ज्योतिष डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: श्वेता सिंह Updated Sat, 18 Jun 2022 11:16 AM IST Show
Shanivar Ke Upay: शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित किया जाता है। ये सूर्य और छाया के पुत्र हैं, सूर्यदेव की तरह इन्हें भी देव और ग्रह दोनों का दर्जा प्राप्त है। शनि को बहुत ही क्रूर माना जाता है लेकिन ये मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं और संतुलन स्थापित करते हैं। ये एक राशि से दूसरी राशि में बहुत ही धीमी गति से भ्रमण करते हैं इसलिए इन्हें शनैश्चर भी कहा जाता है। शनि की वक्र दृष्टि अनिष्टकारी मानी जाती है। इनकी अशुभ दृष्टि के कारण व्यक्ति को जीवन में धन और व्यापार संबंधित समस्याओं के साथ कई अन्य परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं जिनके करने से शनिवार के दिन करने से आपके बिगड़े हुए कार्य भी बनने लगते हैं और सफलता प्राप्त होती हैं। तो चलिए जानते हैं क्या है ये उपाय। दीपक में डालें एक लौंग दीपक में डालें काले तिल सरसों के तेल का दीपक जलाएं भैरव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं Vastu Tips Highlights
Vastu: ज्योतिष शास्त्र में पूजा के समय दीपक जलाने का बहुत महत्व है। शनिवार को लोग शनिदेव के लिए सरसों का दीपक जलाते हैं। लेकिन अगर आप उस दीपक में लौंग डाल दें तो आपकी किस्मत बदल सकती है। जी हां, ऐसी मान्यता है कि शनिवार को शाम के समय सरसों के तेल में नियमित रूप से दीपक जलाएं। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और आप अगर इस दीपक में एक लौंग डाल देंगे को धन आपकी ओर आकर्षित होने लगेगा। इससे व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। अगर निरंतर आप ऐसा करते हैं तो आपको पैसों की कोई कमी नहीं होगी। वास्तु के अनुसार इन बातों का भी रखेंगे ध्यान तो होगा कल्याण
अगर आप वास्तु की इन बातों को मानते हैं तो आपके जीवन में तरक्की होगी। डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता। ये भी पढ़ें - Sawan 2022: कब से शुरू हो रहा है महादेव का प्रिय माह सावन? जानिए तिथि, महत्व और पूजा विधिGuruwar ke Upay: गुरुवार को इन उपायों को करने से आर्थिक स्थिति होगी मजबूत होगी, कार्यों में भी मिलेगी सफलताJagannath Rath Yatra 2022: स्नान के बाद बीमार हुए भगवान जगन्नाथ, ठीक होकर 1 जुलाई को करेंगे रथ यात्राVastu Shastra: घर की किस दिशा में तोते का चित्र लगाने से मिटेंगे सारे दोष, जानिए वास्तु टिप्सShani Dev Upay: नौकरी और करियर में बाधाएं उत्पन्न कर रहा है शनि? तो ये उपाय दिलाएंगे आपको सफलताLatest Lifestyle News India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Religion News in Hindi के लिए क्लिक करें लाइफस्टाइल सेक्शन अगर आप शनिवार के दिन भगवान शनिदेव के सामने दीपक जलाती हैं तो इसके विशेष नियमों के बारे में जरूर जान लें। हिंदू कई देवी-देवताओं की पूजा करने का विधान है और सभी की पूजा का अलग महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि सभी देवताओं के पास अद्वितीय शक्तियां हैं जिनकी पूजा से भक्त जनों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मुख्य रूप से गणेश और लक्ष्मी को सफलता और समृद्धि प्रदान करने के लिए जाना जाता है, जबकि सरस्वती को ज्ञान और बुद्धि की देवी के रूप में पूजा जाता है वहीं हिन्दुओं में एक प्रमुख देवता शनि देव को एक शक्तिशाली देवता के रूप में पूजा जाता है जिन्हें बुरी नजर से बचाने और बाधाओं को दूर करने के लिए विशेष रूप से पूजा जाता है। वहीं मान्यता यह भी है कि यदि शनि देव की पूजा में कोई त्रुटि रह जाए तो भक्तों को पूजा का फल नहीं मिल पाता है। शनि देव की पूजा में मुख्य रूप से उनके सामने दीपक जलाना जरूरी माना जाता है। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए अगर आप भी हर शनिवार दीपक जलाती हैं तो आपको कुछ विशेष बातों और नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया से जानें उन विशेष नियमों के बारे में। शनि देव के सामने दीपक जलाने का महत्वकिसी भी पूजा पाठ का दीपक प्रज्वलित करने से गहरा आध्यात्मिक संबंध और महत्व है। दीपक का प्रकाश अज्ञान को नष्ट कर देता है और ज्ञान प्रदान करता है। यह शुभता, धन, स्वास्थ्य और समृद्धि लाता है। यह मन में नकारात्मक प्रवृत्तियों को दूर करने का कारक माना जाता है। इसे हमारे संदेश को भगवान तक पहुंचाने का एक जरिया भी माना जाता है। भगवान शनि को प्रसन्न करने के लिए भी हम उनकी शिला या छवि के सामने दीपक जलाते हैं हमारी कामनाएं पूर्ण हो सकें। इसे जरूर पढ़ें: शनिवार के दिन भूलकर भी न करें ये काम, शनिदेव हो सकते हैं नाराज सरसों के तेल का दीपक जलाएंशनिदेव के लिए सबसे शुभ सरसों के तेल को माना जाता है। इसलिए शनिवार के दिन सरसों के तेल का ही दीपक जलाना चाहिए। इस दिन सरसों का तेल घर के इस्तेमाल के लिए नहीं खरीदना चाहिए बल्कि आप इसे शनिवार के दिन अगर जरूरतमंद को दान में दें तो आपके लिए शुभ हो सकता है। शनिवार को शनि देव की छवि के सामने दीपक जलाकर उनकी पूजा करें। सरसों के तेल से जलाए गए दीपक से किया गया पूजन शनिदेव को स्वीकार्य होता है। इसे जरूर पढ़ें: घर के मंदिर में दीपक जलाते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां, नहीं मिलेगा पूजा का पूर्ण फल दीया टूटा हुआ नहीं होना चाहिएआपको ध्यान में रखना है कि कभी भी टूटे हुए दीपक का इस्तेमाल न करें। ऐसा माना जाता है कि पूजन में टूटे हुए दीपक के इस्तेमाल से व्यक्ति की बुद्धि क्षीण हो सकती है और शनि देव नाराज हो सकते हैं। Recommended Video
काले तिल को करें शामिलदीपक जलाते समय तेल में काले तिल जरूर मिलाएं। तिल मिलाकर दीपक जलाने से शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। शनिदेव के पूजन के साथ भगवान हनुमान की मूर्ति को तेल और काली उड़द दाल से पूजन करें। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी (हनुमान जी के 12 नाम) का पूजन भी एक उपाय है। दीपक जलाने का सबसे शुभ समयज्योतिष के अनुसार शनि देव के सामने दीपक जलाने का सबसे शुभ समय सुबह 5 बजे से लेकर 10 बजे तक का माना जाता है और शाम को 5 बजे से 7 बजे तक का समय सबसे अच्छा होता है। ऐसा माना जाता है कि इस शुभ समय में ही शनिदेव का पूजन करें और उनके सामने दीपक जलाएं तो मनोकामनाओं को पूर्ति होती है। पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएंऐसा माना जाता है कि यदि शनिवार के दिन आप पीपल का पेड़ लगाते हैं और इस पेड़ की डाल पर सरसों का तेल डालें तो ये भी शनिदेव को प्रसन्न करने का एक उपाय माना जाता है। यदि आप इन नियमों का पालन करते हुए शनि देव के सामने दीपक जलाती हैं तो आपके घर में सदैव खुशहाली बनी रहती है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें। images: freepik.com, wallpapercave.com क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें Disclaimer आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, पर हमसे संपर्क करें। शनिवार को घर में दीपक जलाने से क्या होता है?शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करते समय सरसों के तेल का दीपक जलाया जाता है। इसके साथ ही शनिवार के दिन दीपक जलाते समय उसमें एक लौंग का उपाय बेहद कारगर सिद्ध होता है। इस उपाय को करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। ये उपाय आपकी आर्थिक लाभ कराता है।
शनिवार को दीपक कितने बजे जलाना चाहिए?न्याय के देवता भगवान शनि देव महाराज को प्रसन्न करने के लिए, उनके साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रकोप से बचने के लिए तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए. दीपक जलाने का सही समय प्रातः काल 5:00 से 10:00 बजे तक होता है. सायंकाल 5:00 से 7:00 बजे तक दीपक जलाना शुभ होता है.
पीपल में दीपक सुबह कितने बजे जलाना चाहिए?सुबह-सुबह मतलब ब्रह्ममुहुर्त में मंदिर जाना शुभ होता है किन्तु इस समय पीपल को जल ना चढ़ाएं क्योंकि ब्रह्म मुहुर्त में पीपल के वृक्ष में दरिद्रा का वास होता है। पीपल के वृक्ष पर जल सूर्योदय के बाद ही चढ़ाना चाहीए। जिससे आपके ऊपर माता लक्ष्मी की कृपा द्रष्टि सदा बनी रहे।
शनिदेव की पूजा कितने बजे करनी चाहिए?प्रातः काल सुबह 7:00 बजे से ही सर्वार्थ सिद्धि योग होने के कारण सुबह-सुबह किसी पवित्र नदी या तालाब में स्नान करके या घर पर ही गंगाजल डालकर स्नान करके शनिदेव के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करने से विशेष फल प्राप्त होगा. इस दिन शनि देव को सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए. शनि देव को काला रंग अत्यधिक प्रिय है.
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