क्या हम घर में गाय रख सकते हैं? - kya ham ghar mein gaay rakh sakate hain?

ज्योतिष डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: आशिकी पटेल Updated Wed, 24 Aug 2022 05:26 PM IST

Kamdhenu Cow Benefits For Home: घर को सुंदर बनाने के लिए लोग अपने घर में तरह तरह के शो-पीस और तस्वीरें आदि लगाते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सजावट के रूप में इस्तेमाल होने वाली चीजों का संबंध व्यक्ति के जीवन से जुड़ा होता है। घर या फिर कार्यक्षेत्र में लगाई जाने वाली ये तस्वीरें यदि वास्तु के हिसाब से शुभ हों तो आपके जीवन में सकारात्मकता लाती हैं। वहीं घर में लगाई जाने वाली कुछ तस्वीरे आपके ऊपर नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकती हैं। वास्तु में ऐसी कई शुभ अशुभ चीजों के बारे में विस्तार से बताया गया गया है। ऐसी ही एक चीज है कामधेनु गाय की मूर्ति। वास्तु के अनुसार, घर में कामधेनु गाय की मूर्ति लगाना शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि घर में सही दिशा में कामधेनु गाय की मूर्ति रखने से घर में सुख, समृद्धि और वैभव आता है। साथ ही परिवार के सदस्य हमेशा खुशहाल जीवन जीते हैं। आइए जानते हैं कामधेनु गाय की विशेषता के बारे में... 

इस दिशा में लगाएं कामधेनु गाय की मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि आप कामधेनु गाय की मूर्ति घर पर लगाना चाहते हैं, तो ईशान कोण यानी पूर्वोत्तर दिशा में लगाएं। हिंदू धर्म में मान्यता है कि इस दिशा में देवी देवताओं का वास होता है। साथ ही इसे सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। ऐसे में इस दिशा में कामधेनु गाय की मूर्ति लगाना आपके लिए शुभ होगा।  

इस जगह पर रखें कामधेनु गाय की मूर्ति 
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कामधेनु गाय की मूर्ति को आप पूजा घर में स्थापित कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने घर के मुख्य दरवाजे पर भी इस मूर्ति को स्थापित कर सकते हैं।

इस प्रकार की मूर्ति घर में लगाएं
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में कामधेनु गाय की प्रतिमा किसी भी धातु में लगाई जा सकती है। यदि आप धातु की मूर्ति नहीं रख पा रहे हैं तो सामान्य कामधेनु की तस्वीर भी लगा सकते हैं। 

कामधेनु गाय की मूर्ति लगाने से लाभ 
मान्यता है कि कामधेनु गाय की कृपा जिस पर बनी रहती है, उस घर के सदस्य कभी भी आर्थिक संकट से नहीं जूझते हैं। वास्तु के अनुसार, कामधेनु गाय में मां दुर्गा, मां लक्ष्मी और देवी सरस्वती के गुण मौजूद होते हैं। ऐसे में कामधेनु गाय की तस्वीर लगाने से भी कई लाभ मिलते हैं।

  • Hindi
  • Faith Hindi

घर के इस स्थान में रखें कामधेनु गाय की मूर्ति, हर इच्छा हो जाएगी पूरी

यदि आप अपने घर में कामधेनु गाय की मूर्ति रखते हैं तो इससे अनेकों फल प्राप्त हो सकते है. ऐसे में आप कामधेनु गाय की मूर्ति किस दिशा में रखें और किस स्थान पर रखें. इसके बारे में पता होना जरूरी है.

क्या हम घर में गाय रख सकते हैं? - kya ham ghar mein gaay rakh sakate hain?

वास्तु के अनुसार, घर में कुछ चीजों का होना घर में रहने वाले लोगों के लिए अच्छा होता है. उन्हीं चीजों में से एक है गाय की मूर्ति. यदि घर में कामधेनु गाय की मूर्ति रखी जाए तो इससे ना केवल घर के लोगों के जीवन में प्रशंसा आती है बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है. हालांकि इस मूर्ति को रखने से अनेकों फायदे होते हैं. आज का हमारा लेख उन्हीं फायदों पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि आप अपने घर में कामधेनु की प्रतिमा को रखने से कैसे फल प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही इन्हें किस दिशा में रखना चाहिए. पढ़ते हैं आगे….

कामधेनु गाय की मूर्ति रखने के फायदे

  1. यदि घर में कामधेनु गाय की मूर्ति रखी जाए तो इससे मन को शांति मिलती है.
  2. जिन लोगों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है यदि वे कामधेनु गाय की मूर्ति को अपने पास रखें तो इससे पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ती है.
  3. धन संपत्ति, सौभाग्य, सुख, समृद्धि के लिए आप अपने घर में कामधेनु गाय की मूर्ति को रख सकते हैं.
  4. संतान प्राप्ति के योग के लिए आप अपने घर में गाय की मूर्ति को रखें.
  5. कामधेनु गाय की मूर्ति को रखने से सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती है.
  6. कामधेनु गाय की मूर्ति स्वास्थ्य को उत्तम बनाती है और सभी समस्याओं को दूर भी करती है.
  7. कामधेनु गाय को वैतरणी नदी एवं भवसागर को पार करने वाली गाय माना जाता है. यह 3 देवियों के गुण मौजूद होते हैं.

कामधेनु गाय की मूर्ति किस दिशा में स्थापित करें?

कामधेनु गाय की मूर्ति को उत्तर या पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए. आप ईशान दिशा में भी कामधेनु मूर्ति को स्थापित कर सकते हैं. आप घर के पूजा घर या प्रवेश द्वार पर उचित स्थान पर इस मूर्ति को स्थापित कर सकते हैं.

किस धातु में होनी चाहिए कामधेनु गाय की मूर्ति?

कामधेनु गाय की मूर्ति चांदी, पीतल या तांबे की होनी चाहिए. वहीं अगर आप प्रवेश द्वार पर कामधेनु गाय की मूर्ति रख रहे हैं तो वह संगमरमर की होनी चाहिए.

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें धर्म की और अन्य ताजा-तरीन खबरें

जिस स्थान पर भवन, घर का निर्माण करना हो, यदि वहां पर बछड़े वाली गाय को लाकर बांधा जाए तो वहां संभावित वास्तु दोषों का स्वत: निवारण हो जाता है, कार्य निर्विघ्न पूरा होता है और समापन तक आर्थिक बाधाएं नहीं आतीं।

गाय के प्रति भारतीय आस्था को अभिव्यक्त करने की आवश्यकता नहीं है; क्योंकि गाय सहज रूप से भारतीय जनमानस में रची-बसी है। गोसेवा को एक कर्तव्य के रूप में माना गया है। गाय सृष्टिमातृका कही जाती है। गाय के रूप में पृथ्वी की करुण पुकार और विष्णु से अवतार के लिए निवेदन के प्रसंग पुराणों में बहुत प्रसिद्ध हैं। 'समरांगणसूत्रधार'- जैसा प्रसिद्ध बृहद वास्तु ग्रंथ गोरूप में पृथ्‍वी-ब्र्ह्मादि के समागम-संवाद से ही आरंभ होता है।

वास्तु ग्रंथ 'मयमतम्' में कहा गया है कि भवन निर्माण का शुभारंभ करने से पूर्व उस भूमि पर ऐसी गाय को लाकर बांधना चाहिए, जो सवत्सा (बछड़े वाली) हो। नवजात बछड़े को जब गाय दुलारकर चाटती है तो उसका फेन भूमि पर गिरकर उसे पवि‍त्र बनाता है और वहां होने वाले समस्त दोषों का निवारण हो जाता है। यही मान्यता वास्तुप्रदीप, अपराजितपृच्‍छा आदि ग्रंथों में भी है। महाभारत के अनुशासन पर्व में कहा गया है कि गाय जहां बैठकर निर्भयतापूर्वक सांस लेती है तो उस स्थान के सारे पापों को खींच लेती है-

नि‍विष्टं गोकुलं यत्र श्वासं मुञ्चति निर्भयम्।

विराजयति तं देशं पापं चास्यापकर्षति।।

यह भी कहा गया है कि जिस घर में गाय की सेवा होती है, वहां पुत्र-पौत्र, धन, विद्या, आदि सुख जो भी चाहिए, मिल जाता है। यही मान्यता अत्रि सं‍हिता में भी आई है। महर्षि अत्रि ने तो यह भी कहा है कि जिस घर में सवत्सा धेनु नहीं है, उसका मंगल-मांगल्य कैसे होगा?

गाय का घर में पालन करना बहुत लाभकारी है। इससे घरों में सर्व बाधाओं और विघ्नों का निवारण हो जाता है। बच्चों में भय नहीं रहता। विष्णु पुराण में कहा गया है कि जब श्रीकृष्ण पूतना के दुग्धपान से डर गए तो नंद दंपति ने गाय की पूंछ घुमाकर उनकी नजर उतारी और भय का निवारण किया। सवत्सा गाय के शकुन लेकर यात्रा में जाने से कार्य सिद्ध होता है।

पद्मपुराण और कूर्मपुराण में कहा गया है कि कभी गाय को लांघकर नहीं जाना चाहिए। किसी भी साक्षात्कार, उच्च अधिकारी से भेंट आदि के लिए जाते समय गाय के रंभाने की ध्वनि कान में पड़ना शुभ है। संतान-लाभ के लिए गाय की सेवा अच्छा उपाय कहा गया है। शिवपुराण एवं स्कंदपुराण में कहा गया है कि गोसेवा और गोदान से यम का भय नहीं रहता। गाय के पांव की धूलिका का भी अपना महत्व है।

यह पापविनाशक है, ऐसा गरूड़पुराण और पद्मपुराण का मत है। ज्योतिष एवं धर्मशास्त्रों में बताया गया है कि गोधूलि वेला विवाहादि मंगल कार्यों के लिए सर्वोत्तम मुहूर्त है। जब गायें जंगल से चरकर वापस घर को आती हैं, उस समय को गोधूलि वेला कहा जाता है। गाय के खुरों से उठने वाली धूल राशि समस्त पाप-तापों को दूर करने वाली है।

पंचगव्य एवं पंचामृत की महिमा से सर्वविदित हैं ही। गोदान की महिमा से कौन अपरिचित है! ग्रहों के अरिष्ट-निवारण के लिए गोग्रास देने तथा गौ के दान की विधि ज्योतिष ग्रंथों में विस्तार से निरूपित है। इस प्रकार गाय सर्वविध कल्याणका‍री ही है।

घर में कौन सी गाय रखनी चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर पर कामधेनु गाय की मूर्ति लगाना शुभ माना जाता है. कामधेनु गाय की मूर्ति स्थापित करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. ऐसा माना जाता है कि इसे रखने से घर के वास्तुदोष दूर होते हैं और परिवार में सौभाग्य और प्रेम बना रहता है.

घर में गाय रखने के क्या फायदे हैं?

आइए जानते है फेंगशुई के मुताबिक गाय का कौन सा प्रतीक रूप क्या फल देता है..
बछड़े का स्तनपान कराती गाय.
News Reels. माना जाता है कि बछड़े को स्तनपान करा रही गाय का शो पीस बैडरूम में रखने से संतान संबंधी समस्या दूर होती है. ... .
सिक्कों पर बैठी गाय ... .
मानसिक शांति के लिए.

हमें गाय क्यों रखनी चाहिए?

मिलती है मानसिक शांति गाय का यह गैजेट न सिर्फ मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि हमारी उचित इच्छाओं को पूरी करने में मददगार भी होता है। कामधेनु गाय का यह प्रतीक कठिन दौर व मुश्किलों से जूझने की शक्ति भी प्रदान करता है। मानसिक शांति के लिए भी इसे घर में दक्षिण-पूर्व में स्थापित करना चाहिए

घर में गाय की मूर्ति रखने से क्या होता है?

वास्तु के अनुसार, घर में कामधेनु गाय की मूर्ति लगाना शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि घर में सही दिशा में कामधेनु गाय की मूर्ति रखने से घर में सुख, समृद्धि और वैभव आता है। साथ ही परिवार के सदस्य हमेशा खुशहाल जीवन जीते हैं।