घोषणा की गई।

जल दिवस कब मनाया जाता है 22 मार्च?

इस दिन बिहार में सार्वजनिक अवकाश होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब बिहार में सत्ता संभाली तो उन्होंने 22 मार्च को बिहार दिवस मनाने को ऐलान किया। इसका मुख्य मकसद अपने राज्य की विशिष्टताओं की दुनियाभर में ब्रांडिंग तथा बिहारी होने पर गर्व करना है।