मिसकैरेज के बाद क्या खाना चाहिए - misakairej ke baad kya khaana chaahie

गर्भपात यानी अबॉर्शन के बाद शारीरिक और मानसिक कमजोरी को दूर करने के लिए महिलाओं को अपने डाइट में भरपूर रूप से पोषक तत्व जैसे - प्रोटीन, आयरन, ओमेगा फैटी एसिड (हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम, अखरोट, दूध इत्यादि) को शामिल करना चाहिए. इससे वह जल्द से जल्द रिकवर हो सकती हैं. वहीं, इस दौरान कुछ चीजें, जैसे- शराब, धूम्रपान व जंक फूड से परहेज करने की जरूरत होती है.

आज इस लेख में अबॉर्शन के बाद क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इसके बारे में विस्तार से जानेंगे -

(और पढ़ें - गर्भपात के कितने दिन बाद सेक्स करें?)

मिसकैरेज किसी भी महिला के लिए दर्दनाक हादसा होता है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि वह दोबारा मां नहीं बन सकती है।   

मां बनना किसी भी महिला के जीवन का सबसे खूबसूरत पल होता है। इस दौरान बच्चे को खोना किसी भी कपल के लिए बेहद तकलीफदायक होता है। ऐसे में मिसकैरेज के बाद महिला को दूसरी बार कंसीव करने की कोशिश से भी डर लगने लगता है। जिसकी वजह से महिलाएं कई बार तनाव का शिकार हो जाती हैं। अगर आप मिसकैरेज के बाद बेबी कंसीव करना चाहती हैं, तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान देना चाहिए।

गर्भपात के बाद महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल आते हैं, जैसे कि मिसकैरेज के कितने समय बाद कंसीव करना चाहिए? इस दौरान क्या सावधानी बरतनी चाहिए? तो यह लेख यकीनन आपके लिए लाभकारी साबित होगा। इस लेख में हम आपको मिसकैरेज से जुड़े सभी तरह के सवालों के जवाब देंगे। साथ ही हेल्दी प्रेग्नेंसी कंसीव करने के टिप्स के बारे में बताएंगे। 

इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर शिखा गुप्ता से बातचीत की है। उन्होंने बताया है कि इसके कई कारण होते हैं। साथ ही उन्होंने बताया है मिसकैरेज के बाद डॉक्टर की सलाह जरूर लें। आइए इस विषय पर विस्तार से जानते हैं। 

क्या है मिसकैरेज?

pregnancy tips after miscarriage in hindi

प्रेग्नेंसी के शुरुआत के तीन से चार महीने में भ्रूण नष्ट हो जाता है, तो इसे गर्भपात कहा जाता है। मिसकैरेज होने के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए कभी भी महिला जिम्मेदार नहीं होती है। एक्सपर्ट के अनुसार 10 प्रतिशत महिलाओं का मिसकैरेज हो जाता है। 

कितने समय बाद करना चाहिए कंसीव?

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव आते हैं। वहीं मिसकैरेज का प्रभाव न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। ऐसे में गर्भपात के बाद कुछ महीनों तक आपको इंतजार करना चाहिए। मिसकैरेज के 3 से 4 महीने बाद ही कंसीव करना चाहिए। 

डॉक्टर से जरूर कराएं जांच 

pregnancy tips after miscarriage in hindi ()

मिसकैरेज के बाद आपको डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए। प्रेग्नेंसी से जुड़े सभी तरह के टेस्ट करवाने चाहिए, ताकि मिसकैरेज का कारण पता चल जाए। कई बार मिसकैरेज के दौरान ओवरी में प्लेसेंटा के टुकड़े छूट जाते हैं, वहीं कुछ महिलाएं का ज्यादा ब्लड लॉस हो जाता है। ऐसे में आपको कंसीव करने में अधिक समय लग सकता है। रिकवरी के दौरान अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दें। (प्रेग्नेंसी हेल्दी डाइट)

मिसकैरेज के बाद कंसीव करना कितना आसान?

मिसकैरेज किसी भी महिला के लिए बेहद दर्दनाक समय होता है। वह न केवल अपने बच्चे को खोती है बल्कि इसका असर सेहत पर भी पड़ता है। ऐसे में दूसरी बार मां बनने को लेकर महिलाएं चिंता में रहती हैं। लेकिन अगर आप सावधानी बरतेंगी तो यह समस्या नहीं होगी। आप आसानी से कंसीव कर लेंगी। एक्सपर्ट के अनुसार मिसकैरेज के बाद अधिकतर महिलाएं 3 महीने के अंदर दूसरी बार कंसीव कर लेती है। (तनाव कैसे कम करें)

इसे जरूर पढ़ेंः जानिए मिसकैरिज से जुड़े कुछ मिथ्स की क्या है सच्चाई

मिसकैरिज के बचाव के उपाय 

  • मिसकैरेज से बचाव के लिए आप अपने स्वास्थ्य पर खास ध्यान दें। 
  • अगर आपको डायबिटीज है, तो आप इसे कंट्रोल रखें। 
  • मिसकैरेज के बाद कंसीव करने से पहले शरीर की जांच जरूर कराएं। 
  • अपना वेट मेंटेन रखें। कई बार अधिक वजन की वजह से भी मिसकैरेज हो जाता है। 
  • हेल्दी डाइट जरूर लें। बच्चे के विकास और हेल्दी प्रेग्नेंसी कंसीव करने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन जरूर करें। 

तनाव कम करने के लिए योग करें 

pregnancy tips after miscarriage in hindi ()

मिसकैरेज के बाद महिलाएं अधिक तनाव ले लेती हैं। कई बार ज्यादा तनाव की वजह से दूसरी बार मां बनने में परेशानी आने लगती है। ऐसे में तनाव को कम करने के लिए रोजाना 20 मिनट तक योग करना चाहिए। माना जाता है कि योग करने से तनाव कम होता है, जिससे आप फिर से मां बनने का सुख भोग सकती हैं।  (प्रेग्‍नेंसी के दौरान चाइनीज फूड खाना चाहिए या नहीं)

शराब और स्मोकिंग से रहें दूर 

डॉक्टर शिखा गुप्ता के अनुसार अक्सर महिलाएं मिसकैरेज के बाद शराब और स्मोकिंग करना शुरू कर देती हैं। जिससे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं और साथ ही प्रजनन क्षमता पर भी इसका असर पड़ता है। इसलिए दोबारा कंसीव करने के लिए शराब और स्मोकिंग से दूर रहें।

उम्मीद है कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें कमेंट कर जरूर बताएं और जुड़े रहें हमारी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।

Image Credit: freepik

क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?

बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें

Her Zindagi

Disclaimer

आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।

मिसकैरेज के बाद कितने दिन आराम करना चाहिए?

गर्भपात होने के बाद महिला को 15 से 30 दिन तक पूरा आराम करना चाहिए। एक महीने तक शारीरिक संबंध न बनाए।

गर्भपात के बाद जल्दी ठीक होने के लिए क्या खाएं?

ऐसे में आप एवोकाडो, बादाम, अखरोट आदि का सेवन कर सकते हैं. अबॉर्शन के बाद शरीर में कैल्शियम की भी कमी हो जाती है. ऐसे में महिलाओं को उन चीजों का सेवन करना चाहिए, जिसके अंदर भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है. ऐसे में आप हरी पत्तेदार सब्जियां, टोफू, सूखे मेवे, सीफूड, दूध, डेयरी उत्पाद आदि का सेवन कर सकते हैं.

मिसकैरेज के बाद अपना ख्याल कैसे रखें?

गर्भपात के बाद खुद का ख्याल कैसे रखें — How To Take Care Of Yourself After Miscarriage in Hindi — Garbhpaat Ke Baad Khud Ka Khyaal Kaise Rakhen.
ज्यादा से ज्यादा आराम करें.
हर 4-5 घंटे के बाद पैड बदलें.
सामान्य ब्लीडिंग से न खबराएं.
योनि और उसके आसपास सफाई का ध्यान रखें.
अपनी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें.

गर्भपात के लिए क्या नहीं खाना चाहिए?

हानिकारक भोजनों में अपाश्च्युरीकृत यानि कच्चा दूध, कच्चा या अधपका मांस और अंडें, कच्चा समुद्री भोजन, अत्याधिक कैफीन और शराब।