Show राजपूतों ने उनकी उत्पत्ति की व्याख्या कैसे की?श्री कर्नल जेम्स टॉड द्वारा दिए गए सिद्धांत के अनुसार राजपूतों की उत्पत्ति विदेशी मूल की थी. उनके अनुसार राजपूत कुषाण,शक और हूणों के वंशज थे. उनके अनुसार चूँकि राजपूत अग्नि की पूजा किया करते थे और यही कार्य कुषाण और शक भी करते थे. इसी कारण से उनकी उत्पति शको और कुषाणों से लगायी जाती थी.
राजपूत जाति कैसे बनी?कथा का संक्षिप्त रूप इस प्रकार है- 'जब पृथ्वी दैत्यों के आतंक से आक्रान्त हो गयी, तब महर्षि वशिष्ठ ने दैत्यों के विनाश के लिए आबू पर्वत पर एक अग्निकुण्ड का निर्माण कर यज्ञ किया। इस यज्ञ की अग्नि से चार योद्धाओं- प्रतिहार, परमार, चौहान एवं चालुक्य की उत्पत्ति हुई। भारत में अन्य राजपूत वंश इन्हीं की सन्तान हैं।
राजपूतों की उत्पत्ति का सर्वाधिक मान्य मत कौन सा है?सूर्यवंशीय और चन्द्रवंशीय मत-. गौरीशंकर हीराचन्द ओझा राजपूतों को सूर्यवंशीय और चन्द्रवंशीय बताते हैं। ... . वंशावली लेखकों ने राठौरों को सूर्यवंशी और यादवों, भाटियों एवं चंद्रावती के चौहानों को चंद्रवंशी माना है। ... . राजपूतों की उत्पत्ति से सम्बन्धित यही मत सर्वाधिक लोकप्रिय है।. राजपूत कौन थे answer?8वीं से 14वीं सदी के बीच राजपूत नाम आमतौर पर योद्धाओं के उस समूह के लिए प्रयुक्त होता था जो क्षत्रिय वर्ण के होने का दावा करते थे। राजपूत शब्द के अन्तर्गत केवल राजा और सामन्त वर्ग ही नहीं, बल्कि वे सेनापति और सैनिक भी आते थे जो पूरे उपमहाद्वीप में अलग अलग शासकों की सेनाओं में सेवारत थे।
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