NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 12 तताँरा-वामीरो कथाThese Solutions are part of NCERT Solutions for Class 10 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 12 तताँरा-वामीरो कथा. Show पाठ्य पुस्तक प्रश्न मौखिक निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए- प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. लिखित- (क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए- प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. (ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए- प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. (ग) निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए- प्रश्न 1. प्रश्न 2. भाषा अध्ययन प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3.
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प्रश्न 4.
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प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7.
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प्रश्न 8.
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प्रश्न 9.
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प्रश्न 10.
तीन विशेषण-एक बार उष्णता रहित, बर्फीला और बड़ा दिन भी आया।
प्रश्न 11. इसी प्रकार ‘बोलना’ क्रिया के विभिन्न शब्द-प्रयोग बताइए। उत्तर
‘बोलना’ के वाक्य प्रयोग- प्रश्न 12.
उत्तर:
योग्यता विस्तार प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. परियोजना कार्य प्रश्न 1. Hope given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 12 are helpful to complete your homework. तताँरा के मन में क्या आशंका दौड़ रही थी?Answer: तताँरा ने वामीरो से मिलने के लिए कहा और वह शाम के समय उसकी प्रतीक्षा भी कर रहा था। जैसे-जैसे सूरज डूब रहा था, उसको वामीरो के न आने की आशंका होने लगती। जिस प्रकार सूर्य की किरणें समुद्र की लहरों में कभी दिखती तो कभी छिप जाती थी, उसी तरह तताँरा के मन में भी उम्मीद बनती और डूबने लगती थी।
तताँरा कहाँ पर बार बार नजरें दौड़ता?बस आस की एक किरण थी जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी । वह बार बार लपाती के रास्ते पर नजरें दौड़ता ।
तताँरा की तलवार ने क्या किया?प्रश्न 5. क्रोध में तताँरा ने क्या किया? गाँववालों और वामीरो की माँ द्वारा अपमानित होने के बाद तताँरा के क्रोध का ठिकाना न रहा। क्रोध में ही उसने अपनी तलवार निकालकर उसे पूरी शक्ति से धरती में घोंप दिया और पूरी ताकत से खींचने लगा, जिससे धरती में सीधी दरार आ गई और धरती दो टुकड़ों में बँट गई।
तताँरा की तंद्रा कैसे भंग हो गई?मधुर गीत सुनकर सुध-बुध खोए तताँरा की तंद्रा तब टूटी जब लहरों के प्रबल वेग ने उसकी तंद्रा भंग की। तंद्रा टूटने और सचेत होने पर तताँरा उधर जाने को विवश हो गया जिधर से अब भी मधुर गीत की आवाज आ रही थी।
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