फेस पर छोटे छोटे दाने क्यों निकलते हैं? - phes par chhote chhote daane kyon nikalate hain?

फेस पर छोटे छोटे दाने क्यों निकलते हैं? - phes par chhote chhote daane kyon nikalate hain?

फेस पर छोटे छोटे दाने क्यों निकलते हैं? - phes par chhote chhote daane kyon nikalate hain?

Small Pimples on Face Reasons in Hindi: हम सभी अपने चेहरे को साफ-सुथरा और खिला हुआ दिखाना चाहते हैं। लेकिन इसके बावजूद भी हमारे चेहरे पर तरह-तरह की समस्याएं होनी शुरू हो जाती है। कई लोगों को चेहरे पर पिंपल्स निकलने लगते हैं, तो कई लोग ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स से परेशान हैं। इसके अलावा कई लोग चेहरे पर होने वाले दाग-धब्बों, निशान का सामना कर रहे हैं। इतना ही नहीं कई लोगों के तो चेहरे पर छोटे-छोटे दाने भी होने लगते हैं। छोटे-छोटे दाने चेहरे की खूबसूरती को काफी कम कर सकते हैं, इससे चेहरा बेकार नजर आ सकता है। ऐसे में अकसर लोगों के मन में सवाल आता है कि आखिर चेहरे पर छोटे-छोटे दाने क्यों होते हैं? या फिर चेहरे पर छोटे-छोटे दाने क्यों निकलने लगते हैं? तो चलिए जानते हैं, इसके बारे में-

1. व्हाइटहेड्स

व्हाइटहेड्स भी चेहरे पर होने वाले छोटे-छोटे दानों का एक मुख्य कारण हो सकता है। व्हाइटहेड्स एक्सट्रा ऑयल और डेड स्किन सेल्स जमा होते हैं। इस स्थिति में चेहरे की स्किन पर छोटे छोटे दाने निकलने शुरू हो सकते हैं। इस स्थिति में आपके चेहरे पर छोटे छोटे सफेद दाने दिख सकते हैं, जो आपकी खूबसूरती को कम कर सकते हैं।

2. मिलिया

मिलिया भी चेहरे पर होने वाले छोटे छोटे दानों का एक कारण बन सकता है। मिलिया स्किन के किसी भी रंग के हो सकते हैं। नवजात शिशुओं में यह सबसे आम होते हैं। सूरज के संपर्क में रहने वाले लोगों में यह समस्या अधिक देखने को मिल सकती है। इन छोटे छोटे दानों पर जलन महसूस हो सकती है। लेकिन इन दानों को मेकअप की मदद से छुपाया जा सकता है।

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3. डर्मेटोसिस पैपुलोसा नाइग्रा

कई लोग डर्मेटोसिस पैपुलोसा नाइग्रा को मस्से समझ लेते हैं। लेकिन ये मस्से से बिल्कुल अलग होते हैं। ये त्वचा पर हानिरहित धब्बे होते हैं। यह समस्या गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों में अधिक आम है। इस स्थिति में आपको डॉक्टर से कंसल्ट करने की जरूरत पड़ सकती है।

फेस पर छोटे छोटे दाने क्यों निकलते हैं? - phes par chhote chhote daane kyon nikalate hain?

4. स्किन टैग्स

स्किन टैग्स की वजह से भी चेहरे पर छोटे छोटे दाने नजर आ सकते हैं। यह समस्या आमतौर पर गर्दन, ऊपरी छाती, पलकों, कमर और अंडरआर्म्स पर दिखाई दे सकते हैं। चेहरे पर भी कभी-कभार स्किन टैग्स दिखाई देने लगते हैं। 

5. एलर्जी

कई मामलों में एलर्जी की वजह से भी लोगों को चेहरे पर छोटे छोटे दाने निकल सकते हैं। इन दानों पर खुजली, जलन और रेडनेस हो सकती है। सभी स्किन केयर की मदद से एलर्जी को शांत किया जा सकता है। 

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6. एक्जिमा

एक्जिमा की वजह से भी आपको चेहरे पर छोटे छोटे दाने निकल सकते हैं। इसे एटोपिक डर्मेटाइटिस भी कहा जाता है। यह आमतौर पर 5 साल की उम्र से पहले दिखाई देते हैं। लेकिन यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है।

चेहरे पर पिंपल निकलने की समस्या से हर कोई परेशान रहता है. हालांकि चेहरे पर उभरने वाला हर दाना ऐक्ने या पिंपल नहीं होता. अगर आपके चेहरे पर भी लंबे वक्त से दाने निकल रहे हैं तो आपको तुरंत अलर्ट हो जाना चाहिए क्योंकि ये किसी बीमारी का लक्षण भी हो सकता है. डॉक्टरों का कहना है कि भारत में वातावरण, गर्मी, प्रदूषण और खानपान की वजह से करोड़ों लोग त्वचा संबंधी बीमारियों से परेशान रहते हैं. इनमें एक्ने सबसे आम समस्या है. हार्मोनल बदलाव और ज्यादा तेल-मसाले वाला खाना खाने की वजह से चेहरे पर ऐक्ने या पिंपल होना आम बात है. लेकिन कई मामलों में ऐसा किसी गंभीर बीमारी की वजह से भी हो सकता है. चेहरे पर दाने चिकनपॉक्स, मंकीपॉक्स के अलावा मिलिया और रोसैशिया जैसी बीमारियों की वजह से भी हो सकता है. इसके अलावा इसकी वजह स्किन कैंसर भी हो सकता है. 

अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी (एएडी) के अनुसार, बैक्टीरिया की वजह से चेहरे के पोर्स (रोम छिद्र) ब्लॉक्ड हो जाते हैं जिसकी वजह से चेहरे पर पिंपल आते हैं. इसके अलावा ऐसी कई वजहें हैं जिनकी वजह से चेहरे पर दाने पड़ते हैं जो देखने में बिलकुल पिंपल की तरह ही होते हैं. 

मिलिया (आंखों के आसपास होने वाले पीले रंग के दाने)

आंखों के आसपास पीले, उभरने वाले बेहद महीन दाने मिलिया नाम की स्किन कंडीशन की वजह से हो सकते हैं. मिलिया चेहरे पर व्हाइटहेड्स की तरह दिखते हैं लेकिन वास्तव में ये छोटे केराटिन सिस्ट होते हैं जो पोर में बनते हैं. ये स्किन के नीचे पनपते हैं और ये महीनों तक रह सकते हैं. ये किसी तरह का नुकसान नहीं पहुँचाते लेकिन चेहरे की सुंदरता को खराब करते हैं जिस वजह से लोग इनसे छुटकारा पाने के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट के पास जाते हैं. डर्मेटोलॉजिस्ट सुई की तरह दिखने वाले उपकरण की मदद से उसमें छेद कर उसे खत्म कर देते हैं. कई केमकिल और रेटेनॉइड्स से भी इनसे छुटकारा पाया जा सकता है.

रोसैशिया (चेहरे पर होने वाले लाल धब्बे और लाल दाने)

स्किन पर होने वाली रेडनेस और लाल रंग के छोटे-छोटे दानों को भी लोग पिंपल समझने की भूल कर बैठते हैं. ये लंबे समय तक रहने वाली स्किन कंडीशन है जो सामान्य तौर पर 30 साल से ऊपर की उम्र की महिलाओं को होती है. इससे पीड़ित रोगियों की त्वचा बहुत संवेदनशील हो जाती है. इस कंडीशन में सूरज की रोशनी, ठंडी हवा और स्किन प्रॉक्ट्स भी आसानी से त्वचा में परेशानियां पैदा कर देते हैं. इसकी वजह से स्किन और भी लाल हो जाती है. इसमें त्वचा पर छोटे-छोटे दाने होते हैं जो मुंहासों की तरह ही दिखते हैं लेकिन असल में ये सूजन होती है.

ये दाने आमतौर पर माथे, नाक, गाल या ठुड्डी पर होते हैं और कई दिनों तक रह सकते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि इस कंडीशन में चेहरे पर स्क्रबिंग या एक्ने की दवा परेशानी को और बढ़ा सकती है. इसलिए इस स्थिति से निपटने के लिए त्वचा विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए.


पेरिओरल डर्मेटाइटिस (मुंह के आसपास लाल दाने)

पेरीओरिफिशियल डार्माटाइटिस एक स्किन कंडीशन है जिसमें चेहरे पर छोटे, खुजली और दर्द करने वाले दाने उभर आते हैं . ये परेशानी मुंह के आसपास और चेहरे के निचले हिस्से में होती है इसलिए इसे पेरिओरल डर्मेटाइटिस कहा जाता है.

त्वचा विशेषज्ञ डॉ. सुसान बार्ड ने बताया कि ये नाक और मुंह के आसपास होते हैं और आमतौर पर स्टेरॉयड्स (सूजन कम करने के लिए प्रयोग होने वाली दवाएं) के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से होते हैं. ये स्टेरॉयड स्प्रे, कुछ तरह के टूथपेस्ट और हेवी फेस मॉइस्चराइज़र से भी हो सकता है. अगर आपको स्टेरॉयड, टूथपेस्ट या किसी क्रीम की वजह से ये परेशानी हुई है तो इनका इस्तेमाल बंद कर देने के बाद ये अपने-आप ठीक हो जाती है.

फोलिक्युलिटिस
फोलिक्युलिटिस की स्थिति में बालों के रोम छिद्रों में सूजन हो जाती है. ये अक्सर बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होता है. अगर आपके शरीर में कहीं ऐसे दाने पड़ रहे हैं तो इन्हें बॉडी एक्ने ना समझें बल्कि ये फोलिक्युलिटिस बीमारी हो सकती है. इस कंडीशन में आमतौर पर छाती, पीठ, हाथ और पैरों में छोट-छोटे दाने हो जाते हैं. इसे दूर करने के लिए कसरत के बाद तुरंत शॉवर या गर्म पानी से नहाएं ताकि आपके रोम छिद्रों में मौजूद बैक्टीरिया निकल जाए. इसके अलावा दानों की जगहों पर एंटी-बैक्टीरियल वाले साबुन के इस्तेमाल से भी राहत मिल सकती है. इस स्थिति में पीले या सफेद रंग के दाने चेहरे पर पड़ते हैं जो कई बार लाल भी दिखाई देते हैं. ये कंडीशन जेनेटिक होती है और आमतौर पर वृद्ध लोगों में नजर आती है. हालांकि ये किसी भी उम्र में हो सकती है. अगर आप इसका इलाज करवाना चाहते हैं तो त्वचा विशषज्ञ इसे इलेक्ट्रोकॉटरी या लेजर की मदद से इन्हें नष्ट कर देते हैं. 

मोलस्कम कॉन्टैगिओसम (त्वचा पर लाल रंग के दाने)

त्वचा पर मुंहासे बैक्टीरिया की वजह से हो सकते हैं लेकिन मोलस्कम कॉन्टैगिओसम एक वायरल संक्रमण की निशानी है. इसमें वायरल इंफेक्शन की वजह से त्वचा पर सुर्ख लाल रंग के दाने उभरते हैं जिन्हें लोग अक्सर मुंहासे समझ बैठते हैं. ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ डर्मेटोलॉजिस्ट्स के अनुसार, मोलस्कम कॉन्टैगिओसम एक पॉक्स वायरस से होता है और ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सीधे संपर्क या टॉवल-कपड़ों जैसी चीजों की वजह से भी फैल सकता है. ये कोई खास नुकसान नहीं करता लेकिन इलाज ना मिलने पर लंबे समय तक रह सकता है.

केराटोसिस पिलारिस ( त्वचा पर होने वाले छोटे दाने)

केराटोसिस पिलारिस एक बहुत ही सामान्य स्किन प्रॉब्लम है जिसके कारण आपकी त्वचा पर छोटे दाने हो जाते हैं. इस प्रॉब्लम को भी लोग कई बार ऐक्ने समझने लगते हैं. इसमें त्वचा काफी रफ हो जाती है. लेकिन ये एक जेनेटिक प्रॉब्लम है जो तब होती है जब त्वचा सामान्य रूप से एक्फोलिएट नहीं होती और केरिटिन रोम छिद्रों को बंद कर देती है. इसमें कंधे, हाथ और शरीर में कई जगह छोटे-छोटे पीले रंग के दाने पड़ते हैं.

एलर्जी

कुछ उत्पाद त्वचा के रोम  छिद्रों को बंद कर देते हैं जिससे मुँहासे पैदा होते हैं लेकिन कई बार किसी तरह की दवा लेने पर भी त्वचा पर दाने या चकत्ते पड़ जाते हैं जो मुँहासे की तरह दिखते हैं. इसमें कई बार खुजली और हल्का दर्द भी हो सकता है. सेंसिटिव स्किन और जल्दी-जल्दी एलर्जी का शिकार होने वाले लोगों को मेकअप, केमिकल और खुशबू वाले स्किन प्रॉ़क्ट्स का इस्तेमाल से बचना चाहिए.

चिकनपॉक्स

चिकनपॉक्स में भी चेहरे पर लाल रंग के दाने पड़ते हैं जो पूरी तरह मुंहासों की तरह ही दिखते हैं. चिकनपॉक्स एक आम संक्रमण है जो वैरिसेला-जोस्टर वायरस की वजह से होता है. वायरस के संपर्क में आने के लगभग 10 से 20 दिनों में ये लक्षण दिखने लगता है और ये चेहरे के साथ ही पूरे शरीर में हो सकता है. इसमें काफी खुजली होती है और व्यक्ति को कई बार बुखार भी हो जाता है. इस स्थिति में डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है.

मंकीपॉक्स 
मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकती है. इसमें शरीर के कई हिस्सों पर बड़े-बड़े दाने पड़ते हैं जिसमें मवाद भरा होता है. इससे पीड़ित मरीजों को खुजली और दर्द झेलना पड़ता है. ये बीमारी आमतौर पर मध्य और पश्चिमी अफ्रीका में होती है लेकिन इस समय ये भारत में भी फैल रही है. मंकीपॉक्स के शुरुआती लक्षणों में फ्लू थकावट और शरीर में दर्द हो सकता है लेकिन इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

स्किन कैंसर

कुछ प्रकार के त्वचा के कैंसर में शुरुआती लक्षण पिंपल्स की तरह दिख सकते हैं. बेसल सेल कार्सिनोमा सबसे आम त्वचा का कैंसर है जो मुंहासे की तरह दिखता है. पिंपल आमतौर पर एक हफ्ते में ठीक हो जाते हैं लेकिन इस स्थिति में ये दाने कई महीनों तक रहते हैं. इस स्थिति में अच्छे डर्मेटोलॉजिस्ट से संपर्क करना जरूरी है क्योंकि इसकी पहचान के लिए बायोप्सी की जाती है. अच्छी बात ये है कि इसे स्किन कैंसर ज्यादा खतरनाक नहीं होता और बेहद कम मामलों में ये जानलेवा होता है. इसका शरीर में फैलने का रिस्क जीरो है. ये सिर्फ आसपास की त्वचा के ऊतकों को नुकसान पहुँचाता है. इसके इलाज के लिए प्रभावित जगह पर सर्जरी की जाती है. ये जानलेवा नहीं है लेकिन बहुत लंबे समय तक इसका इलाज नहीं किया जाता है तो ये खतरनाक हो सकता है. ऐसे में लंबे समय तक अगर त्वचा पर इस तरह के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए.

चेहरे के छोटे छोटे दाने कैसे ठीक करें?

चेहरे के दाने हटाने के घरेलू उपाय- एलोवेरा लगाएं- चेहरे पर दानें की परेशानी को कम करने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं. ... .
चंदन का इस्तेमाल- चेहरे के दानों को कम करने के लिए चंदन और चंदन का तेल फायदेमंद हो सकता है. ... .
शहद का करें इस्तेमाल- चेहरे से दानों की परेशानी को कम करने के लिए शहद फायदेमंद हो सकता है..

मेरे चेहरे पर छोटे छोटे दाने क्यों हैं?

हार्मोनल बदलाव और ज्यादा तेल-मसाले वाला खाना खाने की वजह से चेहरे पर ऐक्ने या पिंपल होना आम बात है. लेकिन कई मामलों में ऐसा किसी गंभीर बीमारी की वजह से भी हो सकता है. चेहरे पर दाने चिकनपॉक्स, मंकीपॉक्स के अलावा मिलिया और रोसैशिया जैसी बीमारियों की वजह से भी हो सकता है. इसके अलावा इसकी वजह स्किन कैंसर भी हो सकता है.

रात को सोते समय चेहरे पर क्या लगाना चाहिए?

Night Skin Care Tips: रात के समय स्किन की देखभाल बहुत ही जरूरी होती है. ... .
रात में सोने से पहले चेहरे पर हल्दी और दूध का इस्तेमाल करें. ... .
सोने से पहले रात में स्किन पर नींबू का रस और शहद लगाएं. ... .
एलोवेरा जेल स्किन के लिए काफी हेल्दी होता है. ... .
स्किन की चमक को बढ़ाने के लिए रात में सोने से पहले चेहरे पर ऑलिव ऑयल लगाएं..

चेहरे पर फुंसी निकलने का क्या कारण है?

पिम्प्लेस होने के कारण.
पिंपल्स होने की एक और वजह प्रदूषण और धूल मिट्टी है जिसकी वजह से चेहरे पर गंदगी जम जाती है और इससे कील-मुंहासे हो जाते हैं। ... .
आपको शायद यकीन ना हो लेकिन ज्यादा कॉफी पीने से भी चेहरे पर मुंहासे हो जाते हैं। ... .
ज्यादा धूम्रपान करने और शराब पीने से भी पिंपल हो जाते हैं।.