शतावर चूर्ण कब और कैसे खाएं? - shataavar choorn kab aur kaise khaen?

नई दिल्ली: मौजूदा दौर में ज्यादातर युवा आकर्षक और मजबूत शरीर बनाना चाहते. जिसके लिए बाजारों में तरह-तरह की दवाइयां, स्पलिमेंट भी मौजूद हैं. पर इन सबके इस्तेमाल से हम अपनी बॉडी को आकर्षक तो बना लेते है लेकिन प्राकृतिक मजबूती बॉडी में नहीं रहती और इन सब बनावटी प्रॉडक्ट्स के साइड इफेक्ट भी हमें बाद में झेलने पढ़ते हैं. इसलिए आज हम आपको प्राकृतिक तरीकों से दुबलापन दूर करने के उपाय बताएंगें. क्योंकि नियमित इन औषधियों के सेवन से दुर्बल व्‍यक्ति भी बलवान हो सकता है. आज हम आपको अश्‍वगंधा (Ashwagandha) और शतावरी (Shatavari) औषधियों से बने चूर्ण के सेवन की विधि और इसके फायदों के बारे में बताएंगें.

किस उम्र में करें अश्‍वगंधा और शतावरी का सेवन?

अश्‍वगंधा और शतावरी का सेवन पुरूष और महिला द्वारा किसी भी उम्र में किया जा सकता है. इन दोनों औषधियों में ऐसे तत्‍व पाए जाते हैं जो मुश्किल बीमारियों को दूर करने में मदद करते हैं. आयुर्वेद के अनुसार, इस औषधि का असर एक सप्‍ताह के अंदर ही दिखने लगता है. इसके तेजी से वजन बढ़ता है.
 

शतावर चूर्ण कब और कैसे खाएं? - shataavar choorn kab aur kaise khaen?

चूर्ण के सेवन का तरीका

इसके सेवन की विधि बहुत ही आसान है. अश्‍वगंधा और शता‍वरी का चूर्ण मार्केट में बड़ी आसानी से मिल जाता है. आप अगर चाहें तो 100-100 ग्राम के पैकेट लेकर उन्हें एकसाथ मिला लें, और फिर रोजाना दिन में दो बार आधा चम्‍मच यानी लगभग 5 ग्राम चूर्ण को गर्म दूध में मिलाकर पी सकते हैं लेकिन आपको बता दें कि इसके सेवन के साथ-साथ व्‍यायाम करना भी जरूरी हैं.

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अश्वगंधा के फायदे

अश्वगंधा एक ऐसी औषधि हैं जो बॉडी की शक्ति, ताकत और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है. शरीर को ताकत, यह तनाव, अनिद्रा और आलस, थकान आदि दूर करने में लाभदायक सिद्ध होता है. यह नपुंसकता को दूर करने, कामुकता को बढाने और सेक्स संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए भी प्रयोग में लाई जाती है. इसके अलावा खून की खराबी, पेट के कीड़े और पाचन क्रिया ठीक करने में भी लाभदायक है.
 

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शतावरी के फायदे

शतावरी एक ऐसी औषधि हैं जिसकी जड़े हमारी उंगलियों जैसी दिखाई देती हैं. इनकी संख्या सौ या सौ से अधिक होती है. इसलिए इसे शतावर कहा जाता है. पुरुष और महिला दोनों इसका प्रयोग कर सकते है. दोनों के लिए यह फायदेमंद होती है. लेकिन आयुर्वेद कहता है कि महिलाओं के लिए शतावरी सर्वोत्तम होती है.
 

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शरीर बनाएं जवान

शतावरी आपको हमेशा जवान बने रहने में मदद करती है इसे खाने से वेट बढ़ता है. जिन व्यक्तियों में कमजोरी और निर्बलता, धातु दुर्बलता, नपुंसकता, शारीरिक क्षीणता है उनके लिए शतावरी बहुत गुणकारी होती है. यह रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाती है. इससे स्‍पर्म काउंट भी बढ़ता है और माइग्रेन व खांसी सहित कई बीमारियों के इलाज में काम आती है.

शतावरी एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जिसका उपयोग सेहत के लिए फ़ायदेमंद होता है। इसे शतावर नाम से भी जानते हैं। खासकर महिलाओं के लिए यह बहुत ही अच्छा होता है। शतावरी कई तरह के होते हैं, जिनमें हरी, सफ़ेद, बैगनी तीन रंगों की शतावरी बहुत ही लोकप्रिय है। इसकी लताएं और झाड़ियां होती हैं, जो लगातार बढ़ती जाती हैं और फैलती जाती हैं। शतावरी का जड़ या फिर पाउडर के रूप में सबसे ज्यादा उपयोग होता है। इसके जड़ और पत्तियां सबसे ज्यादा उपयोग में आते हैं। इसे शतमूली और सतमूली भी कहा जाता है। तो आइये जानते हैं कि इसके सेवन से किस-किस तरह के फायदे होते हैं।

1. सेहत के लिए शतावरी के फायदे

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1. शतावरी एक ऐसी जड़ी बूटी है, जिसमें काफी एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं, इसके सेवन से दिल की बीमारियां दूर होती है।

2. जिन जिन लोगों को इनसोम्निया या फिर नींद की बीमारी की समस्या रहती है उनके लिए शतावरी किसी रामबाण से कम नहीं है ,डॉक्टर भी इसे लेने की सलाह देते हैं, इसका जूस भी मिलता है और इसका सिरप भी मिलता है। कई तरह के सिरप में भी उसका इस्तेमाल होता है।

3. जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या होती है, उन्हें भी शतावरी के सेवन की सलाह दी जाती है। सिरदर्द में तिल के तेल में शतावरी जड़ी बूटी को मिला कर लगाना चाहिए। इससे आराम मिलेगा।

4. शतावरी में भरपूर मात्रा में फोलेट होता है, जो कि हड्डियों के लिए बहुत ही अच्छा होता है, इसलिए जिन्हें हड्डी से संबंधित समस्या होती है, उन्हें भी शतावरी के सेवन की सलाह दी जाती है।

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5. अमूमन कहीं जो जड़ी बूटियां होती हैं उनका सेवन करने से गर्भवती महिलाओं को रोका जाता है, लेकिन यह एक ऐसी जड़ी बूटी है, जिसके सेवन के लिए गर्भवती महिलाओं को कहा जाता है। यह उनके लिए एक टॉनिक की तरह काम करता है। गर्भवती महिलाओं को अगर सोंठ के साथ मिला कर शतावरी दिया जाए, तो इससे काफी फायदा होता है। इसमें मौजूद फोलेट नवजात शिशु के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसे अगर बकरी के दूध के साथ भी मिलाकर पिया जाए तो बच्चे की हड्डियां मज़बूत होंगी। यह महिलाओं के प्रजनन हिस्सों को भी शक्तिशाली बनाता है।

6. जिन महिलाओं को स्तन में दूध की कमी होती है, उन्हें भी इसके सेवन की सलाह दी जाती है ।इसलिए डिलीवरी के तुरंत बाद महिलाओं को शतावरी पिलाई जाती है या खिलाई जाती है, इससे उनके स्तन में दूध बनता है।

7. इसके सेवन से शारीरिक कमज़ोरी दूर होती है। महिलाओं को पीरियड के दौरान होने वाले दर्द से भी छुटकारा मिलता है और खासतौर से यौन संबंधी परेशानियों को हल करने में यह बहुत फ़ायदेमंद होता है।

8. शतावरी के सेवन से स्वप्न दोष की समस्याओं से भी निदान मिलने में आसानी होती है।

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9. सर्दी-ज़ुकाम में शतावरी का सेवन लाभकारी होता है। शतावरी की जड़ होता है, वह कफ को काटता है। सूखी खांसी होने पर या फिर गला बैठ जाने पर भी इसके काढ़े का सेवन करना चाहिए।

10. अगर आपको अपच की बीमारी है, तो शतावरी के साथ शहद मिलाकर खाने से काफी कुछ फायदा होता है।

11. अगर आपको पेट से संबंधित समस्या है, तो शहद के साथ शतावरी का सेवन सुबह सुबह खाली पेट करना चाहिए। इससे दस्त जैसी समस्या से भी छुटकारा मिलता है।

12. शतावरी के जड़ को, अगर दूध में मिलाकर पिया जाए,तो इससे आंखों से जुड़ी परेशानियों से निजात मिलता है। इसके सेवन से रतौंधी में भी काफी आराम मिलता है।

2. शतावरी से निखारें सौन्दर्य

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शतावरी सेहत के साथ साथ स्किन के लिए भी काफी अच्छा होता है।

1. शतावरी में एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं, इसलिए इसे एंटी एजिंग में भी कारगार साबित माना जाता है।

2. शतावरी क्लींज़र के रूप में काम करती है, इसलिए हाथ पैर की सफाई के लिए इसका उपयोग होता है।

3. अगर आप मुंहासों की परेशानी से जूझ रही हैं, तो आपको शतावरी को दूध में मिलाकर लगाना चाहिए, इससे काफी आराम मिलता है।

4. अगर आपको किसी तरह का स्किन पर घाव हो गया है और काफी दिनों से वह ठीक नहीं हो पा रहा है, तब आपको इसका प्रयोग करना चाहिए। यह घाव भर देता है।

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5. शतावरी में विटामिन ई होती है और इससे आपको स्किन ग्लो तो करती ही है, साथ ही सूर्य की किरणों से यह बहुत अच्छी तरह से बचाती है। इसलिए भी इसका सेवन करना चाहिए।

6. शतावरी स्किन की गंदगी को भी साफ़ करता है। इसके सेवन से पेट साफ़ रहता है और उसकी वजह से कील मुंहासों जैसी परेशानी से भी लाभ मिलता है।

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7. शतावरी होंठों के कालेपन को भी दूर करती है, अगर शहद के साथ इस पाउडर को होंठों पर लगाया जाए तो इससे कालापन दूर होता है।

8. शतावरी के जड़ को अगर गुलाब जल के साथ मिलाकर चेहरे में लगाया जाए, तो यह क्लींज़र की तरह काम करता है। यह काले दाग-धब्बे को भी दूर करता है।

10. स्किन को टोन करने के लिए भी यह अच्छा होता है, इसमें एंटीऑक्सीडेंट और ग्लूटाथियोन होता है, इसलिए हर दिन अगर एक गिलास दूध के साथ इसको लिया जाये, तो इससे स्किन हमेशा टाइट रहती है। शतावरी से पाएं सुंदर और घने बाल

3. बालों के लिए शतावरी के फायदे

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  1. शतावरी के फायदे बाल के लिए सीमित हैं, लेकिन फिर भी यह बालों के लिए काफी उपयोगी माना जाता है।
  2. शतावरी को अश्वगंधा के साथ मिलाकर बालों में लगाना चाहिए। ये बालों की जड़ों तक रक्त संचार करता है, जिससे आपके बाल तेज़ी से बढ़ते और स्वस्थ रहते हैं।
  3. बालों को मज़बूत और लंबे करने के लिए रोजाना अश्वगंधा और शतावरी का चूर्ण दूध में मिला कर दूध के साथ पीना चाहिए।
  4. शतावरी के एंटी ऑक्सीडेंट गुणों के कारण इसके लेप को अगर आंवला के साथ मिलाकर स्कैल्प में लगाया जाये तो इससे बाल चमकदार बन जाते हैं।
  5. शतावरी के जड़ को पीस कर, उसे अगर दो बूंद नाक में डाला जाए, तो इससे बालों का झड़ना रुक जाता है।
  6. शतावरी के पाउडर का लेप लगाने से कुछ हद तक डैंड्रफ भी कम होते हैं।

4. शतावरी के सेवन से पहले ये भी जानें

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यह तो सच है कि शतावरी में स्वास्थ्य का खज़ाना छुपा है, लेकिन फिर भी इसके अत्यधिक सेवन से नुकसान भी हो सकता है। क्योंकि किसी भी चीज़ की अति बुरी होती है। इसलिए कुछ सावधानी रखनी जरूरी है।

1. अगर शतावरी को सीधे फेस पर लगाया जाए, तो इससे एलर्जी हो सकती है।

2 . इसके अत्यधिक सेवन से पेशाब की बदबू की भी परेशानी हो सकती है।

3 . वैसे लोगों को जिनको प्याज और लहसुन से एलर्जी हैं, उन्हें शतावरी के सेवन से बचना चाहिए।

4. जिन लोगों को दिल की बीमारी या फिर किडनी की समस्या हो, उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए, कारण कि इसके सेवन से वज़न अचानक बढ़ने लगता है।

5 . हालांकि गर्भवती स्त्री के लिए यह अच्छा होता है, लेकिन फिर भी सेवन के पहले एक बार डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

शतावर चूर्ण कब लेना चाहिए?

ये शारीरिक कमजोरी को दूर करने में भी असरदार साबित होता है। अगर रोजाना आधा चम्मच शतावर पाउडर को रोज सुबह या रात को गुनगुने दूध के साथ लें तो अन्य शारीरिक कमियां दूर हो जाएंगी।

शतावर चूर्ण को कैसे खाते हैं?

अश्‍वगंधा और शता‍वरी का चूर्ण मार्केट में बड़ी आसानी से मिल जाता है. आप अगर चाहें तो 100-100 ग्राम के पैकेट लेकर उन्हें एकसाथ मिला लें, और फिर रोजाना दिन में दो बार आधा चम्‍मच यानी लगभग 5 ग्राम चूर्ण को गर्म दूध में मिलाकर पी सकते हैं लेकिन आपको बता दें कि इसके सेवन के साथ-साथ व्‍यायाम करना भी जरूरी हैं.

शतावर चूर्ण खाने से क्या लाभ है?

पुरुषों के लिए शतावरी के फायदे (shatavari benefits for men in hindi).
शारीरिक क्षमता बढ़ाए शतावरी के इस्तेमाल से पुरुषों की शारीरिक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। ... .
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