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सौरमंडल में नौ ग्रहों का उल्लेख मिलता है और इन नौ ग्रहों के रत्न एवं उपरत्न भी हैं। ग्रहों को मजबूत करने और इनके शुभ प्रभाव को पाने के लिए रत्न धारण किए जाते हैं। रत्नों में प्राकृतिक ऊर्जा होती है जो हमारे जीवन को सुख और समृद्धि से भरने की ताकत रखते हैं। नवग्रहों के नौ रत्नों में से मूंगा और मोती ही केवल दो ऐसे रत्न हैं जिन्हें जैविक माना गया है। मूंगा क्रूर और आक्रामक मंगल का रत्न है तो वहीं मोती मन के कारक चंद्रमा का रत्न है। इन दोनों रत्नों को इनके स्वामी ग्रह के शुभ प्रभाव को पाने के लिए धारण किया जाता है। लाल मूंगा की प्रकृति गर्म होती है एवं मोती रत्न की प्रकृति ठंडी होती है। मूंगा साहस और बल को बढ़ाता है जबकि चंद्रमा का रत्न मोती मानसिक संतुलन प्रदान करता है। मंगल एवं मूंगा रत्न (Stone of Mars)मंगल से प्रभावित जातक सदा अपने प्रयासों के प्रति गतिशील रहते हैं। मंगल बल, साहस, निर्णय लेने की क्षमता और दृढ़ विश्वास का प्रतीक है। इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति को मंगल ग्रह के शुभ प्रभाव मिलने लगते हैं। यदि कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ प्रभाव दे रहा हो तो ऐसे में मंगल के अशुभ प्रभाव से बचने और मंगल को मजबूती प्रदान करने के लिए मूंगा रत्न लाभकारी सिद्ध होता है। मूंगा रत्न के लाभअगर आप उच्च क्वालिटी का मूंगा रत्न धारण करते हैं तो इससे आपके आत्मविश्वास में तो बढ़ोत्तरी होती ही है साथ ही समाज में आपका मान-सम्मान भी बढ़ता है। मंगल का रत्न मूंगा पहनने से धारणकर्ता साहसी और निर्भयी बनता है। यह रत्न व्यक्ति को जीवंत और उत्साह से परिपूर्ण रखने में मदद करता है। कई आयुर्वेदिक दवाओं में भी लाल मूंगे रत्न का प्रयोग किया जाता है। चंद्रमा का मोती रत्न (Stone of Moon)चंद्रमा मन, सुख, संतुलन और शांति का प्रतीक है। इस रत्न को धारण करने से जीवन में सकारात्मकता आती है। ये रत्न चंचल मन को नियंत्रित करता है और मानसिक संतुलन प्रदान करता है। प्रजनन क्षमता का कारक भी चंद्रमा को ही माना गया है। अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा शुभ और उच्च स्थान में बैठा हो तो इससे मानसिक और भावनात्मक रूप से व्यक्ति को मजबूती मिलती है और वो स्वस्थ रहता है। चंद्रमा का रत्न है मोती जो ये सब लाभ पाने में व्यक्ति की मदद करता है। चंद्रमा के शुभ प्रभाव पाने के लिए मोती पहना जाता है। मूंगा और मोती का जोड़मंगल गर्म ग्रह है जबकि चंद्रमा शीतल ग्रह माना जाता है। इन दोनों के बीच मैत्री संबंध होने की वजह से मंगल और चंद्रमा का रत्न एकसाथ धारण किया जा सकता है। मूंगा और मोती रत्न एकसाथ पहना जा सकता है। एकसाथ इन दोनों रत्नों को धारण करने पर किसी भी तरह का कोई अशुभ प्रभाव नहीं मिलता है। मोती मूंगा के लाभ ( Benefits of Moti & Moonga)अगर आप मोती और मूंगा रत्न एकसाथ पहनते हैं तो इससे सेहत, सुख और शांति की प्राप्ति होती है। बिना किसी संदेह, संकोच और झिझक के आप इन दोनों रत्नों को एकसाथ पहन सकते हैं। ये दोनों रत्न एकसाथ किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। रत्न आपके जीवन को सुखमय और समृद्ध बना सकते हैं इसलिए आपको इन्हें जरूर धारण करना चाहिए। मोती तो ऐसा रत्न है जिसे कोई भी धारण कर सकता है। वैसे भी आजकल सभी तनाव और मानसिक असंतुलन से ग्रस्त होते हैं, ऐसे में चंद्रमा का मोती रत्न आपको संतुलन और शांति प्रदान करेगा और ये दोनों रत्न मिलकर आपकी मानसिक और शारीरिक पीड़ा को दूर कर देंगें। ये दोनों रत्न आपके जीवन को सुखमय बनाने की क्षमता रखते हैं। किसी भी रत्न को धारण करने से पूर्व किसी अनुभवी ज्योतिषी से अपनी कुंडली का विश्लेषण जरूर करवा लें। आप चाहें तो shubhgems के ज्योतिषाचार्यों से भी संपर्क करके अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाकर रत्न मंगवा सकते हैं। Personalised Gemstone Consultation Shubh Gems has a team of Gemstone / Healing Experts who guide you to choose the most suitable Gemstone based on your Birth-chart in Vedic Astrology. Have Query ?
जानिए लाल मूंगा और मोती रत्न साथ पहनने से क्या लाभ और नुकसान हैBy: Future Point | 04-Jun-2019 ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी ग्रह के अशुभ प्रभाव को खत्म करने और शुभ ग्रहों के प्रभाव की वृद्धि के लिए नव रत्न पहनने की सलाह दी जाती है, नव रत्नों के रंग के जरिये जिस तत्व की कमी होती है, उसकी रश्मियां शरीर को मिलती हैं और व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ जाता है, परन्तु कई बार ऐसा होता है कि कुछ लोग अलग- अलग ज्योतिषियों की सलाह लेते हैं और हर ज्योतिषी के बताए हुए रत्न धारण कर लेते हैं, और ऐसा करने से फायदे की जगह व्यक्ति को नुकसान होने लगता है क्यों कि प्रत्येक रत्न किसी रत्न विशेष के साथ लाभ देता है, और शत्रु ग्रहों के रत्न एक साथ पहनने पर शारीरिक, मानसिक या आर्थिक समस्याएं व्यक्ति के जीवन में होने लगती हैं, इतना ही नहीं व्यक्ति के स्वभाव और व्यवहार में भी बदलाव होने लगता है। नवग्रहों के नव रत्नों में से मूंगा रत्न एवं मोती ही केवल दो ऐसे रत्न हैं जिन्हें जैविक माना गया है, मूंगा रत्न क्रूर और आक्रामक मंगल ग्रह का रत्न माना जाता है और वहीं मोती को मन के कारक चंद्रमा का रत्न माना जाता है अतः इन दोनों रत्नों को इनके स्वामी ग्रह के शुभ प्रभाव को पाने के लिए धारण किया जाता है। मंगल के रत्न मूंगा को धारण करने पर मिलने वाले लाभ -
Buy red coral(moonga) online at Future Point Astroshopचंद्रमा का रत्न मोती को धारण करने पर होने वाले लाभ -
मूंगा रत्न एवं मोती रत्न का जोड़ शुभ है या अशुभ-
जानें पुखराज रत्न किस राशि के लिए शुभ और अशुभ होता है । लाल मूंगा और मोती को एक साथ धारण करने पर इससे मिलने वाले लाभ -
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Trust Trust of 36 years Trusted by million of users in past 36 years कौन से रत्न एक साथ नहीं पहनने चाहिए?मतलब रूबी रत्न को कभी भी हीरा और नीलम के साथ नहीं पहना जाना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पन्ना रत्न बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है. इसे धारण करने वाले व्यक्ति प्यार, स्नेह और समृद्धि पाते हैं. बुध ग्रह, चंद्रमा और मंगल के साथ संगत नहीं होता, इसलिए पन्ना रत्न के साथ कभी भी मोती और लाल मूंगा नहीं पहनना चाहिए.
मूंगा कब नहीं पहनना चाहिए?मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है। इसलिए केवल ऐसे लोगों को ही मूंगा धारण करना चाहिए जिनकी कुंडली में मंगल अशुभ स्थिति में हो। जिन जातक की कुंडली में मंगल प्रबल हो और शुभ फल दे रहा हो उन्हें कभी मूंगा नहीं पहनना चाहिए।
क्या मूंगा चांदी में पहन सकते हैं?मूंगा रत्न (Red Coral)
सोने के अलावा चांदी या तांबे की धातु में भी आप इसे पहने सकते हैं।
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