दुनिया में सुंदर धर्म कौन है? - duniya mein sundar dharm kaun hai?

{{Pie chart |thumb = right |caption = एशिया में धर्म (2020)[1] |label1 = [[मजहब है धरम नही] |value1 = 46.1 |color1 = #009000 |label2 = हिन्दू धर्म |value2 = 25.7 |color2 = #FF9933 |label3 = धर्म रहित |value3 = 20 |color3 = Grey |label4 = बौद्ध धर्म |value4 = 11.3 |color4 = Gold |label5 = लोक धर्म |value5 = 8.6 |color5 = Red |label6 = ईसाई धर्म |value6 = 7.2 |color6 = Dodgerblue |label7 = अन्य |value7 = 1.2 |color7 = Black }} एशिया विभिन्न प्रकार के धर्मों के साथ सबसे बड़ा और सबसे अधिक जनसंख्या वाला महाद्वीप है, और हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, कुन्फ़्यूशियसी, इस्लाम, जैन धर्म, ईसाई धर्म, यहूदी धर्म, शिनटोइज्म, सिख धर्म, ताओवाद और पारिस्थितिकतावाद जैसे कई धर्मों का जन्मस्थान था। इस क्षेत्र में सभी प्रमुख धार्मिक परंपराओं का अभ्यास किया जाता है और 1 अरब 20 करोड़ की जनसंख्या के साथ इस्लाम यहाँ का सबसे बड़ा मजहब है ।

हिंदू धर्म एशिया का प्रमुख और सबसे पुराने धर्म हैं। हाँ इस धर्म लोग शांत स्वभाव के होने कारण आज संघर्ष कर रहे है। अधिकांश एशिया की आबादी हिंदू धर्म का पालन करती है। हिंदू धर्म दुनिया का सबसे शांत और समानता का धर्म है।

(हिंदू धर्म) सनातन धर्म

1 अरब से अधिक अनुयायियों के साथ हिंदू धर्म एशिया का दूसरा सबसे बड़ा और सबसे पुराना धर्म है | जनसांख्यिकीय, यह [भारत] में सबसे बड़ा धर्म (80%), नेपाल (80%), और बाली द्वीप (83.5%), [भूटान], फिजी, इंडोनेशिया, मलेशिया, [बांग्लादेश] के एशियाई देशों में मजबूत अल्पसंख्यकों के साथ है। [पाकिस्तान], सिंगापुर, श्रीलंका, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, यमन, रूस, सऊदी अरब, बहरीन, कुवैत, कतर, म्यांमार, फिलीपींस और अफगानिस्तान। आज सनातन धर्म को हिंदू धर्म कहा जाता है।

प्राथमिक वैष्णववाद, शैववाद, स्मार्थवाद और शक्तिवाद हैं। आज के हिंदुओं के विशाल बहुमत को इन चार समूहों में से एक के तहत वर्गीकृत किया जा सकता है, हालांकि कई अन्य, आंशिक रूप से ओवरलैपिंग, आरोप और संप्रदाय हैं।[2][3]

जैन धर्म एक भारतीय धर्म है। जैन ज्यादातर भारत में पाए जाते हैं लेकिन पूरी दुनिया में तेजी से पाए जाते हैं। जैनों ने भारत में नैतिक, राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्रों में काफी प्रभावित और योगदान दिया है। जैनों में छात्रवृत्ति की एक प्राचीन परंपरा है और भारत में एक धार्मिक समुदाय के लिए साक्षरता की उच्चतम डिग्री है। जैन पुस्तकालय देश में सबसे पुराने हैं।[4][5]

बौद्ध धर्म विश्व का चौथा सबसे बड़ा और 12% जनसंख्या के साथ एशिया का तीसरा बड़ा धर्म है।[6] यह मंगोलिया (54%), लाओस (67%), श्री लंका (70%), जापान (70%),[7] भूटान (75%), तिब्बत (79%),[8] म्यान्मार (89%), थाईलैण्ड (95%) और कम्बोडिया (98%)[6][9] में बौद्ध धर्म सबसे बड़ा और प्रमुख धर्म है। इसके अतिरिक्त चीन (18.2%), ताइवान (35%), मकाउ (17%), उत्तर कोरिया (13.8%), नेपाल (10.7%), वियतनाम (10%), सिंगापुर (33%), हॉन्ग कॉन्ग (15%) और दक्षिण कोरिया (22.9%)[6] में बौद्ध धर्म सबसे बड़ा धर्म है। भारत, इंडोनेशिया, मलेशिया, ब्रुनेई, फ़िलीपीन्स और रूस में बौद्ध धर्म प्रबल अल्पसंख्यक हैं। बौद्ध धर्म की स्थापना सिद्धार्थ गौतम ने की थी जिन्हें बुद्ध भी कहा जाता है।

सिख धर्म में छठे गुरु गुरु हरगोबिंद

लगभग 30 मिलियन अनुयायियों के साथ सिख धर्म दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा संगठित धर्म है। और यह धर्म बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। यह 1500 के दशक में गुरु नानक देव द्वारा स्थापित एक एकेश्वरवादी धर्म है। धर्म पंजाब के क्षेत्र में अपनी जड़ों का दावा करता है, जिनके क्षेत्र भारत और पाकिस्तान का हिस्सा हैं।[10]

एशिया में शमनवाद और जीववाद[संपादित करें]

एशिया में शमनवाद और जीववाद का ऐतिहासिक रूप से अपनाए गए हैं, और अभी भी अधिकांश एशिया के भागों में इन मान्यताओं के रखने वाले मौजूद हैं[11][12][13]।

लगभग पूरे एशिया में इस्लाम का सबसे बड़ा धर्म है जिसके 2.1 अरब अनुयायी हैं। इस्लाम कुरान द्वारा व्यक्त एकेश्वरवादी और अब्राहिमी विचारधारा का धर्म है, जो अपने अनुयायियों द्वारा भगवान की क्रियात्मक शब्द और शिक्षाओं और आदर्श उदाहरण (जिसे सुन्नत कहा जाता है और हदीस से बनता है) की शिक्षा देता है। इस्लामी मान्यता के अनुसार हज़रत मुहम्मद साहब भगवान के अंतिम पैगम्बर हैं। दक्षिण एशिया और दक्षिणपूर्व एशिया सबसे अधिक आबादी वाले मुस्लिम देशों का घर है। इंडोनेशिया, पाकिस्तान, भारत और बांग्लादेश में 100 मिलियन से अधिक अनुयायी हैं।[14]

2010 में प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार ईसाई धर्म 286 मिलियन से अधिक अनुयायियों के साथ एशिया में एक व्यापक अल्पसंख्यक धर्म है, और ब्रिटानिका बुक ऑफ द ईयर 2014 के अनुसार यह संख्या लगभग 364 मिलियन है। एशिया की कुल जनसंख्या का लगभग 12.6% का इस धर्म को अपना चुका है।[15]

आपको बहुत से धर्मों के बारे में पता होगा, लेकिन क्या आप जानते है कि दुनिया का सबसे श्रेष्ठ धर्म कौनसा है? शायद नहीं, क्युकी तभी आप ये आर्टिकल पढ़ रहे है और इसके बारे में जानना चाहते है। वैसे तो इसका जवाब आसान नहीं है लेकिन फिर भी हम आपको इसका आसान भाषा में जवाब देने की कोशिश करेंगे। तो आईये जानते है, विश्व के सर्वश्रेष्ठ धर्म के बारे में (Which is the best religion in the World in Hindi)

दुनिया में सुंदर धर्म कौन है? - duniya mein sundar dharm kaun hai?
दुनिया में सुंदर धर्म कौन है? - duniya mein sundar dharm kaun hai?

भले ही हम किसी भी धर्म से ताल्लुक रखते हो लेकिन हम सभी के मन में ये जानने की उत्सुकता होती है की आखिर इस दुनिया में सर्वश्रेष्ठ धर्म कौनसा है और क्यों?

इसीलिए आज हम अपने पाठको के लिए इसका जवाब बताने जा रहे है, ताकि वो भी जान सके की Duniya me sabse best religion kaunsa hai aur kyu?

दुनिया में सबसे श्रेष्ठ (सर्वश्रेष्ठ) धर्म कौनसा है, और क्यों?

सबसे पहले आपको बता दे कि कोई भी धर्म अपने आपको सर्वश्रेष्ठ नहीं बताता है। हर एक धर्म की अलग-अलग मान्यताए होती है, लेकिन सबका सन्देश और उद्देश्य एक ही होता है।

जैसे कि,

  • सत्य की राह पर चलना।
  • अच्छे कर्म यानि सत्कर्म करना।
  • असत्य एवं अधर्म के खिलाप आवाज उठाना।
  • असहाय और जरुरतमंदों की मदद करना।

आप चाहे गीता में देखिए, या कुरान में देखिए या फिर चाहे बाइबिल में। आपको सभी में लगभग एक जैसी बातें देखने को मिलेंगी। हर धर्म ईश्वर की स्मरण करना और सत्य की रह पर चलना सिखाता है।

लेकिन आज के समय में लोग इन समानताओें को न देखते एवं न समझते हुए आपसी मार-काट में लगे हुए है और हर कोई अपने धर्म को श्रेष्ठ व महान बताने में लगा है।

हिंदू बोलता है की मेरा सनातन धर्म सबसे अच्छा है तो वही मुसलमान बोलता है कि मेरा इस्लाम धर्म सबसे श्रेष्ठ है। आपको बताते थे की ये वो लोग होते है जिन्हें अपने धर्म का भी सही से ज्ञान नहीं होता है।

विश्व में सबसे श्रेष्ठ धर्म कौनसा है? इसका जवाब देने के लिए हमे सभी धर्मों का ज्ञान होना आवश्यक है, या फिर यूँ कहे कि एक ऐसा व्यक्ति जिसे दुनिया के सभी धर्मो का ज्ञान हो, केवल वही इसका जवाब दे सकता है।

साथ ही ये भी जरुरी है कि वो व्यक्ति किसी भी प्रकार के लालच, मोह माया से पर हो, तभी वो इसका जवाब दे सकेगा। नहीं तो अगर वो मुस्लिम हुआ तो इस्लाम को, हिंदू हुआ तो सनातन को, सरदार हुआ तो सिक्ख धर्म को सर्वश्रेष्ठ बतायेगा।

अब आपको ये बताने की जरुरत नहीं है की ऐसा होना कितना मुश्किल है। इसीलिए बेहतर है कि हम खुद ही सभी धर्मो का अध्ययन करे और इसका जवाब जाने।

हां अगर हम सभी धर्मों को ले कर उन्ही बताई बातों का विश्लेषण करे तो इससे एक बात पता चलती है कि सभी धर्म सत्य और मानवता का पाठ पढ़ाते है।

इसीलिए हम कह सकते है कि, इस पूरी पृथ्वी या संसार में एक ही धर्म सबसे बडा है और वो है मानवता धर्म। यही वो धर्म है जिसे हम सर्वश्रेष्ठ व महान कह सकते है।

मगर कोई यह बात समझने या मानने को तैयार ही नही है। बस सबको दंगे-फसाद करके अपने धर्म का झंडा लहराना है और दूसरे धर्म को नीचा दिखाना है।

अब इस मानसिकता को क्या कह सकते है, शायद धर्म प्रेम या फिर कटरता। साफ तौर पर इसे कटरता ही कहेंगे। क्योकि कोई भी धर्म यह नही सिखाता की आपसीखता किसी दूसरे धर्म का अनादर करें।

अगर आप किसी का आदर नही कर सकते तो अनादर करने का भी आपको कोई हक नही है। मगर आज ये बात समझना कौन चाहता है। हर कोई अपने धर्म गुरुओ (पाखंडियो) की बातों को सच मान लेता है।

आपको बता दें कि कोई भी धर्म स्वयं में ये नहीं कहता कि मैं महान हूं, धर्म का अनुयायी ये कहता है कि मेरा धर्म महान है, क्योंकि ऐसा करने से उसे गर्व का अहसास होता है और दूसरों की तुलना में वह श्रेष्ठ साबित होना चाहता है।

या फिर इसको लेकर उसका कोई और उद्देश्य होता है। ऐसे लोगो को समझना होगा कि धर्म का उद्देश्य दूसरों की दृष्टि में श्रेष्ठ कहलाना या बाकियों की तुलना में महान बनना नहीं होता है।

अब तक हम इस चक्कर में ना जाने कितने लोगो को खो चुके है। लेकिन अब हमे ये समझना होगा कि,

ना हिंदू बुरा है न मुसलमान बुरा है, करता है जो बुरे काम, वो इंसान बुरा है।

धर्मों की सच्चाई जानने के लिए हमे समझना होगा की ये धर्म क्या है, और वो कौन लोग है जो वास्तव में धर्म को मानते है। चलिए मैं आपको इसके बारे में शोर्ट में बताता देता हु।

धर्म वह है जो हमें सही मार्ग चुनने और सही कर्म करने की सलाह देता है, और सच्चा धर्म अनुयायी वो है जो किसी बहस में न पड़ते हुए... बस चला जा रहा है अपने मार्ग पर, बिना इस बात की परवाह किए कि कोई उस मार्ग को महान बता रहा है या तुच्छ।

आपको बता दे की किसी का अहित करने वाला कभी भी सच्चा धर्म अनुयायी नहीं हो सकता। हमे ऐसे लोगो की झूठी बातों में आने से बचना होगा।

हमें समझना होगा कि दुनिया के सभी धर्म अपने आप में श्रेष्ठ है, सभी धर्म बराबर है, बिलकुल वैसे ही जैसे इस धरती का हर एक इंसान बराबर है। हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, जैन और अन्य सभी धर्म के लोगो के खून का रंग एक ही है।

इसीलिए हम किसी के साथ भेदभाव न करते हुए सभी को सामान द्रष्टि से देखना है। जो लोग ऐसा करते है, वो महान है उनका धर्म महान है।

नोट:- यहाँ पर हमने जो भी बाते बताई है वो उन सभी का सोर्स इन्टरनेट है, इसीलिए इसमें गलती हो सकती है। अगर आपको कुछ गलत लगे तो नीचे कमेंट में बता सकते है।

ये भी पढ़े,

  • इस्लाम धर्म के बारे में 10 झूठी बातें (गलतफहमियां)

साथ ही अपने दोस्तों, घर-परिवार वालो को भी इसके बारे में बताये ताकि वो भी इस सच्चाई के बारे में जान सके।

दुनिया का सबसे महान धर्म कौन सा है?

आँकड़े (सांख्यिकी).

सबसे अच्छा धर्म कौन सा है?

धर्मिक धर्म हिंदू धर्म एशिया का प्रमुख और सबसे पुराने धर्म हैं। हाँ इस धर्म लोग शांत स्वभाव के होने कारण आज संघर्ष कर रहे है। अधिकांश एशिया की आबादी हिंदू धर्म का पालन करती है। हिंदू धर्म दुनिया का सबसे शांत और समानता का धर्म है।

दुनिया का असली धर्म कौन सा है?

हिन्दू धर्म (संस्कृत: हिन्दू धर्म) एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत, नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसके अलावा सूरीनाम, फिजी इत्यादि। इसे विश्व का प्राचीनतम धर्म माना जाता है। इसे 'वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म' भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है।

दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता धर्म कौन सा है?

इस्लाम दूसरा सबसे बड़ा (ईसाई धर्म के बाद) और यूरोप में सबसे तेजी से बढ़ता धर्म है।