गहमर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का एक गाँव है। यह गाँव भारत का सबसे बड़ा गाँव है। यह एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा गांव है | यह पटना और मुगलसराय रेल मार्ग पर स्थित है | गाँव के पश्चिम छोर पर कमइच्छा माई (माँ कामाख्या) का मंदिर स्थित है । Show
गहमर गॉव से इंडियन आर्मी में हैं 10 हजार जवान 1. इस गांव के करीब 10 हजार लोग इंडियन आर्मी में जवान से लेकर कर्नल तक हैं, जबकि 14 हजार से ज्यादा भूतपूर्व सैनिक हैं। 2. रिकॉर्ड के मुताबिक, 2009 के लोकसभा चुनाव में गांव में 24 हजार 734 वोटर्स रहे। 3. गांव गाजीपुर से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गहमर में एक रेलवे स्टेशन भी है, जो पटना और मुगलसराय से जुड़ा हुआ है। 4. इतिहासकारों के मुताबिक, सन् 1530 में कुसुम देव राव ने 'सकरा डीह' नामक स्थान पर इसे बसाया था। 5. गांव 22 टोले में बंटा हुआ है और हर पट्टी किसी न किसी प्रसिद्ध व्यक्ति सैनिक के नाम पर है। 6. प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध हो या 1965 और 1971 के युद्ध या फिर कारगिल की लड़ाई, सब में यहां के फौजियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। 7. विश्वयुद्ध के समय अंग्रेजों की फौज में गहमर के 228 सैनिक शामिल थे, जिनमें 21 मारे गए थे। इनकी याद में गहमर में एक शिलालेख लगा हुआ है। 8. गहमर के भूतपूर्व सैनिकों ने पूर्व सैनिक सेवा समिति नामक संस्था बनाई है। गांव के युवक गांव से कुछ दूरी पर गंगा तट पर स्थित मठिया चौक पर सुबह-शाम सेना की तैयारी करते नजर आ जाते हैं। 9. इंडियन आर्मी गहमर में ही भर्ती शिविर लगाया करती थी, लेकिन 1986 में इसको किसी कारण से बंद कर दिया गया। 10. सैनिकों की भारी संख्या को देखते हुए भारतीय सेना ने गांव के लोगों के लिए सैनिक कैंटीन की भी सुविधा उपलब्ध कराई थी। जिसके लिए वाराणसी आर्मी कैंटीन से सामान हर महीने में गहमर गांव में भेजा जाता था, लेकिन पिछले कई सालों से यह सेवा बंद चल रही है। 11.यहां की जनसंख्या लगभग 1 लाख 20 हजार से भी अधिक है। वर्तमान समय में 2 लाख से भी अधिक जनसंख्या है। जबकि यहां से 50% से भी अधिक लोग दुसरे शहर में स्थित है। बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
भारतीय सेन्य अकादमी से पास आउट होने वाले जांबाजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बार शनिवार को होने वाली पासिंग आउट परेड में सबसे अधिक अफसर देने वाले दस राज्यों के बारे में हम आपको बताते हैं, पढ़िए... भारतीय सैन्य अकादमी से इस बार उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक जांबाज पासआउट होकर सेना में अफसर बनेंगे। हालांकि, जनसंख्या घनत्व के हिसाब से देखें तो उत्तराखंड लगातार दस वर्षों से पहले पायदान पर काबिज है। इस साल भी जनसंख्या घनत्व के हिसाब से सबसे ज्यादा अफसर देने वाले राज्यों में उत्तराखंड प्रथम है। शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी में होने वाली पासिंग आउट परेड से इस बार 423 भारतीय जांबाज पासआउट होकर सेना में अफसर बन जाएंगे। अफसरों की इस फेहरिस्त में पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश है। यहां के सर्वाधिक 74 जेंटलमैन कैडेट्स शनिवार को पासआउट होंगे। 49 जीसी के साथ हरियाणा दूसरे और 40 जीसी के साथ उत्तराखंड तीसरे स्थान पर है। Dark Mode TV9 Bharatvarsh | Edited By: Updated on: Jun 23, 2022, 8:58 AM IST एक्सपर्ट्स का कहना है कि यूपी और बिहार से सेना में सबसे ज्यादा जवान जाते हैं. भारतीय सेना में यूपी और बिहार की हिस्सेदारी करीब 24 परसेंट है. इन राज्यों से बड़ी संख्या में युवा आर्मी की तैयारी करते हैं.Indian Army 1 / 5 कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि यूपी और बिहार से सेना में सबसे ज्यादा जवान जाते हैं. भारतीय सेना में यूपी और बिहार की हिस्सेदारी करीब 24 परसेंट है. इन राज्यों से बड़ी संख्या में युवा आर्मी की तैयारी करते हैं. आर्मी में फुलटाइम सेवा देना चाहते हैं. ऐसे में अग्निपथ स्कीम से उन्हें झटका लगा है. हालांकि 4 साल के बाद उनके पास अन्य कई विकल्प होंगे. 2 / 5 मार्च 2021 में राज्यसभा में सरकार ने इस संबंध में जो आंकड़े प्रस्तुत किए थे, उसके अनुसार भारतीय सेना में जवानों के रूप में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 16 फीसदी, जबकि बिहार की हिस्सेदारी 8 फीसदी है. आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय सेना में कुल 13,40,953 जवान कार्यरत हैं. इनमें से 2,18,512 जवान उत्तर प्रदेश से हैं तो वहीं 1,04,539 जवान बिहार से हैं. इसके बाद नंबर आता है राजस्थान का, जहां से 1,03,265 जवान यानी करीब 8 फीसदी जवान सेना में कार्यरत हैं. 3 / 5 राजस्थान के बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है, जहां से करीब 7 फीसदी (93,938) जवान सेना में कार्यरत हैं. पंजाब और हरियाणा से क्रमश: 93,438 (7 फीसदी) और 89,239 (6.7 फीसदी) जवान सेना में शामिल हैं. वहीं उत्तराखंड की हिस्सेदारी सेना में करीब 5 फीसदी है. यहां से 68,997 जवान सेना में शामिल हैं. 4 / 5 अब बात करें पश्चिम बंगाल की तो इंडियन आर्मी में यहां की हिस्सेदारी करीब 4.7 फीसदी है. यहां से 63,891 जवान सेना में शामिल हैं. वहीं तमिलनाडु और मध्य प्रदेश से क्रमश: 56,168 और 55,229 जवान सेना में शामिल हैं. बाकी अन्य बचे राज्यों को मिला दें तो 3,93,737 जवान सेना में शामिल हैं. सेना में कुल जवानों की संख्या 13,40,953 और उपरोक्त आंकड़े मार्च 2021 में सरकार द्वारा राज्यसभा में दी गई जानकारी के आधार पर प्रस्तुत की गई है. 5 / 5
Most Read Storiesसबसे ज्यादा फौजी कौन से राज्य से आते हैं?पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश है, जहां के 2.18 लाख से ज्यादा जवान सेना में हैं. इनके बाद राजस्थान का नंबर आता है, जिसके 1.03 लाख जवान तीनों सेनाओं में हैं.
सबसे ज्यादा फौजी कौन से जिले से है?लखनऊ. Gahmar is Largest Village of Asia- उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का गहमर एशिया का सबसे बड़ा गांव हैं। इसे फौजियों का गांव (village of army man) भी कहा जाता है, क्योंकि औसतन यहां के हर घर का एक सदस्य सेना से जुड़ा है। हर घर में फौजियों की तस्वीरें, वर्दियां और सेना के मेडल फौजियों के गांव की कहानी बयां करते हैं।
राजस्थान में फौजियों का जिला कौन सा है?Rajasthan News: राजस्थान में बूंदी (Bundi) के एक गांव को फौजियों के गांव के नाम से जाना जाता है. सेना के लिए आज भी युवाओं में जुनून है. इस माटी ने 500 सैनिक दिए हैं.
राजस्थान में सबसे ज्यादा फौजी कौन से जिले में है?झुंझुनू जिला पूरे देश भर में अपनी विशिष्ठताओं के लिये जाना जाता है। देश के अधिकांश बड़े उद्योगपति इसी जिले के रहने वाले हैं वहीं भारतीय सेना में योगदान के लिये झुंझुनू जिले का देश में अव्वल नम्बर है। वर्तमान में इस जिले के 45 हजार जवान सेना में कार्यरत हैं वहीं 62 हजार भूतपूर्व सैनिक हैं।
|