गर्मियों में धूप में जाने से अक्सर स्किन का कलर डार्क पड़ जाता है। यहां बता रहे हैं कुछ घरेलू उपाय, इनमें से एक भी कर लेंगे तो चेहरे का कलर साफ हो जाएगा। ब्यूटीशियन पूनम जिंदल ने बताया कि कैसे बस घर पर मिलने वाली ये 2 चीजें मिलाए औऱ बनाएं पैक... Show इनमें से एक भी कर लेंगे तो चेहरे का कलर साफ हो जाएगा।
सूखने पर धो लें, चेहरा निखर जाएगा 2. मसूर दाल का पाउडर लें औऱ इसमें दूध मिला लें 3.केसर से स्किन का कलर साफ होता है देखिए और कैसे कर सकते हैं अपना कलर गर्मियों में फेयर... धूप से काली (Sun Tan) हुई त्वचा (Skin) को आप 10 मिनट में गोरा बना सकती हैं और अपनी त्वचा की ख़ूबसूरती बढ़ा सकती हैं. गर्मियों में तेज़ धूप में त्वचा झुलस कर काली हो जाती है, जिससे चेहरे का निखार कम हो जाता है. धूप से त्वचा की हिफाज़त के लिए आज़माइए ये होममेड सनस्क्रीन लोशन (Homemade Sunscreen Lotion). इससे आपकी त्वचा तेज़ धूप की हानिकारक किरणों से बची रहेगी और हमेशा ख़ूबसूरत नज़र आएगी. धूप से काली हुई त्वचा के लिए 4 होममेड सनस्क्रीन लोशन 1) तिल-ऑलिव लोशन 2) कैलेंडुला बॉडी लोशन 3) गुलाबजल लोशन 4) ग्रेप सीड बॉडी लोशन यह भी पढ़ें: नींबू से गोरा रंग पाने के 10 आसान उपाय (10 Easy Home Remedies To Whiten Skin With Lemon)सनटैन दूर करने के 8 घरेलू उपाय यह भी पढ़ें: 10 घरेलू नुस्ख़े डार्क सर्कल से दिलाते हैं छुटकारा (10 Easy Home Remedies To Get Rid Of Dark Circles Naturally)Home Remedies For Sun Tan : गर्मी (Summer) और तेज धूप से स्किन टैनिंग (Sun Tan) की समस्या से हर किसी को जूझता पड़ता है. सूरज की ये तेज किरणें त्वचा को कई तरह से हानि पहुंचाती हैं. तेज धूप में अगर हम स्किन को डायरेक्ट एक्सपोज करें तो इससे हमारी त्वचा डल और टैन तो होती ही है, कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है. हालांकि सूरज की किरणों में विटामिन डी पाया जाता है जो हमारे शरीर के बेहतर सेहत के लिए जरूरी है. लेकिन अगर आप धूप में अधिक देर तक स्किन को एक्सपोज करेंगे तो इससे स्किन में सन बर्न और कई तरह की समस्याएं हो सकती है. ऐसे में अगर आपकी स्किन भी धूप में काली पड़ गई है तो इन घरेलू नुस्खों (Home Remedies) की मदद से टैनिंग को दूर किया जा सकता है. टैनिंग दूर करने के घरेलू उपाय नींबू का इस्तेमाल इसे भी पढ़ें : Body Polishing: इन आसान स्टेप्स की मदद से घर पर करें बॉडी पॉलिशिंग, स्किन दिखेगी यंग और फ्रेश खीरा और गुलाबजल हल्दी और बेसन शहद और पपीता ये भी पढ़ें: Skin Care Tips: चेहरे पर हो गए हैं डार्क पैचेज तो एलोवेरा और नींबू आ सकता है काम छाछ और ओटमील टमाटर और दही टमाटर और दही का पैक त्वचा से सन टैन हटाता है और नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है. आप 2 चम्मच दही में एक चम्मच टमाटर का रस मिलाएं और आधे घंटे बाद चेहरा धो लें. चंदन चंदन में सूदिंग इफेक्ट होता है जो सन टैन को हटाता है और जलन शांत करने के लिए उपयोगी है. आप चंदन का लेप प्रभावित एरिया पर लगाएं. हल्दी और दूध अनानास और शहद अनानास और शहद दोनों में एसिड पाया जाता है जो मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है. दोनों को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं और सन टैन एरिया पर लगाएं. स्किन सेंसेटिव है तो पैच टेस्ट करने के बाद ही इसे लगाएं. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.) धूप से हुए कालेपन को कैसे दूर करें?धूप से चेहरा काला पड़ गया हो तो इन 2 चीजों को मिलाकर लगाएं, निखर.... शहद और नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर फेस पर लगा लें सूखने पर धो लें, चेहरा निखर जाएगा. मसूर दाल का पाउडर लें औऱ इसमें दूध मिला लें इस पेस्ट को फेस पर लगा लें सूखने पर धो लें, डेड स्किन निकल जाएगी. केसर से स्किन का कलर साफ होता है. धूप में चेहरा काला क्यों पड़ जाता है?धूप में आने के बाद त्वचा काली इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि सूरज की सीधी किरणें त्वचा पर पड़ती हैं जिससे गर्मी का ताप अधिक पड़ता है और त्वचा काली होने लगती है। हम जितना अधिक उम्र में रहेंगे उतने अधिक हमारी त्वचा काली होती जाएगी ।
क्या धूप में रहने से काले होते हैं?धूप में ज्यादा देर रहने से मेलानिन काफी तादाद में खत्म हो जाता है, जिससे बाल सफेद होने शुरू हो जाते हैं। ब्यूटीशियन तुषा कहती हैं कि शरीर में बनने वाले मेलानिन तत्व के कारण बाल काले रहते हैं, लेकिन धूप में ज्यादा देर रहने पर ये तत्व स्काल्प से नष्ट होने लगते हैं।
त्वचा का रंग काला क्यों होता है?त्वचा का रंग मैलेनिन नामक एक रसायन से निर्धारित होता है। मैलेनिन की मात्रा के अधिक होने से त्वचा का रंग काला हो जाता है। काला रंग फ़ोलेट नामक विटामिन बी को भी नष्ट होने से बचाता है। काली त्वचा सूर्य की तेज़ किरणों को भीतर जाने से रोकती है जिससे विटामिन डी3 का उत्पादन प्रभावित होता है।
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