खगोलीय पिंड किसे कहते हैं उत्तर - khagoleey pind kise kahate hain uttar

सूर्य ही सौर मंडल का केंद्र है। यह विशाल आकार का है और तप्त गैसों से बना हुआ है। सूर्य के आकर्षण बल के कारण सौर मंडल के सदस्य एक दूसरे से बंधकर रहते हैं। सूर्य से हम बहुत दूर रहते हैं इसलिए हमें इसकी अत्यधिक ऊष्मा का अहसास नहीं होता है। दरअसल, सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी 15 करोड़ किमी है।

प्रकाश कि गति 300,000 किमी प्रति सेकंड होती है। इतनी तेज गति से चलने पर भी प्रकाश को सूर्य से पृथ्वी तक पहुँचने में लगभग 8 मिनट लग जाते हैं।

ग्रह: सौर मंडल में 8 ग्रह हैं, जिनके नाम हैं: बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून।

पहले प्लूटो को भी एक ग्रह माना जाता था। लेकिन 2006 में इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन के वैज्ञानिकों ने यह तय किया कि प्लूटो को ‘बौने ग्रह’ की श्रेणी में रखा जाये।

पृथ्वी

सूर्य से दूरी के क्रम में पृथ्वी तीसरे नम्बर पर आती है। यह सौर मंडल का पाँचवां सबसे बड़ा ग्रह है। पृथ्वी का आकार गोल है जो अपने दोनों सिरों पर चपटा है। ऐसे आकार को भू-आभ (जीऑयड) आकार कहते हैं।

पृथ्वी इकलौता ज्ञात ग्रह है जहाँ जीवन मौजूद है। पृथ्वी ना तो अधिक गर्म है न अधिक ठंडी। यहाँ पर पानी और हवा मौजूद है। सजीवों के लिए पानी अत्यंत आवश्यक है। हवा में ऑक्सीजन उपस्थित है जो सजीवों के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस तरह से पृथ्वी पर जीवन को पालने के लिए बिलकुल सही परिस्थितियाँ मौजूद हैं।

पृथ्वी का लगभग दो तिहाई हिस्सा पानी से ढ़का हुआ है। इसलिए अंतरिक्ष से देखने पर पृथ्वी नीले रंग की दिखाई देती है। इसलिए पृथ्वी को नीला ग्रह भी कहते हैं।

चंद्रमा

सौर मंडल में हमारा सबसे नजदीकी पड़ोसी है चंद्रमा। यह पृथ्वी का इकलौता उपग्रह है। पृथ्वी से चन्द्रमा की दूरी 384,000 किमी है। पृथ्वी से इतना नजदीक होने के कारण ही यह अन्य खगोलीय पिंडों की तुलना में बहुत बड़ा दिखता है। चंद्रमा का व्यास पृथ्वी के व्यास का एक चौथाई ही है।

चंद्रमा को पृथ्वी के चारों ओर एक चक्कर लगाने में 27 दिन लगते हैं। चंद्रमा को अपने अक्ष पर एक बार घूमने में भी 27 दिन ही लगते हैं। यही कारण है कि चंद्रमा का एक हिस्सा कभी भी धरती से दिखाई नहीं देता है। इसलिए हम अलग-अलग दिनों पर चंद्रमा की अलग-अलग कलाएँ देख पाते हैं।

चंद्रमा की कलाएँ: जब चंद्रमा एक वृत्ताकार तश्तरी के रूप में दिखता है तो इसे पूर्ण चंद्र या पूर्णिमा का चांद कहते हैं। जब आकाश में चांद बिलकुल नहीं दिखता है तो उस रात को अमावस्या कहते हैं। इसे नवचंद्र भी कहते हैं। जब चंद्रमा किसी हँसिये की तरह दिखता है तो इसे नवचंद्र कहते हैं। इस तरह से चंद्रमा की आकृति बदलती रहती है। महीने में एक बार पूर्णिमा होती है और एक बार अमवास्या।

चंद्रमा की जलवायु बहुत ही कठोर है और जीवन के लिए अनुकूल नहीं है। चंद्रमा की सतह पर अनगिनत पहाड़ और गड्ढ़े हैं। पूर्णिमा के चांद को गौर से देखने पर इन पहाड़ों और गड्ढ़ों को देखा जा सकता है।

क्षुद्रग्रह

सूर्य के चारों ओर असंख्य छोटे-छोटे पिंड घूमते रहते हैं। ये पिंड मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच रहते हैं। इन्हें क्षुद्रग्रह कहते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि क्षुद्रग्रह उन ग्रहों के टुकड़े हैं जो करोड़ों वर्ष पहले विस्फोट के कारण टूट गये थे।

उल्का और उल्कापिंड

सूर्य के चारों ओर घूमने वाले पत्थरों के छोटे-छोटे टुकड़ों को उल्कापिंड कहते हैं। कई बार ये धरती के वायुमंडल में प्रवेश कर जाते हैं। वायुमंडल में प्रवेश करते समय घर्षण के कारण इतनी ऊष्मा उत्पन्न होती है कि पत्थर के ये टुकड़े जलकर राख हो जाते हैं। ऐसे समय में ये आकाश से तेजी से गुजरने वाली एक चमकीली रेखा के रूप में नजर आते हैं। इसे उल्का कहते हैं। कभी कभी साबुत उल्कापिंड भी पृथ्वी की सतह पर गिर जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है उल्का गिरने से ही डायनोसॉर का अंत हो गया था।

आकाशगंगा: करोड़ों तारों के एक तंत्र को आकाशगंगा कहते हैं। हमारी आकाशगंगा का अंग्रेजी नाम मिल्की वे है। रात में जब आसमान साफ होता है तो आपको एक तरफ से दूसरी तरफ जाती हुई एक सफेद चमकीली पट्टी दिखाई देगी। यही हमारी आकाशगंगा है।

ब्रह्मांड: हमारा ब्रह्मांड करोड़ों आकाशगंगाओं से मिलकर बना है। यह इतना विशाल है कि वैज्ञानिक अब तक ब्रह्मांड के आकार का सही अनुमान नहीं लगा पाये हैं।

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खगोलीय पिंड या उसे आकाशीय पिंड भी कहते हैं आकाश में दिखाई देने वाले पेंट जैसे आकाशगंगा तारे ग्रह उपग्रह इत्यादि को खगोलीय पिंड कहते हैं

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खगोलीय पिंड या उसे आकाशीय पिंड भी कहते हैं आकाश में दिखाई देने वाले पेंट जैसे आकाशगंगा तार

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खगोलीय पिंड क्या होते हैं answer?

खगोलीय पिंड या खगोलीय वस्तु ऐसी वस्तु को कहा जाता है जो ब्रह्माण्ड में प्राकृतिक रूप से पायी जाती है, यानि जिसकी रचना मनुष्यों ने नहीं की होती है। इसमें तारे, ग्रह, प्राकृतिक उपग्रह, गैलेक्सी, उल्का पिंड, ब्लैक होल, पल्सर, आदि।

खगोलीय पिंड का उदाहरण क्या है?

Solution : सूर्य, चंद्रमा तथा वे सभी वस्तुएँ जो रात के समय आसमान में चमकती हैं, खगोलीय पिंड कहलाती हैं।

आकाशीय पिंडों से आप क्या समझते हैं?

(क) आकाशीय पिण्ड से आप क्या समझते हैं? पृथ्वी से आकाश में दिखाई देने वाली सभी (UPBoardSolutions.com) चमकती हुई आकृतियाँ, आकाशीय पिण्ड या खगोलीय पिण्ड (Celestial Bodies) कहलाते हैं। इनमें सूर्य, चन्द्रमा, तारे आदि शामिल हैं

खगोलीय पिंडों का अध्ययन क्या कहलाता है?

रात्रि के आकाश में सबसे अधिक प्रदीप्त पिंड चन्द्रमा है। तारे, ग्रह, चन्द्रमा तथा आकाश के बहुत से अन्य पिंड खगोलीय पिंड कहलाते हैं। खगोलीय पिंडों और उनसे संबंधित परिघटनाओं के अध्ययन को खगोलिकी कहा जाता है।