Mendal Ka Pratham NiyamGkExams on 28-12-2018 Show
मेंडल के नियम अथवा वंशागति के सिद्धांत 1. प्रभाविता का नियम ⦁ मेंडल का एकल संकरण प्रयोग- जब पौधों में एक जोड़ी विपर्यासी लक्षण को ध्यान में रखकर उनके मध्य क्रॉस करवाया जाता है तो उसे एकल संकरण प्रयोग कहते है । प्रथम द द्वितीय नियम एकल संकरण क्रॉस पर आधारित है । उदा. शुद्ध लंबा व बौने पौधे के मध्य संकरण प्रथम पीढ़ी से प्राप्त पौधों के मध्य संकरण करवाने पर द्वितीय पीढ़ी प्राप्त होती है । मेंडल ने जब मटर के शुद्ध लंबे (TT) व शुद्ध बौने (tt) पौधों के मध्य संकरण कराया तो प्रथम पीढ़ी में सभी पौधे लंबे प्राप्त हुए । और जब मेंडल ने प्रथम पीढ़ी से प्राप्त पौधों में स्वपरागण होने दिया तो प्राप्त द्वितीय पीढ़ी में 75% पौधे लंबे व 25% पौधे बौने प्राप्त हुए । इससे उसे पता चला कि लक्षण प्रभावी व अप्रभावी होते है । प्रभावी कारक T , अप्रभावी कारक t को प्रकट नहीं होने देता ।
सम्बन्धित प्रश्नComments Harvesh shakya on 12-11-2022 Mental ne matar ka paudha hi kiu chuna Sudhanshu on 09-11-2022 DNA aur RNA mein kya Antar hai Rahul singh on 02-10-2022 kya hota h Ajay Kumar on 15-09-2022 Mendal ke niyam Mandal ke niyam ka udhara on 12-07-2022 Mandal ke niyam ka udharad Swal puche on 04-02-2022 Mendel niya ka udaharan lijiye Sweety Yadav on 21-12-2021 मेंडल का pahla niyam Satyam kumar on 29-11-2021 Mandal ka partham Nigam kya hai Biology on 23-10-2021 Biology Alok singh on 08-09-2021 Meadel ka partham nieam kya khalatha hai vedo Mendel ka Pratham Niyam on 22-01-2021 Mendel ka Pratham Niyam Umra on 17-11-2020 अनुवांशिकता से क्या समझते हैं एक संकल्प आदिल शंकर से क्या समझते हो Sunil Meena on 31-12-2019 Mendal keep vanshagati ke pratham niym ko aarekhiy shritra kee sahayata se samajhaye| Rahul yadav on 20-11-2019 Low of segregacation Rahul yadav on 20-11-2019 Describe mendels law of independent assortment Abhi on 19-11-2019 Dregs ka vergekrad Ritesh kumar Ritesh kumar on 07-11-2019 MeandaL ke first Niayam keya hai md mamnoon samdani on 27-10-2019 Mendal kapartham niyam Kiya kahlata hai Simranjit on 06-09-2019 Kendal ka Pratham niyam Ghanshyam dhaker on 21-05-2019 Mandal ka pratham Niyam Sandeep on 26-02-2019 Visam posi Ramprasad dhurwey on 02-11-2018 Mendal ke doosra niyam PARIMAL KUMAR on 08-10-2018 MENDAL KE PARTHAM KO LIKHE
मेंडल का प्रयोग | Mendal ke Prayogग्रेगोर मेंडल ने मटर के पौधों पर अपने प्रयोग करने के बाद वंशानुक्रमके मूलभूत नियमों की खोज की। उन्होंने उत्तराधिकार के तीन नियमों का प्रस्ताव रखा जिनका हम आज तक अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने विशेष लक्षणों के सात विपरीत लक्षणों वाले मटर के पौधों को चुना है और 14 सच्चे प्रजनन वाले मटर के पौधों की किस्मों पर अपना प्रयोग किया है। मेंडल के तीनों नियम क्या है?मेंडल के तीनों नियम | Mendel ke tino Niyam
प्रभुत्व का नियम | Prabhutva ka niyamइस कानून में यह समझाया गया है कि सभी लक्षण, या वर्ण इकाई द्वारा नियंत्रित होते हैं जिन्हें कारक कहा जाता है। ये कारक जोड़े में पाए जाते हैं और एलील कहलाते हैं। यदि वे एक ही जोड़े में होते हैं तो उन्हें समयुग्मजी कहा जाता है, वे या तो प्रमुख या पुनरावर्ती हो सकते हैं और यदि एलील एक अलग जोड़ी में होते हैं तो इसे विषमयुग्मजी कहा जाता है, यह हमेशा प्रमुख रहेगा। Table of Contents
“उदाहरण के लिए ऊंचाई के लिए एलील बौनेपन के लिए एलील पर हावी है”। जीनों के पृथक्करण का नियम | Jeene ke prithakkaran ka niyamपृथक्करण का नियम (law of separation) इस तथ्य पर आधारित है कि युग्मविकल्पी कोई सम्मिश्रण नहीं दिखाते हैं और यह कि दोनों पात्रों को दूसरी फिल्मीय पीढ़ी में इस तरह पुनर्प्राप्त किया जाता है, हालांकि इनमें से एक पहली पीढ़ी में नहीं देखा जाता है। कारकों का पृथक्करण या एलील की एक जोड़ी इस तरह से होती है कि युग्मक एक दूसरे से दो कारकों में से केवल एक को प्राप्त करता है। स्वतंत्र वर्गीकरण का नियम | Swatntra wargikaran ka niyamयह बताता है कि पैतृक पीढ़ी में लक्षणों के जोड़े एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जाने पर एक दूसरे से स्वतंत्र रूप से क्रमबद्ध होते हैं। इसे एक डाइहाइब्रिड क्रॉस की सहायता से समझाया गया है। इन्हें भी पढ़ें:- शैवाल किसे कहते हैं? | परिभाषा | लक्षण | संरचना इन्हे भी पढ़ें –
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Post navigationमेंडल के नियम कौन कौन से हैं?मेंडल के तीन नियम :. प्रभाविता का नियम : इस नियम (gregor mendel pea plants) के अनुसार बताया गया की सभी लक्षण, या वर्ण इकाई द्वारा नियंत्रित होते हैं जिन्हें कारक कहा जाता है। ... . पृथक्करण का नियम : ... . स्वतन्त्र अपव्यूहन का नियम :. मेंडल के तीनो नियम क्या है?लम्बे पौधों का जीनोटाइप TT होगा। इसी प्रकार शुद्ध बौने पौधों का जीनोटाइप tt होगा। जब लम्बे (TT) और बौने (tt) पौधों के बीच संकरण कराया जायेगा तो F1 पीढ़ी के सभी पौधों में जीनोटाइप (Tt) होगा अर्थात् एक कारक लम्बाई का (T) और दूसरा बौनेपन का (t) होगा। चूंकि T और t में से T प्रभावी है; अत: F1 पीढ़ी के सभी पौधे लम्बे होंगे।
मेंडल ने कितने नियम प्रतिपादित किए हैं?1 1 मेंडल ने फिर F के सभी लंबे पौधों को स्वयं परागित किया और उसे देखकर आश्चर्य हुआ कि F, पीढ़ी में प्रत्युत्पन्न कुछ पौधे बौने थे। जो लक्षण F 1 पीढ़ी में नहीं देखा गया, वह अब प्रदर्शित हो गया। बौने पौधों का अनुपात कुल F, पौधों का 25 प्रतिशत था जबकि 75 प्रतिशत पौधे लंबे थे।
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