मासिक धर्म जल्दी क्यों आता है? - maasik dharm jaldee kyon aata hai?

महिलाओ में पीरियड्स एक सामान्य मासिक प्रक्रिया है, जिसका चक्र आमतौर पर 28-30 दिन का होता है। लेकिन कई बार कुछ प्राकृतिक-अप्राकृतिक वजहों से ये चक्र घटता बढ़ता रहता है, यानी कई बार पीरियड्स अपने सामान्य समय से पहले ही आ जाते हैं, तो कई बार डेट के कई दिनों या सप्ताह बाद तक नहीं आते हैं, जिससे कई बार लड़कियां घबरा जाती हैं। कुछ घरों में अभी भी लड़कियां पीरियड्स पर खुलकर बात नहीं कर पाती हैं इसलिए ऐसी समस्या होने पर अक्सर उन्हें घबराहट, बेचैनी होती है। लेकिन सच यही है कि पीरियड्स की अवधि घटती-बढ़ती रहती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक पीरियड्स 23 से 35 दिनों के भीतर कभी भी हो सकता है। इन्हें ही अनियमित पीरियड्स (Irregular Periods) की समस्या कहा जाता है। हालांकि कई बार ये समस्या हार्मोन्स में बदलाव के कारण भी हो सकती है। मगर ज्यादातर मामलों में कुछ छोटी-छोटी आदतें और बातें पीरियड्स में गड़बड़ी का कारण बनती हैं। आइए आपको बताते हैं क्या हैं वे।

मासिक धर्म जल्दी क्यों आता है? - maasik dharm jaldee kyon aata hai?

1. तनाव

कई बार महिलाओं को तनाव व चिंता के कारण स्‍ट्रेस हार्मोन पर सीधा असर पड़ता है। जिसके कारण एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन (दो सेक्‍स हार्मोन) की शरीर में उत्‍पत्‍ति पर असर होता है। अगर खून की धारा में स्‍ट्रेस हार्मोन बढ़ जाता है जिससे आपकी पीरियड की डेट पर असर पड़ेगा।

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2. कैफीन

कैफीन का ज्यादा सेवन कुछ महिलाओं में जल्दी पीरियड होने का कारण हो सकता है। कॉफी, सोडा, चाय और चॉकलेट का ज्यादा सेवन से महिलाओं में हार्मोन पर असर होता है। कैफीन के ज्यादा सेवन से इस्ट्रोजेन नामक हार्मोन बढ़ जाते हैं जो कि जल्द पीरियड होने की वजह है।

3. अस्वस्थ खान-पान

कई बार अस्वस्थ खान-पान के कारण शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिलते हैं नतीजा वजन बढ़ना, शरीर पर चर्बी जमा होना। अत्यधिक वजन बढ़ने और घटने के कारण भी महिलाओं में यह समस्या देखने को मिलती है।

4. एल्कोहल

ज्‍यादा शराब पीने वाली महिलाओं के हार्मोन पर असर पड़ता है। हमारा लीवर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन को संतुलित करता है। ज्‍यादा शराब पीने से लीवर डैमेज हो सकता है और इससे दोनों हार्मोन के बीच संतुलन बिगड़ सकता है। जिसकी वजह से जल्द पीरियड होने की संभावना बढ़ जाती है।

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5. अत्‍यधिक व्‍यायाम

माहावारी के लिये हमारे शरीर को शक्‍ति चाहिये और अगर इसी शक्‍ति को आप जिम में जा कर बर्न कर देती हैं, तो शरीर के पास म‍हीने के इन दिनों में कुछ भी यूज करने के लिये नहीं रहेगा। अचानक वजन कम होना या बढ़ना हार्मोन में परिवर्तन कर देता है।

6. ओवरी में समस्या  

ओवरी में सिस्‍ट और किसी अन्य प्रकार की समस्या के कारण पीरियड जल्दी होने लगता है। हार्मोन में जरा सा भी बदलाव मासिक धर्म चक्र पर तुरंत असर डालता है। मासिक धर्म में अनियमितता के कारण चेहरे पर बाल उग आना, मुंहासे होना, पिगमेंटेशन, यौन इच्छा में अचानक कमी आ जाना, गर्भधारण में मुश्किल होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

7. दवाइयां

अगर आप हाल ही में किसी बीमारी से ग्रस्त हो चुकी हैं और इसकी वजह से आपको दवाइयां लेनी पड़ी थीं। तो हो सकता है कि इसका असर आपके पीरियड भी पड़ें। इससे आपके पीरियड्स कुछ दिनों पहले या बाद में हो सकते हैं। ऐसा इसलिये क्‍योंकि कुछ दवाइयां एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के लेवर पर असर डालती हैं।

1. यदि कोई महिला प्रेग्नेंट है, तब उसके शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे कई बार पीरियड अनियमित हो जाते है और फिर आना बंद हो जाते है।

2. यदि कोई महिला अधित तनाव में हो, तब भी इसका सीधा मासिक चक्र पर पड़ता है। तनाव की वजह से खून में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाता है और इस कारण या तो पीरियड बहुत लंबे या बहुत छोटे हो सकते है।

3. यदि कोई महिला बर्थ कंट्रोल पिल्स ले रही हैं, तब ये भी पीरियड्स अनियमित हो सकते है।

4. जब किसी महिला के शरीर में हार्मोन असंतुलन हो गए हो, तब भी ऐसा हो सकता है।

5. कई बार बीमारी के दौरान ली गई दवाइयां भी हार्मोनस पर प्रभाव डालती है जिस कारण पीरियड देरी से या जल्दि आ सकते है।

हर महीने समय पर पीरियड्स आना महिला स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। वहीं आपने कई महिलाओं को पीरियड्स लेट आने की शिकायत करते सुना होगा। लेकिन अगर आपको समय से पहले यानि एक महीना पूरा होने से पहले ही पीरियड्स आ गए हैं तब भी आपके लिए यह एक दुविधा की बात हो सकती है। लेकिन आपको बता दें कि कभी-कभी मासिक धर्म की तारीख ऊपर-नीचे होना बड़ी परेशानी की बात नहीं है। लेकिन यदि अक्सर आपको यह समस्या रहती है तो चिकित्सक से सलाह अवश्य ले लें। तो अब आइए जानते हैं समय से पहले पीरियड्स आने के क्या मुख्य कारण हो सकते हैं...

किशोरावस्था के लेकर गर्भावस्था तक महिलाओं के जीवन में शारीरिक और मानसिक तौर पर काफी कुछ घटित होता है। मासिक धर्म चक्र भी इन्हीं प्रक्रियाओं का हिस्सा है। किसी को तीन दिन पीरियड्स होते हैं, तो किसी को 7, ये हर महिला की शरीरिक बनावट के हिसाब से बदलते रहते हैं। कुछ महिलाओं के पीरियड्स अनियमित होते हैं। जबकि कुछ को पीरियड्स जल्दी होने की समस्या से जूझना पड़ता है।

अगर एक बार पीरियड्स जल्दी हो जाएं तो यह चिंता की बात नहीं है। पर अगर यह लगातार हो रहा है तो यह आपके लिए स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी संकेत हो सकते हैं। आपका मासिक धर्म चक्र आपकी वर्तमान पीरियड्स के पहले दिन से शुरू होता है। इसकी समाप्ति अगले पीरियड्स के पहले दिन होती है। औसतन, एक चक्र 21 से 39 दिनों के बीच होता है। इसलिए आपके द्वारा ब्लीड किए जाने वाले दिनों की संख्या भी अलग-अलग होती है।

अगर आपकी पीरियड्स साइकिल या चक्र 21 दिनों की है, तो यह एक चिंताजनक बात है और आपको इस बदलाव को नज़रंदाज़ नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये आपके शारीरिक स्वास्‍थ्‍य के बारे में बहुत कुछ बताता है।

यहां हैं जल्‍दी पीरियड्स आने के लिए जिम्‍मेदार 9 कारण  

1. प्रीमेनोपॉज़

जैसा कि नाम से पता चलता है, यह रजोनिवृत्ति से पहले के पीरियड्स हैं। आम तौर पर ये मध्य-चालीसवें या बाद के वर्षों में शुरू होता है। ज्यादातर मामलों में चार साल तक चलता है। इस समय के दौरान, हार्मोन के स्तर में भारी उतार-चढ़ाव देखा जाता है। जिससे हर महीने ओव्यूलेशन नहीं हो सकता। इससे अनियमित या समय पूर्व पीरियड्स हो सकते हैं।

मेनोपॉज के साथ कई तरह की समस्‍याएं भी हो सकती हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक

कुछ मामलों में, महिलाओं को योनि का सूखापन या चिड़चिड़ापन भी अनुभव होता है।

2. इंटेंस एक्सरसाइज

आप सोच सकती हैं कि जिम में कसरत करना आपके शरीर की मदद कर रहा है। पर, हर चीज में संतुलन की जरूरत होती है। बहुत जोरदार व्यायाम आपके पीरियड्स को रोक सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जो एथलीटों में सबसे अधिक देखी जाती है।

यहां तक ​​कि अगर पीरियड्स बंद नहीं होते हैं, तो यह जल्दी पीरियड्स होने का कारण बनता है। क्योंकि उचित ऊर्जा के बिना, आपका शरीर सामान्य तरीके से ओव्यूलेट करने के लिए पर्याप्त मात्रा में हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाएगा।

3. वजन में उतार-चढ़ाव

ज्यादातर मामलों में, आपके पीरियड में कोई भी बदलाव आपके वजन से जुड़ा होता है। चाहे, तेजी से वजन घट रहा हो या बढ़ रहा हो, आपके हार्मोन पर प्रभाव डाल सकता है। जब ऐसा होता है, तो आपके पीरियड्स प्रभावित हो जाते हैं। जिससे आपको समय से पहले ही माहवारी हो सकती है।

वजन बढ़ना और घटना दोनों ही पीरियड्स को प्रभावित करते हैं। चित्र : शटरस्‍टॉक

4. तनाव

तनाव के बारे में बात किये बिना कोई भी सूची कैसे पूरी हो सकती है?आपके तनाव का स्तर आपके हार्मोन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। जिससे अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं। कारण कोई भी हो, खुद को तनाव मुक्त करने के तरीके खोजें।

5. हार्मोनल बर्थ कंट्रोल

गर्भनिरोधक गोलियों में मौजूद हार्मोन, ओव्यूलेशन और आपके पीरियड्स पर सीधा प्रभाव डालते हैं। यदि आप नियमित रूप से गर्भनिरोधक गोलियां लेती हैं, तो आपकी अगले पीरियड का समय इस बात पर निर्भर करेगा कि आपके चक्र के दौरान आपने गोलियां लेना कब शुरू किया था।

हॉर्मोनल पिल्स से बेहतर है स्परमिसाइडल क्रीम।चित्र- शटरस्टॉक।

इसके अलावा, अंतर्गर्भाशयी उपकरणों जैसे विकल्प भी मासिक धर्म चक्र अनियमितताओं का कारण बन सकते हैं, लेकिन केवल शुरुआती दो से तीन महीनों में।

6. पीसीओएस

पीरियड्स जल्दी होने के लिए एक और कारण पीसीओएस या पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम है, जो प्रत्येक 10 महिलाओं में 1 को प्रभावित करता है। वास्तव में, यह बहुत सी महिलाओं में अनियंत्रित हो जाता है। जब तक कि वे बेबी प्‍लान नहीं करते। पीसीओएस के कुछ सबसे सामान्य लक्षणों में अनियमित पीरियड्स, मिस्ड पीरियड्स, मुंहासे, वजन बढ़ना और शरीर पर अत्यधिक हेयर ग्रोथ शामिल हैं।

7. एंडोमेट्रियोसिस

यह मासिक धर्म विकार तब होता है जब ऊतक जो आपके गर्भाशय को लाइन करता है वह गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगता है। इस स्थिति में, महिलाएं केवल अनियमित पीरियड्स से नहीं गुजरती हैं, बल्कि मासिक धर्म में गंभीर ऐंठन, पीठ के निचले हिस्से में दर्द और सेक्स के दौरान दर्द का अनुभव करती हैं।

8. अनियंत्रित मधुमेह

जब मधुमेह का समय पर निदान नहीं किया जाता है, तो रक्त शर्करा का स्तर सामान्य से बहुत अधिक होता है। 2011 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि टाइप 2 मधुमेह वाली महिलाओं में अनियमित पीरियड्स थे।

डायबिटीज करती है पीरियड्स को प्रभावित। चित्र: शटरस्‍टाॅक

9. थायराइड की बीमारी

यह माना जाता है कि आठ में से एक महिला को अपने जीवनकाल में थायरॉयड की समस्या होगी। जब थायरॉयड ग्रंथि ठीक से काम नहीं करती है, तो आपका चयापचय और मासिक धर्म चक्र अनियंत्रित हो जाता है। ज्यादातर मामलों में, पीरियड्स सामान्य से काफी हल्के होते हैं और जल्दी आते हैं। अप्रत्याशित रूप से वजन बढ़ना या कम होना भी इसका एक कारण है।

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पीरियड जल्दी आने की वजह क्या है?

कई वजहों से जल्दी आ सकते हैं पीरियड्स इसके अलावा वजन बढ़ना भी आपके पीरियड्स को भी प्रभावित कर सकता है। हार्मोनल असंतुलन, गर्भनिरोधक गोलियां, संक्रमण से भी पीरियड्स में देरी हो सकती है। बहुत अधिक तनाव, चिंता और दवाएं भी आपके पीरियड्स के टाइम में देरी का कारण बन सकते हैं।

1 महीने में दो बार पीरियड आए तो क्या करना चाहिए?

पूरा पढ़ेंअसामान्य पीरियड्स से बचने के लिए क्या करें?- -हेल्दी लाइफस्टाइल को मेंटेन रखें। -व्यायाम, पौष्टिक आहार और पर्याप्त नींद को रूटिन में जरूर शामिल करें। -स्ट्रेस दूर करने के लिए योग और मेडिटेशन के साथ अपने डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं। -बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन डॉक्टर के बताए अनुसार ही करें।

20 दिन में पीरियड आने का क्या कारण है?

आपके वजन में परिवर्तन आपके पीरियड्स को प्रभावित कर सकता है। यदि आप अधिक वजन वाले या मोटे हैं, तो वजन कम करने से आपकी अवधि को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है । वैकल्पिक रूप से, अत्यधिक वजन घटाने या कम वजन के कारण अनियमित माहवारी हो सकती है ।

मुझे मेरा पीरियड एक सप्ताह जल्दी हो गया इसका क्या मतलब है?

पीसीओएस के अलावा भी पीरियड्स जल्दी आने के और भी कई कारण हो सकते हैं। अगर आप घर या ऑफिस के कामों की वजह से बहुत अधिक तनाव महसूस करती हैं तो, इससे आपके हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ सकता है। जिसके चलते आपके पीरियड्स का साइकल या चक्र भी प्रभावित हो सकता है और आपके पीरियड्स जल्दी या देर से शुरु हो सकते हैं।