नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका the eNotes के एक नए आर्टिकल में, इस आर्टिकल में हम पढेंगे कि गति किसे कहते हैं? और साथ ही हम गति की परिभाषा और गति के प्रकार के बारे में पढेंगे। Show
गति किसे कहते हैं (Motion in Hindi)जब कोई वस्तु अन्य वस्तुओं की तुलना में समय के सापेक्ष में स्थान परिवर्तन करती है, तो वस्तु के इसी अवस्था को गति (Motion) कहा जाता है। समय के सापेक्ष यदि वस्तु की स्थिति में कोई परिवर्तन ना हो तो वस्तु विराम अवस्था में होती है और यदि समय के साथ वस्तु की स्थिति में परिवर्तन हो तो वस्तु गतिशील अवस्था में होती है। चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं। मान लीजिये एक चिड़िया पेड़ पर बैठी है, चिड़िया जब तक बैठी रहेगी तबतक उसका विराम अवस्था रहेगा लेकिन जैसे ही चिड़िया पेड़ से उडी वह गतिशील अवस्था में आ जाएगी। गति की परिभाषा (Motion) –वस्तु की स्थिति में परिवर्तन गति कहलाती है। अर्थात जब कोई वस्तु अपने चारो और कि वस्तुओं की अपेक्षा अपनी स्थिति बदलती रहती है तो वस्तु की बदली हुई स्थिति को गति कहते है। जैसे-चलता हुआ आदमी, गतिमान वाहन, बहती हुई नदी आदि। आप पढ़ रहें हैं-गति किसे कहते हैं? How many types of motion (गति के प्रकार)गतिशील वस्तुओं की गति अनेक प्रकार की होती है। जैसे-सरल रेखीय गति, वृतीय गति, घूर्णन गति, आवर्ती गति, दोलन / कम्पन गति। सरल रेखीय गति (Linear Motion) –जब कोई वस्तु सरल रेखा में गति करती है तो उसकी गति सर रेखीय गति कहलाती है। जैसे सड़क पर दौड़ते वाहनों की गति, दौड़ते खिलाड़ी की गति आदि सरल रेखीय गति के उदाहरण है। वृतीय गति (Circular Motion) –जब कोई वस्तु किसी निश्चित बिन्दु के चारों ओर एक निश्चित दूरी पर वृत्ताकार मार्ग पर चक्कर लगाती है तो उसकी गति वृत्तीय गति कहलाती है। जैसे सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति, पृथ्वी के चारों ओर चन्द्रमा की गति, घड़ी की सुइयों की गति, कोल्हू चलाते हुये बैल की गति आदि वृत्तीय गति के उदाहरण हैं। घूर्णन गति (Rotational Motion) –जब कोई वस्तु अपनी धुरी या अक्ष के चारों ओर घूमते है तो उसकी गति घूर्णन गति कहलाती है। जैसे बर्तन बनाने वाले कुम्हार के चाक की गति, घूमती फिरकी की गति, घिरनी की गति आदि घूर्णन गति के उदाहरण हैं। आवर्ती गति (Recurring Speed) –जब कोई गति करती हुई वस्तु एक निश्चित समय के बाद अपनी गति को दोहराती है तो उसकी गति आवर्ती गति कहलाती है। जैसे-सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति, घड़ी की सुइयों की गति आदि आवर्ती गति के उदाहरण हैं। दोलन / कम्पन गति (Oscillatory Motion) –जब कोई वस्तु अपनी मध्य स्थिति के दोनों ओर सरल रेखा में गति करता है तो उसकी गति दोलन / कम्पन गति कहलाती है। जैसे झूले में झूलते बच्चे की गति, दीवार घड़ी के पेण्डुलम की गति आदि दोलन गति के उदाहरण हैं। आप पढ़ रहें हैं-गति किसे कहते हैं? निष्कर्ष-इस लेख में आपने जाना कि गति किसे कहते हैं? और साथ ही आपने गति की परिभाषा और गति के प्रकार के बारे में जाना है। हमे उम्म्मीद है कि यह लेख गति किसे कहते हैं आपने लिए ज़रूर फायदेमंद रही होगी। इसमें अगर आपको कोई टॉपिक समझ नहीं आया हो तो हमें कमेंट करे। अथवा हमें [email protected] पर मेल करें। किसी ग्रह के चारो ओर उसके किसी उपग्रह की गति; इसमें ग्रह के ताक्षणिक वेग और त्वरण की दिशा पर ध्यान दीजिये। स्प्रिंग द्वारा लटका द्रव्यमान सरल आवर्त गति कर रहा है यदि कोई वस्तु अन्य वस्तुओं की तुलना में समय के सापेक्ष में स्थान परिवर्तन करती है, तो वस्तु की इस अवस्था को गति (motion/मोशन) कहा जाता है। सामान्य शब्दों में गति का अर्थ - वस्तु की स्थिति में परिवर्तन गति कहलाती है। गति (Motion)= यदि कोई वस्तु अपनी स्थिति अपने चारों ओर कि वस्तुओं की अपेक्षा बदलती रहती है तो वस्तु की इस स्थिति को गति कहते है। जैसे- नदी में चलती हुई नाव, वायु में उडता हुआ वायुयान आदि। परिभाषाएँ[संपादित करें]दूरी (distance): किसी दिए गए समयान्तराल में वस्तु द्वारा तय किए गए मार्ग की लंबाई को दूरी कहते हैं। यह एक अदिश राशि है। यह सदैव धनात्मक (+ve) होती हैं। विस्थापन (displacement): एक निश्चित दिशा में दो बिन्दुओं के बीच की लंबवत दूरी को विस्थापन कहते है। यह सदिश राशि है। इसका S.I. मात्रक मीटर है। विस्थापन धनात्मक, ऋणात्मक और शून्य कुछ भी हो सकता है। चाल (speed): किसी वस्तु के दूरी की दर को चाल कहते हैं। अथार्त चाल = दूरी / समय यह एक अदिश राशि है। इसका S.I. मात्रक मीटर/सेकंड है। वेग (velocity ): किसी वस्तु के विस्थापन की दर को या एक निश्चित दिशा में प्रति सेकंड वस्तु द्वारा तय की विस्थापन को वेग कहते हैं। यह एक सदिश राशि है। इसका S.I. मात्रक मीटर/सेकंड है। संवेग(momentum): किसी वस्तु के द्रव्यमान और वेग का गुणनफल उस वस्तु का संवेग कहलाता है। त्वरण (acceleration): किसी वस्तु के वेग में परिवर्तन की दर को त्वरण कहते हैं। इसका S.I. मात्रक मी/से2 है। यदि समय के साथ वस्तु का वेग घटता है तो त्वरण ऋणात्मक होता है, जिसे मंदन (retardation ) कहते हैं। गति के प्रकार(१) रैखिक गति- जब कोई वस्तु किसी सरल या वर्क रेखा पर गति करती है, तो इस प्रकार की गति को रैखिक गति कहते है! (२) वृतीय गति- जब कोई वस्तु किसी वृताकार पथ पर गतिमान हो तो, इस प्रकार की गति को वृतीय गति कहते है! (३) दोलनी गति- जब कोई वस्तु किसी निश्चित बिंदु के आगे-पीछे या ऊपर-नीचे गति करती है, तो इस प्रकार की गति को दोलनी गति कहते हैं! (४) आवर्त गति- वैसी गति जिसमे कोई कण किसी निश्चित समय अंतराल के बाद दुहरावे, तो इस प्रकार की गति को आवर्त गति कहते है! (५) अनियमित गति- जब कोई वस्तु अपनी गति की दिशा अनियमत रूप से परिवर्तित करती रहती है, तो इस प्रकार की गति को अनियमित गति कहते हैं! (६) घूर्णन गति- वैसी गति जिसमे कोई कण किसी बिंदु के चारो ओर बिना स्थान परिवर्तन के घूमता हो, तो उस प्रकार की गति को घूर्णन गति कहते हैं! सन्दर्भ[संपादित करें]इन्हें भी देखें[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
गति कितने प्रकार के होते हैं? सरल रेखीय गति. वृत्तियाँ गाती. घुर्णन गाती. दोलन गति. आवर्ती गति. प्रक्षेप्य गाती. गति के तीन प्रकार कौन कौन से हैं?गति के प्रकार (Types of Motion). रेखीय गति (Linear Motion). एकसमान गति (Uniform Motion). असमान गति (Non-uniform Motion). प्रक्षेप्य गति (Projectic Motion). वृत्तीय गति (Circular Motion). एक समान वृत्तीय गति (Uniform Circular Motion). शुद्ध स्थानान्तरीय गति (Translatory Motion). घूर्णन गति (Rotational Motion). गति कितने प्रकार के होते हैं class 9?गति के प्रकार का विस्तृत वर्णन. दोलनशील गति. घूर्णी गति. अनुवाद की गति. आवधिक गति. वृत्तीय गति. रेखीय गति. एकसमान गति. नॉन-यूनिफॉर्म गति. |