Solution : समास छः प्रकार के होते हैं <br> (1) अव्ययीभाव-जिस समास का पहला पद अव्यय हो, उसे अव्ययी भाव समास कहते हैं। जैसे-यथाशक्ति = शक्ति के अनुसार। प्रतिदिन = दिन-दिन। <br> (2) तत्पुरुष समास-जिस समास में दूसरा पद (उत्तर पद) प्रधान हो, उसे तत्पुरुष समास कहते हैं। जैसेराष्ट्रपति - राष्ट्र का पति । गुरुभक्ति - गुरु में भक्ति। <br> (3) द्विगु समास-जिस समास का पहला पद संख्यावाची हो, उसे द्विगु समास कहते हैं। जैसे-चौराहा, चार राहों का समूह। <br> (4) द्वन्द्व समास-जिस समास के दोनों पद प्रधान हों तथा उनके बीच .और. शब्द का लोप हो, उसे द्वन्द्व समास कहते हैं। जैसे-माता-पिता = माता और पिता। भाई-बहिन = भाई और बहिन। <br> (5) कर्मधारय समास-जिस समास में पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य हो, उसे कर्मधारय समास कहते हैं। जैसे-महापुरुष = महान् है जो पुरुष। <br> (6) बहुव्रीहि समास-जब समास में कोई पद प्रधान नहीं होता है तथा जिसका समस्त पद किसी अन्य पद के विशेषण का कार्य करता है, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं। जैसे-पवनपुत्र - पवन का पुत्र है जो अर्थात् हनुमान। Show
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Login Register now for special offers +91 Home > Hindi > कक्षा 8 > Hindi > Chapter > समास > समास कितने प्रकार के होते हैं?... समास कितने प्रकार के होते हैं? नाम लिखिए।लिखित उत्तर Solution : समास छ: प्रकार के होते हैं-(1) तत्पुरुष (2) अव्ययीभाव (3) कर्मधारय (4) द्विगु (5) द्वन्द्व और (6) बहुव्रीहि समास। Comments Add a public comment... Follow Us: Popular Chapters by Class: Class 6 AlgebraBasic Geometrical IdeasData HandlingDecimalsFractions Class 7 Algebraic ExpressionsComparing QuantitiesCongruence of TrianglesData HandlingExponents and Powers Class 8 Algebraic Expressions and IdentitiesComparing QuantitiesCubes and Cube RootsData HandlingDirect and Inverse Proportions Class 9 Areas of Parallelograms and TrianglesCirclesCoordinate GeometryHerons FormulaIntroduction to Euclids Geometry Class 10 Areas Related to CirclesArithmetic ProgressionsCirclesCoordinate GeometryIntroduction to Trigonometry Class 11 Binomial TheoremComplex Numbers and Quadratic EquationsConic SectionsIntroduction to Three Dimensional GeometryLimits and Derivatives Class 12 Application of DerivativesApplication of IntegralsContinuity and DifferentiabilityDeterminantsDifferential Equations Privacy PolicyTerms And Conditions Disclosure PolicyContact Us दो या दो से अधिक स्वतन्त्र एवं सार्थक पदों के संक्षिप्तीकृत रूप को ‘समास’ कहते हैं। जैसे-शक्ति के अनुसार = यथाशक्ति, राजा का पुत्र = राजपुत्र, चार आनों का समूह = चवन्नी, पंक में जन्म होता है जिसका = पंकज, नीली गाय = नीलगाय आदि। यहाँ यथाशक्ति, राजपुत्र, चवन्नी, पंकज तथा नीलगाय सामाजिक पद या समस्त पद कहलायेंगे तथा
इनका समास का विग्रह किया हुआ रूप है-शक्ति के अनुसार, राजा का पुत्र, चार आनों का समूह, पंक में जन्म होता है जिसका तथा नीली गाय। Learn Hindi Grammar online with example, all the topics are described in easy way for education. Alankar in Hindi Prepared for Class 10, 9 Students and all competitive exams. समास के
मुख्य चार भेद माने गए हैं- इनके अतिरिक्त कर्मधारय एवं द्विगु भी समास के भेद हैं लेकिन वास्तव में कर्मधारय एवं द्विगु को तत्पुरुष का ही भेद माना जाता है। तत्पुरुष समास के मुख्य दो भेद होते हैं- इनमें व्यधिकरण तत्पुरुष ही तत्पुरुष समास है जिसमें समस्त पद समस्त पद के विग्रह करने पर प्रथम खण्ड एवं द्वितीय खण्ड में भिन्न-भिन्न
विभक्तियाँ लगाई जाती हैं। जैसे यहाँ प्रथम पद में सम्बन्ध कारक है तथा षष्ठी विभक्ति है तथा दूसरे पद में कर्ता कारक की प्रथमा विभक्ति है। समानाधिकरण तत्पुरुष समास में समस्त पद के विग्रह करने पर दोनों पदों में कर्ता कारक, प्रथमा विभक्ति ही रहती है, जैसे-रक्तकमल, पीतकमल, नीलकमल आदि। इसे कर्मधारय समास कहते हैं। व्यधिकरण तत्पुरुष (तत्पुरुष) समास के छः भाग होते हैं- कक्षा-10 के पाठ्यक्रम में द्वन्द्व, द्विगु, कर्मधारय एवं बहुव्रीहि समास निर्धारित हैं, अतः इनका विस्तृत विवरण नीचे दिया जा रहा है। समानाधिकरण तत्पुरुष समास को ही कर्मधारय समास कहा जाता है। इस समास में ‘विशेषण’ तथा ‘विशेष्य’ अथवा ‘उपमान’ एवं ‘उपमेय’ का संक्षिप्तीकृत रूप हो और विग्रह करने पर दोनों ही पदों में कर्ता कारक प्रथमा विभक्ति रहती है, उसे ‘कर्मधारय समास कहते हैं। जैसे-अन्धकूप =
अन्धा कूप। (अ) विशेषण-विशेष्य-इसमें पूर्वपद विशेषण तथा उत्तरपद विशेष्य होता है, यथा- (i) उपमेय-उपमान-इसमें पूर्वपद उपमेय होता है तथा उत्तरपद उपमान होता है। जैसे- (ii) उपमान-उपमेय-इसमें पूर्वपद उपमान तथा उत्तरपद उपमेय को बताया जाता है। जैसे- द्वन्द्व समासद्वन्द्व समास में दोनों ही पदों की प्रधानता होती है। इन दोनों पदों के बीच में ‘और’ शब्द का लोप होता है। जैसे- द्विगु समासजिस समास का पूर्वपद
संख्यावाचक विशेषण होता है तथा वह समूह का बोध कराता है, उसे समास कहते हैं। इसे तत्पुरुष समास का ही उपभेद माना जाता है। बहुव्रीहि समासजिस समास में न पूर्वपद प्रधान होता है न उत्तरपद बल्कि अन्य पद प्रधान होता है, उसे ‘बहुव्रीहि’ समास कहते हैं। जैसे- समास कितने प्रकार के होते हैं?Solution : समास छ: प्रकार के होते हैं-(1) तत्पुरुष (2) अव्ययीभाव (3) कर्मधारय (4) द्विगु (5) द्वन्द्व और (6) बहुव्रीहि समास।
समास कितने प्रकार के होते हैं और उनकी परिभाषा?समास के 6 भेद है -. अव्ययीभाव समास. तत्पुरुष समास. द्विगु समास. द्वंद समास. कर्मधारय समास. बहुव्रीहि समास. समास के कितने भेद होते हैं class 9?अव्ययीभाव समास. तत्पुरुष समास. द्वंद्व समास. कर्मधारय समास. द्विगु समास. बहुव्रीहि समास. समास कितने प्रकार के होते हैं PDF?1 . अव्ययीभाव समास अव्ययीभाव समास में प्रायः ... . 2 . तत्पुरुष समास ( i ) तत्पुरुष समास में दूसरा पद ( पर पद ) प्रधान होता है अर्थात् विभक्ति का लिंग , वचन दूसरे पद के अनुसार होता है । ... . 3 . द्वन्द्व समास ( i ) द्वन्द्व समास में दोनों पद प्रधान होते हैं । ... . 4 . बहुब्रीहि समास ... . 5 . द्विगु समास ... . 6 . कर्मधारय समास. |