मन न लगने का क्या कारण है? - man na lagane ka kya kaaran hai?

Show

लाइलाज नहीं है डिप्रेशन और कम उम्र में भी हो सकती है इसकी समस्या, जानें इसके लक्षण और बचाव

डिप्रेशन लाइलाज नहीं बस जरूरत है तो इसे समझकर संभलने की और दूसरी बात कि कम उम्र में भी लोग हो सकते हैं इसका शिकार। जानें इसके लक्षण और बचाव।

डिप्रेशन एक ऐसी प्रॉब्लम है जिससे बहुत सारे लोग जूझ रहे होते हैं लेकिन लोगों द्वारा इस बीमारी को सीरियस न लिए जाने और पागल की कैटेगरी में रखे जाने की वजह से वो इस बारे में किसी से भी डिस्कस करने से कतराते हैं। डिप्रेशन कई बार थोड़े समय के लिए ही रहता है, लेकिन कई बार यह भयानक रूप ले लेता है। यह स्थिति तब पैदा होती है जब हम जीवन के हर पहलू पर नकारात्मक रूप से सोचने लगते हैं और जब यह स्थिति चरम पर पहुंच जाती है तो व्यक्ति को अपना जीवन बेकार लगने लगता है। जब दिमाग को पूरा आराम नहीं मिलता और उस पर हमेशा एक दबाव बना रहता है तो समझिए कि तनाव ने आपको अपनी चपेट में ले लिया है।

डिप्रेशन से उम्र का नहीं कोई रिश्ता

जी हां, अगर आपको लगता है कि डिप्रेशन कम उम्र में नहीं हो सकता तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं। पढ़ाई, करियर, रिलेशनशिप जैसी कई चीज़ें इस उम्र में तनाव की वजह बन सकती हैं। कम उम्र में ज्यादा तनाव लेने वालों में आगे चलकर यह और भी ज्यादा सीरियस हो जाता है।

तनाव के कारण शरीर में कई हार्मोन का स्तर बढ़ता जाता है, जिनमें एड्रीनलीन और कार्टिसोल प्रमुख हैं। लगातार तनाव की स्थिति अवसाद में बदल जाती है। अवसाद एक गंभीर स्थिति है। हालांकि यह कोई रोग नहीं है, बल्कि इस बात का संकेत है कि आपका शरीर और जीवन असंतुलित हो गया है। अवसाद को मानसिक बीमारी माना जाता है मगर इसके लक्षण आपको बाहर से भी दिखाई देते हैं। आइए आपको बताते हैं अवसाद के लक्षणों के बारे में।

नकारात्मकता

अवसाद एक तरह से व्यक्ति के दिमाग को प्रभावित करता है। इसके कारण व्यक्ति हर समय नकारात्मक सोचता रहता है। जब यह स्थिति चरम पर पहुंच जाती है तो व्यक्ति को अपना जीवन निरूद्देश्य लगने लगता है। इसके अलावा हमेशा हीन भावना से ग्रस्त होना अवसाद का मुख्य लक्षण हो सकता है।

किसी काम में मन न लगना

अवसाद का सबसे प्रमुख लक्षण यही है कि व्यक्ति हर समय परेशान रहता है और उसका किसी काम में मन नहीं लगता है। सामान्य उदासी इसमें नहीं आती लेकिन किसी भी काम या चीज में मन न लगना, कोई रुचि न होना, किसी बात से कोई खुशी न होनी, यहां तक गम का भी अहसास न होना अवसाद के लक्षण हैं।

कैसे करें बचाव

किसी भी चीज़ की उतनी ही टेंशन लें जिससे आपके रातों की नींद, दिन का सुकून न छीन जाए, फिर चाहे वह काम हो, रिलेशनशिप या फिर करियर। अगर आपका ऊपर दिए गए कोई भी लक्षण खुद में नजर आएं  तो बेझिझक होकर अपने फैमिली, फ्रेंडस से बात करें। जरूरत हो तो डॉक्टर की भी मदद लें। ध्यान रहें डिप्रेशन लाइलाज नहीं है बस वक्त रहते इसे पहचानकर संभलना जरूरी है।  

Pic credit- Freepik

Edited By: Priyanka Singh

काम धंधे में मन नहीं लगता तो क्या करे : Man lagane ka sahi tarika :  मन नहीं लग रहा क्या करें ? काम में मन कैसे लगाएं ?काम में मन कैसे लगाया जाता है ? जब हम कोई भी काम Work करते हैं, तो उसमें हमें असफलताप्राप्त होती है, क्योंकि हम उस काम को पूरे मन से नहीं करते हैं. जिस काम को हम मन लगाकर करते हैं, हमें उसमें सफलता अवश्य Important प्राप्त होती है .

इसलिए अगर हमें किसी काम में सफलता प्राप्त करनी है, तो हमें उसमें अपना पूरा मन लगाना होगा. काम में मन लगाने के लिए क्या करे ?काम में मन न लगे तो क्या करें ?

और अगर आपका काम करने में मन नहीं लगता है, तो आपको तुरंत उस काम को छोड़ देना चाहिए, साथ ही आपको कुछ ऐसा करना चाहिए, जिसमें आपका मन लगता हो और जिसे करने में आपको खुशी Happiness महसूस होती हो. आज के इस आर्टिकल Artical में हम जानेंगे कि,जब काम करने में मन ना लगे तो क्या करें.

आजकल कि बिजी लाइफ स्टाइलमें कई लोगों की यह शिकायत रहती है कि हमारा काम करने में मन नहीं लगता है और वह ऐसा क्या करें जिससे उनका काम करने में मन लगे . आप भी जहां पर काम करते होंगे वहां पर आपने ऐसे कई लोगों को देखा होगा जो अपने काम को पूरे मन से नहीं करते हैं, यहां तक कि आपका खुद भी कभी-कभी किसी काम को करने को मन नहीं करता होगा .

मन न लगने का क्या कारण है? - man na lagane ka kya kaaran hai?

आपको बता दें कि, काम में मन ना लगने के दो कारण होते हैं पहला यह कि आपका मन उस काम को करने के लिए नहीं मानता है और दूसरा यह कि जब आप किसी एक काम को ही काफी दिन से करते आ रहे हैं, तो आपको वह काम बोरिंग लगने लगता है.

क्योंकि आपको यह पता होता है कि, मुझे वही काम करना है और उस काम को करने में कुछ भी नया नहीं करना है. इस प्रकार धीरे-धीरे आपका अपने काम से मन हटने लगता है और आपका काम में मन नहीं लगता है, आइए जानते हैं कि Jab Kaam me man na lage to kya kare ?

काम धंधे में मन नहीं लगता तो क्या करे | काम में मन ना लगे तो क्या करें ?

यह समस्या कई लोगों को होती है और जब उनका काम में मन नहीं लगता है तो कभी-कभी उन्हें अपने मालिक से डांट फटकार भी सुनने को मिलती है. इसीलिए काम में मन लगाने के लिए आपको नीचे दिए गए उपायों को आजमाना चाहिए.

1. काम में मन लगाने के लिए अपना टाइम टेबल बदलें

इस दुनिया में विभिन्न प्रकार के लोग अलग-अलग काम करते हैं. कोई किसी कंपनी में नौकरी करता है, तो कोई अपना खुद का बिजनेस करता है, तो ऐसे में होता यह है कि लोग अपना काम तो करते हैं परंतु वह अपना काम सही प्रकार से नहीं करते हैं.

यानी कि जिस प्रकार काम को एक सिस्टम के तहत किया जाता है,उस प्रकार नहीं करते हैं और ना ही वह अपने काम का कोई टाइम टेबल बनाते हैं. जब वह बिना टाइम टेबल के अपने काम को करते हैं, तो उनके काम में कई परेशानियां आने लगती हैं और धीरे-धीरे उनका उस काम को करने में मन ही नहीं लगता है.

तो इस समस्या से बचने के लिए आपको अपने काम का टाइम टेबल बनाना चाहिए. टाइम टेबल का निर्माण करने से आप अपने काम के प्रति अलर्ट रहेंगे, क्योंकि आपको यह पता रहेगा कि, आपको किस समय पर कौन सा काम करना है.

2. अपने काम से छुट्टी ले 

जब आपका काम करने में मन ना लगे, तब आपको थोड़े समय के लिए अपने काम से ब्रेक ले लेना चाहिए और इसका सबसे आसान उपाय यही है कि, आपको कुछ समय के लिए छुट्टी लेकर अपनी फैमिली या दोस्तों के साथ कहीं पर घूमने जाना चाहिए या फिर अपनी फैमिली के साथ समय बिताना चाहिए.

साथ ही अपने बच्चों की देखभाल करनी चाहिए. जब आप ऐसा करेंगे, तो आपके दिमाग में से काम का टेंशन कम हो जाएगा,जिसके कारण आपका दिमाग बिल्कुल फ्रेश हो जाएगा और आप अपने आपको एकदम तरोताजा महसूस करेंगे.

छुट्टी खत्म होने के बाद जब वापस आप अपने काम पर जाएंगे, तब आपको अपने काम को करने में धीरे-धीरे मन लगने लगेगा,क्योंकि यह बात तो सही है कि किसी भी एक काम को लगातार करने पर हमें बोरियत महसूस होने लगती है.

3. काम धंधे में मन लगाने के लिए अपने काम के अलावा मनोरंजन भी करें

हम जो काम करते हैं उसे हम काफी दिनों से करते हैं फिर चाहे वह काम हमें पसंद हो या ना हो. वैसे देखा जाए तो यह बात सही है कि कोई भी इंसान काम करना ही नहीं चाहता. हम सभी आराम करना चाहते हैं परंतु हमारे ऊपर विभिन्न प्रकार के दबाव होते हैं, साथ ही आर्थिक रूप से मजबूतबनने के लिए हमें काम करना ही पड़ता है फिर चाहे आपका मन हो या ना हो.

परंतु जैसा कि आप जानते हैं कि अपनी आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए और अपना घर परिवार अच्छे से चलाने के लिए आपको काम करना ही पड़ेगा, फिर चाहे आपकी इच्छा हो या ना हो.

इसलिए आप अपने काम में मन लगाने के लिए एंटरटेनमेंट Entertainment का सहारा ले सकते हैं.

जब भी कभी आपकाकाम में मन ना लगे तो आपको 5 मिनट का ब्रेक लेकर अपना मनपसंद गाना सुनना चाहिए या फिर आप कोई फनी वीडियो देख सकते हैं.

इसके अलावा भी आप अपनी मर्जी के काम कर सकते हैं. ऐसा करने से जब कुछ देर के लिए आपके मन से काम का प्रेशर हट जाएगा, तो आपका दिमाग तरोताजा हो जाएगा और ब्रेक लेने के बाद आप फिर से अपना काम करेंगे, तो आपको कुछ नया सा महसूस होगा.

4. अपने काम करने का तरीका बदले

कई काम ऐसे होते हैं, जो हम काफी सालों से एक ही विधि से करते आते हैं. मान लीजिए कि आपके दादा जी ने कोई दुकान लगाई थी और उस दुकान को आपके पिताजी ने भी ठीक उसी प्रकार आगे बढ़ाई जैसे आपके दादा ने बढ़ाई थी और जब उस दुकान को संभालने की बारी आपकी आती है तो आप भी जब अपने दादाजी और अपने पिताजी के तरीके से ही दुकान का काम करते हैं.

तो कुछ दिनों तक तो आपको अच्छा लगता है, परंतु उसके बाद आपको वह काम करने में मन नहीं लगता है. इसलिए आपको अपने काम को करने के लिए कोई ऐसा तरीका निकालना चाहिए, जिससे आपका अपने काम में अच्छे से मन लगे और आपको उसमें सफलता भी प्राप्त हो.

5. काम धंधे में मन नहीं लगता तो कंही घूमने के लिए जाये 

जिस प्रकार किसी एक ही जगह पर पड़ा हुआ पानी धीरे-धीरे सड़ने लगता है, उसी प्रकार जब हम किसी एक जगह पर रहते हैं, तो हमारा दिमागभी इतना ज्यादा बोर हो जाता है कि हमारा उस जगह पर और उस काम को करने में मन नहीं लगता है. ऐसे में इस अवस्था से बचने के लिए आपको कुछ दिन के लिए अपने परिवार के साथ कहीं टूर पर चले जाना चाहिए.

आपको कुछ दिन के लिए ऐसे स्थान पर जाना चाहिए, जहां पर आपको नेचुरल ब्यूटी Natural beauty देखने को मिले.

ऐसा करने से आपका दिमाग काम की टेंशन से मुक्त हो जाता है और आपका दिमाग बिल्कुल फ्रेश हो जाता है. जब आप कहीं पर घूमने के लिए जाते हैं, तो आपको नई नई चीजें देखने को और सीखने को मिलती है. इस प्रकार आपकी बैटरी फुल चार्ज होता है और जब आप वापस अपने काम पर लौटते हैं तो आपका काम करने में मन लगने लगता है.

6. काम में मन लगाने के लिए लोगो से बात करे 

अगर आप ऑफिस जाते हैं या फिर आप अपने बिजनेस पर जाते हैं और आपका काम करने में मन नहीं लग रहा है, तो ऐसे में आपको एक तरीका यह अपनाना चाहिए कि आपको ऐसे लोगों से बात करनी चाहिए. जो थोड़े हसमुख मिजाज के होते हैं.

मन न लगने का क्या कारण है? - man na lagane ka kya kaaran hai?

क्योंकि हसमुख मिजाज के लोगों से बात करने से आपको काफी खुशी महसूस होती है, क्योंकि हसमुख मिजाज वाले लोग कॉमेडियन होते हैं. और इनकी बातों को सुनने के बाद आपको हंसी अवश्य आएगी, जिसके कारण आपका माइंड फ्रेश हो जाएगा.

यह एक आजमाया हुआ तरीका है, इसीलिए आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके बाद वापस अपने काम को करने जाएं. ऐसा करने से आपका काम करने में मन लगने लगेगा.

7. काम धंधे में मन लगाने के लिए अपने पसंद का काम चुने 

जब इंसान को अपनी मर्जी का काम करने को नहीं मिलता है, तब वह उस काम को पूरे मन से नहीं करता है, क्योंकि हर इंसान बचपन से कोई ना कोई सपना देखता है कि, मुझे बड़ा होकर यह बनना है या फिर बड़ा होकर मुझे यह करना है.

परंतु आपको बता दें कि हम जो सोचते हैं हमेशा वही हो यह आवश्यक नहीं है, क्योंकि अगर ऐसा होने लगे तो लोग करोड़पति बन जाए, क्योंकि सभी यही सोचते हैं कि मेरे पास बहुत सारे पैसे हो.

ऐसे में अगर आपको कोई ऐसा काम मिलता है, जिसमें आपका मन नहीं लगता है, तो आपको उस काम को छोड़ देना चाहिए और आपको अपनी पसंद का काम ढूंढने का प्रयास करना चाहिए. जब आपको अपनी पसंद का काम मिल जाएगा. तब आप उसे पूरे मन से करेंगे और आप उस काम को करने में अपना 100% देंगे.

मन न लगने का क्या कारण है? - man na lagane ka kya kaaran hai?

यदि इन 7 नियमो और तरीकों का आप ध्यान रखते है तो अगर आपका काम धंधे में मन नहीं लगता है तो मन लगने लगेगा और उस काम को करने में मजा भी आएगा .

डिप्रेशन के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?

डिप्रेशन क्या है?.
दिन भर और खासकर सुबह के समय उदासी..
लगभग हर दिन थकावट और कमजोरी महसूस करना।.
स्वयं को अयोग्य या दोषी मानना।.
एकाग्र रहने तथा फैसले लेने में कठिनाई होना।.
लगभग हर रोज़ बहुत अधिक या बहुत कम सोना।.
सारी गतिविधियों में नीरसता आना।.
बार–बार मृत्यु या आत्महत्या के विचार आना।.

मन न लगे तो क्या करना चाहिए?

जब मन भटके ओर कार्य मकीन मन नहीं लगे तो सबसे कारगर तरीका है , meditation . अध्यात्म को अपने जीवन में शामिल कीजिये । अध्यात्म के साथ साथ हलका फुलका व्यायाम भी करने से भी चित्त स्थिर होता है।

डिप्रेशन में दिमाग में क्या होता है?

डिप्रेशन (Depression) एक ऐसी समस्या है जिसे समय पर पहचानना और सही इलाज जरूरी है. यह एक मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) संबंधी विकार है, जिसमें लगातार उदासी और दैनिक गतिविधियों में रुचि या खुशी न रहना, बुरा महसूस करना, किसी भी चीज से लगाव न होना, चिड़चिड़ापन, अपराधबोध जैसे लक्षण नजर आते हैं.

मेरा मन क्यों नहीं लगता है?

अगर बहुत दिन तक भी आपका मन काम में नहीं लग रहा है तो फिर ये जानने की कोशिश करें कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। क्या काम आपके लिए नहीं है या इसे करने में आपको कोई असुविधा हो रही है। हो सकता है कि जो काम कर रहे है वो आपकी पसंद का ना हो। सोचे और फिर सही निर्णय ले।